शुक्रवार, 12 जून 2015

विकास के भरोसे भाजपा

मध्यप्रदेश के गरोठ विधानसभा उपचुनाव को लेकर गहमा-गहमी शुरु हो गई है. भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल यहां पर जीत के गुणा-भाग बैठाने लगे हैं. भाजपा को सरकार के कार्यकाल में हुए विकास पर भरोसा है, तो कांग्रेस यहां पर जाति और वर्ग की राजनीति कर मतदाता को साधने की रणनीति बना रही है. वहीं वरिष्ठ नेताओं को साथ कांग्रेस प्रत्याशी को मिलने की उम्मीद भी बताई जा रही है. गरोठ विधानसभा में आज नामांकन भरने के अंतिम दिन स्थिति साफ हो गई है. यहां पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है. भाजपा ने यहां पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के चेहरे पर एक बार फिर विजय की उम्मीद जताई है. संगठन ने वैसे तो 40 से ज्यादा स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर उसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को भी शामिल किया है, मगर पूरा जोर संगठन की ओर से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पर ही रहेगा. संगठन यहां पर उनकी ज्यादा से ज्यादा सभाएं कराकर विजय का रथ जारी रखना चाह रहा है. बहोरीबंद उपचुनाव में हार के बाद संगठन ने अब फैसला किया है कि गरोठ में भी कांग्रेस के बढ़Þते उत्साह को देखते हुए मुख्यमंत्री को ही चुनावी कमान सौंपी जाए. आज भी मुख्यमंत्री ने भाजपा प्रत्याशी चंदर सिंह का नामांकन भरवाया और साथ रहकर रोड शो भी किया. जनता के बीच उन्होंने यह विश्वास दिलाया कि विकास की भाजपा का ध्येय हैं. भाजपा संगठन के अन्य पदाधिकारियों ने मतदाता के बीच साफ संदेश दिया कि भाजपा विकास के लिए ही चुनाव लड़ रही है. गरोठ का विकास भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में परिणाम आने पर और तेज होगा. उल्लेखनीय है कि भाजपा संगठन ने यहां पर जातिगत आधार पर प्रत्याशी का चयन किया है. गरोठ विधानसभा क्षेत्र में सोंधिया राजपूत समाज के मतदताओं की अधिकता को देख संगठन ने चंदरसिंह को प्रत्याशी बनाया. इसके अलावा उनके अब तक के मैदानी कामों का फायदा और संघ की पृष्ठभूमि का फायदा मिलने की उम्मीद भाजपा को है. इन सबके अलावा भाजपा को यहां पर विश्वास है कि विकास के कामों के आधार पर ही उसकी विजय तय है. वहीं कांग्रेस यहां पर वर्ग और जाति का सहारा ले रही है. कांग्रेस द्वारा पूर्व मंत्री और चार बार चुनाव जीत चुके सुभाष सोजतिया को मैदान में उतार यह संदेश दिया है कि जैन समाज का मतदाता उसके प्रत्याशी के साथ जाएगा. गरोठ विधानसभा में सोंधिया राजपूत और जैन समाज के मतदाताओं की संख्या ज्यादा है. जैन समाज के मतदाता सोंधिया समाज से ज्यादा बताए जाते हैं. जैन समाज के मतदाताओं के बीच सोजतिया की पैठ को लेकर कांग्रेस आश्वस्त है कि वह बहोरीबंद विधानसभा क्षेत्र में जिस तरह से उसके पक्ष में परिणाम आए थे, ठीक उसी तरह का परिणाम यहां भी आएगा. कांग्रेस की ओर से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव के हाथ में चुनाव की कमान रहेगी. वे 15 जून से अपनी टीम के साथ गरोठ में ही डेरा जमाए रहेंगे. कांग्रेस ने बदलेगी रणनीति गरोठ विधानसभा में कांग्रेस भी अपनी रणनीति बदलकर बूथ स्तर पर सक्रियता दिखाएगी. सूत्रों की माने तो भाजपा के पेज प्रभारी की तर्ज पर कांग्रेस भी यहां पर बूथ स्तर पर प्रभारी बनाकर बूथ प्रभारी को 20 से 25 मतदाताओं की जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी कर रही है.बूथ प्रभारी के ऊपर कांग्रेस सेक्टर प्रभारी बनाएगी, जो इनकी मॉनीटरिंग करेगा. साथ ही हर बूथ की जानकारी कांग्रेस पदाधिकारियों को देता रहेगा. यहां उल्लेखनीय है कि भाजपा ने पिछला विधानसभा चुनाव और उसके बाद लोकसभा चुनाव पेज प्रभारी बनाकर लड़ा था. उसे इस मामले में सफलता भी मिली थी. इसके बाद भाजपा ने महाराष्ट्र, दिल्ली और हरियाणा विधानसभा के चुनाव में भी इस प्रयोग को अपनाया जहां उसे सफलता मिली थी.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें