रविवार, 14 जुलाई 2019

सीजीआई को पत्र लिखकर की मांग, बलात्कारियों को जल्द मिले फांसी



सर्वोच्च न्यायालय द्वारा मध्यप्रदेश में बच्चियों से दुष्कर्म और हत्या के बढ़ते मामलों पर संज्ञान लिए जाने पर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को धन्यवाद दिया है. पूर्व सीएम ने इसे स्वागतयोग्य कदम बताया है.  उन्होंने पत्र में मांग की है कि बलात्कारियों को जल्द फांसी मिलना चाहिए.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखा है कि इसके चलते इन अपराधियों में जो भय होना चाहिए, वह पैदा नहीं हो पा रहा है. ऐसे अपराधों पर रोक के लिए यह सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है कि हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट में ऐसे मामलों की तेजी से सुनवाई हो और एक समय सीमा में इन प्रकरणों का निराकरण हो जाए. उन्होंने लिखा है कि मध्यप्रदेश में 12 वर्ष तक की बच्चियों से दुष्कर्म और हत्या के मामलों में फांसी की सजा का प्रावधान किया गया है और अब तक ऐसे 27 दरिंदों को फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है. लेकिन हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति के समक्ष क्षमा याचिका की लंबी प्रक्रिया के कारण दरिंदों को फांसी नहीं दी जा सकी है.  चौहान ने लिखा है कि प्रदेश में एक गैर राजनीतिक अभियान बेटी बचाओ चल रहा है और जनता की मांग है कि ऐसे दरिंदों को फांसी पर लटकाया जाए. ऐसे दरिंदों को शीघ्र सजा मिल सके, प्रदेश की जनता आपसे यही आशा रखती है. 
गौरतलब है कि शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में बेटी बचाओ अभियान शुरू किया है. इस अभियान के तहत सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के नाम पोस्ट कार्ड अभियान भी चलाया गया था, जिसमें दुष्कर्म के आरोपी कैदियों को तत्काल फांसी की सजा देने की मांग की गई थी. लाखों की संख्या में पोस्टकार्ड भेजे गए थे. शिवराज सिंह चौहान ने  यह पत्र उस वक्त लिखा है जब भोपाल की जिला अदालत में विशेष अदालत की न्यायाधीश भोपाल के कमलानगर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग मासूम से दुष्कर्म कर हत्या करने वाले आरोपी विष्णु को फांसी की सजा सुना चुकी है.

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