बुधवार, 4 नवंबर 2020

विदेशी पटाखों की बिक्री पर लगी रोक


दीपावली त्यौहार पर पटाखा बाजार इस बार पूरी तरह से स्वदेशी होगी। प्रशासन ने विदेशी पटाखों की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। यदि कोई भी व्यापारी विदेशी पटाखे बेचते हुए पकड़ा गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए तत्काल लायसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। इस संबंध में गृह मंत्रालय ने आदेश जारी कर दिए हैं।
दरअसल, भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय ने राज्य सरकारों को विदेशी पटाखों पर प्रतिबंध को लेकर निर्देश जारी किए थे। जिसको लेकर प्रदेश का गृह मंत्रालय सख्त है और बाजार में विदेशी पटाखों की बिक्री प्रतिबंधित कर दिया है। इसके लिए गृह सचिव ने प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश जारी कर दिया है, जिसमें विदेशी पटाखों की बिक्री पर सख्ती से रोक लगाने के निर्देश दिए है। प्रशासन को विदेशी पटाखे सहित पोटेशियम नाइट्रेट से बने पटाखों को जब्त करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही ई-कामर्स कंपनियों से विदेशी पटाखे मंगाने वालों पर भी नजर सख्त नजर रहेगी। प्रशासन ने विदेशी पटाखे की बिक्री पर नजर रखने के लिए एक टीम तैयार की है। यह टीम दुकानों पर जाकर पटाखों की जांच करेगी और इसके सैंपल भी लेगी। जांच में विदेशी पटाखा पाए जाने पर दुकान संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि दिवाली के समय बाजार में चीनी पटाखों की भरमार रहती थी, लेकिन इस साल चीन के साथ भारत के बिगड़े रिश्ते और आत्मनिर्भर भारत के साथ स्थानीय उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए बाजारों में सिर्फ बाजार में बने पटाखे ही बिकेंगे जो दिवाली की रौनक बढ़ाऐंगे।

अर्नब की गिरफ्तारी , लोकतंत्र विरोधीः शिवराज


 पत्रकार अर्नब गोस्वामी को मुंबई पुलिस ने बुधवार सुबह उनके घर पहुंचकर हिरासत में ले लिया और उन्हें वैन में बैठाकर अपने साथ ले गई। इस घटना की प्रदेष मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने निंदा की है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा है कि महाराष्ट्र सरकार का यह कृत्य लोकतंत्र विरोधी एवं पत्रकारिता विरोधी है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने बुधवार को ट्वीट करते हुए कहा कि  ‘महाराष्ट्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचला गया है, प्रेस की आजादी छीन ली गई है। महाराष्ट्र में इमरजेंसी से बदतर हालात है। जिन्होंने लोकतंत्र को कुचलने का प्रयास किया अंततः वे स्वयं समाप्त हो गए हैं। महाराष्ट्र सरकार के इस लोकतंत्र विरोधी कदम के पीछे पूरी तरह से कांग्रेस है। कांग्रेस ने पहले भी लोकतांत्रिक परंपराओं का तार-तार किया है।’
शिवराज ने अपने दूसरे ट्वीट में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि ‘इमरजेंसी के समय कांग्रेस ने किस प्रकार पत्रकार और पत्रकारिता को कुचला था ये किसी से छुपा नहीं है। आज कांग्रेस के शह पर महाराष्ट्र सरकार ने इमरजेंसी जैसे हालात फिर बना दिये हैं। महाराष्ट्र सरकार द्वारा लोकतंत्र विरोधी, पत्रकारिता विरोधी इस कृत्य की मैं घोर निंदा करता हूँ।’ वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कहा है कि कांग्रेस की आपातकाल वाली मानसिकता अभी तक बरकार है और शिवसेना उनके साथ है।  आज अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार करके महाराष्ट्र सरकार ने लोकतंत्र के चैथे स्तंभ को कुचलने का काम किया है। इंतजार कर रहा हूँ कि समय - समय पर प्रेस की आजादी की दुहाई देने वाले कब बाहर निकलेंगे?

क्या संघ विधायकों की खरीद फरोख्त को समर्थन देता है?: दिग्विजय


प्रदेष में 28 सीटों के लिए मतदान हो चुका है, लेकिन नेताओं के आरोप प्रत्यारोप का दौर अब भी जारी है। प्रदेष के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज संघ प्रमुख मोहन भागवत के भोपाल आगमन पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि भागवत का भोपाल आने पर स्वागत करते हुए पूछा कि क्या संघ विधायकों की खरीद फरोख्त को समर्थन देता है?
संघ प्रमुख मोहन भागवत के भोपाल आगमन पर कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर संघ पर निशाना साधा। उन्होंने आज टवीट कर कहा कि मोहन भागवत  का भोपाल में पुनः हार्दिक स्वागत। क्या भाजपा की गिरती साख पर चर्चा करेंगे? क्या खुल कर करोड़ों में बिकने वाले पूर्व विधायकों को संघ के चाल चरित्र व चेहरे से परिचित कराएँगे? या संघ भी विधायकों की खरीद फरोख्त का समर्थन करती है? भागवत को स्पष्टीकरण देना चाहिए।
गौरतलब है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत आज भोपाल पहुंचे है। वे  संघ के क्षेत्रीय कार्यकारी मंडल की 5-6 नवंबर को होने वाली बैठक में कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करेंगे। मध्य क्षेत्र यानी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के संघ पदाधिकारी इस बैठक में शामिल होंगे। भोपाल के शारदा विहार में आयोजित होने वाली इस बैठक में लगभग 40 लोग शामिल होंगे।

मतदान के बाद परिणाम पर मंथन में जुटे दल


शिवराज सिंह और कमलनाथ ने की पार्टी नेताओं के साथ चर्चा, ली जानकारी
मध्यप्रदेष में उपचुनाव के लिए हुए मतदान के बाद आज भाजपा और कांगे्रेस पार्टी के नेताओं ने मतदान के प्रतिशत के आधार पर विधानसभा क्षेत्रवार आकलन किया। वहीं मतगणना की तैयारियों को लेकर रणनीति बनाई।
 पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने निवास पर विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी और पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में सभी सीटों के तहत फीडबैक लिया गया, वहीं मतगणना की तैयारियों को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। कमलनाथ सरकार के जो मंत्री थे, उन्हें विधानसभा वार जिम्मेदारी सौंपी थी। इन सभी मंत्रियों से मिलकर सिलसिलेवार फीडबैक लिया गया और मतगणना को लेकर क्या-क्या सावधानियां बरती जा रही हैं और क्या तैयारियां की जा रही हैं, उस पर चर्चा की गई। कांग्रेस ने भरोसा जताया है कि वह उपचुनाव की मतगणना के बाद फिर सरकार बनाने जा रही है।
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने संगठन पदाधिकारियों से चर्चा की। प्रदेष भाजपा अध्यक्ष वीडी ष्षर्मा के अलावा अन्य पदाधिकारियों से चर्चा कर उन्होंने विधानसभा क्षेत्रवार जानकारी ली। मतगणना के प्रतिषत के आधार पर पार्टी नेताओं ने मंथन किया और मतगणना को लेकर रणनीति बनाई।
जनता का गुस्सा था कांग्रेस के खिलाफ
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह  ने कहा कि प्रदेश की जनता भारतीय जनता पार्टी के साथ खड़ी है। जनता ने 15 महीने में कांग्रेस का भ्रष्टाचार देखा। कांग्रेस ने भाजपा सरकार की सारी योजनाएं बंद कर दी। उन्होंने कहा कि जनता का गुस्सा कांग्रेस के खिलाफ था। वहीं सत्ता में आने के बाद भाजपा ने विकास के सारे काम शुरू कर दिए। लिहाजा जनता भाजपा के साथ खड़ी है। उपचुनाव में प्रचार के दौरान कमलनाथ के अकेले सभाएं करने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तो कांग्रेस पार्टी ही जानें। हमें किसी और से क्या लेना-देना है। हम और हमारी जनता काफी है. वहीं इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा इस बार दीवाली जनता की अच्छी मनेगी।
मुददा नहीं बचता तो कांग्रेस उठाती है सवाल
कांग्रेस द्वारा प्रशासन और ईवीएम पर सवाल उठाए जाने पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जब जब कांग्रेस सवाल उठाती है, तब यह समझ जाइए कि, कांग्रेस हारने वाली है। जब कोई मुद्दा नहीं बचता तब कांग्रेस सवाल उठाना शुरू कर देती है. क्योंकि जब उनकी जीत होती है, तो ईवीएम सही हो जाती है और जब हारते है, तो ईवीएम खराब हो जाती है। उन्होंने कमलनाथ के द्वारा कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में 7 घंटे वोटिंग की मॉनिटरिंग करने पर तंज कसते हुए कहा कि, पहले ही बैठक कर लेते, तो अभी नहीं बैठना पड़ता. उनका कहना है कि मंैने सुना है कार्यालय में मूवर एंड पैकर्स भी आ गया था, सामान पैक करने वाला। इतनी भी जल्दी क्या है, 10 नवंबर तक प्रतिक्षा करें, आराम से 11 नवंबर को घर जाना।

शुक्रवार, 23 अक्टूबर 2020

हमने निकाली थी भर्ती,सरकार बनी तो बड़ी संख्या में करेंगे नियुक्ति: कमलनाथ


प्रदेष में जैसे जैसे उपचुनाव के मतदान के तारीख समीप आ रही है, वैसे वैसे राजनीतिक दलों के नेता वादा करने से भी नहीं चूक रहे हैं। इन वादों के तहत आज राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने फिर युवाओं को लेकर एक वादा किया है। उन्होंने कहा कि जैसे ही हमारी सरकार आती है, हम पुलिस विभाग में बड़ी संख्या में भर्ती करेंगे।
मध्यप्रदेष में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने अब चुनावी वादों का दौर तेज कर दिया है। दोनों दलों के नेता लगातार किसानों और युवाओं को अपनी ओर आकर्शित करने का प्रयास कर रहे हैं। इसके चलते आज राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने युवाओं को लेकर एक वादा किया है। उन्होंने टवीट कर कहा कि हमने फरवरी 2020 में ही पुलिस विभाग में बंपर भर्ती की तैयारी कर ली थी, लेकिन हमारी सरकार गिरा दी गई। अगले माह हमारी सरकार बनते ही पुलिस विभाग में बड़ी संख्या में भर्ती कर युवाओं को उज्जवल भविष्य दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की जनता लोकतंत्र बचाने में अवश्य ही कामयाब होगी।
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपनी सभाओं में भी लगातार किसानों से कर्ज माफी के वादे कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने विधानसभा क्षेत्रों के लिए जारी किए वचनपत्र में भी किसानों और युवाओं के लिए वादे किए हैं।
आपको रोजगार के मुददे पर बोलने का हक नहीं
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्राने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के युवाओं से किए वादे को लेकर कटाक्ष किया और कहा कि आपको रोजगार के मुद्दे पर बोलने का कोई हक नहीं। आपकी सरकार पुलिस भर्ती के लिए इतनी चिंतित थी तो 15 महीने में भी परीक्षा कार्यक्रम क्यों नहीं तय कर पाए। भाजपा सरकार ने 07 महीने में ही परीक्षा की तारीख घोषित कर दी लेकिन आप तो आइफा के आयोजन की तारीख तय करने में व्यस्त थे।

हासिए पर गोविंद सिंह, अजय सिंह की बड़ी पूछ परख


कांग्रेस में कमलनाथ ने अजय सिंह को प्रचार में रखा अपने साथ

मध्यप्रदेष कांग्रेस में इन दिनों कमलनाथ के साथ अजय सिंह की सभाओं में सक्रियता चर्चा में है। कमलनाथ अपने साथ सभाओं में भी उन्हें रख रहे हैं, इसके अलावा अजय सिंह को उन्होंने हेलिकाप्टर भी उपलब्ध कराया है, ताकि वे दूसरे स्थानों पर भी सभाएं कर सकें। वहीं कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे डा गोविंद सिंह हासिए पर हैं, उन्होंने ग्वालियर चंबल की 16 सीटों का प्रभार न देकर केवल चार सीटों पर समेट कर रख दिया है। इसी तरह की स्थिति कुछ पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की है।
वैसे तो राजनीति में कोई स्थायी नहीं होता, मगर समय समय पर नेताओं की जोड़ी चर्चा में रहती रही है। कभी कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जोड़ी की चर्चा प्रदेष की राजनीति में होती रही। मगर कमलनाथ सरकार के गिरने के बाद से दिग्विजय सिंह हासिए पर आ गए हैं। वहीं विंध्य और बंुदेलखंड के नेता के रूप में उभर रहे अजय सिंह जिन्हें कमलनाथ सरकार में हासिए पर पर रखा और उनके स्थान पर कमलेष्वर पटेल को स्थापित करने के लिए मंत्री बनाया गया, मगर आज फिर समय बदला और पटेल को अजय सिंह ने पीछे छोड़ दिया। उपचुनाव में कमलनाथ अपनी सभाओं में अजय सिंह को साथ रख रहे हैं, इतना ही नहीं जहां पर अजय सिंह नहीं जाते उन्हें दूसरे स्थानों पर सभाएं लेने भेजा जा रहा है इसके लिए कमलनाथ ने उन्हें हेलिकाप्टर भी उपलब्ध कराया है। कमलनाथ और अजय सिंह अब तक मांधाता, नेपानगर, बदनावर, गोहद, डबरा, सुमावली, दिमनी और हाटपिपल्या विधानसभा क्षेत्रों में एक साथ चुनाव प्रचार कर चुके हैं। वे ही एकमात्र ऐसे नेता हैं, जिन्हें कमलनाथ अपने दौरों में लगातार साथ रख रहे हैं।
विपरीत इसके पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व मंत्री डा गोविंद सिंह इन दिनों कांग्रेस में हासिए पर हैं। दिग्विजय सिंह ने खुद माहौल को समझा और दिल्ली की ओर अपना रूख करते हुए सक्रियता दिखानी षुरू कर दी। वहीं डा गोविंद सिंह जो सिंधिया के बाद ग्वालियर चंबल अंचल का बड़ा नेता खुद को मान रहे थे उन्हें चार विधानसभा सीटों पर समेट कर रखा गया है। कांग्रेस में आए इस अचानक बदलाव को लेकर खासा चर्चा है।
कांग्रेस में आए इस नये बदलाव के मायने क्या होंगे यह तो कोई समझ नहीं पा रहा है, मगर कमलनाथ के निकट अजय सिंह के आने से नेताओं की चिंता ज्यादा है। वैसे अजय सिंह दिग्विजय सिंह के समर्थक माने जाते हैं, मगर कमलनाथ उन पर इतना भरोसा कर दिग्विजय सिंह और गोविंद सिंह को हासिए पर ला रहे हैं, इस समीकरण को कोई समझ नहीं पा रहा है। गोविंद सिंह की भी सक्रियता कहीं नजर नहंी आ रही है। वे भिंड जिले तक सिमट कर रह गए हैं। कांग्रेस की यह नई जोड़ी उपचुनाव के बाद क्या गुल खिलाएगी इस बात की चिंता अधिकांष कांग्रेस नेताओं को हो रही है। वे इन दिनों कमलनाथ के रूख को पहचान नहंी पा रहे है। यहां तक कि दिग्विजय सिंह खुद इन दिनों ष्षांत नजर आ रहे हैं। 

मध्यप्रदेष को केवल चारागाह मानते हैं कमलनाथ


मध्यप्रदेष के मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने आज फिर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि प्रदेष को केवल चारागाह मानते हैं कमलनाथ।
मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने आज मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि कमलनाथ के लिए मध्यप्रदेश सिर्फ एक चारागाह है। उन्होंने अपने 40 साल के संसदीय जीवन में उन्होंने मध्यप्रदेश के लिए आखिर क्या किया? उन्होंने कहा कि कमलनाथ बड़े उद्योगपति हैं, लेकिन क्या एक भी उद्योग उन्होंने मध्यप्रदेश में लगाया? मध्यप्रदेश और उसकी जनता से उनको न पहले कभी लगाव रहा है और न आज है।
26 को रहेगा दषहरे का अवकाश
मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने कहा कि दषहरे का अवकाश 26 अक्टूबर को रहेगा। उन्होंने कहा कि 25 अक्टूबर को रविवार का साप्ताहिक अवकाश है, इसलिए 26 अक्टूबर को दषहरे का अवकाश तय किया गया है। उन्होंने कहा कि विजयादषमी 25 को भी मनाई जा रही है और 26 को भी मनाई जा रही है। अब दषहरे का अवकाश सोमवार को भी रहेगा। 

गुरुवार, 22 अक्टूबर 2020

1 लाख 51 हजार नए मतदाता करेंगे मतदान


अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अरूण कुमार तोमर ने बताया कि विधानसभा उप निर्वाचन में 18 से 19 आयु वर्ग के नये 1 लाख 51 हजार 681 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे।
अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बताया कि मुरैना जिले की जौरा विधानसभा क्षेत्र में 7 हजार 884, सुमावली विधानसभा क्षेत्र में कुल 5 हजार 452, मुरैना विधानसभा क्षेत्र में 4 हजार 864, दिमनी विधानसभा क्षेत्र में 5 हजार 216 और अम्बाह विधानसभा क्षेत्र में 5 हजार 310 नए मतदाता हैं। भिण्ड जिले की मेहगांव विधानसभा क्षेत्र में 4 हजार 375, गोहद विधानसभा क्षेत्र में 3 हजार 521, ग्घ्वालियर जिले की ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में 4 हजार 673, ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में 5 हजार 438, डबरा विधानसभा क्षेत्र में 5 हजार 745 और दतिया जिले की भांडेर विधानसभा क्षेत्र में 4 हजार 796 नये मतदाता हैं। शिवपुरी जिले की करेरा विधानसभा क्षेत्र में 4 हजार 969, पोहरी विधानसभा क्षेत्र में 3 हजार 756, गुना जिले की बमोरी विधानसभा क्षेत्र में 6 हजार 195, अशोक नगर जिले की अशोक नगर विधानसभा क्षेत्र में 5 हजार 585, मुंगावली विधानसभा क्षेत्र में 4 हजार 969, सागर जिले की सुरखी विधानसभा क्षेत्र में 4 हजार 715, छतरपुर जिले की मलहरा विधानसभा क्षेत्र में 4 हजार 699 और अनूपपुर जिले की अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र में 3 हजार 720 नये मतदाता हैं।
रायसेन जिले की सॉची विधानसभा क्षेत्र में 5 हजार 408, राजगढ़ जिले की ब्घ्यावरा विधानसभा क्षेत्र में 5 हजार 829, आगर मालवा जिले की आगर विधानसभा क्षेत्र में 5 हजार 704, देवास जिले की हाटपिपल्घ्या विधानसभा क्षेत्र में 5 हजार 41 मतदाता, खण्डवा जिले की मांधाता विधानसभा क्षेत्र में 4 हजार 541 और बुरहानपुर जिले की नेपानगर विधानसभा क्षेत्र में 4 हजार 775 नये मतदाता हैं।
धार जिले की बदनावर विधानसभा क्षेत्र में 5 हजार 895, इंदौर जिले की सांवेर विधानसभा क्षेत्र में 6 हजार 500 और मंदसौर जिले की सुवासरा विधानसभा क्षेत्र में 7 हजार 565 नये मतदाता है।

उच्च न्यायालय के फैसला, षिवराज ने निरस्त की सभाएं


उच्च न्यायालय की ग्वालियर बैंच के फैसले के बाद आज मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने अपनी ष्षाडोरा और बराच में होने वाली सभाएं निरस्त कर दी। उन्होंने इसकी जानकारी सोषल मीडिया पर दी और कहा कि हम उच्च न्यायालय का सम्मान करते हैं और सुप्रीम कोट जा रहे है। उन्होंने कहा कि यह एक असमंजस की स्थिति बन गई है, मध्यप्रदेश के एक हिस्से में सभाएं हो सकती हैं और दूसरे हिस्से में नहीं हो सकती।
मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने टवीट कर यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आज शाडोरा और बराच में मेरी सभाएं थीं, मैं वहाँ के नागरिकों से क्षमा मांगता हूँ, हमने आज वो सभाएं निरस्त की हैं। उच्च न्यायालय की ग्वालियर बेंच ने एक फैसला दिया है, जिसके तहत चुनावी रैली या सभाएं आयोजित नहीं की जा सकती हैं या चुनाव आयोग की अनुमति से ही आयोजित की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि मैं इस फैसले का सम्मान करता हूं, लेकिन इस फैसले के संबंध में हम सर्वोच्च न्यायालय जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक असमंजस की स्थिति बन गई है, मध्यप्रदेश के एक हिस्से में सभाएं हो सकती हैं और दूसरे हिस्से में नहीं हो सकती। मुझे पूरा विश्वास है कि सर्वोच्च न्यायालय में हमें न्याय मिलेगा।
सोनिया गांधी करें कमलनाथ पर कार्रवाई
कमलनाथ द्वारा बहन इमरती देवी पर की गई अमयार्दित टिप्पणी पर चुनाव आयोग और देश आज जवाब मांग रहा है। मैंने भी  सोनिया गांधी  को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। मैं उनसे पुनः आग्रह करता हूं कि वे कमलनाथ के विरुद्ध कार्रवाई करें या फिर कहें कि उन्होंने जो कहा था, सही था।

रिवाल्वर दिखाते हुए वीडियो वायरल हुआ बिसाहुलाल सिंह का

गमाई सियासत, गृह मंत्री ने कहा पुराना है वीडियो


मध्यप्रदेष में उपचुनाव को लेकर सियासत तेज हो गई है। जैसे जैसे मतदान की तारीख समीप आ रही है, वैसे वैसे आरोप, प्रत्यारोप तो लग रहे हैं, वहीं सोषल मीडिया पर प्रत्याषियों के वीडियो वायरल होने का सिलसिला भी ष्षुरू हो गया है। अनूपपुर से भाजपा प्रत्याषी बिसाहुलाल सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे कार्यकर्ता को रिवाल्वर दिखाकर 18 हजार रूपए न देने पर गोली मारने की बात कह रहे है।
दरअसल कांग्रेस ने अपने अधिकृत टवीटर एकाउंट पर बिसाहुलाल सिंह का एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में बिसाहुलाल सिंह कार्यकर्ता से गाली-गलौच और पैसे मांगने की बात कर रहें हैं। इतना ही नही वीडियो में बिसाहूलाल कार्यकर्ता से रिवाल्वर दिखाते हुए गाली- गलौच कर रहे है और 18 हजार रुपए लाने की भी बात कर रहे हैं। बिसाहूलाल कह रहे है कि अगर ज्यादा बोले तो गोली मार दूंगा।
कांग्रेस ने इस वीडियो के जरिए भाजपा पर हमला तेज कर दिया है। वीडियो को लेकर कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, ये आदमी आपकी पार्टी के लिए बिल्कुल फिट है, अगला प्रदेश अध्यक्ष इसी को बनाना। “बेशर्म बीजेपी, बेनकाब बीजेपी”।
गृह मंत्री ने बताया फेक है वीडियो
गृह मंत्री ने भाजपा प्रत्याषी और मंत्री बिसाहुलाल सिंह के वीडियो को लेकर कहा कि यह वीडियो फेक है। झूठे वीडियो जारी करना कांग्रेस की स्टाइल है। उन्होंने कहा कि यह आठ साल पुराना वीडियो है। उनका पूरा जीवन राजनीतिक रहा, मगर उन पर एक भी पुलिस केस दर्ज नहीं है।
कांग्रेस की मांग, दर्ज हो प्रकरण
कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा का कहना है कि बिसाहू लाल का वीडियो सोशल मीडिया पर सार्वजनिक हुआ है। कोई कह रहा है कि 8 साल पुराना है कोई कह रहा है कि 4 साल पुराना है। तो 8 साल पहले और 4 साल पहले भी भाजपा की सरकार थी, तो उस समय क्या कोई ऐसा कानून था कि कोई व्यक्ति या जनप्रतिनिधि हाथ में पिस्तौल लेकर किसी को भी धमका सकता है. कांग्रेस ने मांग की है कि बिसाहूलाल सिंह पर तत्काल प्रकरण दर्ज होना चाहिए।
मुददों पर बात करे कांग्रेस
भाजपा प्रवक्ता राहुल कोठरी ने कहा कि यह बात तो बिलकुल साफ हो गई है कि उनका यह वीडियो काफी पुराना है। राहुल कोठारी ने उल्टा कांग्रेस से जबाव मांगा है कि जब बिसाहूलाल सिंह, कांग्रेस पार्टी में थे तो उस वक्त कांग्रेस पार्टी ने कार्रवाई क्यों नहीं की थी। उन्होंने कहा कि मेरा यही कहना है कि कांग्रेस ऐसी झूठ की फैक्ट्री बंद करे। इसके साथ ही कांग्रेस इस प्रकार के प्रचार प्रसार बंद करे। कांग्रेस को मुद्दों पर बातचीत करनी चाहिए। विकास आधारित विषयों पर बात करें ताकि चुनाव लड़ा जा सके।

बुधवार, 21 अक्टूबर 2020

विवादित बयान पर घिरते जा रहे कमलनाथ

राष्ट्रीय महिला आयोग के अलावा कांग्रेस नेता भी हो रहे नाराज

मध्यप्रदेष में राज्य की मंत्री और डबरा से भाजपा प्रत्याषी इमरती देवी को लेकर दिए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के विवादित बयान के बाद सियासत थम नहंी रही है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने कमलनाथ के स्पश्टीकरण को नकारते हुए नाराजगी जताई तो कांग्रेस में भी विरोध के स्वर मुखरित होते नजर आए। वरिश्ठ कांग्रेस नेता मानक अग्रवाल तो राहुल गांधी के बयान के बाद भी कमलनाथ द्वारा माफी न मांगने से नाराज नजर आए। वहंी भाजपा लगातार कमलनाथ पर हमले कर यह दबाव बना रही है कि वे अपने बयान को लेकर माफी मांगें।
प्रदेष के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा डबरा से भाजपा प्रत्याषी इमरती देवी को लेर दिए विवादित बयान पर सियासत थमने के बाद और तेज होती जा रही है। इस मामले को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग भी नाराज नजर आ रहा है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ द्वारा इमरती देवी पर उनके बयान के स्पष्टीकरण से नाराजगी जताई है। उन्होंने कमलनाथ की तुलना फिल्मी विलेन से की और कहा कि पूरे देश ने देखा कि किस तरह से कमलनाथ मंच से इमरती देवी पर बयान देने के बाद हंस रहे थे। उन्होंने कहा कि उनकी हंसी किसी फिल्मी विलेन की तरह थी। जिस तरह से फिल्मी विलेन महिलाओं को पीड़ित करने के बाद हंसते हैं, उसी तरह कमलनाथ और उनके साथ मंच पर मौजूद लोग ऐसे ही हंस रहे थे। रेखा शर्मा ने कहा कि हमने चुनाव आयोग को भी पत्र लिखकर उनके खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने कहा है कि मैंने कमलनाथ का जवाब पढ़ा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि मैं उनके विपक्ष में हूं, उनका नाम कैसा ले सकता हूं। उनके पास एक लिस्ट थी, जिसमें आइटम के अनुसार लिखा था, इसी तरह वे आइटम वन और आइटम टू पढ़ रहे थे, लेकिन सारी दुनिया ने देखा है कि वहां क्या हो रहा था, इससे साफ पता चलता है कि वे बिल्कुल झूठ बोल रहे हैं। रेखा शर्मा ने दुख जाहिर करते हुए कहा कि एक महिला जो कमलनाथ के मुख्यमंत्री कार्यकाल में उनके साथ काम कर चुकी है, उसके बारे में एक भरी सभा में मंच से ऐसी भाषा के उपयोग से यह पता चलता है कि वो कैसी सोच रखते हैं।
असामन्य या अनुचित नहीं है बयान
राश्टीय महिला आयोग द्वारा कमलनाथ के बयान को अनुचित बताने के बाद राज्य महिला आयोग ने उसे अनुचित नहीं माना है। राज्य महिला आयोग को कमलनाथ के बयान में कुछ भी अनुचित दिखाई नहीं दे रहा है। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने कहा कि आइटम का मतलब वस्तु या सामान होता है। इसे आमतौर पर सभी इस्तेमाल करते हैं। संसद में भी इस शब्द का उपयोग होता है। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ भी असामान्य या अनुचित नहीं है।
कांग्रेस का सूर्य अब अस्ताचल की ओर
गृह मंत्री डा नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि भले ही कमलनाथ इमरती देवी े माफी न मांगे, मगर जनता उन्हें 4 तारीख को सबक सीखा देगी। उन्होंने कहा कि अब तो दिग्विजय सिंह भी इशारों ही इशारों में कमलनाथ को विदाई का संकेत देने लगे हैं, लेकिन अभी कमलनाथ समझ नहीं पा रहे हैं। आने वाली 4 तारीख को वो भी समझ जाएंगे। कांग्रेस में कमलनाथ  जिस तरह से लगातार पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की उपेक्षा कर रहे हैं, इससे अब उनकी विदाई तय मानिए। जल्द ही प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व के लिए नई जंग छिड़ने वाली है। कांग्रेस का सूर्य अब अस्ताचल की ओर है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में दो तरह के बुजुर्ग है। एक बुजुर्ग दूसरे प्रौढ़ लोग है, जिसमे राहुल गांधी कमलनाथ लंबे समय से अनदेखा कर रहे राहुल गांधी को शायद उम्र हावी हो रही हो गई इसलिए ये हो रहा। पहले कर्ज माफी का कहा लेकिन कर्ज माफी नही किया,लोकसभा में कमलनाथ सिर्फ नकुल को जीतने में लगे रहे,तीसरा की कमलनाथ ने राहुल की तस्वीर ही हटा दी,ओर अब चैथी बार यह हुआ।
राहुल की बात न मानने से कांग्रेस नेता नाराज
राहुल गांधी द्वारा कमलनाथ के बयान को सही न बताने के बाद भी कमलनाथ द्वारा माफी न मानने की बात को लेकर कांग्रेस नेता नाराज है। कांग्रेस नेता मानक अग्रवाल खुलकर सामने आए हैं। उन्होंने कहा कमलनाथ, राहुल गांधी की कोई बात नहीं मानते। उन्होंने विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस  के वचन पत्र  में राहुल गांधी द्वारा किए गए वादों का उल्लेख करते हुए कहा कि यदि कमलनाथ उन वादों को पूरा कर देते तो कांग्रेस की सरकार मध्यप्रदेश में पूरे 5 साल चलती। उसके बाद इन उपचुनावों में भी कमलनाथ ने जिलों के लिए जो वचन पत्र तैयार कराए , उसमें राहुल गांधी का चित्र गायब होना इस बात को बताता है कि कमलनाथ राहुल गांधी को तबज्जो नहीं देते। अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने पुराने और निष्ठावान कांग्रेसियों की अनदेखी की जिसका खामियाजा प्रदेश में कांग्रेस को भुगतना पड़ा।

नौटंकी वाले भैया के पाखंड को अब समझ गई जनता

भाजपा चाहे कितना भी झूठ बोले जनता सच जानती है। हाथरस की अमानवीय घटना पर एक शब्द भी नहीं बोलने और दोषियों का मौन समर्थन करने वाले भाजपा नेताओं की असलियत जनता समझ रही है। नौटंकीबाज शिवराज का प्रदर्शन बर्दाश्त के बाहर हो गया है। अब वो कहने लगेंगे कि हां मैं नौटंकीबाज हूँ। जनता को ठगता हूँ।

पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भाजपा नेताओं के ढोंग और षड्यंत्र पर जारी बयान में कहा कि जनता के वोटों और उनके फैसले पर डकैती डालने वाले गद्दार नेताओं ने बेशर्मी की हद कर दी। सरे आम लोकतंत्र का कत्ल करने वालों को अब जनता सजा देगी और न्याय करेगी। सिंह ने कहा कि पूरे देश में शिवराज ने मध्यप्रदेश का नाम खराब किया है। राजनीतिक स्वच्छता के लिए पूरे देश में मध्यप्रदेश का नाम था लेकिन जोर जबरदस्ती से नोट के दम पर, विधायकों की खरीदी कर सरकार गिराने और जबरदस्ती मुख्यमंत्री बनकर उन्होंने मध्य प्रदेश की इज्जत गिरा दी।
सिंह ने कहा कि शिवराज सरकार ने अपने साथ पूरे प्रशासन को अपने अनैतिक काम में शामिल कर लिया है। वीडियो कांफ्रेंस करके रोज कलेक्टरों को चुनाव जिताने के निर्देश दे रहे हैं । भीड़ जुटाने के लिए उन पर दबाव डाल रहे हैं । पिछले 15 सालों से यही करते आ रहे हैं। जब जनता ने नकार दिया तो गुंडागर्दी करके सरकार गिरा दी। यह बात पूरा देश जानता है। पूरा देश गवाह है कि शिवराज सरकार कैसे जनादेश की चोरी करके सत्ता में आई।
उन्होंने कहा कि शिवराज की नौटंकी अब पूरे देश में मशहूर हो गई है। कभी मामा, कभी किसानों का बेटा, कभी गरीब, कभी जनता का पुजारी और भी कई प्रकार से बहरूपिया बन घूमते हैं। कभी कहते है पांव पांव चलता हूँ जबकि 15 सालों में सरकारी जहाज का सर्वाधिक दुरुपयोग किया। अब नौटंकी शिवराज को पूरा देश जान गया है। इसलिए अब कहलाते हैं, नौटंकी वाले मामा।

दिशाहीन और लक्ष्यहीन है कांग्रेस: शिवराज


मध्यप्रदेश की परंपराऔर संस्कार नहीं जानते कमलनाथ

मुख्यमंत्री शिवराज  सिंह चैहान ने कहा कि कांग्रेस की हालत तो यह हो गई है कि एक दिल के टुकड़े हजार हुए, कुछ कमलनाथ ले गए, कुछ दिग्गी राजा और कुछ राहुल गांधी। कांग्रेस दिशाहीन और लक्ष्यहीन हो गई है। उन्होंने कहा कि  कमलनाथ को मध्यप्रदेश की परंपरा और संस्कार के बारे में ही नहीं पता।
बड़ामलहरा में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि  हम जनता को प्रणाम करें, तो कमलनाथ को दिक्कत होती है। हम विकास के काम करें, तो उन्हें दिक्कत होती है। कमलनाथ आप सेठ हैं, आपकी जनता को कुचलने की आदत है। हमारे लिए तो जनता ही भगवान है। मैं कमलनाथ से पूछना चाहता हूं कि आप उद्योगपति हैं, तो क्या आपको किसी गरीब बहन का अपमान करने का अधिकार मिल जाता है? माता सीता और द्रौपदी का अपमान करने वालों के वंश का समूल नाश हो गया था। कमलनाथ, आपका भी अहंकार नहीं बचेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की हालत तो यह हो गई है कि एक दिल के टुकड़े हजार हुए, कुछ कमलनाथ ले गए, कुछ दिग्गी राजा और कुछ राहुल गांधी। कांग्रेस दिशाहीन और लक्ष्यहीन हो गई है।  मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं कमलनाथ जैसा नहीं हूँ, जिनको ये भी नहीं पता कि सोयाबीन लगता कहाँ है? कमलनाथ को मध्यप्रदेश की परंपरा और संस्कार के बारे में ही नहीं पता। उन्हें न महाराजा छत्रसाल की जानकारी है और न ही आल्हा और ऊदल की। हम जो कहते हैं, वो करते हैं। 75ः निजी उद्योगों में मध्यप्रदेश के युवाओं को रोजगार मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में रास्ता निकालने वाला ही नेता कहलाने लायक होता है। कमलनाथ तो हर समय पैसों के अभाव का रोना ही रोते रहते थे। मैं विकास और जनकल्याण के कामों को नहीं रुकने दूंगा, चाहे परिस्थितियां जैसी हों। 

मंगलवार, 20 अक्टूबर 2020

शिवराज ने कहा आप वरिष्ठ और जिम्मेदार पद पर हैं, मांगनी चाहिए माफी


कमलनाथ के पत्र का दिया जवाब
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने पूर्व मुख्यंमत्री कमलनाथ को जवाबी पत्र लिखकर कहा है कि आपको माफी मांगनी चाहिए। आप जैसे वरिष्ठ एवं जिम्मेदार पद पर रहे कांग्रेसी नेता का अपनी गलती से बचने और उसकी सफाई में अनावश्यक तर्क देने का रवैया उचित नहीं है। 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोमवार को पत्र लिखा था। इसमें अपने बयान को लेकर उन्होंने कहा था, इसके बाद उन्होंने खेद भी जताया था। इस पत्र का आज मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने जवाब दिया है। मुख्यमंत्री ने देा पेज के लिखे पत्र में कहा है कि  मेरे विचार से आपको अपने बयान के लिए ईमानदारी से माफी मांगनी चाहिए। आप जैसे वरिष्ठ एवं जिम्मेदार पद पर रहे कांग्रेसी नेता का अपनी गलती से बचने और उसकी सफाई में अनावश्यक तर्क देने का रवैया उचित नहीं है। 
उन्होंने पत्र में लिखा है कि मैं आपसे यही कहना चाहता हूं कि आप मध्यप्रदेश और मध्यप्रदेश के लोगों को प्यार करना सीखिए। भले ही आप राज्य के नहीं हैं, उसके बावजूद भी वे आपको स्वीकार करने की कोशिश कर रहे हैं। आपका भी फर्ज बनता है कि आप राज्य के विकास और यहां की जनता के हित के बारे में सोचे। ऐसा कतई नहीं होना चाहिए कि आप मध्यप्रदेश को सिर्फ लूट खसूट का जरिया बनाएं और अपना और अपने पार्टी के लोगों का स्वार्थ सिद्ध करें। आशा है कि आप अवश्य विचार करेंगे। 
कमलनाथ ने पहले लिखा था षिवराज को पत्र
इसके पूर्व सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान को पत्र लिखा था।  उन्होंने लिखा कि मुख्यमंत्री शिवराज  आप ऐन केन प्रकारेण अपनी कुर्सी बचाने के लिए चुनाव को वास्तविक मुद्दों से भटकाकर अनैतिक और पतित भावनात्मक राजनीति की ओर ले जा रहे हैं। उन्होंने पत्र में लिखा है कि चुनाव जीतने के लिए चुनावी मौन व्रत रख कर झूठ परोस रहे है। कमलनाथ ने पत्र में लिखा, डबरा की सभा में अपने संबोधन में मैंने कोई असम्माीनजनक टिप्पणी नहीं की फिर भी आपने झूठ परोस दिया और जिस शब्द की ओर आप इंगित कर रहे है, उस शब्द के कई मायने हैं, कई तरह की व्याख्याएं है लेकिन सोच में खोट के मुताबिक आप और आपकी पार्टी अपनी मन मर्जी की व्याख्या कर झूठ परोसने लगे और जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। प्रदेश की जनता इस सच्चाई को जानती है कि आप ऐन केन प्रकारेण अपनी कुर्सी बचाने के लिए चुनाव को वास्तविक मुद्दों से भटकाकर अनैतिक और पतित भावनात्मक राजनीति की ओर ले जा रहे हैं।  उन्होंने लिखा था कि  मैंने अपने 40 वर्ष के सार्वजनिक जीवन में सदैव महिलाओं का सम्मान किया है और मैं सदैव महिलाओं का सम्मान करूंगा परन्तु महिलाओं के सम्मान का दिखावा कर आपकी तरह कुत्सित राजनीति कभी नही करूंगा।

कमलनाथ, अजय सिंह पर हो हरिजन एक्ट के तहत मामला दर्ज, नहीं तो दे दूंगी जान


कमलनाथ के विवादित बयान पर थम नहंी रही राजनीति
मध्यप्रदेष में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के विवादित बयान को लेकर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। इस मामले पर स्पष्टिकरण देकर किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचने पर खेद भी व्यक्त कर मामले को खत्म करने की कोशिश की है। मगर भाजपा अब भी कमलनाथ से अपने बयान को लेकर माफी मांगने की बात कह रही है। वहीं महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने आज इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के खिलाफ हरिजन एक्ट के तहत मामला दर्ज न करने पर जान देने की धमकी तक दे डाली है। कमलनाथ अब अपने बयान को लेकर चैतरफा घिरते नजर आ रहे हैं।
राज्य में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा डबरा में सभा के दौरान भाजपा प्रत्याषी और मंत्री इमरती देवी पर की गई विवादित टिप्पणी पर राजनीति गर्मा गई है। हालांकि सोमवार की ष्षाम को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस मामले पर स्पष्टिकरण देकर किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचने पर खेद भी व्यक्त कर मामले को खत्म करने की कोशिश की है। मगर मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। भाजपा अब भी इस मामले को लेकर कमलनाथ पर दबाव बना रही है कि वह माफी मांगे। मगर कमलनाथ ने इस मामले में फिलहाल मौन धारण कर लिया है। वहीं कांग्रेस नेता भी अब चुप है। भाजपा के दबाव के चलते अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ बयान को लेकर चैतरफा घिरते नजर आ रहे हैं।
वहीं महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने इस मामले को लेकर अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के खिलाफ हरिजन एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे जान दे दंेगी।
खेद  जता    चुके कमलनाथ
कमलनाथ अपने बयान को लेकर खेद जता चुके हैं, मगर भाजपा उनके खेद जताने के बाद भी विरोध जारी रखे हुए है। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मेरा बयान किसी को असम्मानित लगा हो तो मुझे इसका खेद है। उन्होंने कहा कि आज भाजपा को एहसास हो रहा है कि वह हार नहीं रहे, वो पिट रहे हैं। इसलिए वो ध्यान भटका रहे हैं। ये मध्यप्रदेश में चुनाव के असली मुद्दे, 15 साल के और पिछले 7 महीने के मुद्दों से लोगों का ध्यान मोड़ना चाहते हैं। ध्यान भटकाने के लिए कुछ भी बोल दो, मैं उन्हें इसमें सफल नहीं होने दूंगा।’ इमरती देवी पर की गई टिप्पणी को लेकर सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘ये कहते हैं कि मैंने असम्मानित बात की। कौन-सी असम्मानित बात? मैं तो महिलाओं का सम्मान करता हूं। अगर कोई सोचता है यह असम्मानित है तो मुझे इस बात का खेद है।
  शिवराज   ने कहा माफी क्यों नहीं मांगे कमलनाथ
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने कमलनाथ पर फिर हमला बोला है। उन्होंने कहा अब भी आपको इमरती देवी का नाम याद नहीं आया। 24 घंटे पूरे देश ने इमरती देवी को देखा। वो आपके मंत्रिमंडल की सदस्य रही हैं, सीधे-सीधे माफी क्यों नहीं मांगते? और श्आइटमश् को जायज ठहरा रहे हैं। मैंने कल सोनिया गांधी जी को पत्र लिखा था उसका उत्तर मुझे नहीं मिला है।
गृह मंत्री ने बिसाहूलाल के बयान पर मांगी माफी
गृह मंत्री डा नरोत्तम मिश्रा ने मंत्री बिसाहूलाल सिंह के बयान के लिए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि क्या कमलनाथ अपने बयान के लिए माफी मांगेंगे। गृह मंत्री ने  कहा कि कांग्रेस के नेता उपचुनाव में हल्के शब्दों का प्रयोग कर जनता के असल सवालों से बच रहे हैं। दरअसल उनके पास बताने लायक कोई उपलब्धि है ही नहीं, इसलिए वे भाजपा को  को कोसकर वोट बटोरना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने भाजपा सरकार के मंत्री बिसाहुलाल सिंह का बयान सुना नहीं है, लेकिन यदि उन्होंने कोई आपत्तिजनक बात कही है तो संसदीय कार्य मंत्री के नाते मैं माफी मांगता हूं। उन्होंने कहा कि क्या कमलनाथ अपने बयान के लिए माफी मांगेंगे। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि क्या दिग्विजय सिंह, कमलनाथ के बयान पर माफी मांगंेगे।  उन्होंने कहा कि मंत्री इमरती देवी के खिलाफ अपशब्द बोलने पर कमलनाथ ने खेद जताया है लेकिन माफी नहीं मांगी है।
राज्य निर्वाचन आयोग ने भेजी रिपोर्ट
निर्वाचन आयोग ने राज्य निर्वाचन आयोग से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है।  केन्द्रीय निर्वाचन आयोग ने सख्ती दिखाते हुए राज्य निर्वाचन आयोग से इस मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी। वही राज्य निर्वाचन आयोग ने मामले में अपनी रिपोर्ट केन्द्रीय निर्वाचन आयोग को भेज दी है। वही केन्द्रीय निर्वाचन आयोग अब रिपोर्ट के आधार पर इस मामले पर निर्णय लेगा। 

सोमवार, 19 अक्टूबर 2020

बेपटरी हुए जनता से जुड़े मुददे

किसान, बेरोजगार की समस्या छोड़कर नेताओं के बीच षुरू हुई तू तू, मैं मैं

मध्यप्रदेष में हो रहे 28 सीटों के लिए उपचुनाव में एक बार फिर से जनहित के मुददे दूर होते जा रहे हैं। चुनाव प्रचार चरम पर हैं और नेताओं को जनता के मुददों से परहेज हो रहा है। कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस नेता एक दूसरे पर व्यक्तिगत आरोप कुछ तरह लगा देते हैं कि चुनावी सभाओं में वे ही मुददे बन जाते हैं। लोगों की समस्याओं को लेकर नेताओं के भाशण भी नहीं हो रही हैं।
मध्यप्रदेष में उपचुनाव को लेकर चुनाव प्रचार चरम पर है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ओर से सभाओं का दौर तेज चला है। सभाओं के दौरान जनहित के मुददे फिर से दूर होते नजर आ रहे हैं। चुनाव प्रचार अभियान के पहले चरण में जहां किसान कर्ज माफी को लेकर भाजपा कांग्रेस को घेर रही थी, तभी कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान को लेकर नारियल जेब में रखने और गरीब घर से होने की टिप्पणियां की गई, जिसके चलते भाजपा ने पूरे प्रचार अभियान बदला और कांग्रेस को उसी के आरोपों पर घेरते नजर आए। हर सभा मंच पर मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान जनता को चरण स्पश्र्ष करने लगे तो उनके साथ साथ भाजपा प्रत्याषियों ने भी यही काम ष्षुरू कर दिया। इसके बाद नारियल जेब में रखना, गरीब घर से होने का जुमला तेज हो गया। मुख्यमंत्री अपनी हर सभा में यही बात कहते नजर आ रहे हैं कि वे गरीब घर से हैं, इसके चलते वे गरीबों की समस्या जानते हैं, वे लगातार कांग्रेस को इसी बात को लेकर घेरते रहे। साथ ही यह गिनाते रहे कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 15 माह मंे क्या नहीं किया। इस बीच जनता की समस्याआंे पर भाजपा या कांग्रेस नेता कोई भी गंभीर नजर नहीं आया। इसके अलावा दोनों दलों के नेता एक दूसरे को कलाकार तक बताने से नहीं चुके।
चुनाव प्रचार तेज हो ही रहा था कि रविवार को फिर से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा ग्वालियर के डबरा में मंत्री इमरती देवी को लेकर की गई व्यक्तिगत टिप्पणी के बाद माहौल बदला है। महिला मंत्री  और भाजपा प्रत्याषी पर की गई टिप्पणी को लेकर पूरी भाजपा आज सड़क पर उतरी और पूरे प्रदेष में दो घंटे का मौन धारण किया। वहीं कांग्रेस ने इसे लेकर भाजपा को घेरा। कांग्रेस अब महिला अत्याचार और सिंधिया की सभा मंें किसान की मौत को लेकर कांग्रेस आक्रामक हुई और भाजपा का विरोध जताने की रणनीति पर काम कर रही है।
कुल मिलाकर उपचुनाव में अब एक बार फिर चुनावी मुददा बदलता नजर आ रहा है। दोनों ही दल मुख्य मुददे से दूर होकर लोगांे के बीच एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। दोनों ही दल जनता के मुददों से दूरी बना रहे है। इस बीच बसपा ने अब अनुसूचित जाति की महिला के अपमान का मुददा बनाकर मतदाता के बीच पहुंचने की बात कही है। बसपा सुप्रीमों ने बसपा पदाधिकारियों को इस मुददे के साथ जनता के बीच जाने की बात कही है। 

कमलनाथ के बचाव में उतरे दिग्विजय

मामा मदारी का रोल ना करो, नौटंगी बंद करो


मध्यप्रदेष में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा राज्य की महिला एवं  बाल विकास मंत्री इमरती देवी पर की गई टिप्पणी के बाद भाजपा के विरोध के चलते पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कमलनाथ के बचाव में उतरे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान से कहा मामा मदारी का रोल ना करो, नौटंगी बंद करो।
पूर्व मुख्ममंत्री कमलनाथ द्वारा महिला एवं बाल विकास मंत्री और डबरा से भाजपा प्रत्याषी इमरती देवी को लेकर की गई टिप्पणी के बाद मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान सहित पूरी भाजपा ने मौन व्रत रखा। इस पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ का बचाव किया। वे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बचाव में आए और उन्होंने टवीट कर कहा कि कमलनाथ  ने किस संदर्भ में इमरती देवी को “आइटम” कहा मैं नहीं जानता, लेकिन विरोध में भाजपा ने मौन रखने का निर्णय समझ से परे है। जब हाथरस में दलित युवती का बलात्कार हुआ तब भाजपा द्वारा एक शब्द इस घटना के खिलाफ में क्यों नहीं निकला? मामा मदारी का रोल ना करो नाटक नौटंकी बंद करो।
एक अन्य टवीट में उन्होंने मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर द्वारा मंच पर मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान के पैरों में सिर रखने को लेकर लिखा है कि पैरों में गिरे आदमी को कैमरे के सामने बुला कर फिर पैरों में गिराया। ये आदमी पैरों में गिरा और शिवराज नजरों में गिरा। नौटंकी में भाजपा मदारी को भी मात देते हैं।
मायावती हुई नाराज
इमरती देवी पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने भी नाराजगी जताई। मायावती ने टवीट कर लिखा कि मध्यप्रदेश में ग्वालियर की डबरा रिजर्व विधानसभा सीट पर उपचुनाव लड़ रही दलित महिला के बारे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोर महिला-विरोधी अभद्र टिप्पणी अति-शर्मनाक व अति-निन्दनीय है। इसका संज्ञान लेकर कांग्रेस आलाकमान को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने लिखा कि कांग्रेस पार्टी को इसका सबक सिखाने व आगे महिला अपमान करने से रोकने आदि के लिए भी खासकर दलित समाज के लोगों से अपील है कि वे मध्यप्रदेष में विधानसभा की सभी 28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में अपना वोट एकतरफा तौर पर केवल बसपा उम्मीदवारों को ही दें तो यह बेहतर होगा।

भोपाल में शिवराज , इंदौर में ज्योतिरादित्य सिंधिया बैठे मौन व्रत पर

कमलनाथ के विवादित बयान पर भाजपा नेताओं ने जताया विरोध


 प्रदेश की महिला मंत्री  इमरती देवी के संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा की गई टिप्पणी एवं कांग्रेस नेताओं द्वारा की जा रही अशोभनीय बयानबाजी के विरोध में आज सोमवार को भारतीय जनता पार्टी द्वारा पूरे प्रदेश में एक साथ मौन व्रत का आयोजन किया गया। पार्टी कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों, मोर्चा अध्यक्ष, प्रदेश पदाधिकारियों एवं जिला पदाधिकारियों ने सोमवार सुबह 10 से 12 बजे तक मौन व्रत रखा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने भोपाल में, प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने ग्वालियर में एवं वरिष्ठ नेता व सांसद  ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इंदौर में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मौन व्रत किया।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान ने भोपाल में पुरानी विधानसभा, मिंटो हॉल परिसर में  महात्मा गांधी जी की प्रतिमा के समक्ष मौन व्रत किया। इस अवसर पर गृहमंत्री  नरोत्तम मिश्रा, मंत्री भूपेन्द्र सिंह, विश्वास सारंग, कमल पटेल, पार्टी के प्रदेश महामंत्री  भगवानदास सबनानी,  सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे। प्रदेश अध्यक्ष व सांसद  विष्णुदत्त शर्मा ने ग्वालियर के फूलबाग में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मौन व्रत किया।  पार्टी के वरिष्ठ नेता व सांसद  ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इंदौर के रीगल चैराहे पर गांधी जी की प्रतिमा के समक्ष मौन व्रत किया।
षिवराज ने सोनिया गांधी को लिखी चिटठी
मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने कांग्रेस की अंतरीम अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिटठी लिखी है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि  आप बहन भी हैं, मां भी और बेटी भी हैं. क्या ऐसी बहन पर टिपण्णी शोभा देती है? क्या आपके नेता और प्रदेश अध्यक्ष द्वारा दी गई टिपण्णी से आप अवगत नहीं हैं? क्या गरीब बहन की कोई इज्जत नहीं? सोनिया जी मैं आपसे पूछना चाहता हूं, क्या आप ऐसे निर्लज्ज नेता को पार्टी से निकालेंगी, क्या कार्यवाही करेंगी?
और कोई कमलनाथ ना हो
राजधानी भोपाल में मौन धरने के दौरान  शिवराज कहा कि इस तरह का अपमान फिर न हो, फिर और कोई कमलनाथ ना हो। इसलिए हम उपवास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बेशर्मी की हद है और वो अर्थ समझा रहे है कि वो भी आइटम, मैं भी आइटम.. कमलनाथ बहुत गलत है ये, मुझे लगा कुछ बयान आएगा, आप माफी मांगेगे, लेकिन निर्लज्जता की हद है। शिवराज को नारियल लेके घूमने वाला कहो, गाली दो, रूढ़िवादी कहो. मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन एक बहन का अपमान. जनता माफ नहीं करेगी. मै भी मुख्यमंत्री रहा, पूर्व मुख्यमंत्री भी रहा, लेकिन इस तरह की मानसिकता नहीं देखी।
कमलनाथ ने दी सफाई
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पूरे मामले को लेकर आज खंडवा जिले के मांधाता विधानसभा क्षेत्र के पुनासा में जनसभा में अपने बयान को लेकर सफाई दी। उन्होंने कहा कि  डबरा में एक सभा में मैंने कुछ कह दिया तो बुरा लग गया, लेकिन मेरे मंच पर भी आइटम हैं। जैसे आइटम नम्बर 1 अजय सिंह और आइटम नंबर 2 राजनारायण हैं। कमलनाथ ने कहा है कि शिवराज सिंह उपवास पर बैठे, लेकिन मैं बताना चाहता हूं कि मैं तो किसी को बुरा नहीं कहता बल्कि प्रदेश सरकार की पोल खोलता हूं।  उन्होंने कहा कि कमलनाथ किसी का अपमान नहीं करते हैं। भाजपा के लोग बेवजह राजनीतिक तूल दे रहे हैं। यह चुनाव उत्तमपाल सिंह या कांग्रेस का नहीं है, बल्कि सच्चाई और झूठ का चुनाव है। उन्होंने कहा है कि शिवराज सिंह चैहान तो बहाना ढूंढ रहे हैं. और अनशन पर बैठ गए हैं। भाजपा कहती है कि कमलनाथ कोकाकोला पीते हैं, तो क्या मेरे कोकाकोला नहीं पीने से किसान आत्महत्या करना बंद कर देंगे, और नौजवानों को रोजगार मिल जाएगा ?
दिग्विजय ने साधना सिंह पर साधा निशाना
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय प्रकाश चंद्र सेठी के जन्म शताब्दी पर कार्यक्रम आयोजित किया गया था. कांग्रेस कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह स्वर्गीय प्रकाश चंद्र सेठी और उनकी पत्नी के संस्मरण को याद करते हुए शिवराज सिंह की पत्नी साधना सिंह पर निशाना लगाने से नहीं चूके. दिग्विजय सिंह ने कहा कि जब प्रकाश चंद्र सेठी मुख्यमंत्री थे, तब भी उनकी पत्नी को रुतबा नहीं बताती थीं. काफी सरल और सहज थीं. इसी संदर्भ में चर्चा करते हुए दिग्विजय सिंह साधना सिंह पर निशाना साधा और तुलना करते हुए बताया कि आज के समय की मुख्यमंत्री की पत्नियां कैसी होती हैं और प्रकाश चंद्र सेठी की पत्नी कैसी थीं। उन्होंने  कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी का इतना सरल स्वभाव था कि लगता ही नहीं था कि वह मुख्यमंत्री की पत्नी हैं, लेकिन आज साधना सिंह से उनकी तुलना की जाए, तो बात और साफ हो जाती है कि किस प्रकार के सरलता से वह लोगों से मिलती थीं।
इमरती देवी ने किया पलटवार
महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने इस पूरे मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से अपील की है कि, वो इस बयान का संज्ञान लें और कमलनाथ को कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखाएं। इमरती देवी ने कहा कि जो लोग एक महिला, एक नारी का सम्मान नहीं कर सकते, ऐसे लोगों को मध्यप्रदेश में रहने का कोई अधिकार नहीं है। इमरती देवी ने कहा कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मांग करती हूं, कि कमलनाथ को पार्टी से निकाला जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता के इस बयान से वह आहत हुई हैं।
बिसाहुलाल ने कांग्रेस प्रत्याषी की पत्नी को बताया रखैल
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के विवादित बयान पर मचा बवाल अभी थमा नहीं था कि अब  भाजपा उम्मीदवार बिसाहूलाल सिंह ने इस आग को और हवा दे दी है। दरअसल बिसाहूलाल ने कांग्रेस प्रत्यासी विश्वनाथ सिंह कुंजाम की पत्नी को रखैल कह डाला। इतना ही नहीं उन्होंने कांग्रेस जिला अध्यक्ष को भी चेतावनी देते हुए दुर्गति करने की बात कही है।दरअसल अनूपपुर से भाजपा उम्मीदवार बिसाहूलाल सिंह सोमवार को अपने इलाके में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याषी विश्वनाथ सिंह कुंजाम की पत्नी उनकी रखैल है, इस बात का जिक्र उन्होंने शपथ पत्र में किया है। बिसाहूलाल यहीं नहीं रुके उन्होंने कांग्रेस के जिला अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल को भी चेतावनी दे डाली, उन्होंने कहा है कि 3 नवंबर के बाद जयप्रकाश अग्रवाल की दुर्गति कर दूंगा। अब देखना यह होगा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा इतरती देवी को लेकर दिए बयान पर विरोध जता रहे भाजपा और सीएम शिवराज सिंह चैहान बिसाहूलाल के खिलाफ क्या एक्शन लेते हैं।

रविवार, 18 अक्टूबर 2020

कांग्रेस प्रत्याषी फूल सिंह बरैया ने बढ़ाई कांग्रेस की मुसीबत


बयान से नाराज हुए कांग्रेस नेता, दिया इस्तीफा

मध्यप्रदेष में उपचुनाव के चलते बयानबाजी का दौर तेज हो चला है। ऐसे में कांग्रेस प्रत्याषी फूलसिंह बरैया के एक  वायरल वीडियो में सवर्णों को लेकर दिए बयान से कांग्रेस नेता खफा नजर आने लगे हैं। दतिया के 10 कांग्रेस नेताओं ने बरैया के बयान पर नाराजगी जताई और इस्तीफे दे दिए हैं।
राज्य में उपचुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनांे ही दलों के बीच जमकर बयानबाजी की जा रही है। दोनों ही दलों के नेता प्रतिदिन नए नए आरोप लगाकर एक दूसरे को घेरने में लगे हुए हैं। ऐसे में भांडेर से कांग्रेस प्रत्याषी फूल सिंह बरैया का पिछले दिनों एक वायरल वीडियो फिर से कांग्रेस के लिए मुसीबत बन गया है। इस वीडियो को लेकर भाजपा लगातार कांग्रेस को घेर रही है। भाजपा द्वारा वीडियो को लेकर की जा रही बयानबाजी के बाद कांग्रेस में अब खलबली मच गई है। कांग्रेस के सवर्ण वर्ग के नेता अब नाराज होते जा रहे हैं। बरैया के खिलाफ बढ़ते विरोध के बीच उनके आपत्तिजनक बयानों के विरोध में 10 कांग्रेस नेताओं ने इस्तीफा दे दिया। इससे पहले भांडेर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता ठाकुरदास खंपरिया ने भी इन्हीं बयानों के विरोध में पार्टी छोड़कर भाजपा की सदस्यता ले ली थी।
 बरैया के बयानों से नाराज होकर इस्तीफा देने वाले नेताओं ने कहा है कि बरैया के बयान समाज को तोड़ने वाले हैं। इन बयानों से हम आहत हैं क्योंकि पार्टी ने बरैया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। इस्तीफे में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि बरैया ने अपने बयानों में रानी लक्ष्मीबाई को लेकर भी आपत्तिजनक बातें कही थीं। ये बयान समाज का माहौल खराब करते हैं। बता दें कि वायरल वीडियो में फूल सिंह बरैया सवर्णों के खिलाफ काफी आपत्तिजनक बातें कहते दिख रहे हैं। उन्होंने कहा था सवर्ण भारत में बाहर से आए थे।
यहां उल्लेखनीय है कि बरैया को लेकर पहले कांग्रेस उनके बयानों से किनारा कर रही थी, बाद में पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ उनका बचाव करते नजर आए थे। खुद बरैया ने वीडियो को पुराना बताते हुए सफाई दी थी, मगर उनका विरोध अब भी थम नहंी रहा है।
इन्होंने दिए इस्तीफे
पार्टी छोड़ने वालों में कार्यवाहक ब्लॉक अध्यक्ष, इंदरगढ़ शिवरमण सिंह राठौर, लोकेंद्र सिंह दांगी उनाव ब्लॉक अध्यक्ष, महिपाल सिंह गुर्जर जिला अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग कांग्रेस एवं कार्यवाहक ब्लॉक अध्यक्ष इंदरगढ़, कमला दिवाकर यादव कार्यवाहक ब्लॉक अध्यक्ष सेंवढ़ा, ऋतुराज मिश्रा टुनटुन महाराज सचिव शहर कांग्रेस, मानवेंद्र सिंह यादव मंडलम अध्यक्ष दुरसड़ा, राजासिंह यादव उड़ीना, आत्माराम दांगी मंडल अध्यक्ष कामद, वीरसिंह कुशवाह बीकर, सुग्रीव यादव उनाव हंै।

कमलनाथ ने मंत्री इमरती देवी को कहा आइटम


सभा को संबोधित करते हुए कहा आपको मुझे पहले सावधान कर देना चाहिए था

उपचुनाव को लेकर नेताओं के बोल बिगड़ने लगे हैं। ऐसे ही आज राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने डबरा विधानसभा क्षेत्र में सभा को संबोधित करते हुए राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी को आइटम कहकर संबोधित कर दिया। उन्होंने जनता से कहा कि आपको मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था।
दरअसल आज पूर्व मुख्यमंत्री डबरा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सभा को संबोधित करने गए थे। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने  भाजपा की प्रत्याशी एवं कैबिनेट मंत्री इमरती देवी को आइटम कह डाला। सभा कोसंबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा प्रत्याशी एवं कैबिनेट मंत्री इमरती देवी के बारे में कहा कि आप तो उसे मुझसे ज्यादा पहचानते हैं, आपको मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था, ये क्या आइटम है। इतना कहने के बाद  कमलनाथ ने जनता की तरफ देखा, मुस्कराते नजर आए, फिर दोहराया ये क्या आइटम है, और मुस्कुराए, उनके समर्थकों ने तालियां बजाई और ठहाके लगाए। कमलनाथ का यह वीडियो सोषल मीडिया पर जमकर वायरल होने लगा।
सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नेता बिकाउ हो सकता है, मतदाता नहीं। उन्होंने अधिकारियों को भी चेतावनी दी कि 3 के बाद 4 तारीख भी आएगी, उसके बाद हम आपको देख लेंगे। उन्होंने कहा कि षिवराज ने भ्रश्टाचार से भरा मध्यप्रदेष मेरे लिए छोड़ा था। जिसे मैं समृद्ध मध्यप्रदेष बनाने के लिए कुछ करता उसके पहले ही खरीददारों ने मेरी सरकार गिरा दी। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहब आंबेडकर ने भी सपने में नहीं सोचा था कि इस तरह  से उपचुनाव की स्थिति निर्मित होगी। उन्होंने कहा था कि जब निधन होगा तब उपचुनाव होंगे। पर भाजपा ने खरीदारी करके जनता को उपचुनाव धोपा। चंबल की वह माटी जो वीरो की माटी है, उसे गददारों की श्रेणाी में आज भाजपा ने लाकर खड़ा कर दिया ।
अजय सिंह ने   कहा जनता बना देगी इमरती देवी को जलेबी
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के भाषण के  पहले कांग्रेस नेता एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी के बारे में कहा कि मैं कमलनाथ  के संग कई जगह पर जनसभा करके आया हूं। लेकिन आज डबरा में जो जनसभा देखी वैसे मैंने कहीं नहीं देखी और मुझे पूरा विश्वास है कि जनता आने वाले 3 नवंबर को इमरती देवी को जलेबी बना देगी।
कांग्रेस की सामंतवादी सोच होती है उजागर
मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा इमरती देवी को लेकर की टिप्पणी पर कहा कि इमरती देवी उस गरीब किसान की बेटी का नाम है जिसने गाँव में मजदूरी करने से शुरुआत की और आज जनसेवक के रूप में राष्ट्रनिर्माण में सहयोग दे रही हैं। कांग्रेस ने मुझे ‘भूखा-नंगा’ कहा और एक महिला के लिए आपने ‘आइटम’ जैसे शब्द का उपयोग कर अपनी सामंतवादी सोच फिर उजागर कर दी।

प्रदेश को गर्त में धकेला कमलनाथ सरकार ने


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान का पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर हमला
 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने कहा कि कमलनाथ की सरकार बनी तो लगा कि विकास करेगी लेकिन उन्होंने तो प्रदेश को गर्त में धकेल दिया। उनके पाप का घड़ा सिंधिया और उनके साथियों ने फोड़ा। जब किसानों की फसलें खराब होती थीं तो कमलनाथ  अपने एसी कमरे से बाहर नहीं निकलते थे। कभी उन्होंने जनता का दर्द नहीं समझा। आप उद्योगपति हैं, आपको महलों में रहने की आदत है।
मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने यह बात आज ब्यावरा विधानसभा के सुठालिया में जनसभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि गरीबों और किसानों का कल्याण ही मेरे जीवन का प्रमुखय ध्येय है। मैं किसानों को ष्षून्य प्रतिषत ब्याज पर कर्ज देता था, कमलनाथ ने उसे भी बंद कर दिया था। मैंने 8 हजार करोड़ रुपये ब्याज का जमा करके फिर से इस योजना को प्रारंभ कर दिया है। जो गरीबों का कल्याण न कर पाये, उस सरकार के होने का क्या फायदा? कमलनाथ ने जनता के कल्याण और विकास के कोई काम नहीं किये। मैं विकास के काम करता हूं, तो उन्हें तकलीफ होती है। वे कहते हैं कि शिवराज जहां-तहां नारियल फोड़ता रहता है।
उन्होंने कहा कि राजगढ़-ब्यावरा क्षेत्र का विकास करने में मैंने कोई कसर नहीं छोड़ी। कमलनाथ की सरकार बनी तो लगा कि विकास करेगी लेकिन उन्होंने तो प्रदेश को गर्त में धकेल दिया। उनके पाप का घड़ा सिंधिया और उनके साथियों ने फोड़ा। जब किसानों की फसलें खराब होती थीं तो कमलनाथ  अपने एसी कमरे से बाहर नहीं निकलते थे। कभी उन्होंने जनता का दर्द नहीं समझा। आप उद्योगपति हैं, आपको महलों में रहने की आदत है। हम गरीब का दर्द समझते हैं, उनके लिए योजनाएँ बनाते हैं। उन्होंने कहा कि मैं प्रदेश की जनता को प्रणाम करता हूं, तो कमलनाथ  कहते हैं कि शिवराज तो जनता के पैरों में लेट गया। कमलनाथ, जनता के चरणों में लेटना तुम क्या जानों, आपने तो सदैव जनता को कुचलने का काम किया। मैं जनता का सेवक हूं, झुककर प्रणाम करूंगा।
जनता को आदर देने और प्रणाम करने के हमारे संस्कार
षिवपुरी के झिरी में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहाकि मैंने जनता को प्रणाम किया तो कमलनाथ ने कहा कि शिवराज ने तो जनता के सामने घुटने टेक दिये। कमलनाथ आपके संस्कार जनता को कुचलने के होंगे, हमारे संस्कार जनता को आदर देने और प्रणाम करने के हैं। मध्यप्रदेश के गरीब परिवारों के भी बच्चे पढ़-लिखकर अपने बड़े सपने साकार करें, इसलिए मैंने उनकी उच्च शिक्षा की फीस भरवाना शुरू किया। कमलनाथ  आपने हमारे बच्चों की फीस भरवाने की योजना बंद कर दी। आप उद्योगपति हैं, गरीब की पीड़ा क्या जानें। उन्होंने कहा कि  कमलनाथ  ने जो आपके सिर पर कर्ज के ब्याज की गठरी लादी है, उसे मैं उतरवाऊंगा। मैंने पिछले 6 महीने में मैंने 23 हजार करोड़ से अधिक की राशि किसानों और जनता के कल्याण पर खर्च कर दी।

शनिवार, 17 अक्टूबर 2020

शिवराज ने कहा कमलनाथ तो बड़े जादूगर


ऐसा जादू दिखाया कि 55 हजार करोड़ का कर्ज हो गया 6 हजार करोड़

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने आज राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को बड़ा जादूगर बताया। उन्होंने कहा कि कमलनाथ बड़े जादूगर हैं, किसानों के 2 लाख कर्ज माफी की बात कही और ऐसी जादूगरी दिखाई कि 55 हजार करोड़ का कर्ज 6 हजार करोड़ रह गया।
सागर जिले के सुरखी मंे आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने कहाकि कमलनाथ बहुत बड़े जादूगर हैं। कांग्रेस ने 2 लाख रुपए तक किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था। सरकार बनने के बाद ऐसी जादूगरी दिखाई कि 55 हजार करोड़ का कर्ज 6 हजार करोड़ रुपए रह गया। ऐसी जादूगरी कमलनाथ के अलावा किसी और को नहीं आ सकती है। पिछले साल किसानों की फसलें खराब हुईं, कमलनाथ ने एक धेला नहीं दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं किसानों के खातों में राहत की राशि के 4 हजार करोड़ डालने जा रहा हूँ। कमलनाथ  ने किसानों, युवाओं, महिलाओं और गरीबों को भी छलने का काम किया। उन्होंने न किसान का कर्जा माफ किया, न युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया और न विकास का कोई काम किया। वे हमेशा पैसों का रोना ही रोते रहते थे और मैंने 6 महीने में 23 हजार करोड़ बांट दिये। कमलनाथ कभी कहते हैं कि मैंने शाहरुख खान को मात दे दी, कभी कहते हैं कि सलमान खान को मात कर दिया । उन्होंने कहा कि पिछले छह महीनों में हमने जितना विकास का काम किया है, वह तो सिर्फ ट्रेलर है, पूरी पिक्चर अभी बाकी है। पैसों की कमी मध्यप्रदेश के विकासकार्यों में कभी नहीं आएगी। चाहे जहाँ से पैसे लाना पड़े लाऊंगा लेकिन आपको राहत देने में कोई कसर नहीं छोडूंगा। विकास के साथ-साथ जनता के कल्याण के भी काम रुकने नहीं दिए जाएंगे।
फिल्मी हीरो हीरोइन ही क्यों याद आते हैं, गरीब नहीं
उन्होंने कहा कि मुझे समझ में नहीं आता कि उन्हें फिल्मी हीरो-हीरोइन ही क्यों याद आते रहते हैं, प्रदेश का किसान क्यों नहीं याद आता। मैंने गरीबों के कल्याण हेतु संबल जैसी योजना बनाई, जिसमें गरीब की दुर्घटना में मृत्यु पर 4 लाख, सामान्य मृत्यु पर 2 लाख और अंतिम संस्कार के लिए 5 हजार रुपये का इंतजाम किया। कमलनाथ उद्योगपति हैं, आप गरीबों का दर्द क्या जानें! आपने यह योजना बंद कर दी। 

दिग्विजय ने जारी किया गददार रेट कार्ड




मध्यप्रदेष के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता लेने वाले और उपचुनाव लड़ रहे भाजपा के प्रत्याषियों का गददार रेट कार्ड जारी किया है। जबकि  डबरा से इमरती देवी और मुरैना के रघुराज सिंह कंसाना के गददार रिपोर्ट कार्ड जारी नहीं किए हैं। रेट कार्ड में उन्होंने लिखा है कि ये 35 करोड़ रूपए में बिके हैं। इन्होंने जिन लोगों से वोट लिए हैं, वे अपना हिस्सा लें।
प्रदेष में हो रहे उपचुनाव को लेकर बयानबाजी और सोषल मीडिया पर भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बीच जमकर प्रहार किए जा रहे हैं। इस बीच आज पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने  कांग्रेस छोड़कर भाजपा में षामिल हुए 19 नेताओं के गददार रेट कार्ड जारी किए हैं। सिंह ने फेसबुक पर लिखा है कि लोकतंत्र के बही खाते में जो लोग कांग्रेस से गद्दारी कर 35-35 करोड़ में बिके उन्हें जिन लोगों ने उन्हें वोट दिए उसमें से वोट देने वालों को उनका हिस्सा देना चाहिए। जब तक उन्हें उनका 35 करोड़ में से हिस्सा ना मिले तब तक उन्हें वोट नहीं देना चाहिए।
सिंह ने रेट कार्ड जारी करते हुए लिखा है कि मासूम जनता के वोट बेचने वाले विधायक हेतु, गददार रेटकार्ड। रेटकार्ड में उन्होंने प्रत्याषी के विधानसभा क्षेत्र के नाम, फोटो, 2018 में मिले वोट और प्रतिवोट मतदाता को कितना पैसा मिले इसकी दल लिखी है। सिंह जिनके रेट कार्ड जारी किए हैं, उनमें पोहरी से सुरेष राठखेड़ा, गोहद से रणवीर जाटव, भाण्डेर से रक्षा संतराम सिरोनिया, सांची से डा प्रभुराम चैधरी, ग्वालियर ईस्ट से मुन्नालाल गोयल, हाटपिपल्या से मनोज चैधरी, नेपानगर से सुमित्रा कास्देकर, बड़ामलहरा से प्रद्युमन सिंह लोधी, मांधाता से नारायण पटेल, बदनावर से राजवर्धन सिंह, सांवेर से तुलसी सिलावट, अनूपपुर से बिसाहुलाल सिंह, बमोरी से महेन्द्र सिंह सिसोदिया, दिमनी से गिरिराज दंडोतिया, सुवासरा से हरदीप सिंह डंग, करेरा से जसवंत जाटव, सुरखी से गोविंद राजपूत, ग्वालियर से प्रद्युमन सिंह तोमर है। गौरतलब है कि सिंह ने  डबरा से इमरती देवी और मुरैना के रघुराज सिंह कंसाना के गददार रिपोर्ट कार्ड जारी नहीं किए हैं। 

कांग्रेस ने जारी किया वचनपत्र, जनता से किए 52 वादे


कोरोना वायरस परिवारों को दी जाएगी सहायता, किसान कर्ज माफी योजना फिर होगी षुरू

मध्यप्रदेष में 28 विधानसभा सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव के लिए आज प्रदेष कांग्रेस ने वचन पत्र जारी किया।  वचन पत्र में कोरोना वायरस परिवारों को आर्थिक सहायता और मुआवजे का वादा किया है। इसके अलावा वादा किया गया है कि किसान कर्जमाफी योजना को फिर से शुरू किया जाएगा। साथ ही रानी लक्ष्मी के शौर्य और वीरता को शैक्षणिक संस्थाओं में  कार्यक्रम के तौर पर आयोजित किया जाएगा।  78 पेज के वचन पत्र में 52 नए बिंदू और वायदे शामिल किए गए हैं।
उपचुनाव के लिए  कांग्रेस नेे हर विधानसभा सीट के लिए अलग से वचनपत्र भी तैयार किया गया है. वचन पत्र घोषित करने से पहले कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना भी साधा. इस दौरान जब उनसे उपचुनाव में पर्याप्त सीटें ना आने का सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमने तीन-चार दिन पहले चुनाव प्रचार शुरू किया है. वो 7 महीने से चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। शिवराज सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा अफसरों और पुलिस के जरिए चुनाव लड़ना चाह रही है। इसलिए हमारे पक्ष में वोटिंग होने पर पुलिस और अफसर गड़बड़ी कर सकते हैं।
कमलनाथ ने कहा कि 2018 में 972 वचन थे, जिसमें हमने 574 वचन पूरे किए. हम सभी वचन को पूरा करते, लेकिन उससे पहले ही हमारी सरकार अलोकतांत्रिक तरीके से गिरा दी गई। कमलनाथ ने कहा कि शिवराज कहते हैं कि हमारी सरकार में कर्जमाफ नहीं हुआ था. लेकिन उन्होंने विधानसभा में खुद कर्जमाफी का आंकड़ा जारी कर दिया।
झूठी घोशणाएं की षिवराज सरकार ने
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि झूठी घोषणा और नारियल फोड़ने के अलावा शिवराज सरकार ने कुछ नहीं किया है, ध्यान मिलाने की राजनीति में माहिर है भाजपाई! कमलनाथ ने कहा भाजपा का का चुनाव प्रचार तो बीते 7 महीने से चल रहा था हमने अभी 4 दिन से शुरू किया और ये चार दिन के ही बोख गये है। जनता आने वाले दिनों में हमारे इस वचन पत्र में विचार करके अपना फैसला ले, अकेले प्रचार में दिखाई देने पर कहा, ऐसी बात नहीं है मैं कोई सुपर स्टार नहीं हूँ बल्कि मैं कोई स्टार ही नहीं हूँ, स्टार तो शिवराज सिंह चैहान हैं जिन्हें मुम्बई जाना चाहिए वो तो एक्टिंग में शाहरुख खान को भी डुबो देगें।
जनता जानती है इनके वादों की सच्चाई
मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने कांग्रेस के वचन पत्र को लेकर कहा कि  ना तो कमलनाथ ने पहले ही जनता से किए वादे पूरे नहीं किए।  10 दिन के अंदर किसानों की कर्ज माफी का वादा किया था पर लेकिन वादा पूरा नहीं किया अब कांग्रेस नया वादा लेकर आई है। पर इन बातों से उन्हें क्या करना तो कुछ है नहीं सिर्फ लिखना है जनता इनके वादों की सच्चाई को जानती है।

शुक्रवार, 16 अक्टूबर 2020

ये बिके हुए लोग सिर्फ आरोप लगा सकते हैं: कमलनाथ


मध्यप्रदेष की महिला एवं बाल कल्याण विभाग की मंत्री इमरती देवी के आरोप पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि इमरती देवी खुद करोड़ों की बात करती हैं, ये बिके हुए लोग हैं। ये सिर्फ आरोप लगा सकते हैं।
मध्य प्रदेश महिला एवं बाल विकास मंत्री और डबरा विधानसभा से भाजपा की प्रत्याशी इमरती देवी ने एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से सवाल किया कि वे बताएं कि जो विधायक मंत्री नहीं बना पाए, उन्हें वे हर महीने 5-5 लाख रुपए क्यों देते थे। मंत्री इमरती देवी के बयान पर आज पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पलटवार किया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहा कि मंत्री इमरती  खुद करोड़ों में बात करती हैं ये बिके हुए लोग हैं। क्या कहेंगे ये लोग सिर्फ आरोप लगा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैं भरोसा कर रहा हूं मध्यप्रदेश के मतदाता, नौजवानों, किसानों और व्यापारियों पर भरोसा कर रहा हूं। मुझे इस बात का विश्वास है कि हमारे नौजवान के साथ छोटे व्यापारी मध्यप्रदेश का भविष्य सुरक्षित रखेंगे।
जनजागरण यात्रा की ष्षुरू
 पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज कांग्रेस की लोकतंत्र बचाओ जन जागरण यात्रा की शुरूआत की। कमलनाथ ने हरी झंडी दिखाकर यात्रा की शुरू। उपचुनाव वाली सभी 28 सीटों पर कांग्रेस की लोकतंत्र बचाओ जन जागरण यात्रा पहुंचेगी। उपचुनाव वाले क्षेत्रों में कमलनाथ सरकार के काम का बखान कांग्रेसी करेंगे। इन सीटों पर चाय चैपाल चर्चा कार्यकम चला कर बखान करेंगे।
ये आरोप लगाया था इमरती देवी ने
डबरा विधानसभा से भाजपा की प्रत्याशी इमरती देवी ने एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से सवाल किया कि वे बताएं कि जो विधायक मंत्री नहीं बना पाए, उन्हें वे हर महीने 5-5 लाख रुपए क्यों देते थे।  इमरती देवी ने कहा कि जो मंत्री नहीं बन पाए थे उन सारे विधायकों को कमलनाथ जी हर महीना 5 लाख देते थे। कमलनाथ को लगता था कि इन्हें बांध कर रखो ताकि सरकार ना चली जाए, मेरी जनता मुझे बिकाऊ नहीं मानती जनता को मेरे ऊपर पूरा विश्वास है। कांग्रेस प्रत्याशी के रोने पर इमरती देवी ने कहा कि उन्हें तो रोना ही है, पूरी की पूरी जनता इमरती देवी के साथ है,रोने के अलावा अब वो क्या करेंगे?

धरती पर रहने नहीं दिया जाएगा नशे के सौदागरों को


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ली अधिकारियों की बैठक
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने उज्जैन जिले में कथित तौर पर कच्ची शराब के सेवन से कम से कम 14 लोगों की मौत की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि, नशे के सौदागरों को मध्यप्रदेश की धरती पर नहीं रहने दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने आज दूसरे दिन भी अधिकारियों की बेैठक ली और घटना की जानकारी ली। बैठक के बाद उन्होंने टवीट कर  मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज कहा कि उज्जैन में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, इसके पीछे जिम्मेदार लोगों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा, नशे के सौदागरों को मध्यप्रदेश की धरती पर नहीं रहने दिया जाएगा।
गौरतलब है कि उज्जैन की घटना को लेकर आज भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने निवास में बैठक की। बैठक में उज्जैन में कल जहरीली शराब के सेवन से हुई मौतों के बाद शासन स्तर पर और स्थानीय प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई की विस्तृत जानकारी ली। मुख्यमंत्री चैहान ने कहा कि मौत के सौदागरों को नेस्तनाबूत किया जाए। मुख्यमंत्री को बैठक में बताया गया कि उज्जैन में दोषी और लापरवाह पुलिसकर्मी निलंबित किए गए हैं। करीब डेढ़ हजार लीटर नशीले द्रव पदार्थ जब्त किए गए हैं। अन्य पुलिस जोन में भी ऐसी कार्रवाई चल रही है।
मिलावट के विरुद्ध अभियान चलाएं
मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने कहा कि मिलावट के विरुद्ध भी एक अभियान संचालित हो जिसमें दोषियों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मिलावटखोरों के विरुद्ध सख्त एक्शन लिया जाए। किसी भी तरह की मिलावट का मामला हो, दोषी व्यक्ति बचना नहीं चाहिए। आम जनता को बचाने के लिए सभी संबंधित विभाग सतर्क, सजग और सक्रिय रहें। सिस्टम चुस्त-दुरुस्त बनाएं ताकि गड़बड़ियां न हों। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि उन्हें प्रतिदिन इस दिशा में की गई कार्यवाही की जानकारी प्रदान की जाए। प्रदेश में किसी भी स्थान पर इस तरह की अवैध गतिविधियों को प्रश्रय न मिले, जो अधिकारी-कर्मचारी ऐसे कार्यों को प्रश्रय देंगे उनके विरुद्ध भी कड़े कदम उठाए जाएंगे।
जनता को भगवान बताने वालों के असली भगवान माफिया
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज फिर उज्जैन की घटना को लेकर प्रदेष सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिवराज सरकार आते ही शराब माफिया , अपहरण माफिया , अपराध माफिया , भूमाफिया , ड्रग माफिया , सारे तरह के माफिया फिर सक्रिय। उन्होंने कहा कि उज्जैन में शराब माफिया द्वारा 14 लोगों की जान लेने के बाद अब जबलपुर में एक 12 वर्ष के बालक का अपहरण , आपहरण माफिया भी सक्रिय। उन्होंने कहा कि पूरी सरकार चुनावों में लगी , अभियानो , केम्पेन में लगी हुई है , प्रदेश में सरकार नाम की चीज नहीं , कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर ,बहन- बेटियाँ भी असुरक्षित ,जनता भगवान भरोसे। जनता को भगवान व खुद को पुजारी बताने वालों के असली भगवान माफिया- मिलावटखोर बन चुके है।

जो पैसों का रोना रोए वह किस बात का मुख्यमंत्री

 मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने कहा कि कांग्रेसी जनता का कर रहे बार बार अपमान

 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने कहा कि मुख्यमंत्री वही होता है जो कोई भी रास्ता निकाल कर जनता को हर समस्या से बाहर निकालता है और उन्हें लाभ पहुंचाता है। जो पैसों का रोना रोते रहें, वो किस बात के मुख्यमंत्री ?  अहंकार से चूर कांग्रेसी जनता का बार-बार अपमान कर रहे हैं। कमलनाथ  कह रहे हैं कि मैं शिवराज थोड़े ही हूं, जो घर-घर जाऊंगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने आज भांडेर विधानसभा के सालोन में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कमलनाथ  ने किसानों के सर पर ब्याज की गठरी रख दी थी।  किसानों, चिंता मत करना, इस ब्याज की गठरी को शिवराज सिंह चैहान हटाएगा। कमलनाथ सदैव पैसों को लेकर रोना रोते रहते थे। जब हमारी सरकार बनी, तब प्रदेश में कोरोना का प्रकोप आया, लेकिन हमने जनता को सरकारी योजनाओं का भरपूर लाभ दिया। उन्होंने कहा कि सिर्फ छह माह में ही करीब 23 हजार करोड़ रुपए का लाभ जनता में बाँट दिया गया। उन्होंने कहा कि  कमलनाथ आप बहुत बड़े उद्योगपति होंगे, लेकिन याद रखना, हम भूखे-नंगे ही जनता का दर्द समझ सकते हैं। आपकी नजरों में गरीब जनता की कोई इज्जत नहीं है। क्या उन्हें जीने का हक नहीं है? अहंकार से चूर कांग्रेसी जनता का बार-बार अपमान कर रहे हैं। कमलनाथ  कह रहे हैं कि मैं शिवराज थोड़े ही हूं, जो घर-घर जाऊंगा।
उन्होंने कहा कि कमलनाथ यह दंभ और अहंकार तो रावण का नहीं रहा, तो आपका क्या बचेगा? मुख्यमंत्री वही होता है जो कोई भी रास्ता निकाल कर जनता को हर समस्या से बाहर निकालता है और उन्हें लाभ पहुंचाता है। जो पैसों का रोना रोते रहें, वो किस बात के मुख्यमंत्री? 

गुरुवार, 15 अक्टूबर 2020

कांग्रेस की सरकार ने 15 महीनों में छीना गरीबों से उनका हक


मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने कमलनाथ के नेतृत्व में पंद्रह महीनों में गरीबों से उनका हक छीना और मध्यप्रदेश को गर्त में धकेल दिया था। कांग्रेस ने सभी किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था लेकिन ये तो 55 हजार करोड़ की कर्जमाफी को 6 हजार करोड़ रुपए तक ले आए।
मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने आज मुरैना जिले के दिमनी विधानसभा क्षेत्र के जिगनी और भिंड जिले के गोहद में सभाओं को संबोधित किया। सभाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। मुख्यमंत्री ने कहा कि  कांग्रेस ने 2 लाख रुपए तक कर्ज माफ करने का वादा किया और फिर ऐसी कलाकारी से शर्तें जोड़ीं कि 55 हजार करोड़ के कर्ज में से केवल 6 हजार करोड़ माफ किए। उसमें से भी लाखों किसानों को झूठे कर्जमाफी का प्रमाण पत्र दे दिया, अब वो पैसा बैंक मुझसे मांग रहे हैं। कांग्रेस की दमनकारी सरकार को जब उसके वादे ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने याद दिलाए, तो उनका अपमान किया गया। मध्यप्रदेश को दलालों का अड्डा बना दिया गया था। चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ  तो प्रदेश में विकासकार्य के सवाल पर पैसे न होने का रोना रोते थ,े लेकिन हमने मुख्यमंत्री बनते ही खजाना खोल दिया। केवल छह महीनों में प्रदेश की गरीब जनता में रु. 23 हजार करोड़ से अधिक की राशि बाँट दी। कांग्रेस पार्टी के नेता मुझे भूखा-नंगा बोलते हैं और कमलनाथ को बड़ा उद्योगपति बताते हैं। कमलनाथ इतने बड़े उद्योगपति हैं तो जनता को सरकारी योजनाओं के लाभ से क्यों वंचित कर दिया था? कांग्रेस ने गरीबों के कल्याण की अनेक योजनाएं बंद कर दी।

मुरैना जिला जहां हर चुनाव में बसपा दिखाती है दम

 

सुमावली में कभी बसपा से जीते भाजपा प्रत्याषी के लिए संकट बन सकता है बसपा प्रत्याषी

मध्यप्रदेष के चुनावी इतिहास में मुरैना जिला बसपा के लिए ताकत दिखाने वाला जिला साबित हुआ है। इस जिले के प्रायः सभी सीटों पर बसपा ने अपना प्रभाव दिखाया है। यही वजह है कि इस बार फिर उपचुनाव में बसपा ने प्रत्याषी मैदान में उतारकर भाजपा और कांग्रेस के लिए चिंता बढ़ा दी है। वहीं भाजपा के प्रत्याषी एंेदल सिंह कंसाना के लिए यह चुनाव और भी संकट वाला हो गया है। वे पहली बार बसपा प्रत्याषी के तौर पर विधानसभा पहुंचे थे, इसके बाद दल बदल कर कांग्रेस और फिर अब भाजपा के प्रत्याषी के रूप में मैदान में हैं। कंसाना के लिए बसपा प्रत्याषी चिंता का कारण बन गया है।
मुरैना जिले की सुमावली, जौरा, मुरैना, दिमनी, अंबाह, सबलगढ़ सीटों पर चुनावी इतिहास देखा जाए तो बसपा का खासा प्रभाव नजर आता है। सुमावली सीट पर हो रहे उपचुनाव को ही लिया जाए तो यहां पर भाजपा के प्रत्याषी ऐंदल सिंह कंसाना कभी बसपा के प्रत्याषी के रूप में मैदान में उतारकर चुनाव लड़े और जीते भी। कंसाना ने पहला चुनाव 1993 में बसपा से लड़ा फिर वे 1998 में भी बसपा से मैदान में उतरे और विधानसभा पहुंचे। बाद में दिग्विजय सिंह के मुख्यमंत्री रहते हुए वे कांग्रेस में षामिल हुए और राज्यमंत्री बने। इसके बाद लगातार कांग्रेस के प्रत्याषी के रूप में वे चुनाव लड़ते रहे, इस बार उपचुनाव में फिर पाला बदलकर वे सुमावली से भाजपा के प्रत्याषी हैं। उनके सामने अब कांग्रेस के अलावा बसपा के प्रत्याषी मैदान में है। बसपा उनके लिए चिंता का कारण बन गई है। बसपा प्रत्याषी ने यहां त्रिकोणीय मुकाबला बना दिया है। कंसाना के सामने कांग्रेस के अजब सिंह और बसपा के राहुल दंडोतिया को मैदान में उतारा है। बसपा ने युवा कार्ड खेलकर राहुल को मैदान में उतारकर भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों को चुनौती दी है। भाजपा प्रत्याषी को इस बात की चिंता है कि वे कांग्रेस के अलावा बसपा के वोट बैंक में किस तरह से सेंधमारी करें, ताकि उनकी विजय सुनिष्चित हो सके।
सुमावली के अलावा मुरैना जिले की अंबाह, दिमनी, सबलगढ़ विधानसभा से भी बसपा के विधायक निर्वाचित होते रहे है। इसके चलते सुमावली में बसपा पूरी ताकत के साथ मैदान में है। बसपा ने यहां पर फिर खाता खोलकर विधानसभा पहुंचने की रणनीति बनाई है। यही वजह है कि बसपा के पदाधिकारी ग्वालियर चंबल में बसपा को किंगमेकर की भूमिका का निर्वाह करने वाला बता रहे हैं। 

जहरीली शराब पीने से हुई मजूदरों की मौत, मुख्यमंत्री ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश


मध्यप्रदेष के उज्जैन में जहरीली शराब पीने से हुई मजदूरों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देष दिए हैं। उन्होंने कहा कि जहरीली और नषीले पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने मामले की जांच एसआईटी से कराने और दोषी अधिकारियों को निलंबित किए जाने के निर्देष दिए हैं।
मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान ने आज अपने निवास पर उज्जैन में जहरीली ष्षराब पीने से हुई मजदूरों की मौत के मामले को लेकर अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने बैठक में अधिकारियों से पूरे मामले की जानकारी ली और कहा कि  जहरीला अथवा नशीला पदार्थ बेचने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए, ऐसे व्यक्तियों का नेटवर्क तोड़ा जाए। घटना की जांच हो, अन्य स्थानों पर यदि ऐसी वस्तुएं बेची जा रही हैं तो सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने घटना की जांच एसआईटी से कराने और दोशी अधिकारियों को निलंबित किए जाने के निर्देष दिए हैं। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को मामले की जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने ऐसे अपराधियों पर कठोरतम कार्रवाई के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि ये समाज के दुश्मन हैं। इन्हें फांसी के फंदे तक पहुंचाने में पीछे न रहें।  समाज और मानवता को क्षति पहुंचाने वाले इन अपराधियों को ऐसी सजा दी जाए कि इनकी आत्मा कांप उठे। मुख्यमंत्री  के आदेशों के बाद अब इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है. इस पूरे मामले की जांच एडीजी स्तर के अधिकारी करेंगे. एसआईटी में एडीजी एसके झा और पुलिसमहा निरीक्षक रतलाम रेंज सुशांत सक्सेना को शामिल किया गया है.

खाराकुआ में पदस्थ पुलिसकर्मी निलंबित
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक उज्जैन ने थाना प्रभारी खाराकुआ निरीक्षक  एम.एल. मीणा, बीट प्रभारी उप निरीक्षक निरंजन शर्मा, आरएफ 408 शेख अनवर, आरक्षक 1309 नवाज शरीफ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। मुख्यमंत्री  द्वारा आज सुबह उज्जैन की घटना को लेकर उच्च स्तरीय बैठक ली जाकर घटना की जाँच करने और संबंधित थाने में पदस्थ पुलिस कर्मियों को निलंबित करने के निर्देश दिये थे। पुलिस अधीक्षक उज्जैन  मनोज कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर घटना के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने प्रथम दृष्टया पाया कि थाना क्षेत्र में जिंजर नामक पेय पदार्थ (कच्ची शराब) की बिक्री होना ज्ञात हुआ संभवतः उसी का सेवन करने से कुछ व्यक्तियों की मृत्यु होने जैसी संवेदनशील घटना को थाना प्रभारी द्वारा गंभीरता से नहीं लिया गया। पदीय कर्त्तव्यों के प्रति बरती गई लापरवाही के लिए थाना खाराकुआ में पदस्थ पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है।

एसीएस डॉ. राजौरा जांच अधिकारी नियुक्त

राज्य शासन ने उज्जैन नगर में 8 व्यक्तियों की मृत्यु होने की घटना की समग्र जाँच के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा को नियुक्त किया है। 

हमने इन्हें कुचला, हमारी सरकार जाते ही ये बेखौफ हो गए
उज्जैन में जहरीली ष्षराब पीने से हुई मौतों के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने षिवराज सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने टवीट कर कहा कि उज्जैन में शराब माफिया ने मजदूरांे की जानें ली, उनके परिवारों को बर्बाद कर दिया। शिवराज सिंह ये माफिया कब तक यूँ ही निर्दोषांे की जान लेते रहेंगे ?  उन्होंने कहा कि हमने इन्हें कुचला था , हमारी सरकार  जाते ही ये फिर बेखौफ हो गये , फिर सक्रिय हो गये ? आपकी सरकार का माफियाओ से आखिर इतना प्रेम क्यों ? पूर्व मुख्यमंत्री ने जानना चाहा कि क्यों इन्हें बख्शा जा रहा है ?क्यों इन्हें संरक्षण दिया जा रहा है ? उन्होंने कहा कि  मृतकों के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं। पीड़ित परिवारो को न्याय मिले , उनकी हर संभव मदद हो, दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो।

उज्जैन कलेक्टर ने कहा 11 लोगों की मौत
उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 14 अक्टूबर की रात्रि एवं 15 अक्टूबर की सुबह संभवतः डीनेचर्ड स्पिरिट पीने से अब तक कुल 11 व्यक्तियों की संदिग्ध मृत्यु हो चुकी है। पोस्ट मार्टम के बाद विसरा जांच हेतु सागर लेबोरेटरी में  भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार कड़ी कार्यवाही की जाएगी। प्राथमिक जांच में दो-तीन संदिग्ध व्यक्तियों के नाम सामने आये हैं, उनके विरूद्ध रासुका की कार्यवाही की जा रही है। जांच में कुछ दवा स्टोर्स के नाम भी सामने आये हैं, जिनके स्टाक के वेरिफिकेशन का कार्य किया जा रहा है। दवा बाजार स्थित गुप्ता सर्जिकल मेडिकल के यहां निर्धारित मात्रा से अधिक स्पिरिट पाये जाने पर स्टोर को सील किया गया है। उन्होंने बताया कि नगर निगम व डॉक्टर्स की टीम को फुटपाथ एवं रैन बसेरों में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए लगाया गया है, जिनके द्वारा जांच की जा रही है, जिससे कि अन्य किसी व्यक्ति द्वारा भी इसी तरह के डीनेचर्ड स्पिरिट का सेवन किया गया हो तो उसकी जान बचाई जा सके।

बुधवार, 14 अक्टूबर 2020

मैदान में कांगे्रस को पीछे छोड़ा भाजपा ने

   कांग्रेस से पहले कार्यकर्ता और मतदाता तक पहुंची भाजपा


मध्यप्रदेष में 28 सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में भाजपा पूरी रणनीति के साथ चुनाव की तारीखों की घोशणा के पहले से ही तैयारी कर मैदान में जुटी  रही। वहीं कांग्रेस अब तक हर विधानसभा क्षेत्र में मैदान और मतदाता तक पहुंचने में सफल नहीं हो पाई है। भाजपा के बड़े नेता हर विधानसभा क्षेत्र में पहुंचकर कार्यकर्ता और मतदाता तक अपने बात पहुंचाने में सफल रहे हैं।
मध्यप्रदेष में उपचुनाव को लेकर सियासत अब गरमा गई है। भाजपा ने भले ही प्रत्याषियों की घोशणा कांग्रेस के बाद की हो, मगर वह मैदानी तौर पर कार्यकर्ता और मतदाता तक पहुंचने में सफल रही है। भाजपा ने इस मामले में कांग्रेस को पीछे छोड़ दिया है। कांग्रेस की ओर से अब तक पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ही सक्रिय नजर आ रहे थे। अन्य नेताओं का मैदानी रूख नजर नहीं आया। मंगलवार से जरूर कंातिलाल भूरिया और अजय सिंह ने भी कमलनाथ का साथ देना ष्षुरू किया हैं, मगर ग्वालियर चंबल अंचल में डा गोविंद सिंह की सक्रियता अब भी नजर नहीं आ रही है। पार्टी के तमाम बड़े चेहरे अब तक प्रचार का मन नहीं बना पाए हैं। कांग्रेस में अब पूरा दारमोदार केवल प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ पर ही दिख रहा है।
दूसरी ओर भाजपा की ओर से ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चैहान नजर आए हैं, जबकि प्रदेष भाजपा अध्यक्ष वी डी  षर्मा के अलावा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय अजा मोर्चा अध्यक्ष लाल सिंह आर्य सहित मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों के अलावा पूर्व मंत्रियों व विधायकों को भी भेजा जा रहा है।
असंतुश्ट नेताओं को भी किया सक्रिय
चुनाव के पहले भाजपा में जो असंतुश्ट नेता सिंधिया समर्थकों को लेकर नाराज चल रहे थे, उन्हें भाजपा ने अब मैदानी कमान सौंप कर सक्रिय कर दिया है। खासकर प्रभात झा, जयभान सिंह पवैया और अजय विष्नोई जैसे नेता जो मुखर होकर विरोध कर रहे थे, उन्हें भी मैदान में कार्यकर्ताओं को साधने की जिम्मेदारी दे दी है। ये सभी नेता ग्वालियर चंबल अंचल मंे जुटे हुए हैं। जबकि दीपक जोषी को हाट पिपल्या में सक्रिय किया गया है। इसी तरह मालवा में कैलाष विजयवर्गीय की सक्रियता के बाद नाराज नेताओं ने भी अब मैदान में सक्रियता दिखानी षुरू की है।

महबूबा की रिहाई पर खुषी मनाते हैं, धारा 370 खत्म होने पर नहीं


दिग्विजय सिंह पर नरोत्तम मिश्रा का हमला


प्रदेष के गृह मंत्री डा नरोत्तम मिश्रा ने आज राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह महबूबा मुफती की रिहाई पर खुषी जता रहे हैं। उन्होंने धारा 370 हटने पर खुषी जाहिर नहीं की। इससे उनकी असल मानसिकता का पता चलता है।
गृह मंत्री ने आज अपने निवास पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि वाह दिग्विजय सिंह आपने कश्मीर में महबूबा मुफ्ती की रिहाई पर खुशी जताई है लेकिन अनुच्छेद 370 हटने पर आप खुश नहीं हुए थे। इससे आपकी असल मानसिकता पता चलती है। दिग्विजय सिंह आतंकवाद के मुद्दे पर मनमोहन सरकार और मोदी सरकार की नीति की तुलना करके देख लें। उन्हें जवाब मिल जाएगा। अब पाकिस्तान के तरफ से आने वाली गोली का जवाब गोले से दिया जाता है। उन्होंने कहा कि जब इनकी सरकार थी तब स्टेशन पर यह ऐलान होता मिलता था किसी लावारिस वस्तु का ना उठाएं, बम हो सकता है, मगर अब मोदी सरकार के आने के बाद ऐसा नहीं होता।
दिग्विजय सिंह के केन्द्रीय चुनाव आयोग को षिकायत करने पर उन्होंने कहा कि उनके पास कोई काम नहीं है तो फिर शिकायतें ही करेंगे। उनका किसी भी संवैधानिक संस्था पर भरोसा नहीं है। कभी वे सेना पर उंगली उठाते हैं तो कभी न्यायपालिका के खिलाफ। अब उपचुनाव के नतीजों से पहले ही चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे हैं। उन्हें मालूम है कि कांग्रेस की हार तय है। दिग्विजय सिंह जैसे नेता हर चुनाव से पहले अनुसूचित जाति वर्ग के वोटों को प्रभावित करने के लिए  भाजपा  के खिलाफ दुष्प्रचार करते हैं। हर बार मतदाताओं को भ्रमित करने के लिए चुनाव से पहले कोई न कोई मुद्दा उछालते हैं और बाद में खामोश हो जाते हैं।
भाजपा के प्रचार रथों पर सिंधिया के फोटो न होने पर उन्होंने कहा कि सिंधिया तो हमारे दिलों में बसते हैं। भाजपा  प्रचार रथों पर मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष का फोटो है लेकिन कांग्रेस के वचन पत्र में  तो राहुल गांधी को  सिरे से नदारद हैं। मतलब साफ है कि कांग्रेस को समझ में आ गया है कि अब उनके नाम पर वोट नहीं मिलते।

माफिया की गुलामी से आजाद कराना है सुमावली को

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा षिवराज मंे केवल षराब का धंधा ही फलफूल रहा


मध्यप्रदेष के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि सुमावली पहले महाराजा की गुलामी से आजाद हुआ, अब माफिया की गुलामी से आजाद कराना है। शिवराज सिंह की नीतियों के कारण मालनपुर से लेकर पूरे प्रदेश में इंडस्ट्री एरिया दम तोड़ रहे हैं। केवल शराब का धंधा ही फलफूल रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यह बात आज कांग्रेस विधायक अजब सिंह के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रदेष की पहचान मिलावट, माफिया और भ्रष्टाचार से थी। मैंने सरकार बनते ही हर किस्म के माफिया के खिलाफ अभियान शुरू किया। इस अभियान के तहत चंबल में सबसे बड़ी कार्रवाई एदल सिंह कंषाना पर होनी थी। एदल सिंह को पता है कि न तो कमलनाथ को कोई डरा सकता है, न ही पटा सकता है। माफिया की कार्रवाई में एदल सिंह फंसने वाले थे, इसलिए बड़ा सौदा किया गया और भाजपा से मिलकर कांग्रेस की सरकार गिरा दी। छोटा सौदा होता तो छिप जाता। बड़े सौदे छिपते नहीं हैं।
कमलनाथ को बैठाएं कुर्सी पर
कांग्रेस के संसदीय सचिव विकास उपाध्याय मध्यप्रदेश में हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस के प्रचार को लेकर मुरैना जिले के सुमावली विधान सभा सीट में कांग्रेस प्रत्याशी अजब सिंह कुशवाहा के प्रचार के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के साथ मंच साझा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार बनना निश्चित है। उन्होंने कहा कि  मुख्यमंत्री के तौर पर कमल नाथ सरकार ने चंद महिनों में ही जिस तरह से मध्यप्रदेश की जनता को एवं किसानों के हित में कर्ज माफी से लेकर तमाम वो निर्णय चंद मिनटों में लेकर एक संदेश दिया था। आज फिर से आप लोगों को मौका मिला है कि कांग्रेस प्रत्याशी को जीत दिलाकर फिर से एक बार कमल नाथ  को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाएँ।
भाजपा प्रत्याषी को बताया माफिया
चुनावी सभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने भाजपा की जमकर आलोचना की। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी एंदल सिंह कंसाना को माफिया बताया है। अजय सिंह ने कहा कि मैं ज्योतिरादित्य को दोषी नहीं मानता। जो परिवार की पृष्ठभूमि है, उसी को निभाने का काम सिंधिया ने किया है। उन्होंने कहा कि ये वहीं एंदल कंसाना जो रेत बेचता है, अबैध शराब को बेचता है। चंबल अंचल का सबसे बड़ा माफिया कंसाना है। गांव-गांव दारू बेचता हो, टोल प्लाजाओं पर कब्जा करता है भाजपा के प्रत्याशी एंदल सिंह कंसाना।