बुधवार, 29 मई 2013

खोये ‘गढ़’ की तलाश में जद यू

मध्यप्रदेश में नब्बे के दशक के बाद मालवा अंचल के झाबुआ और रतलाम में कमजोर हुआ जनता दल यू अब एक बार फिर अपने खोये ‘गढ़Þ’ को मजबूत करने का प्रयास कर रहा है़ जनता दल यू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव 26 मई को रतलाम जिले के सैलाना विधानसभा क्षेत्र में व्यस्था परिवर्तन अभियान की शुरुआत कर पार्टी में विधानसभा चुनाव का एलान करते हुए आदिवासियों को फिर से क्रांतिकारियों की याद दिलाने हुए समाजवाद का नारा बुलंद करेंगे़ जनता दल यू ने मध्यप्रदेश में 26 मई से व्यवस्था परिवर्तन अभियान चलाकर चुनावी शंखनाद फूंकने की तैयारी कर ली है़ तैयारी का अंतिम चरण चल रहा है़ इस अभियान की शुरुआत जद यू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रतलाम जिले की सैलाना विधानसभा क्षेत्र से करेंगे़ वे 26 मई को यहां पर एक बड़ी सभा का आयोजन करने जा रहे हैं़ इस सभा का आयोजन कर वे झाबुआ और रतलाम जिले के आदिवासियों को एक बार फिर उनके क्रांतिकारी रूप की याद दिलाएंगे जिसके तहत आदिवासियों ने हमेशा क्रांति की राह पकड़कर परिवर्तन किया है़ बताया जाता है कि इस स्थान को पार्टी ने इसलिए भी चुना है क्योंकि नब्बे के दशक के बाद से यहां पर पार्टी का जनाधार लगातार कम होता गया है़ क्रांतिकारियों की कर्मभूमि रहे इस अंचल में पार्टी विशेषकर समाजवाद के नारे के कमजोर होने से पार्टी नेता चिंतित हो रहे थे़ इस कारण इस अंचल के सैलाना को पार्टी नेतृत्व ने चुना और यहां से व्यवस्था परिवर्तन अभियान चलाते हुए प्रदेश में होने वाले वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव के लिए शंखनाद फंूकने की तैयारी कर ली़ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद यादव ने बताया कि लंबे समय से हमारे प्रयासों के बावजूद यहां पर हम पार्टी का खोया जनाधार नहीं पा रहे थे, इस कारण हमने यहां पर राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में व्यवस्था परिवर्तन अभियान चलाने का फैसला किया है़ वैसे यह अभियान राजस्थान और मध्यप्रदेश दोनों ही राज्यों में चलाया जाएगा़ राजस्थान के बांसवाड़ा में इस अभियान की शुरुआत 25 मई को राष्ट्रीय अध्यक्ष करेंगे़ उसके बाद 26 मई को मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के सैलाना में इस अभियान की शुरुआत की जाएगी़ श्री यादव ने बताया कि इस अभियान के तहत हम मालवा अंचल के आदिवासी इलाकों में एक बार फिर समाजवाद का नारा बुलंद करते हुए पार्टी की ताकत को बढ़Þाएंगे़ 25 एवं 26 मई को दोनों ही दिन राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव दो अलग-अलग बड़ी सभाओं को संबोधित कर दोनों ही राज्यों में विधानसभा चुनाव का शंखनाद फूंकेंगे़

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