गुरुवार, 9 मई 2013

चुनौती है बाल विवाह रोकना

राज्य सरकार के सामने बाल विवाह होना कड़ी चुनौती है़ सरकार द्वारा लोगों को सजग करने और समझाइश देने जैसे उठाए गए कदम से लोगों में कोई बदलाव नहीं आया है़ सरकार भले ही बाल विवाह न होने की बात कहे, मगर बाल संरक्षण आयोग के सदस्यों को मिल रही शिकायतें इस बात का संदेश दे रही है कि सरकार के सार बाल विवाह को चाह कर भी नहीं रोक पा रही है़ राज्य सरकार भले ही बाल विवाह को रोकने के लिए ढिंढोरा पीटे, मगर यह प्रथा प्रदेश में चाहकर भी वह रोक नहीं पा रही है़ इस वर्ष 13 मई को अक्षय तृतीया पर बड़ी संख्या में होने वाले सामूहिक विवाहों को देखते हुए सरकार का महिला एवं बाल विकास विभाग काफी सक्रिय नजर आ रहा है, लेकिन विभाग द्वारा उठाए गए कदमों का अब तक लोगों पर कोई असर होता नहीं दिख रहा है़ लंबे समय से चल रही बाल विवाह प्रथा अब भी नहीं रुक रही है़ बाल विवाह को लेकर राज्य में बाल संरक्षण आयोग की सदस्यों को लगातार तीन दिनों से बाल विवाह होने की शिकायतें मिल रही है़ इन शिकायतों पर आयोग की सदस्यों ने गंभीरता दिखाई है और अब तक दो बाल विवाह रुकवाने का दावा भी किया जा रहा है़ आयोग की महाकौशल क्षेत्र की प्रभारी सदस्य श्रीमती रीना गुजराल ने बताया कि उनके पास अब तक शिकायतें तो नहीं आई हैं, मगर उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों से कहा है कि महाकौशल में कहां-कहां पर सामूहिक विवाह हो रहे हैं, वहां की जानकारी उन्हें उपलब्ध कराई जाए़ जानकारी के अलावा वे बाल विवाह को रोकने के लिए कड़े कदम भी उठाएं़ उज्जैन संभाग की प्रभारी श्रीमती आऱएच़ लता ने बताया कि उन्हें लगातार दूरभाष पर शिकायतें मिल रही है़ उनके पास अब तक करीब 50 से ज्यादा शिकायतें आई हैं़ आज ही शाजापुर जिले से एक शिकायत आई कि एक चौकीदार अपनी नाबालिग पुत्री की शादी कर रहा है, उसे आज हल्दी भी लगा दी गई है़ इस मामले में उन्होंने कलेक्टर को निर्देश देकर वहां जांच कर सही बात पता कर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है़ श्रीमती लता ने बताया कि अगर यह सच होगा तो वे लड़की के पिता पर भी कार्यवाही करेंगी़ उन्होंने बताया कि अब तक जो शिकायतें मिली हैं, उनमें दो स्थानों पर तो बाल विवाह को आयोग की सदस्यों ने रुकवाने का काम किया है़ इसी तरह ग्वालियर-चंबल संभाग की प्रभारी श्रीमती विजया शुक्ला ने बताया कि उन्हें आज एक शिकायत मिली इस शिकायत में 13 मई अक्षय तृतीया पर बाल विवाह होने की जानकारी दी गई़ इस शिकायत को उन्होंने इंदौर संभाग की प्रभारी सदस्य डा़रीना उपमन्यु को भेज कर जानकारी लेने को कहा है़ इस मामले में इंदौर प्रभारी जांच करा रही हैं़ रीवा-शहडोल संभाग की प्रभारी आशा यादव ने बताया कि उन्हें भी कुछ शिकायतें मिली है, इस संबंध में कलेक्टरों के अलावा महिला एवं बाल विकास अधिकारियों को सख्त कार्यवाही के निर्देश उन्होंने दिए हैं़ उन्होंने बताया कि समाज में बदलाव तभी आएगा जब हम शासकीय अधिकारियों के अलावा बाल विवाह करने वाले अभिभावकों पर कड़ी कार्यवाही की जाए़ उन्होंने बताया कि आज ही विदिशा जिले के ग्यारसपुर में बाल विवाह होने की शिकायत उन्हें मिली थी, इस शिकायत को भोपाल संभाग की प्रभारी को सौंप दिया गया है़

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