मंगलवार, 31 दिसंबर 2019

हर मोर्चे पर विफल रही कांग्रेस सरकार

राकेश सिंह 
बंटाढ़ार युग की तरफ लौटने लगा मध्यप्रदेश

वर्ष 2019  प्रदेश की बर्बादी और सरकार द्वारा समाज के हर वर्ग के साथ की गई धोखाधड़ी के लिए जाना जाएगा. इस साल में जहां प्रदेश की जनता के हाथों से जनहित की अनेक योजनाएं छीन ली गर्इं, वहीं विकास का पहिया भी वापस उस दिशा में चल पड़ा है, जहां यह प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के 15 सालों के शासन के पहले था.
 यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद  राकेश सिंह ने बीते वर्ष में प्रदेश की कांग्रेस सरकार के प्रदर्शन पर निराशा व्यक्त करते हुए कही. सिंह ने कहा कि वर्ष 2019 प्रदेश के किसानों को ऐसे घाव देकर जा रहा है, जिनकी टीस जीवन भर उठती रहेगी. कांग्रेस ने किसानों से कर्जमाफी का वादा किया. तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 10 दिनों में कर्जमाफी न होने पर मुख्यमंत्री बदलने की बात कही, लेकिन साल भर बीत जाने के बाद भी अब कमलनाथ सरकार योजना का दूसरा चरण शुरू होने की बात कर रही है. कर्जदार किसानों को हर दिन बैंकों से कुर्की की धमकियां मिल रही हैं, कर्ज वसूली के नोटिस मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि  कमलनाथ सरकार का यह धोखा किसानों के लिए जानलेवा साबित हुआ है और इस सरकार के 11 महीनों में ही प्रदेश के 122 से अधिक कर्जदार किसान आत्महत्या कर चुके हैं.
धोखाधड़ी का दस्तावेज बन गया वचन पत्र
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव से पहले एक वचन पत्र जारी किया था, यह वचन पत्र इस सरकार द्वारा प्रदेश की जनता के साथ की गई धोखाधड़ी का दस्तावेज बन गया है. कांग्रेस ने जीरो प्रतिशत ब्याज योजना का वास्तविक लाभ देने का वचन दिया था. खरीफ ऋण की डयू-डेट 31 दिसंबर तय करने का वादा किया था, लेकिन ऐसा अभी तक नहीं किया. किसानों को फसलों पर बोनस देने का वादा किया था, लेकिन नहीं दिया. किसानों को थ्री फेस की बिजली प्रतिदिन 12 घंटे देने की बात कही थी, लेकिन आज ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को खेती के लिए बिजली नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रत्येक ग्राम पंचायत में गौशाला खोलने का वचन दिया था, लेकिन 10 माह में एक भी ग्राम पंचायत में गौशाला नहीं खुली. सरकार ने युवाओं से रोजगार और 4 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ते का वादा किया था, लेकिन उनके साथ भी धोखा हुआ. 
कानून व्यवस्था चौपट, बदहाल हुआ प्रदेश
सिंह ने कहा कि लंबे समय बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस ने आते ही तबादला उद्योग शुरू कर दिया. प्रदेश में लाखों की संख्या में तबादले हुए, एक-एक कर्मचारी, अधिकारी के तीन-तीन बार तबादले हुए और अभी भी जारी हैं. तबादला उद्योग के कारण प्रदेश की कानून व्यवस्था बदहाल हो गई. प्रदेश में अपहरण उद्योग फिर शुरू हो गया है, डकैत फिर सिर उठाने लगे हैं. सरकारी आकड़ों के अनुसार मात्र 9 माह में 1, 278 हत्याएं और 39, 485 महिलाओं पर अत्याचार के मामले दर्ज किए गए. प्रदेश मासूमों के अपहरण और दुष्कर्म की घटनाओं में अव्वल हो गया है. इस सरकार के साल भर के शासन में जिस तरह की अराजकता प्रदेश में है, वैसी इतिहास में कभी नहीं देखी गई. विधायक, मंत्रियों पर आरोप लगा रहे हैं और मंत्री भरी बैठक में मुख्यमंत्री को हड़का रहे हैं. अधिकारियों को निर्देश देने का काम एक नहीं तीन-तीन मुख्यमंत्री करते हैं, जिससे प्रशासन में उहापोह की स्थिति बनी हुई है. 

स्पा सेंटर में जिस्म फरोसी, आपत्तिजनक हालात में पकड़ी कालगर्ल


राजधानी में नये साल की पार्टी के पहले क्राइम ब्रांच ने पार्टी के लिए लाई गई 7 काल गर्ल्स के साथ 6 युवकों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से नशीली दवाएं भी बरामद की है. वहीं छापे में कुछ काल गर्ल्स आपत्तिजनक हालत में भी मिली है. पुलिस के अनुसार यहां पर स्पा सेंटर की आड़ में सेक्स रैकेट चलाया जा रहा था.
क्राइम ब्रांच को मुखबिर सूचना मिली थी कि मिसरोद थाना क्षेत्र में होशंगाबाद रोड पर शाइन स्पा सेंटर में कुछ काल गर्ल्स नए साल के जश्न की पार्टी के लिए लाई गई हैं. इस सूचना पर पुलिस ने स्पा सेंटर पर छापा मारा. छापे के दौरान क्राइम ब्रांच की टीम ने मौके से 7 काल गर्ल्स और 6 युवकों को गिरफ्तार किया गया. आरोपियों के पास से नशीली दवाएं भी मिली हैं. पुलिस को छापे के दौरान कुछ गर्ल्स आपत्तिजनक हालत में भी मिलीं. इन गर्ल्स में अधिकांश भोपाल के आसपास के इलाकों की हैं. बताया जा रहा है कि दो काल गर्ल्स प्रदेश से बाहर की हैं, जिन्हें नए साल के जश्न के लिए भोपाल बुलाया गया था.
क्राइम ब्रांच ने जिन युवकों को पकड़ा है, वो सभी ग्राहक थे. सभी आरोपी नए साल की बुकिंग करने के लिए स्पा सेंटर पहुंचे थे. इसके अलावा कुछ ऐसे भी ग्राहक थे, जो लड़कियों को देखने के लिए गए थे. बताया जाता है कि स्पा सेंटर की आड़ में देह व्यापार चल रहा था. पहले दो लड़कियों से देह व्यापार कराया जा रहा था, लेकिन नए साल के जश्न के चलते इतनी बड़ी संख्या में लड़कियों को बुलाया गया था. यह आयोजन फ्लैट और कुछ खास जगहों पर होने वाले थे. 
इसके अलावा भोपाल क्राइम ब्रांच ने महाराणा प्रताप नगर इलाके में एक और सेक्स रैकेट का खुलासा किया है. यह सेक्स रैकेट एक फ्लैट में चलाया जा रहा था, जबकि इस रैकेट का खुलासा करने के लिए क्राइम ब्रांच ने अपने आदमी को भेज कर जाल बिछाया था. इस दौरान क्राइम ब्रांच ने 2 युवतियों और 2 महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया है. हालांकि फ्लैट के बाहर महिला उत्थान का बोर्ड लगा था. 
मुंबई से बुलाई थी दो काल गर्ल्स
क्राइम ब्रांच के अनुसार स्पा सेंटर की आड़ में देह व्यापार का गौरखधंधा चल रहा था. इसी धंधे से जुड़े लोगों ने नए साल की पार्टी को अरेंज किया था. पार्टी में दो काल गर्ल्स को मुंबई से बुलाया गया था. जबकि बाकी लड़कियां भोपाल और उसके आसपास की हैं. इन काल गर्ल्स को नए साल के जश्न के आयोजन में भेजा जाना था. पार्टी के आयोजकों ने आयोजन की व्यवस्था कर ली थी और कई लोग इस पार्टी में मोटी रकम देकर आने वाले भी थे. यानी सबकुछ तय था, लेकिन पुलिस की कार्रवाई ने आयोजन पर पानी फेर दिया.
हैप्पी एंडिंग कोड कहने पर उपलब्ध कराई जाती थी लड़कियां
पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि इस स्पा के संबंध भोपाल के अलावा नागपुर, नासिक, मुंबई, जलगांव व इंदौर से थे. यहां से लड़कियां भोपाल सहित अन्य स्थानों को भेजी जाती थीं और वहां से यहां आती थीं. पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि इस स्पा में आने वाला ग्राहक अगर हैप्पी एंडिंग कोड वर्ड कहता था तो उसे देह व्यापार में लिप्त लड़की उपलब्ध करा दी जाती थी. इतना ही नहीं ग्राहक से यह भी पूछ लिया जाता था कि उसे सामान्य मसाज कराना है या हैप्पी एंडिंग. सामान्य मसाज के 1 हजार और हैप्पी एंडिंग के 5 से 50 हजार रुपए तक लिए जाते थे.

महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ में जनजागरण अभियान की जिम्मेदारी संभालंगे नरोत्तम

नरोत्तम मिश्रा 

मध्यप्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा को भाजपा ने नागरिकता संशोधन कानून के लिए चलाए जाने वाले जनजागरण अभियान हेतु महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ राज्य की जिम्मेदारी सौंपी है. 
नागरिकता संशोधन कानून के संबंध में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए भाजपा द्वारा जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत भाजपा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा ने प्रदेश के वरिष्ठ नेता नरोत्तम मिश्रा को महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ राज्य में जन जागरण अभियान की जिम्मेदारी सौंपी है. मिश्रा को वैसे पार्टी हाईकमान अमित शाह का विश्वसनीय माना जाता है. इसके चलते वे कई बार अन्य राज्यों की जिम्मेदारी चुनाव सहित अलग-अलग मुद्दों पर संभाल चुके हैं. अब पार्टी ने उन्हें नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जनता के बीच सही जानकारी देने के लिए चलाए जा रहे जनजागरण अभियान की यह जिम्मेदारी दी है. मिश्रा महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ राज्य  में इस अभियान की कमान संभालेंगे.

सोमवार, 30 दिसंबर 2019

नये साल में बारिश के साथ ओले गिरने की संभावना

 प्रदेश में कड़ाके की ठंड, शीतलहर का जारी है दौर 

मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है. मौसम विभाग के अनुसार नये साल में प्रदेश के कई जिलों में बारिश के साथ ओले पड़ने की संभावना है. प्रदेश में बादलों के कारण रात के तापमान में कुछ बढ़ोत्तरी जरुर होगी, मगर ठंड का असर कम नहीं होगा.
राज्य में ठंड का असर जारी है. मौसम विभाग के अनुसार नये साल के पहले पखवाड़े में भी तेज ठंड का असर इसी तरह दिखाई देगा. मौसम विभाग का अनुमान है कि प्रदेश के कई जिलों में नये साल में बारिश के साथ ओले गिरेंगे. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार राजस्थान के ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है, जिसके चलते रविवार से हवा का रुख बदलकर उत्तरी से दक्षिण-पूर्वी हो गया था. इस वज से वातावरण में नमी का सिलसिला शुरु हुआ. इससे आसमान पर ऊंचाई पर और मध्यम स्तर पर बादल छाने लगे हैं. बादलों के कारण रात के न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी होने लगेगी. बादलों के कारण दिन का तापमान कुछ नीचे लुढ़केगा.
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में दाखिल होने से इसका प्रभाव मंगलवार से राजधानी सहित प्रदेश के कई स्थानों पर दिखाई देगा. इस वजह से राज्य के कई जिलों में  गरज-चमक के साथ बारिश होने के आसार हैं. बारिश का दौर कर बुधवार-गुरुवार को भी जारी रह सकता है, इसके बाद मौसम साफ होने पर पूरा प्रदेश फिर कड़ाके की ठंड की चपेट में आ जाएगा. मौसम विभाग के अनुसार राज्य में बीते 24 घंटों के दौरान उमरिया, ग्वालियर और दतिया में सबसे कम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं भोपाल और उज्जैन संभाग के जिलों में कई स्थानों पर कोल्ड डे रहा तो रीवा, जबलपुर, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में शीतलहर का असर जारी रहा. 
कई जिलों में दिखेगा शीतलहर का असर
मौसम विभाग के अनुसार आगामी 24 घंटों के दौरान राज्य के कई जिलों में शीतलहर का असर दिखाई देगा. मौसम विभाग के अनुसार राज्य के सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल, उज्जैन और भोपाल संभाग के जिलों में शीतलहर रहेगी. वहीं सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में कई स्थानों पर कोल्ड डे भी रहेगा.  इसके अलावा सागर, रीवा, शहडोल, ग्वालियर, चंबल संभत्तग के जिलों में घना कोहरा भी छाया रहेगा.
रेल यातायात पर दिखा कोहरे का असर
मध्यप्रदेश में कोहरे के असर के चलते ट्रेनें विलंब से चल रही है. खासकर उत्तरप्रदेश से सटे हुए इलाके से होते हुए भोपाल आने वाली  12 से ज्यादा ट्रेनें देरी से चल रही है. ये ट्रेनें  6 से 8 घंटे देरी से चल रही है, जिससे यात्री काफी परेशान हो रहे है. कोहरे के कारण रेल यातायात भी प्रभावित रहा. उत्तर भारत की ओर से आने वाली ट्रेनें घंटों की देरी से आई.  ये ट्रेनें वापसी के समय भी लेट हुर्इं. इससे रेल यात्रियों को स्टेशनों पर तेज सर्दी में इंतजार करना पड़ रहा है.

नए साल में विकास का नया एजेंडा तय करेगी सरकार

पी.सी.शर्मा 

नए साल में विकास का नया एजेंडा तैयार करेगी कमलनाथ सरकार.इसके तहत मुख्यमंत्री कमलनाथ 3 जनवरी से उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. इस बैठक में साल 2020 में सरकार किस तरीके से काम करेगी, इस पर चर्चा की जाएगी.
जनसंपर्क मंत्री पी.सी.शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री कमलनाथ 3 जनवरी को उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. इसके बाद 4 जनवरी को मंत्रिमंडल की बैठक होना है. दोनों बैठकों में 2020 को लेकर विजन डाक्यूमेंट पेश किया गया है, उसे जमीन पर कैसे लागू किया जाए इस पर चर्चा की जाएगी. शर्मा ने बताया कि  2020 में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए शिक्षा विजन लाया जा रहा है, साथ ही भोपाल एयरपोर्ट इंटरनेशनल कैटेगरी में अगले साल आ जाएगा. 2019 में भोपाल से 40 नई उड़ानें शुरू की गई हैं. 
शर्मा ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी ने कहा था कि 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे, लेकिन आज के युवा देश में आग लगा रहे हैं. जिसके जिम्मेदार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं.हम जानते हैं कि मोदी सरकार मध्यप्रदेश सरकार को पैसा नहीं देगी, जिसकों लेकर फंड बढ़ाने पर भी अधिकारियों से मुख्यमंत्री इस बैठक में चर्चा करेंगे.
उन्होंने कहा कि नए साल में भी माफिया के खिलाफ अभियान जारी रहेगा. सरकार गैंगस्टर्स और माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करेगी. 2020 में शिक्षा गुणवत्ता को सुधारने के लिए शिक्षा विजन ला रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में बांस की खेती को बढ़ाने के लिए छिंदवाड़ा में पायलेट प्रोजक्ट शुरु किया जाएगा.  शर्मा ने बताया कि मध्यप्रदेश टाइगर स्टेट हैं बाघों के संरक्षण के लिए हम काम कर रहे हैं. 2019 में प्रदेश में 27 बाघोंकी मौत हुई थी. 

दिग्विजय ने कहा भक्तों हमें देश भक्ति का पाठ न पढ़ाओ

दिग्विजय सिंह 

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधा है. सिंह ने ट्विटर पर लिखा है कि मनमोहन सिंह पाकिस्तान में जन्म लेने के बाद भी प्रधानमंत्री की हैसियत से पाकिस्तान नहीं गए, लेकिन नरेंद्र मोदी पाकिस्तान विरोधी होते हुए भी वहां हो आए. भक्तों हमें देश भक्ति का पाठ न पढ़ाओ.
सिंह ने ट्विटर पर लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह इथिनिक क्लीनसिंग आप नहीं कर पाएंगे, लेकिन वह इतना समझ जाएं कि सनातन धर्म का पालन करने वाला हिंदू यह नहीं होने देगा. भारत सभी का है, सब यहीं पैदा हुए हैं और यहीं मरेंगे. सिंह ने दूसरे ट्वीट में  भाजपा और आरएसएस पर तंज कसते हुए कहा कि 'हम सब एक हैं' और 'भारत माता की जय' के नारों की गूंज में जब आजादी की लड़ाई महात्मा गांधी के नेतृत्व में लड़ी जा रही थी, तब सावरकर, गोलवलकर, आरएसएस और हिंदू महासभा के नेता हिंदुओं को अंग्रेजों की फौज में भर्ती होने का आव्हान कर रहे थे.
पूर्व मुख्यमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि जिन्होंने क्रांतिकारी नारे दिए थे, उन लोगों को अब आजाद भारत में पाकिस्तान भेजने को कहा जा रहा है. मनमोहन सिंह पाकिस्तान में जन्म लेने के बाद भी प्रधानमंत्री की हैसियत से पाकिस्तान नहीं गए, लेकिन नरेंद्र मोदी पाकिस्तान विरोधी होते हुए भी वहां हो आए. भक्तों हमें देश भक्ति का पाठ न पढ़ाओ.

देश संविधान से चलता है, सोनिया के निर्देश से नहीं

 सीएए के समर्थन में भाजपा विधायक ने निकाली रैली 

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं बाबा साहेब की मंशा अनुरूप प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नागरिकता संशोधन कानून बनाया गया है. यदि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कहने पर मुख्यमंत्री कमलनाथ इसे मध्यप्रदेश में लागू करने से मना करते है, तो मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि देश बाबा साहेब द्वारा बनाए गए संविधान से चलता है न की सोनिया गांधी के निर्देश से चलता है. 
यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व विधायक रामेश्वर शर्मा ने कोलार में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में नागरिकों द्वारा निकाली गई रैली को संबोधित करते हुए कही.उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के द्वारा बनाएं गए संविधान की ताकत उसकी बाध्यता है कि कमलनाथ को न चाहकर भी इस कानून को लागू करना ही होगा. कोलार के ललिता नगर से बीमा कुंज तक नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में स्थानीय नागरिकों द्वारा विशाल जनसमर्थन रैली का आयोजन किया गया था. रैली में बड़ी संख्या में नागरिक हाथों में तिरंगा लिए वंदेमातरम के उद्घोष और नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में नारे लगाते हुए चल रहे थे. रैली में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे.
 शर्मा ने कहा कि भारत ने जब इटली की सोनिया गांधी की नागरिकता को स्वीकार कर लिया तो फिर कांग्रेस को भारत-पाकिस्तान विभाजन का दंश झेल रहे हिन्दू, सिक्ख, जैन, बौद्ध, ईसाइयों और पारसीयों से क्या परेशानी है? उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश को धार्मिक आधार पर बांटने वाली कांग्रेस आज पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न करने वाले और बहु बेटियों के साथ दुष्कर्म करने वालो के समर्थन में खड़ी है.
भारत सरकार और सांसदों का माना आभार
समर्थन रैली में उपस्थित नागरिकों ने लोकसभा एवं राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक का समर्थन करने वाले सभी सांसदों का आभार व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  एवं गृह मंत्री अमित शाह  को साधुवाद दिया. शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार ने वर्षांे से विभाजन का दंश झेल रहे नागरिकों को उनके अधिकार दिलाने का काम किया है. कांग्रेस ने देश को बांटने का काम किया परन्तु हमने देश को जोड़ने का काम किया है.

रविवार, 29 दिसंबर 2019

मायावती ने विधायक रामबाई को किया निलंबित

रामबाई 
नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करना पड़ा महंगा

मध्यप्रदेश के पथरिया विधानसभा से बहुजन समाज पार्टी की विधायक रामबाई को आज बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी से निलंबित कर दिया है. रामबाई पर निलंबन की कार्यवाही नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन को लेकर की गई है. बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी.
मध्यप्रदेश की बसपा विधायक रामबाई को नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करना महंगा  पड़ गया. रमाबाई परिहार को बहुजन समाज पार्टी ने निलंबित कर दिया है. बता दें कि रमाबाई ने नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन किया था. पार्टी ने उनके किसी भी कार्यक्रम में शामिल होने पर भी रोक लगा दी है.गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ को सरकार बचाने के लिए बसपा विधायकों के समर्थन की जरूरत है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि वे जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं. 
मायावती ने ट्वीट कर दी जानकारी
मायावती ने बसपा विधायक के निलंबन की जानकारी ट्वीट कर दी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि बसपा अनुशासित पार्टी है व इसे तोड़ने पर पार्टी के विधायक और सांसद आदि के विरूद्ध भी तुरंत कार्रवाई की जाती है. इसी क्रम में मध्यप्रदेश  में पथरिया से बसपा विधायक रमाबाई परिहार द्वारा सीएए का समर्थन करने पर उनको पार्टी से निलंबित कर दिया है.उनपर पार्टी कार्यक्रम में भाग लेने पर भी रोक लगा दी गई है.
मैं बहन मायावती से मांगती हूं माफी: रामबाई
विधायक रामबाई ने मायावती द्वारा निलंबन की कार्रवाई किए जाने के बाद मीडिया में सफाई दी. उन्होंने कहा कि मेरा बयान मीडिया से तोड Þमरोड़ कर पेश किया है. मेरे से अगर कोई गलती हुई है तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं. उन्होंने कहा कि मैं इसके लिए बहन मायावती से माफी मांगती हूं. 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिया था धन्यवाद
विधायक रामबाई परिहार ने एक कार्यक्रम के दौरान सीएए का समर्थन किया था. बसपा विधायक रामबाई ने मीडिया से बातचीत के दौरान नागरिकता कानून लागू करने पर प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया था. उन्होंने कहा था कि नागरिकता कानून लागू करने का निर्णय तो बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था. उन्होंने आगे कहा कि चंद लोग जो इस कानून का विरोध करते हुए हिंसा फैला रहे हैं उन्हें इसकी समझ नहीं हैं. उनके इस बयान को लेकर कार्रवाई की गई है.

रामबाई के समर्थन में आई भाजपा


मध्यप्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की विधायक राम बाई पर बसपा द्वारा की गई निलंबन की कार्रवाई के बाद भाजपा रामबाई के समर्थन में उतर आई है. भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बसपा द्वारा की गई कार्रवाई को अनुचित बताया और कहा कि रामबाई ने संविधान का समर्थन किया है.
मध्यप्रदेश में पथरिया से बसपा की विधायक रामबाई के निलंबन के बाद सियासी पारा चढ़ गया है. बसपा की प्रदेश इकाई तो मौन है और इसे बसपा प्रमुख मायावती द्वारा की गई कार्रवाई बताते हुए कहा रही है कि जो कार्रवाई की गई वह उचित है. विधायक ने पार्टी लाईन का उल्लंघन किया है. वहीं रामबाई के समर्थन में भाजपा मैदान में उतर आई है. भाजपा के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि बसपा ने जो कार्रवाई की है, वह अनुचित है. उन्होंने कहा कि विधायक रामबाई ने संविधान का समर्थन किया है. मिश्रा ने कहा कि सीएए कानून जो आज कानून का दर्जा प्राप्त कर चुका है, ऐसे कानून का रामबाई ने समर्थन किया है. उनके द्वारा समर्थन किए जाने की उन्हें बसपा द्वारा यह सजा मिली है. मिश्रा ने कहा कि यह कार्रवाई अनुचित है. मिश्रा ने कहा कि मुझे तो ऐसी पार्टी और पार्टी की विचारधारा पर तरस आ रहा है. मैं मानता हूं पार्टी से ऊपर देश होता है और राष्ट्र होता है. 
वहीं भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि बसपा प्रमुख मायावती द्वारा विधायक रामबाई पर की गई निलंबन की कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि मायावती के इस कदम की जितनी निंदा की जाए, उतनी कम है. शर्मा ने कहा कि इस कानून को लेकर जैसे-जैसे लोगों और नेताओं में सार्थक उद्देश्य समझ आ रहा है, वे इसके समर्थन में आ रहे हैं.
विधायकी पर उठने लगे सवाल
निलंबन की कार्रवाई के बाद रामबाई की विधायकी पर सवाल उठने लगे हैं. वैसे जानकारों का कहना है कि इस मामले को लेकर रामबाई के सामने विधायकी को लेकर संकट नहीं है. वे विधानसभा में असंबद्ध सदस्य कहलाएंगी.इसके पीछे जानकारों का तर्क है कि जिस मामले को लेकर उन पर निलंबन की कार्रवाई हुई है, वह विधानसभा के भीतर का मामला नहीं है और न ही उन्होंने पार्टी व्हीप का उल्लंघन किया है. इस वजह से उनकी सदस्यता पर खतरा नहीं है. 

महापौर के कार्यक्रम में हंगामा करने वालों पर दर्ज किए मामले


राजधानी भोपाल में महापौर आलोक शर्मा के अभिनंदन समारोह में हंगामा करने के मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने महापौर के खिलाफ नारेबाजी करने पर मारपीट के शिकार हुए युवक की शिकायत पर 15-20 अज्ञात युवकों के खिलाफ यह मामला दर्ज किया है. वहीं पुलिस ने भी शासकीय कार्य में बाधा डालने को लेकर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
राजधानी भोपाल में शनिवार को महापौर आलोक शर्मा का अभिनंदन समारोह मिंटो हाल में आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में सांसद  प्रज्ञा ठाकुर और भाजपा के वरिष्ठ नेता मौजूद थे, लेकिन इसी दौरान कर्यक्रम के बीच में अचानक बवाल मच गया. बताया जा रहा है कि आलोक शर्मा के समर्थकों ने एक युवक के साथ मारपीट कर डाली. बताया जा रहा है कि एनएसयूआई के करीब 20 सदस्य कार्यक्रम में आए और मुकेश पंथी सहित इन्होंने महापौर आलोक शर्मा के खिलाफ नारेबाजी कर डाली. इस बीच महापौर समर्थकों ने कैलाश पंथी को तो पकड़ लिया, मगर बाकी वहां से भाग गए. महापौर समर्थकों ने जमकर पंथी के साथ मारपीट की. मारपीट के दौरान बीच-बचाव के लिए आए पुलिसकर्मी और जहांगीराबार के थाना प्रभारी वीरेन्द्र सिंंह चौहान के साथ भी हाथापाई हुई. वीरेन्द्र सिंह चौहान का बीपी इस दौरान बढ़ गया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. बताया जाता है कि थाना प्रभारी को भी चोट आई है.
इस मामले में आज मुकेश पंथी की शिकायत पर पुलिस ने 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. वहीं पुलिस ने भी शासकीय कार्य में बाधा डालने के मामले में 15-20 अज्ञात युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही है.

दुष्प्रचार का जवाब देने भाजपा जाएगी घर-घर

नागरिकता संशोधन कानून की जानकारी देंगे कार्यकर्ता और पदाधिकारी

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोधियों द्वारा किए जा रहे दुष्प्रचार को करारा जवाब देने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने एक व्यापक जनजागरण अभियान चलाने का निश्चय किया है. इस अभियान के तहत प्रदेश भर में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से कानून के महत्व को प्रतिपादित किया जाएगा और धार्मिक आधार पर प्रताड़ित शरणार्थियों की सुविधा और सम्मान के साथ नागरिकता के लिए किए जा रहे ऐतिहासिक कार्यों की जानकारी भी समाज को दी जाएगी.
भाजपा प्रदेश कार्यालय में हुई  बैठक प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह की अध्यक्षता एवं प्रदेश संगठन महामंत्री  सुहास भगत की विशेष उपस्थिति में संपन्न हुई. इस बैठक में आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया गया. कार्यक्रमों की रचना इस प्रकार से की गयी है कि छोटे-छोटे गांव तक और मोहल्लों तक लोगों को सही अर्थों में नागरिकता कानून का विषय पहुंचे तथा जो लोग शरणार्थियों की नागरिकता का विरोध कर रहे है, उनके स्वार्थ भी उजागर हो सके. आने वाले दिनों में पार्टी घर-घर जनसंपर्क अभियान चलायेगी. प्रबुद्धजन संगोष्ठियां करेगी. ग्राम पंचायत और वार्ड स्तर पर छोटी छोटी संगोष्ठियां भी की जायेगी. संसदीय क्षेत्रों में सांसदों द्वारा नागरिकता अधिकार सम्मान कार्यक्रम आयोजित होंगे. प्रदेश के लाखों प्रबुद्धजनों से हस्ताक्षर कराए जायेंगे. सभी जिला केन्द्रों पर कानून के समर्थन में रैलियां होगी तथा सोशल मीडिया के माध्यम से इन सब की जानकारी प्रसारित की जाएगी. संपूर्ण अभियान के लिए एक प्रदेश स्तरीय समिति का गठन किया गया है. इस प्रदेश स्तरीय समिति में प्रदेश महामंत्री बंशीलाल गुर्जर, प्रदेश उपाध्यक्ष व विधायक  रामेश्वर शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष विजेश लुणावत, प्रदेश महामंत्री व सांसद  विष्णुदत्त शर्मा एवं प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर को शामिल किया गया है. 
अभियान प्रभारी किए नियुक्त
विभिन्न अभियानों के प्रभारी नियुक्त किए गए है, जिसमें घर घर जनसंपर्क अभियान के लिए रामेश्वर शर्मा,  पंकज जोशी,  राजेन्द्र सिंह और लोकेन्द्र पाराशर संयोजक रहेंगे. प्रबुद्धजन संगोष्ठी के प्रभारी रजनीश अग्रवाल और  विकास बोन्द्रिया होंगे. इसी प्रकार छोटी संगोष्ठियों को आयोजित कराने का प्रभार बंशीलाल गुर्जर और  सरतेन्दु तिवारी पर रहेगा. नागरिकता अधिकार सम्मान समारोहों के प्रभारी विनोद गोटिया,  मनोहर उंटवाल,  शंकर लालवानी,  भगवानदास सबनानी, अशोक रोहाणी और कुंवर पाल शेरू होंगे. प्रबुद्धजन हस्ताक्षर अभियान का प्रभार विजेश लुणावत,उषा ठाकुर,  बृजेन्द्रप्रताप सिंह, कृष्णा गौर और  सुरेन्द्र राठौर को दिया गया है. जिला केन्द्रों पर रैलियों के प्रभारी वीडी शर्मा और माधव सिंह दांगी होंगे. सोशल मीडिया के संयोजन का प्रभार  शैलेन्द्र शर्मा और  शिवराज डाबी के पास रहेगा. 

गुलाबी डायरी में थे हसीनाओं द्वारा की गई करोड़ों की ब्लैकमेलिंग के राज

 हनिट्रैप, हसीनाओं  के साथ मिले थे बिजनैस मैन और दो मीडियाकर्मी

हनीट्रैप मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी ने अदालत में चालान पेश कर बताया कि आरोपी आरती दयाल के पास से मिली गुलाबी डायरी में अधिकारियों के तबादले और अंतरंग वीडियो के आधार पर की ब्लैकमेलिंग से करोड़ों की उगाही की जानकारी मिली है. इस मामले में आरोपी हसिनाओं के साथ बिजनेसमैन, दो मीडियाकर्मी भी मिलकर काम करते थे.
राजधानी की जिला अदालत में एसआईटी द्वारा शनिवार को पेश किए गए चालान में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. चार्जशीट में बताया गया है कि आरोपी मोनिका यादव ने पुलिस को दिए बयानों में बताया है कि उनके साथ कई बिजनेसमैन, पुलिस अधिकारी और दो मीडियाकर्मी भी शािमल हैं. न्यायिक मजिस्ट्रेट रोहित श्रीवास्तव की अदालत में पेश की गई चार्जशीट में इस बात का खुलासा हुआ है कि आदतीदयाल,श्वेता विजय जैन के साथ राजधानी के बिजनैस मैंन अरुण सहलोत, मीडियाकर्मी गौरव शर्मा, वीरेन्द्र शर्मा के साथ मिलकर काम करते थे.
एसआईटी ने चालान में बताया है कि  आरती दयाल की गुलाबी डायरी में सरकारी अधिकारियों के ट्रांसफर संबंधी जानकारी और अंतरंग वीडियो के आधार पर ब्लैकमेलिंग से करोड़ों रुपए की उगाही की जानकारी दर्ज है. मामले में आरोपित आरती दयाल की हस्तलिपि में पांच डायरी मिली हैं, जिसमें गुलाबी डायरी में अंतरंग वीडियो के आधार पर वसूली गई रकम का उल्लेख है. जिन लोगों से यह वसूली की गई है, उनके नाम कोडवर्ड में लिखे हैं. आरती से बरामद अन्य चार डायरियों में सरकारी अफसरों के ट्रांसफर, पोस्टिंग संबंधी जानकारी और करोड़ों की प्रापर्टी के लेन-देन की जानकारी भी दर्ज है. अदालत में पेश किए गए 140 पेज के चालान में बताया गया है कि एक पत्रकार के फ्लैट पर आईएएस अधिकारी ने महिला आरोपियों को रुपए दिए थे.
सहलोत ने किए थे वीडियो वायरल
अदालत में पेश किए चालान में मानव तस्करी मामले में पीड़ित मोनिका यादव ने एसआईटी को दिए अपने बयानों में कहा है कि बिजनेसमैन अरुण सहलोत ने आईएएस पी.सी.मीणा के अश्लील वीडियो वायरल किए थे. इसके बाद श्वेता विजय  जैन और आरती दयाल के बीच दूरियां बन गई थीं. मोनिका के बयानों में यह बात भी सामने आई कि आरोपियों द्वारा ब्लैकमेलिंग के मामलों में मीडियाकर्मी गौरव शर्मा और वीरेन्द्र शर्मा भी शामिल रहे. 
मीणा से 20 लाख, व्यवसायी सीतलानी से 5 लाख रुपए लिए
अदालत में पेश किए गए चालान में इस बात का भी उल्लेख है कि ब्लैकमेलिंग के जरिए आरोपियों ने आईएएस पीसी मीणा से 20 लाख रुपए, व्यवसायी नरेश सीतलानी से 5 लाख रुपए और एक अन्य आईएएस अधिकारी से एक करोड़ रुपए लिए थे. इस मामले में मीडियाकर्मी गौरव शर्मा भी शामिल था, जिसके हिस्से में 33 लाख रुपए आए थे. गौरव ही पूरे पैसों का सेटलमेंट कराता था. इस मामले में अभी एसआईटी पूरक चालान पेश करेगी, जिसमें गौरव और ओमप्रकाश नामक व्यक्ति के खिलाफ भी पूरक चालान पेश किया जा सकता है.
थानाप्रभारी को ब्लैकमेल किए जाने की थी जानकारी
मामले में छतरपुर के एक थाना प्रभारी की भी भूमिका सामने आई है, जिसे आरोपितों द्वारा अश्लील वीडियो बनाकर लोगों को ब्लैकमेल करने संबंधी सभी बातें मालूम थी. वसूली के साथ ठेके भी हथियाए मोनिका ने बयान में बताया है कि आरती ने छतरपुर में स्थानीय नेता मनोज त्रिवेदी का अश्लील वीडियो बनाया था, जिसे वह ब्लैकमेल कर मोटी रकम वसूलना चाहती थी लेकिन उस टीआई ने आरती को बताया कि त्रिवेदी प्रभावशाली नेता है और उसके लोग कुछ भी कर सकते हैं. टीआई की बात सुनकर आरती ने त्रिवेदी को ब्लैकमेल करने का इरादा छोड़ दिया था. मोनिका ने बताया कि आरोपितों ने छतरपुर के कार शोरूम संचालक मनीष अग्रवाल, भोपाल के व्यवसायी नरेश सीतलानी, खुद को सरकारी अफसर बताने वाले अरुण निगम और हरीश खरे को ब्लैकमेल करके मोटी रकम और सरकारी ठेके हासिल किए थे. 
मंत्रियों के ओएसडी भी शिकार हुए हनीट्रैप के
खाद्य मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर के ओएसडी हरीश खरे और खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल के ओएसडी अरुण निगम भी हनीट्रैप के शिकार हुए थे. गिरोह ने इनके भी अश्लील वीडियो बनाकर लाखों रुपए की वसूली की थी और तबादले भी कराए थे. बिजनैसमैन नरेश सीतलानी, मनीष अग्रवाल और राजेश गंगेल के भी गिरोह ने वीडियो बनाए और लाखों रुपए की वसूली की थी. चालान में कहा गया है कि गिरोह ने पत्रकारों की मदद से कुछ लोगों से वसूली की है. श्वेता विजय जैन, श्वेता श्वप्निल जैन, अभिषेक भभ इसमें शामिल हैं.

शुक्रवार, 27 दिसंबर 2019

सिंधिया समर्थक दो मंत्री हुए आमने-सामने

इमरती देवी 
मुख्यमंत्री कमलनाथ तक पहुंची शिकायत, रेत खदान और क्रशर का मामला

मध्यप्रदेश में पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक दो मंत्री रेत खदान और क्रशर को लेकर आमने-सामने हो गए हैं. इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री कमलनाथ तक पहुंच गई है. 
राज्य के खाद्य मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर और महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी इन दिनों रेत खदान और क्रशर को लेकर आमने-सामने हो गए हैं. दोनों मंत्री अपने समर्थकों द्वारा संचालित रेत खदाने और क्रशर को बंद कराने के लिए आमने-सामने हुए हैं. विवाद की शुरुआत तब हुई जब इमरती देवी के समर्थकों की डबरा क्षेत्र में 6 खदानों को बंद कराए जाने से शुरु हुआ. विवाद उस वक्त तूल पकड़ा जब इमरती देवी ने तोमर समर्थकों की खदानें भी बंद करा दी. इसके बाद दोनों मंत्री आमने-सामने हो गए और प्रशासन के लिए परेशानी भी बन गए. अब यह मामला मुख्यमंत्री कमलनाथ तक पहुंचा है. खुद इसकी शिकायत महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने पत्र लिखकर की है.  दोनों मंत्रियों का यह मामला राज्य के खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल तक जा पहुंचा थ. जायसवाल ने इस मामले में सुलह का प्रयास भी किया, मगर दोनों मंत्री जायसवाल के सामने ही तू-तू , मैं-मैं करते नजर आए. इसके चलते खनिज मंत्री भी इस विवाद को नहीं सुलझा पाए.
उल्लेखनीय है कि महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर 6 खदानें बंद किए जाने के मामले की शिकायत की है और खदाने चालू कराने की मांग की है. वहीं खाद्य मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर इस बात से दुखी है कि उनके समर्थकों क्रशर को इमरती देवी ने बंद करवा दिया है. 
दोनों मंत्रियों का है आपसी मामला
प्रद्युमन सिंह तोमर 
खनिज मंत्री प्रदीप जयसवाल ने ग्वालियर में महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी और खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बीच रेत खदान को लेकर चल रही खींचतान पर कहा कि ये उनका आपसी मामला है. खदान बंद होने पर उन्होंने कहा कि इस संबंध में कलेक्टर को आदेश दिए गए हैं और खदान जल्द चालू की जाएगी. खदान बंद होने से सरकार को राजस्व का नुकसान होता है. रेत के अवैध उत्खनन पर मंत्री ने कहा कि सभी को पता है कि अप्रैल से नए ठेकेदार काम शुरू करेंगे. लिहाजा आखिरी समय में अवैध रेत उत्खनन की घटनाएं बढ़ी है. इसको रोकने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.

नई रेत नीति से प्राप्त हुए 1234 करोड़ के आफर

प्रदीप जायसवाल 
बंदर हीरा खदान से मिलेगा 23,506 करोड़ राजस्व

खनिज साधन मंत्री  प्रदीप जायसवाल ने एक वर्ष की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए बताया है कि प्रदेश में नई रेत नीति लागू होने से खनिज राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. केवल 36 जिलों में रेत नीलामी में प्राप्त निविदाओं में कुल 1234 करोड़ के आफर प्राप्त हुए हैं. इसी तरह, ई-नीलामी में छतरपुर जिले की 364 हेक्टेयर की बंदर हीरा खदान को आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनी मेसर्स ऐस्सल माइनिंग एण्ड इण्डस्ट्रीज लिमिटेड, मुंबई को 30.05 प्रतिशत अधिक बोली लगाने पर पट्टे पर दी गई है. बंदर हीरा खदान से सम्पूर्ण पट्टा अवधि में राज्य सरकार को 23 हजार 506 करोड़ राजस्व मिलेगा.
मंत्री  जायसवाल ने बताया कि नये रेत नियम-2019 अंतर्गत प्रदेश के रेत उपलब्ध कुल 43 जिला समूह के लिए रेत खदानों के संचालन के लिए निविदाएं जारी की गई थीं. इसका सरकारी आरक्षित मूल्य लगभग 475 करोड़ रुपए रखा गया था जिसके, विरुद्ध मात्र 36 जिलों के लिए खोले गये प्राप्त वित्तीय प्रस्तावों में कुल 1234 करोड़ रुपए के आॅफर प्राप्त हुए हैं. मुख्य खनिज की सफलतापूर्वक नीलामी प्रक्रिया पूर्ण होने पर प्रदेश को लगभग 6,331 करोड़ रुपए राजस्व प्राप्त होना अनुमानित है. कुछ जिला समूह के लिए नियत आॅफसेट प्राइज की तुलना में 6 गुना से भी अधिक के वित्तीय प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं. होशंगाबाद जिले के लिए आॅफसेट प्राइज में 100 करोड़ रुपए के विरुद्ध 217 करोड़ रुपए का वित्तीय प्रस्ताव प्राप्त हुआ है. नई नीति में निविदाकार रेत खदानों की नीलामी में कार्यवाही को आॅनलाइन लाइव देख पा रहे हैं.
एक साल में 2226 करोड़ 85 लाख खनिज राजस्व
मंत्री जायसवाल ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में अभी तक 2226 करोड़ 85 लाख का राजस्व संग्रहण किया गया है. पिछले साल वर्ष इसी अवधि में संग्रहित खनिज राजस्व की तुलना में यह 34 करोड़ 35 लाख अधिक है. उन्होंने बताया कि जिला खनिज प्रतिष्ठान नियम-2016 डीएमएफ में इस वित्तीय वर्ष में नवम्बर तक 495 करोड़ 2 लाख और राष्ट्रीय खनिज अन्वेषण न्यास में 34 करोड़ 12 लाख रुपए राजस्व प्राप्त हुआ. जायसवाल ने बताया कि इस दौरान खनिजों के अवैध उत्खनन के 1330, अवैध परिवहन के 8294 और अवैध भण्डारण के 531 प्रकरण पंजीबद्ध कर कार्यवाही की गई. अवैध उत्खनन से 5 करोड़ 27 लाख 51 हजार रुपए, अवैध परिवहन से 24 करोड़ 12 लाख 20 हजार रुपए और अवैध भंडारण से एक करोड़ 36 लाख 55 हजार रुपए के अर्थदण्ड की वसूली की गई.
 नई रेत नीति में ई-टेंडर प्रक्रिया
उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश रेत नियम-2019 में रेत खनिज के निवर्तन के लिये जिलेवार रेत खदानों के समूह बनाकर ई-टेण्डर की प्रक्रिया लागू की गई है. इससे निविदाओं के माध्यम से रेत खदानों के संचालन का प्रावधान किया गया है. इस प्रक्रिया से राज्य शासन को अधिकतम राजस्व की प्राप्ति होगी. मध्यप्रदेश गौण खनिज नियम में संशोधन किये गये हैं. विधि विभाग से परीक्षण के बाद नए नियमों को अधिसूचित कर दिया जाएगा.
नर्मदा नदी में मशीनों से रेत उत्खनन पर रोक
मध्यप्रदेश रेत (खनन, परिवहन, भण्डारण एवं व्यापार) नियम-2019 के प्रावधानों में नर्मदा नदी में रेत खनिज का उत्खनन मशीनों से नहीं किया जा सकेगा. अन्य नदियों में रेत खनिज उत्खनन में मशीन का उपयोग करने की अनुमति पर्यावरण स्वीकृति के आधार पर दिये जाने का प्रावधान किया गया है. संबंधित ग्राम पंचायतों को इससे प्राप्त होने वाली राशि में भी वृद्धि के प्रावधान किये गये हैं.

शीतलहर की चपेट में मध्यप्रदेश, कई जिलों में ‘कोल्ड डे’

छाया रहेगा कोहरा, पाला गिरने की भी चेतावनी

मध्यप्रदेश इन दिनों शीतलहर की चपेट में है. राज्य के कई जिलों में शीतलदिन ‘कोल्ड डे’ रहा है. वहीं कई जिलों में आगामी 24 घंटों के दौरान ‘कोल्ड डे’ रहने की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है. मौसम विभाग  ने राज्य के कई जिलों में घना कोहरा छाने और पाला गिरने की भी चेतावनी दी है.
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में शीतलहर का असर दिखाई दे रहा है. राज्य के दर्जनभर से ज्यादा जिलों में गुरुवार को ‘कोल्ड डे’ रहा. राजधानी भोपाल में गुरुवार की रात को न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान रहा. वहीं आज भी दिन में धूप तो निकली, मगर ठंड का असर बरकरार रहा. मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को राज्य के रीवा, सतना, बालाघाट, सिवनी, सागर, टीकमगढ़, बैतूल, भोपाल, राजगढ़, रायसेन, इंदौर, धार और रतलाम जिलों में ‘कोल्ड डे’ रहा. वहीं उमरिया, जबलपुर, सिवनी, छतरपुर, सागर, टीकमगढ़, रायसेन, रतलाम, दतिया, ग्वालियर और श्योपुर जिलों में शीतलहर का असर रहा. बीते 24 घंटों के दौरान राज्य के उमरिया, टीकमगढ़, दतिया, ग्वालियर और श्योपुरकलां में सबसे कम न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार राज्य में उत्तर से आ रही सर्द हवाओं ने ठंड को बढ़ाया है. 
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार  हवा के ऊपरी भाग में पश्चिमी विक्षोभ होगा और नीचे की हवाओं का दिशा पूर्वी होगी. यही नहीं, उत्तर की ओर से शुष्क हवाएं आएंगे, दक्षिण की ओर से आने वाली हवाओं में नमी होगी. दो अलग-अलग प्रकृति की हवाओं के टकराव के कारण 30 दिसंबर से एक जनवरी तक बादल छाने और बूंदाबांदी होने के आसार हैं. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार प्रदेश पर उत्तर भारत के पहाड़ों से आने वाली बर्फीली हवाएं अपना असर दिखाएंगी जिसके चलते इंदौर, उज्जैन, होशंगाबाद, भोपाल, ग्वालियर सहित कई इलाकों में दिन और रात के तापमान में बड़ी गिरावट होगी.
इन जिलों में रहेगा ‘कोल्ड डे’
मौसम विभाग के अनुसार राज्य के सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल, उज्जैन और भोपाल संभाग के जिलों में शीतलहर का असर दिखाई देगा. वहीं सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल, उज्जैन, इंदौर, होशंगाबाद और भोपाल संभाग के जिलों में ‘कोल्ड डे’ रहेगा. इसके अलावा सागर,रीवा, शहडोल, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में घना कोहरा छाएगा और पाला गिरने की भी संभावना है.
नये साल में दिखेगा बारिश का असर
मौसम विभाग  के अनुसार नया साल 2020 मध्यप्रदेश के लिए हल्की बारिश लेकर आने की संभावना है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अनुमान है कि 1 और 2 जनवरी को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश देखने को मिल सकती है. बारिश की तीव्रता बहुत ज्यादा नहीं होगी, लेकिन इस दौरान बारिश के साथ ओले गिरने की भी संभावना रहेगी. इसके चलते नया साल का पहला सप्ताह भी प्रदेश कड़ाके की सर्दी के आगोश में रह सकता है.

नगरीय निकाय चुनाव, वार्ड आरक्षण की बढ़ाई तारीख


मध्यप्रदेश के कई जिलों में नगरीय निकाय चुनाव के लिए वार्डों के आरक्षण करने के आदेश का पालन नहीं किया. इसके चलते राज्य सरकार को अपनी समय-सीमा को आगे बढ़ाना पड़ा है. अब वार्ड आरक्षण 30 जनवरी 2020 तक करना होगा, पहले यह तारीख 30 दिसंबर थी.
नगरीय विकास विभाग ने सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी कर कहा है कि निकायों के वार्डों के परिसीमन के लिए नियमों का पालन नहीं हुआ है. इसलिए सभी निकायों में नियम प्रक्रिया के तहत ही वार्ड परिसीमन किए जाए. अंतिम परिसीमन के बाद ही वार्डों की आरक्षण की कार्रवाई शुरू की जाए. ज्यादातर निकायों में वार्ड आरक्षण प्रक्रिया शुरू नहीं हुई थी.  अब नगरीय विकास विभाग ने अब निकाय चुनाव के लिए वार्ड आरक्षण की समय-सीमा 30 दिसंबर 2019 से बढ़ाकर 30 जनवरी 2020 कर दी है. विभाग ने सभी कलेक्टर्स को निर्देश जारी कर कहा कि नगरीय निकायों के वार्डों के परिसीमन के लिए नियमों का पालन नहीं हुआ है. इसलिए सभी निकायों में नियम-प्रक्रिया के तहत ही वार्ड परिसीमन किया जाए.
भोपाल का लटका मामला
भोपाल नगर निगम को दो भागों में बांटने का मामला भी फिलहाल अधर में है. राज्य सरकार ने इसे राज्यपाल की मंजूरी के लिए भेजा था, लेकिन इस पर कोई फैसला नहीं हो सका है. सरकार द्वारा वार्ड आरक्षण की समय सीमा बढ़ाने का आशय यह भी निकाले जा रहे हैं कि अब भोपाल में दो नगर निगम नहीं बनेंगे. इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि 15 नवंबर परिसीमन की आखिरी तारीख थी और सरकार ने सिर्फ वार्ड आरक्षण की समय सीमा बढ़ाई है परिसीमन की नहीं.

कमलनाथ जैसे नंबर एक है, वैसे ही मध्यप्रदेश नंबर एक


पीसी शर्मा 
 जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने प्रदेश को सुशासन में नंबर एक पर आने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ को बधाई दी. उन्होंने कहा की देशभर में  मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्यप्रदेश  को सुशासन में नंबर वन बनाया हैं. वहीं राजस्थान और छत्तीसगढ़ को दूसरा और तीसरा स्थान मिला है, तीनों राज्यों में कांग्रेस का शासन है और कांग्रेस राज्य में ही सुशासन होता हैं. मंत्री ने कहा कमलनाथ जैसे नंबर एक हैं, वैसे मध्यप्रदेश को सुशासन में नंबर एक बनाया है.
जनसंपर्क मंत्री पी.सी.शर्मा ने आज मीडिया से चर्चा करते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा कि  कमलनाथ सरकार को एजेंडा क्लीयर है जहां जनता और सुशासन का मामला हो वहां कोताही नहीं बरती जाएगी.मुख्यमंत्री कमलनाथ को केंद्र में लंबा अनुभव होने के कारण मध्यप्रदेश को फायदा मिला है. उन्होंने सुशासन में प्रदेश को पहले स्थान पर आने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ को बधाई दी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस राजय में ही सुशासन होता है. मध्यप्रदेश के अलावा राजस्थान को दूसरा और छत्तीसगढ़ को सुशासन में दूसरा स्थान मिला है, तीनों राज्यों में कांग्रेस की सरकार है. माफिया के खिलाफ चलाई जा रही कार्रवाई पर मंत्री शर्मा ने कहा कि   मुख्यमंत्री कमलनाथ  का पहले दिन से एक ही एजेंडा है की माफिया के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई करेंग. उन्होंने  कहा की पूरे प्रदेश में माफिया पर कार्रवाई हो रही हैं, जो कांग्रेस से जुड़े थे उन पर भी कार्रवाई की हैं. हमारी सरकार ने जिस तरह इंदौर में जीतू सोनी के खिलाफ कार्रवाई करी, ये उदाहरण है माफिया पर कार्यवाही का. शर्मा ने कहा कि गांवों में संजीवनी क्लीनिक खोलने के लिए नीति बनाई जा रही है. इसके लिए पहले बड़ी बस्तियों को चिन्हित किया जा रहा है. इस योजना के लिए जल्द ही एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा.
यह बड़ा मामला है,  सोनिया गांधी, कमलनाथ लेंगे फैसला
राज्यसभा के लिए दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के भेजे जाने के लिए चल रहे नामों को लेकर जनसंपर्क मंत्री पी.सी.शर्मा ने कहा कि यह बड़ा मामला है, इस पर वे कुछ नहीं कहेेंगे. इस बात का फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और मुख्यमंत्री कमलनाथ को लेना है. उन्होंने कहा कि हमारे पास पहले से दो राज्यसभा सीट थी, दो इस बार रहेंगी और तीसरी सीट के लिए भी हम कोशिश करेंगे.
लगेगी प्रदर्शनी
राजधानी भोपाल में कांग्रेस के  स्थापना दिवस को लेकर खासी तैयारी की जा रहीं हैं. जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एक प्रदर्शनी लगाई जाएगी. इस प्रदर्शनी में देश और प्रदेश के जो भी अध्यक्ष रहे हैं, उनके कार्यकाल और उनके द्वारा जो कार्य किए गए हैं उन्हें प्रदर्शनी के माध्यम से दिखाया जाएगा. गौरतलब है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का शनिवार को 134 वां स्थापना दिवस है. स्थापना दिवस के अवसर पर देश के अलग-अलग हिस्सों में कार्यक्रमों के आयोजन किए गए हैं.

परीक्षा में पूछा क्रांतिकारी आंतकवादी पर सवाल, शिवराज ने जताई आपत्ति


मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय की एम की राजनीति शास्त्र की परीक्षा में क्रांतिकारी आतंकवादी पर सवाल पूछे जाने पर आपत्ति उठाई है. उन्होंने इस मामले की जांच कराकर कार्रवाई किए जाने की मांग की है.
मध्यप्रदेश के जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर से संबद्ध गुना के शासकीय कालेज में एम ए की राजनीति शास्त्र की परीक्षा में  प्रश्नपत्र में देश के क्रांतिकारियों को आतंकवादी बताते हुए उनमें और उग्रवादियों में अंतर पूछा गया था. जिस मामले पर छात्र संगठन डेमोक्रेटिक स्टूडेंट आर्गनाइजेशन (डीएसओ) ने कालेज प्रबंधन के समक्ष कड़ी आपत्ति जताई थी. 
यह मामला जब मीडिया में आया तो पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस पर आपत्ति जताई है. उन्होंने ट्वीट कर जीवाजी विश्वविद्यालय के एम ए थर्ड सेमेस्टर में राजनीति शास्त्र की परीक्षा से संबंधित प्रश्नपत्र की प्रति पोस्ट की है. प्रश्नपत्र में एक प्रश्न में पूछा गया है कि क्रांतिकारी आतंकवादियों के कार्यकलाप का वर्णन कीजिए. उग्रवादी और क्रांतिकारी आतंकवादियों में अंतर पूछा गया है. चौहान ने ट्वीट कर कहा है कि इसे शर्मनाक और दुखदायी बताते हुए कहा है कि जिनके बलिदान के कारण हम खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं. उन्हें कोई कैसे आतंकवादी कह सकता है. उन्होंने राज्य सरकार से इस मामले में तुरंत ही ऐसे गैर जिम्मेदाराना लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
गलत जानकारी पर होगी सख्त कार्यवाही 
उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर में प्रश्न-पत्रों में क्रांतिकारियों को आतंकवादी लिखे जाने पर जांच के आदेश दिए हैं.  पटवारी ने प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा को तीन दिन में समिति द्वारा जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए है.

गुरुवार, 26 दिसंबर 2019

विचारयुद्ध जीतकर भारतमाता के दूध की लाज रखना है: शिवराज



भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून  एक विचारयुद्ध है. हमें इस युद्ध को जीतकर भारत माता के दूध की लाज रखनी है.
शिवराज सिंह चौहान ने यह बात आज राजधानी भोपाल में प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित कोर ग्रुप की बैठक को संबोधित करते हुए कही. बैठक में भाजपा द्वारा चलाए जाने वाले जनजागरण अभियान की रणनीति बनाई गई. बैठक को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा कि  हमें जनता के बीच जाकर यह बताना होगा कि नागरिकता संशोधन कानून की पृष्ठभूमि क्या है? जिन्ना की मांग पर देश का विभाजन हुआ, लेकिन इसमें सिर्फ धरती के ही टुकड़े नहीं हुए, बल्कि इंसानियत की भी हत्या हुई. पाकिस्तान से आने वाली ट्रेनें अल्पसंख्यक हिंदुओं, सिखों और अन्य लोगों की लाशों से पटी हुई आती थीं. अपहरण, लूट, हत्याएं, बलात्कार और अमानवीय अत्याचार हुए. इसके बाद नेहरू-लियाकत समझौता हुआ, जिसमें अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की बात हुई. भारत ने तो अपना वादा निभाया, लेकिन पाकिस्तान में जो हिंदू, सिख अल्पसंख्यक उस समय 22 प्रतिशत थे, अब घटकर 2 प्रतिशत से भी कम रह गए हैं. कहां गए बाकी लोग? उन्होंने कहा कि  इनमें से लाखों लोगों का डरा-धमकाकर धर्मांतरण करा दिया गया, लाखों लोगों को मार डाला गया और कुछ भारत आ गए, क्योंकि उनके लिए भारत ही इकलौता सहारा था. चौहान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने तय किया है कि हम इन शरणार्थियों को जीने का हक देंगे और इसी के लिए नागरिकता संशोधन कानून बनाया गया है. उन्होंने कहा कि हमें जनता के बीच जाकर उन्हें ये सच्चाई बताना है.  चौहान ने कहा कि जनजागरण अभियान का एक महीना वैचारिक युद्ध का महीना है और हमें इस युद्ध को जीतकर भारतमाता के दूध की लाज रखना है.
विरोध करने वाले देशभक्त नहीं : गोपाल भार्गव
बैठक को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष  गोपाल भार्गव ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों को यह बताएं कि हमारे लिए संविधान सबसे ऊपर है. इसमें संशोधन का अधिकार संसद को ही है. संसद ने ही नागरिकता संशोधन कानून बनाया है, यानी देश की जनता ने ही यह कानून बनाया है. ऐसे में जो लोग इस कानून का विरोध कर रहे हैं, वे देशभक्त नहीं हो सकते. उन्होंने कहा कि भारत एक उदार देश है और हमारी संस्कृति उदारता की रही है. बात चाहे तिब्बतियों की हो, या बांग्लादेशियों की हमने सहारा दिया है, भले ही इसके लिए हमें युद्ध लड़ना पड़ा हो. उन्होंने कहा कि भारत बेसहारों को सहारा देने वाला देश है, लेकिन सिर्फ प्रताड़ितों के लिए, यहां आकर आतंक फैलाने वालों के लिए नहीं.

सूर्यग्रहण देखने दिखा बच्चों से लेकर बड़ों में उत्साह



राजधानी भोपाल में आज सूर्यग्रहण देखने का उत्साह बच्चों से लेकर बड़ों तक में दिखाई दिया. चिनार पार्क में ‘आ देखें जरा ’कार्यक्रम के तहत लोगों ने सूर्यग्रहण को देखा.
राजधानी के चिनार पार्क में आज सुबह तेज ठंड के बीच बड़ी संख्या में बच्चों के साथ परिजन भी पहुंचे. इनमें सूर्य ग्रहण को स्पष्ट  रुप से देखने का उत्साह नजर आया. वैज्ञानिक तथ्यों की जानकारी देने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में बच्चों और बड़ों को सोलर व्यूलर की मदद से ग्रहण दिखाया गया. इसका आयोजन विज्ञान प्रसारिका सारिका घारु ने किया था. घारु ने सूर्य ग्रहण को लेकर लोगों में फैली भ्रांति को लेकर भोपाल में लोगों को जागरूक भी किया. विशेषज्ञ सरिका घारू का कहना है कि लोगों में सूर्यग्रहण के लेकर विभिन्न प्रकार की भ्रांतियां रहती है, जिसके बारे में लोगों को आज जागरूक किया गया. उनका कहना है कि आज का सूर्य ग्रहण पड़ा ये 145 साल ऐसा अद्भुत नजारा देखने को मिला है. उन्होंने बताया कि सूर्य ग्रहण को देखने पहुंचे बच्चों और बड़ों को सूर्य ग्रहण का नजारा 9 बजकर 29 मिनट पर हासिये के रुप में दिखाई दिया. इसके बाद यह कटाव घटता रहा. 
सारिका ने बताया कि उनके द्वारा यह कार्यक्रम इस उद्देश्य से आयोजित किया गया जिससे की बच्चों को सूर्य ग्रहण का वैज्ञानिक दृष्टिकोण के बारे में जानकारी दी जा सके. उन्होंने बताया कि 100 से अधिक सोलर व्यूलर की मदद से विद्यार्थी और आमजनों ने एक साथ ग्रहण को देखा. इसके अलावा टेलीस्कोप के जरिए सूर्यग्रहण की लाइव फोटोग्राफी भी की गई. 
मंदिरों में की पूजा, मस्जिद में अता की नमाज
राजधानी में जबतक सूर्यग्रहण रहा तब तक शहर के तमाम मंदिरों के पट भी बंद रहे. सुबह 8 बजे के करीब सूर्यग्रहण लगा और 10 बजकर 57 मिनट पर भारत में सूर्यग्रहण खत्म हुआ. सूर्यग्रहण खत्म होने के बाद पूजा मंदिरों को साफ किया गया, जिसके बाद पूरे विधि विधान से पूजा की गई. वहीं राजधानी की मोती मसाजिद में सूर्यग्रहण प्रभाव के चलते विश्व में कोई आपदा न आए इसके लिए विशेष नमाज का आयोजन किया गया. यह नमाज शहर काजी सैय्यद मुश्ताक अली नकवी ने अता कराई. उन्होंने सूर्य ग्रहण के पहले बुधवार की शाम को मुस्लिम धर्मावलंबियों से घरों पर भी विशेष नमाज अता करने का आग्रह किया था.

मंत्री इमरती देवी ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र, मचा हड़कंप


प्रदेश के कमलनाथ मंत्रिमंडल की मंत्री इमरती देवी ने अधिकारियों से परेशान होकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि जिला प्रशासन अनुमति के बाद भी रेत खदानों को चलने नहीं दे रहा है. इमरती देवी ग्वालियर जिला प्रशासन से नाराज हैं. सिंधिया समर्थक मंत्री के इस पत्र की जानकारी जब अधिकारियों को लगी तो मंत्रालय में हड़कंप मच गया है.
प्रदेश के मंत्री और विधायकों द्वारा लगातार अधिकारियों की शिकायतें मुख्यमंत्री कमलनाथ तक की जा रही है. इन शिकायतों में सिर्फ यही बात होती है कि उनकी अधिकारी सुन नहीं रहे हैं. इन्हीं शिकायतों के क्रम में अब राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक पत्र लिखकर शिकायत की है कि ग्वालियर जिला प्रशासन द्वारा अनुमति के बाद भी रेत खदानों को चलने नहीं दिया जा रहा है. मंत्री इमरती देवी ने पत्र में लिखा है कि ‘मेरे विधानसभा क्षेत्र डबरा जिला ग्वालियर में खनिज विभाग द्वारा 6 खदानों के संचालन की स्वीकृति दी गई थी, किन्तु जिला प्रशासन द्वारा उक्त खदानों के संचालन पर रोक लगाई गई है, जिससे रेत आपूर्ति में अवरोध पैदा हो रहा है साथ ही शासन को राजस्व आय का भी नुकसान हो रहा है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि जिन ग्राम पंचायतों दवारा संचालन की स्वीकृति ली गई है उनके द्वारा भी रास्तों के निर्माण इत्यादि में व्यय किए जाने से उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. जिला प्रशासन द्वारा आधारहीन कारण बताकर उक्त खदानों का संचालन रोका गया है.’
मंत्री ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में अनुरोध किया है कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में शासन द्वारा स्वीकृत सभी 6 रेत खदानों पर जिला प्रशासन ग्वालियर द्वारा लगाई रोक तत्काल हटाने हेतु संबंधितों को निर्देशित करें. इमरती के पत्र से मंत्रालय में हड़कंप मच गया है, क्योंकि सिंधिया की खास मानी जाने वाली इमरती अपने सख्त तेवरों के चलते पहले भी चर्चा में रही हैं. 

जेएनयू, जामिया मिलिया के युवा करेंगे सिंधिया से संवाद


राजधानी भोपाल में स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की याद में एक कार्यक्रम में आयोजि किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में प्रदेश के अलावा जेएनयू, जामिया मिलिया एवं बीएचयू के युवा शामिल होंगे. ये युवा पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से सीधा संवाद करेंगे. राजधानी में आयोजित इस कार्यक्रम ेमें मुख्यमंत्री कमलनाथ के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी भी सिंधिया के साथ मंच पर रहेंगे.
सिंधिया समर्थक और कार्यक्रम के आयोजक कृष्णा घाडगे ने यह जानकारी आज मीडिया को दी. उन्होंने स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की याद में आयोजित यह कार्यक्रम 18 एवं 19 जनवरी को होगा. कार्यक्रम में कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता एक मंच पर दिखाई देंगे. कार्यक्रम में मंच पर ज्योरादित्य सिंधिया के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी भी उपस्थित रहेंगे. पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कार्यक्रम में दूसरे दिन याने 19 जनवरी को युवाओं से सीधा संवाद करेंगे. इस कार्यक्रम के तहत 18 जनवरी को संगीत संध्या का आयोजन किया जाएगा. वहीं 'ब्लड प्लस' नामक एक ऐसे ऐप की लाचिंग की जा रही है, जो प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में खून की जरूरत पड़ने पर मददगार साबित होगा. उन्होंने बताया कि  18 जनवरी को होने वाले आयोजन में मध्यप्रदेश के तीनों दिग्गज नेता शामिल होंगे. कार्यक्रम के तहत 19 जनवरी को युवा संवाद की तर्ज पर युवा वाणी कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा, जिसमें पूरे देश की 60 यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी शामिल होंगे. इस युवा वाणी कार्यक्रम में जेएनयू, जामिया मिलिया और बीएचयू के विद्वान और युवा शामिल होंगे, जो ज्योतिरादित्य सिंधिया से सीधा संवाद करेंगे.

जनजागरण अभियान के लिए नहीं मिल रही अनुमति

केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा प्रशासन को देनी होगी अनुमति

मध्यप्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भाजपा जागरुकता अभियान चलाना की रणनीति बना चुकी है. यह अभियान 1 जनवरी से चलाया जाएग. इस अभियान के तहत भाजपा को मार्च निकालने, सभाएं और गोष्ठी करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा धारा 144 लगने कहा हवाला देकर अनुमति नहीं दी जा रही है, जिससे भाजपा नेता नाराज हैं. केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने इसे लेकर नाराजगी जताई और कहा कि प्रशासन को अनुमति देनी होगी.
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कांग्रेस द्वारा बुधवार को राजधानी भोपाल में मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में निकाले गए शांति मार्च के बाद अब भाजपा ने प्रदेश में जनजागरण अभियान चलाने की रणनीति तय की है. यह अभियान 1 से 15 जनवरी तक पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा. इसकी रणनीति के लिए आज प्रदेश भाजपा कार्यालय में कोर ग्रुप की बैठक हुई. बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह, प्रदेश भाजपा प्रभारी डा. विनय सहस्त्रबुद्धे, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित हुए. बैठक में जनजागरण अभियान को चलाने की रणनीति पर चर्चा हुई. वरिष्ठ नेताओं को जिलों में अभियान के लिए जिला प्रशासन द्वारा अनुमति न दिए जाने की बात पता चली तो भाजपा नेता कमलनाथ सरकार से नाराज नजर आए. केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जनजागरण के  अंतर्गत मार्च और प्रदर्शन के लिए अनुमति नहीं दिए जाने को लोकतंत्र के लिए गलत बताया और कहा कि सरकार को अनुमति देना होगी. सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा कि नागरिका संशोधन कानून को लेकर कांग्रेस जहां खुद भ्रम की स्थिति निर्मित करने के लिए धरना, आंदोलन कर रही है वहीं प्रशासन को भाजपा के लिए अनुमति नहीं दी जा रही है. प्रशासन न सम्मेलन करने दे रहा है और न ही गोष्ठी और न ही मार्च निकालने की अनुमति दे रहा है. उल्टा होर्डिंग के नाम पर जुर्माना लगाने की कार्यवाही की जा रही है.  बैठक शुरू होने पर अल्पसंख्यकों पर हुए अत्याचार और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के इंटरव्यू की वीडियो रिकार्डिंग दिखाई गई.
कोर ग्रुप की बैठक में सभी सांसदों, विधायकों, जिला अध्यक्षों, मोर्चा व प्रकोष्ठ पदाधिकारियों और प्रदेश व राष्ट्रीय कार्यसमिति के पदाधिकारियों व कोर ग्रुप के सदस्यों की मौजूदगी में इस बात पर जोर दिया गया कि कांग्रेस ने जिस तरह से भोपाल में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शांति मार्च किया है, भाजपा के जिला अध्यक्ष जिलों में उससे अधिक लोगों के साथ नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में मार्च निकालें.
अघोषित आपातकाल की ओर बढ़ रहा प्रदेश
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रदेश अघोषित आपात काल की स्थिति की ओर बढ़ रहा है. कांग्रेस के लोगों के लिए सुविधाएं देकर धारा 144 हटाई जाती है और भाजपा के सीएए के जनजागरण के लिए ज्ञापन तक देने की अनुमति नहीं दी जा रही है. यह लोकतंत्र के लिए अच्छा कदम नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रशासन अनुमति के नाम पर भाजपा के अभियान को चलने नहीं देना चाहता है, कांग्रेस के इस मंसूबे को भाजपा का कार्यकर्ता पूरा नहीं होने देगा.
कुलस्ते के बयान से भाजपा में बढ़ी चिंता
कोर ग्रुप की बैठक में शामिल होने आए केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद के लिए अपना दावा एक बार फिर ठोक दिया है. उन्होंने आज मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि वे भी इस पद की दौड़ में है. इसके बाद भाजपा नेताओं में चिंता बढ़ गई है. भाजपा चाह रही है कि इस पद के लिए सामंजस्य से किसी एक नाम पर फैसला कर लिया जाए, मगर कुलस्ते के बयान के बाद स्थिति चुनाव होने की निर्मित हो रही है. कुलस्ते ने कहा कि इस पद को लेकर जल्द ही फैसला होगा. उन्होंने कहा कि मैं ही नहीं कई और भी इस पद के लिए दावेदार है और सभी को अधिकार है कि वे दावेदारी करें.

बुधवार, 25 दिसंबर 2019

एनपीआर हम भी चाहते थे, एनआरसी नहीं

 कमलनाथ ने कहा एनपीआर पर केन्द्र सरकार की नीयत साफ नहीं


मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि एनपीआर को लेकर उनकी नीयत साफ नहीं है.  एनपीआर हम भी चाहते हैं, मगर इसके साथ एनआरसी नहीं. उन्होंने साफ कहा कि हम इस कानून को मध्यप्रदेश में लागू नहीं करेंगे.
राजधानी में नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में आज निकाले गए शांति मार्च को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ  ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि आज जो एनआरसी और सीएए लाया गया है, ये संविधान पर हमला करने वाला कानून है.  उन्होंने कहा कि प्रश्न ये नहीं है कि इसमें क्या लिखा है, प्रश्न ये है कि इसमें क्या नही लिखा है, जो नहीं लिखा है. वो इसके दुरुपयोग के दरवाजे खोलता है. उन्होंने कहा कि एनपीआर तो केन्द्र की पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठनबंधन (संप्रग) सरकार भी लाना चाहती थी, लेकिन उसमें कोई राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) नहीं जुड़ा था. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र की मौजूदा सरकार द्वारा एनपीआर में एनआरसी जोड़कर लाया जा रहा है, जिससे स्पष्ट है कि उनकी नीयत साफ नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के अंदरूनी लक्ष्यों को लेकर उनकी चिंता है. उन्होंने कहा कि हर कानून में सफाई दे दी जाती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में हम इस कानून को लागू नहीं करेंगे.
मुद्दों से ध्यान मोड़ने का अभियान चला रही भाजपा
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा मुद्दों से ध्यान मोड़ने का अभियान चला रही है. उसे देश की समस्याओं की कोई चिंता नहीं है. उन्होंने कहा कि केन्द्र के मंत्री ने स्वयं कहा है कि वह पूरे देश में एनआरसी लाएंगे, लेकिन अब इस पर सफाई दी जा रही है. उन्होंने संविधान बचाओ न्याय शांति यात्रा को शांति मार्च बताते हुए कहा कि वे मध्यप्रदेश ही नहीं देश के हर नागरिक को यह संदेश देना चाहते है कि केन्द्र की मौजूदा सरकार हमारी आने वाली पीढ़ी के भविष्य को किस प्रकार से खतरे में डाल रही है. उन्होंने कहा कि जन विरोधी, संविधान विरोधी तथा समाज विरोधी, ऐसे किसी कानून को मध्यप्रदेश में लागू नहीं किया जाएगा.

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में सड़क पर उतरे कांग्रेसी

 गांधी टोपी लगाकर और हाथ में तिरंगा लिए करते रहे कानून का विरोध
नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में मध्यप्रदेश कांग्रेस द्वारा निकाले गए शांति मार्च में गैर भाजपा विचारधारा वाले संगठनों ने कहा कि लोकतंत्र और देश को बचाने के लिए आज हमने यह शांति मार्च निकाला है. मार्च में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. कांग्रेस के इस शांति मार्च में गांधी टोपी और तिरंगा लिए लोग कानून का विरोध करते नजर आए.
राजधानी भोपाल के रंगमहल चौराहे से कांग्रेस का शांति मार्च की शुरूआत हुई जो मिंटो हाल तक चला. यहां पर गांधी प्रतिमा के सामने यह मार्च समाप्त हुआ. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए हमें सड़क पर उतरना पड़ा है. संविधान बचाओ न्याय शांति यात्रा निकाल रहे कांग्रेस नेताओं का कहना था कि कांग्रेस के नेता सड़कों पर नहीं उतरे हैं, ये देश की जनता है जो लोकतंत्र और देश की एकता के लिए इस प्रदर्शन में शामिल हुई है. गैर भाजपा विचारधारा वाले संगठन के लोग भी इसमें शामिल हुए हैं. मार्च में सभी लोग सीएए और एनआरसी के खिलाफ हाथों में बैनर लेकर चले. कांग्रेस के शांति मार्च का नेतृत्व प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किया. कांग्रेस के प्रदर्शन में निकाले गए इस मार्च में बसपा, कम्युनिस्ट पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, एनसीपी और लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी भी शामिल होगी.
धर्मगुरुओं के साथ नजर आया पूरा मंत्रिमंडल
कांग्रेस के शांति मार्च में धर्मगुरुओं के साथ पूरा मंत्रिमंडल शामिल हुआ. सभी धर्मों के धर्मगुरु विधेयक के खिलाफ नजर आए. मुस्लिम और सिख धर्म के गुरु विशेष रुप से इस मार्च में शामिल हुए. धर्मगुरुओं ने यह संदेश दिया कि सभी धर्म इस विधेयक का विरोध कर रहे हैं. धर्मगुरुओं के अलावा पूरा मंत्रिमंडल भी इस मार्च में शामिल हुआ.
शांति मार्च से पहले मंत्रियों के बंगलों पर रही भीड़
कांग्रेस द्वारा नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में निकाले गए शांति मार्च के पहले सुबह से ही मंत्रियों के बंगलों पर उनके समर्थकों के साथ कार्यकर्ता जुटने लगे थे. कुछ कार्यकर्ता मंत्रियों के गृह क्षेत्र से आए थे तो कुछ उनके प्रभार वाले जिलों से. मंत्रियों के पहुंचने वाले कार्यकर्ताओं के लिए मंत्रियों द्वारा व्यवस्थाएं भी की थी. कार्यकर्ताओं में यहां पहुंचकर मंत्री को चेहरा दिखाने की होड़ सी लगी थी, तो पदाधिकारी जिनके नेतृत्व में आए कार्यकर्ता मंत्री को यह दिखाना चाहते थे कि वे भीड़ के साथ मार्च में शामिल होने पहुंचे हैं.
व्यक्तिगत झंडे बैनर पर रही रोक
शांति मार्च में शामिल होने हजारों की संख्या में पहुंचे कार्यकर्ताओं को इस बार सख्त हिदायत दी थी कि वे इस मार्च में इस बात का ध्यान रखें कि व्यक्तिगत झंडे बैनर लेकर नहीं पहुंचे. उनके सिर पर टोपी होगी और हाथ में झंडा. संगठन द्वारा मार्च के लिए केवल एक रंग दिया गया था, व्यक्तिगत नारेबाजी और झंडे बैनर पर रोक लगाई गई थी. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा तय की गई गाइड लाइन के मुताबिक ही कार्यकर्ता रैली स्थल रोशनपुरा पहुंचे, जिनके हाथ में झंडे थे जो तय गाइड लाइन के ही थे. सभी कार्यकर्ता व्यक्तिगत नारेबाजी से भी बचते रहे. पार्टी द्वारा तय किए गए तिरंगे और विधेयक के विरोध में लिखे श्लोगन के साथ कार्यकर्ता रैली में शामिल हुए.
अराजकता फैला रहे कांग्रेस और वामपंथी
कांग्रेस द्वारा निकाले गए शांति मार्च को लेकर राजधानी भोपाल की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस और वामपंथी मिलकर देश में अराजकता फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये लोग देश के दुश्मन हो सकते हैं, मगर देशहित के लिए कभी खड़े नहीं हो सकते. उन्होंने कहा कि ये जो भी करना चाहें, करें, देश की सुरक्षा के लिए हमारा हर राष्ट्रभक्त तैयार है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की प्रशंसा और कहा कि मोदी और शाह के हाथ में देश सुरक्षित है.
सेवादल कार्यकर्ता भी शामिल हुए मार्च में 
कांग्रेस के शांति मार्च में सेवादल के लालजी देसाई के नेतृत्व में 1 हजार से ज्यादा कार्याकर्ता शामिल हुए. मार्च में सेवादल के कार्यकर्ता लालजी देसाई एवं मध्यप्रदेश कांग्रेस सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सत्येन्द्र यादव के नेतृत्व में अनुशासित ढंग से कतारबद्ध होकर रंगमहल चौराहे से मिंटो हाल तक पैदल मार्च करते हुए पहुंचे. कार्यकर्ताओं ने अपने हाथों में पहले लड़े थे गोरो से अब लडेंÞगे चोरों से, देश का झंडा तिरंगा नहीं चलेगा दो रंगा के नारे लगाएं. देसाई के साथ सेवादल के राष्ट्रीय सचिव चन्द्रप्रकाश बाजपेयी पूर्व अध्यक्ष एवं कांग्रेस प्रवक्ता योगेश यादव भी उपस्थित रहे.
बाजारों में पसरा रहा सन्नाटा
शांति मार्च को देखते हुए पुलिस ने पूरे प्रबंध किए थे. यातायात को दोपहर तीन बजे तक बदल दिया गया था. वहीं न्यू मार्केट क्षेत्र के बाजारों में भी दोपहर तक सन्नाटा पसरा रहा. लोगों को आने-जाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ा. भीड़ देखकर पुलिस ने जगह-जगह बेरीकेट्स लगाकर वाहन चालकों को रोका और दूसरे रास्ते से जाने को कहा गया,जिसके चलते लोगों को परेशान होना पड़ा.
समर्थन में उतरेगी भाजपा, बनाएगी रणनीति आज
राजधानी में कांग्रेस द्वारा विधेयक के विरोध में निकाले गए शांतिमार्च के बाद अब भाजपा विधेयक के समर्थन में सड़क पर उतर कर लोगों को विधेयक की जानकार देगी. भाजपा के प्रदेश प्रभारी डा. विनय सहस्रत्रबुद्ध, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंंह चौहान, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव सहित संगठन के पदाधिकारी कल प्रदेश भाजपा कार्यालय में बैठकर इसकी रणनीति तय करेंगे. कल होने वाली इस बैठक में भोपाल सहित अन्य शहरों में किस तरह से समर्थन रैली निकाली जाए इसकी रणनीति तय की जाएगी. कल होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए भाजपा ने अपने सांसदों, विधायकों के अलावा नगर निगम महापौरों को भी बुलाया है. 

आपने कपड़ों की तरह बदला अधिकारियों को: भार्गव


विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सरकार के साथ-साथ प्रदेश के कलेक्टर और एसपी पर तंज कसा है. उन्होंने प्रदेश में लगातार हो रहे तबादलों को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ पर तंज कसते हुए लिखा है कि  आपका जलवा तो है, यही तो वक्त है बदलाव का, कुछ बदला हो या ना बदला हो, लेकिन अधिकारियों को तो आपने कपड़ों से भी जल्दी बदला है. वहीं कलेक्टर और एसपी को परम जुगाड़ू और चापसूस की संज्ञा तक दे डाली है.
नेता प्रतिपक्ष ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर और एसपी के बदलने का क्रम रोजाना जारी है. जिन जिलों के कलेक्टर और एसपी पिछले एक साल में नहीं बदले गए हैं, उन्हें चापलूसी का चैंपियन माना जाना चाहिए. वह परम जुगाड़ू हैं. ये जुगाड़ देने की ट्रेनिंग देने का विद्यालय भी खोल सकते हैं जो खूब चलेगा.
एक अन्य  ट्वीट करते हुए भार्गव ने लिखा है कि लगता है ऊपर का भुगतान लगातार चालू है, समय बदलने पर ऐसे आज्ञाकारी निष्ठावान अधिकारियों को सरकार द्वारा उनकी निष्ठा के लिए सम्मानित किया जाएगा, एक साल में अधिकारियों की अजीब नस्ल पैदा हो गई है, यदि ऊपर से उन्हें घुटना टेकने के लिए कहा जाता है तो वो शाष्टांग रेंगने लगते हैं. भार्गव ने मुख्यमंत्री पर ट्वीट करते हुए निशाना साधा है. उन्होंने लिखा है कि वास्तव में कमलनाथ आप का जलवा तो है, यही तो वक्त है बदलाव का, कुछ बदला हो या ना बदला हो, लेकिन अधिकारियों को तो आपने कपड़ों से भी जल्दी बदला है.

धरने पर बैठी छात्राएं, सांसद प्रज्ञा पहुंची तो एनएसयूआई ने गो बैक के लगाए नारे

प्रज्ञा सिंह 

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय एक बार फिर सुर्खियों में है. इस बार दो छात्राओं ने प्रबंधन पर आरोप लगाए हैं कि उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और परीक्षा में भी नहीं बैठने दिया जा रहा है. दोनों छात्राओं को कम अटेंडेंस होने के चलते परीक्षा देने से रोक दिया गया है. इसका विरोध करते हुए छात्राएं कड़कड़ाती ठंड में रात भर धरने पर बैठी रही. छात्राओं के धरने का सांसद प्रज्ञा सिंह ने समर्थन किया और वे जब आज धरना स्थल पर पहुंची तो उनका विरोध एनएसयूआई ने किया और गो बैक कहते हुए जमकर नारेबाजी की.
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय एक बार फिर सुर्खियों में है. इस बार दो छात्राओं ने प्रबंधन पर आरोप लगाए हैं कि उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और परीक्षा में भी नहीं बैठने दिया जा रहा है. दोनों छात्राओं को कम अटेंडेंस होने के चलते परीक्षा देने से रोक दिया गया है. छात्राओं का कहना है कि उनकी तबीयत खराब थी. इसी वजह से वो कालेज नहीं आ पार्इं. वे मेडिकल सर्टिफिकेट भी जमा करने गई थी, लेकिन प्रबंधन ने जमा करने से मना कर दिया है. छात्राओं का आरोप है कि सिर्फ उन्हें छोड़कर बाकी स्टूडेंट्स जिनकी शार्ट अटेंडेंस थी, उन्हें फिर से रीएडमिशन दे दिया गया. इतना सब होने के बाद इन दोनों छात्राओं का एडमिशन शार्ट अटेंडेंस के नाम पर काट दिया गया है, जिसकी सूचना भी उन्हें नहीं दी गई. एक छात्रा ने अपने डिपार्टमेंट के एचओडी संजीव गुप्ता पर निजी सवाल पूछने का आरोप भी लगाया है. धरने पर बैठी छात्राओं में एक राजधानी भोपाल की है, तो दूसरी लखनऊ की है. 
सांसद प्रज्ञा ठाकुर का किया विरोध
छात्राओं के धरने पर बैठने की बात जब सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को चली तो वे आज दोपहर को छात्राओं से मिलने विश्वविद्यालय पहुंची. इस बात की जानकारी एनएसयूआई के छात्रों और कार्यकर्ताओं को लगी. वे भी विश्वविद्यालय परिसर पहुंचे और जब सांसद प्रज्ञा वहां पहुंची तो उन्होंने सांसद के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए गो बैक के नारे लगाए. इसी दौरान अभाविप से जुड़े छात्र भी वहां आ गए और एनएसयूआई छात्रों के खिलाफ नारेबाजी करते रहे. हालांकि सांसद इस दौरान विश्वविद्यालय के रेक्टर श्रीकांत सिंह से चर्चा करती रही. उन्होंने रैक्टर से कहां कि वे कुलपति से मिलना चाहती है. इसके बाद रैक्टर सिंह उन्हें कुलपति दीपक तिवारी के पास ले गए. सांसद ने कुलपति से चर्चा करते हुए कहा कि वे सिर्फ ये चाहती हैं कि बच्चियों को परीक्षा दिला दी जाए. रातभर से वे यहां बैठी हुई हैं, जो भी कार्रवाई एमसीयू को करना है वो बाद में करती रहे. बाद में विश्वविद्यालय से  सांसद सीधे राजभवन पहुंची और राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की.

मंगलवार, 24 दिसंबर 2019

कहीं छाएगा कोहरा, कहीं होगी हल्की बारिश

अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र, छाने लगे बादल

मध्यप्रदेश में ठंड अपना असर दिखाने लगी है. मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे के दौरान कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना जताई है. मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ तो फिलहाल दूर चला गया है, लेकिन दक्षिण पूर्वी अरब सागर में बने कम दबाव के क्षेत्र की वजह से पश्चिमी मध्यप्रदेश में कई स्थानों पर बादल छाने लगे हैं और 24 घंटों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है.
राजधानी भोपाल में मंगलवार की सुबह आसमान पर बादल छाए रहे. दोपहर को धूप खिली, मगर ठंडी हवाओं के चलते धूप में तेजी नहीं थी. आज मंगलवार को दिनभर आसमान में बादलों और सूरज के बीच लुकाछिपी होती रही. राजधानी के अलावा सीहोर,  विदिशा, रायसेन, अशोकनगर व गुना सहित अन्य क्षेत्रों में आसमान पर बादल छाए रहे और तेज ठंडी हवाएं चलती रही.  मौसम विशेषज्ञों का  कहना है कि बुधवार से राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के सभी जिलों  में गरज-चमक और बौछारों की स्थिति बन सकती है. ऐसे में तापमान में कमी आएगी.
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बुधवार 25 दिसंबर से प्रदेश के कई स्थानों पर एक बार फिर हल्की बारिश  का दौर शुरू हो सकता है, जो करीब  27 दिसंबर  तक जारी रहने का अनुमान है. इस दौरान ओलावृष्टि होने की भी संभावना है. इसके चलते जहां न्यूनतम पारे में गिरावट दर्ज की जाएगी, वहीं इसके साथ ही प्रदेश में कड़ाके की ठंड आमद दर्ज कराएगी. वहीं दूसरी ओर बादलों के हटने के साथ ही उत्तर से आ रही बफीर्ली हवाएं प्रदेश में आने से पूरे प्रदेश के शीतलहर की चपेट में आने की संभावना भी बनी हुई है. मौसम विभाग के अनुसार राजधानी भोपाल में आगामी दो दिन तक हल्की वर्षा हो सकती है. तीन दिन बाद अधिकतम एवं न्यूनतम में फिर गिरावट आएगी और कड़ाके की ठंड तथा कुछ स्थानों पर शीतलहर भी चलेगी. 
कहीं हल्का तो कहीं घना रहेगा कोहरा
मौसम विभाग के अनुसार राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान उज्जैन, सागर, ग्वालियर, इंदौर, भोपाल संभागों के जिलों में हल्की-हल्की बारिश हुई है. रीवा,सागर, ग्वालियर, चंबल संभागों में कोहरा भी छाया रहा. वहीं सबसे कम न्यूनतम तापमान शिवपुरी में 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार राजय के ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा और उज्जैन संभागों के जिलों में आगामी 24 घंटों के दौरान कहीं पर हल्का तो कहीं पर घना कोहरा रहेगा. वहीं राज्य के रीवा, सागर, ग्वालियर, चंबल, उज्जैन और भोपाल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं पर हल्की बौछारे भी हो सकती है.


भाजपा सांसद पर एफआईआर करने पर एसपी को हटाया


गुना संसदीय क्षेत्र के भाजपा सांसद के.पी.यादव और उनके पुत्र के खिलाफ एफआईआर करने वाले पुलिस अधीक्षक को गृह विभाग ने हटाकर पुलिस मुख्यालय पदस्थ कर दिया है. 
गुना संसदीय क्षेत्र के सांसद डा. के.पी.यादव और उनके बेटे सार्थक यादव पर गलत तरीके से जाति प्रमाण पत्र बनवाने के मामले मेंं अशोकनगर कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है.  पुलिस ने दोनों के खिलाफ धारा 420, 120 बी, 181 एवं 182 के तहत मामला दर्ज किया है. सांसद और उनके पुत्र पर मामला दर्ज किए जाने के बाद अशोक नगर के पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत को वहां से हटाकर पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक पद पर पदस्थ किया  गया है. गृह विभाग द्वारा इस आशय के आदेश जारी कर दिए गए हैं. गृह विभाग के उप सचिव डा. आर.आर.भोंसले के हस्ताक्षर से जारी हुऐ इस आदेश में सिर्फ एक ही नाम है अशोकनगर पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत का. साथ ही उनके स्थान पर किस अधिकारी किसी दूसरे पुलिस अधिकारी की पदस्थापना आदेश भी नहीं निकला है. 

भाजपा चलाएगी अभियान, कांग्रेस प्रवक्ता विधेयक की बताएंगे सच्चाई

भाजपा ने कहा भ्रम फैला रही कांग्रेस, कांग्रेस आरोप बिल से साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण की आशंका

नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने अपने प्रवक्ताओं को सतर्क कर जनता के बीच अपने-अपने तरीके से अपनी बात रखने को कहा है. भाजपा ने जहां कांग्रेस पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए प्रवक्ताओं से कहा है कि वे लोगों के बीच फैले भ्रम को दूर करें, वहीं कांग्रेस ने प्रवक्ताओं से कहा है कि कानून की पेचिदगियों को समझे और लोगों के बताएं कि इस कानून से सांप्रदायिक धु्रवीकरण की आशंका आशंका बनी हुई है.
नागरिकता संशोधन कानून का लेकर जहां प्रदेश कांग्रेस विरोध कर रही है. वहीं भाजपा ने विरोध को देखते हुए अब लोगों के बीच कानून के बारे में जानकारी देने के लिए पदाधिकारियों को सक्रिय किया है. दोनों ही दलों ने इसके लिए अपने प्रवक्ताओं की कार्यशाला का आयोजन किया और अपने-अपने तरीके से कानून को लेकर अपनी बात जनता के बीच पहुंचाने की बात कही. भाजपा नेताओं ने प्रवक्ताओं की कार्यशाला में कांग्रेस पर कानून को लेकर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया और इस भ्रम को दूर करने जनता तक अधिनियम की हकीकत पहुंचाने के लिए 1 जनवरी से अभियान चलाने की रणनीति बनातई. भाजपा का यह अभियान 15 जनवरी तक प्रदेश में चलेगा. विधायक रामेश्वर शर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस को खत्म होते जनाधार की चिंता है, इसलिए वह भ्रम का वातावरण पैदा कर रही है. इसके खिलाफ जनजागरण अभियान चला कर 5 लाख परिवारों से संपर्क किया जाएगा. 
प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने कहा कि कांग्रेस ने 70 वर्षों तक देश के अल्पसंख्यकों को भरमाने का काम किया. मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डा.दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि नागरिका संशोधन विधेयक पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक प्रताड़ना झेल रहे पीड़ितों को न्याय देने का काम करेगा. कार्यशाला के दौरान सीएए को लेकर एक प्रश्न के उत्तर में प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि सीएए को लेकर कमलनाथ के नेतृत्व में होने वाले मार्च पर कांग्रेस को जवाब देना है.
संविधान की मूल भावना पर चोट करने वाला विधेयक
कांग्रेस ने नागरिकता संशोधन विधेयक को संविधान की मूल भावना पर चोट पहुंचाने वाला बताया. प्रवक्ताओं की कार्यशाला में प्रदेश कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने कहा कि प्रवक्ता और मीडिया से जुड़े पदाधिकारी लोगों के बीच विधेयक की सच्चाई को पहुंचाएं. कार्यशाला में वरिष्ठ पत्रकार राकेश दीक्षित ने  कहा कि धारा 370 और राममंदिर जैसे संवेदनशील मुद्दों पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने में असफल रहे भाजपा और संघ को, अब सी.ए.ए. और एन.आर.सी. के माध्यम से सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की संभावना नजर आ रही है, लेकिन जिस तरह से समूचे देश में हर जाति, वर्ग और संप्रदाय के लोग, इस मुद्दे के विरोध में खडे होकर, संविधान की मूल भावना को बचाने के लिए एकजुट होते जा रहे हैं, उससे संघ कबीले को करारा झटका लगा है. समूचे मुद्दे पर भाजपा और संघ की वास्तविक मंशा से कांग्रेस के प्रवक्ताओं को अवगत कराते हुए दीक्षित ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के अनुसार किसी भी देश की खुशहाली का पैमाना, उस देश में रहने वाले अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और उनकी स्थिति से मापा जा सकता है और सीएए ओर एनआरसी पर केन्द्र सरकार का रवैया संयुक्त राष्ट्र की मंशा के साथ ही संविधान की मूल भावना पर भी चोट करने वाला है. 
कांग्रेस का शांति मार्च आज
नागरिक संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में बुधवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में निकाले जा रहे शांतिमार्च में 25 हजार कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इकट्ठा करने के लिए कांग्रेस ने पूरी ताकत झौंक दी है. कार्यकर्ताओं को लाने की जिम्मेदारी भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा और राजगढ़ जिले के जिलाध्यक्षों को सौंपी गई है. साथ ही प्रदेश भर के अन्य जिलों से भी बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लाने के लिए कहा गया है.प्रदेश कांग्रेस कमेटी के राजीव गांधी सभागार में पार्टी पदाधिकारियों की एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें तय लक्ष्य के अनुसार 25 हजार कार्यकर्ताओं को लाने के बारे में जिलाध्यक्षों से बात की गई. शांति मार्च रंगमहल चौराहे से मिंटो हॉल स्थित गांधी प्रतिमा तक निकाला जाएगा.
कई दलों के नेता और प्रतिनिधि शामिल होंगे कांग्रेस के मार्च में
कांग्रेस द्वारा निकाला जा रहा न्याय शांति मार्च में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के शैलेश सैली, बहुजन समाज पार्टी के रामकुमार गौतम, तृणमूल कांग्रेस पार्टी के सतीश चौहान, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बृजमोहन श्रीवास्तव, लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के रघु ठाकुर, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी समेत अन्य कई दलों एवं संगठनों के नेता और उनके प्रतिनिधि बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ सम्मिलित होंगे. कांग्रेस की राष्ट्रीय पदाधिकारी एवं पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन के नेतृत्व में बड़ी संख्या में सोशल एक्टिविस्ट, अधिवक्ता राजेंद्र बब्बर के नेतृत्व में अधिवक्ता संगठन एवं विचार विभाग के प्रमुख भूपेन्द्र गुप्ता के नेतृत्व में कांग्रेस विचार विभाग के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी भी बड़ी संख्या में शामिल होंगे. 

परिवहन मंत्री के ओएसडी के खिलाफ दर्ज किया मामला


मध्यप्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत के ओएसडी के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज किया है. यह मामला एक सामाजिक कार्यकर्ता ने दर्ज कराया है.
पुलिस के अनुसार ऐशबाग थाना क्षेत्र में रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता भुवनेश्वर मिश्रा ने कमल नागर के खिलाफ लोकायुक्त से लेकर अधिकारियों तक भ्रष्टाचार की शिकायत की थी. इससे मंत्री के ओएसडी नाराज थे. इस नाराजगी के चलते कमल नागर ने परिवहन मंत्री के लैंडलाइन  नंबर से उन्हें फोन कर जान से मारने की धमकी दी थी. मिश्रा ने कहा कि उन्हें नागर ने फोन पर कहा कि मैंने शिकायत क्यों की, अब वो मुझे उसे जान से मरवा देंगे. पूरे प्रदेश का परिवहन विभाग मैं ही चलाता हूं. इस धमकी भरी चर्चा की मिश्रा ने आडियो रिकार्डिंग और काल डिटेल निकालकर राजधानी के टीटी नगर थाना पुलिस को देते हुए शिकायत की. पुलिस ने इस शिकायत को जांच में रखा है, लेकिन कार्रवाई नहीं की. इसके बाद मिश्रा ने इस पूरी घटना की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की. वहां भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने अदालत की शरण ली और याचिका दायर की. 
अदालत में प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट अमित निगम ने भुवनेश्वर मिश्रा की याचिका पर सुनवाई करते हुए परिवहन मंत्री के लैंडलाइन नंबर की काल डिटेल बुलाई थी. इस काल डिटेल से यह साबित हुआ कि मंत्री के लैंडलाइन नंबर से मिश्रा के मोबाइल पर काल किया गया था. इसी काल डिटेल के आधार पर न्यायिक मजिस्ट्रेट ने कमल नागर के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज करने के आदेश दिए. कोर्ट ने आदेश में कहा कि आरोपित के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मौजूद हैं.

भाजपा ने कहा तीसरे नंबर पर कांग्रेस आई तो बांट रही मिठाई

शोभा ओझा 

झारखंड के चुनाव परिणामों को लेकर मध्यप्रदेश में सियासी संग्राम छिड़ गया है. कांग्रेस ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि झारखंड की जनता ने भाजपा को बेनकाब कर दिया है. वहीं भाजपा ने भी कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि झारखंड में कांग्रेस तीसरे नंबर पर आ गई, इसलिए मिठाई बांट रही है. 
नरोत्तम मिश्रा 
झारखंड के चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस में उत्साह नजर आया और कांग्रेस भाजपा पर तंज भी कसे. कांग्रेस के मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने चुनाव परिणाम को लेकर कहा कि यह परिणाम भाजपा और आरएसएस की विभाजनकारी राजनीति के विरुद्ध देश की जनता का लघु जनमत संग्रह है. झारखंड की जनता ने भाजपा को बेनकाब कर दिया है. ओझा ने कहा कि झारखंड का ताजा परिणाम देश की दूषित विभाजनकारी राजनीति के बीच झारखंड से बही वह ताजा बयार है, जिसे देश की जनता शिद्दत से महसूस करना चाहती है. उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस गठबंधन को मिली जीत इस बात की ओर इंगित करती है कि विभाजनकारी राजनीति के दिन अब लद चुके हैं और देश की जनता अब वास्तविक मुद्दों से भटकने वाली नहीं है. 
वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस झारखंड में तीसरे स्थान पर आई, इसलिए वह मिठाई बांट रही है. कांग्रेस कभी वहां पर एक नंबर की पार्टी हुआ करती थी. मिश्रा ने गुना सांसद पर  एफआईआर और अशोकनगर पुलिस अधीक्षक के तबादले पर उन्होंने कहा कि सरकार अधिकारियों पर दवाब बना रही है. सरकार में ऊपर से भ्रष्टाचार चल रहा है. और  सीएए पर कांग्रेस भ्रम फैला रही है. राजधानी में 25 दिसंबर को कांग्रेस के मार्च को देखते हुए  कलेक्टर ने धारा 144 हटा दी है. पूर्व मंत्री मिश्रा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि इनकी रणनीति झूठ बोलने की हैं, एक साल में कुछ भी नहीं किया, बजट पास हुआ, लेकिन एक भी नया काम नही किया. किसानों को बोनस नहीं दिया. किसानों की कर्ज माफी नहीं हुई, गौशाला नही खुली. बनाने की बात करते हैं, लेकिन बनाते नहीं हैं.

सोमवार, 23 दिसंबर 2019

भाजपा नेता को किया गिरफ्तार


रोहित नगर सोसायटी मामले में आरोपी बनाए गए भाजपा  नेता घनश्याम राजपूत को कोलार थाने की पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया है. भाजपा नेता घनश्याम राजपूत घनश्याम राजपूत को कोलर थाने की पुलिस ने घर से गिरफ्तार किया है. राजपूत पर भोपाल पुलिस ने 20 हजार का इनाम घोषित का नाम किया था.
 जानकारी के अनुसार घनश्याम राजपूत भोपाल में अड़ीबाजी करता था. गौरतलब है कि बीते सोमवार को रोहित नगर सोसायटी में घनश्याम सिंह राजपूत के अवैध कब्जों पर जेसीबी चली थी. मुख्य सड़क स्थित 2100 वर्ग फीट के प्लॉट पर आगे की तरफ तीन दुकानें बना रखीं थी, जिन पर कार्रवाई की गई थी. आगे का साढ़े तीन मीटर का हिस्सा तोड़ा गया था. इस प्लॉट को घनश्याम ने अपनी पत्नी संध्या राजपूत के नाम पर करा रखा था. घनश्याम के एक और डुप्लेक्स पर भी कार्रवाई की गई थी. उसके आगे के ढ़ाई फिट के हिस्से में बने एक बाथरूम, बालकनी को भी तोड़ा गया. वहीं ड्रग माफिया रईस रेडियो के टीला स्थित मकान को तोड़पे के साथ छोला के लखन राजपूत के घर को भी प्रशासन ने तोड़ दिया था. दोनों बदमाशों ने अपने घर अवैध रूप से बना रखे थे. लखन ने सरकारी जमीन पर दो मंजिला मकान बना रखा था जिसमें दुकान भी थी. रईस रेडियो का 6 हजार वर्गफीट पर नाले की जमीन पर अवैध निर्माण था.

प्रज्ञा के सीट को लेकर विवाद पर गर्माई राजनीति



मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा विमान में सीट को लेकर किए गए विवाद पर राजनीति गर्मा गई है. कांग्रेस ने इस विवाद पर वीडियो जारी किया है, जिसमें वे यात्री से विवाद करती नजर आ रही हैं. कांग्रेस द्वारा जारी यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है
भोपाल की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर का यह वीडियो 21 दिसंबर का है, जब साध्वी प्रज्ञा ठाकुर स्पाइस जेट के विमान से दिल्ली से भोपाल आ रही थीं. प्रज्ञा ने सीट 1-ए बुक की थी,लेकिन, प्रज्ञा ठाकुर व्हीलचेयर का इस्तेमाल करती है इसलिए, उन्हें स्पाइस जेट की तरफ से सीट नंबर 2-ए पर बैठने के लिए कहा गया. जिस पर स्पाइस जेट ने सफाई दी थी कि पहली पंक्ति आपातकाल के लिए होती है इसलिए, साध्वी को दूसरी सीट पर बैठने के लिए बोला गया था. बताया जा रहा है कि इस विवाद के कारण ये फ्लाइट भोपाल से वापस दिल्ली के लिए 20 मिनट की देरी से रवाना हुई.
सांसद प्रज्ञा का यह विवाद जब मीडिया में आया तो इसे लेकर राजनीति गर्मा गई. मध्यप्रदेश कांग्रेस के ट्विटर अकाउंट से अब इस विवाद को लेकर एक नया वीडियो जारी किया गया है. इस वीडियो में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का फ्लाइट में मौजूद यात्रियों से विवाद होता दिखाई दे रहा है. एक यात्री साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से आक्रामक तरीके से बात कर रहा है. यात्री  प्रज्ञा ठाकुर से कह रहा है कि वो एक जनप्रतिनिधि होने के नाते आम लोगों की परेशानी को नहीं समझ रही और उनकी वजह से सभी यात्रियों को परेशानी हो रही है, जिसके लिए उन्हें शर्म आनी चाहिए. इस वीडियो में सांसद को दूसरी सीट पर बैठने के लिए बोला जा रहा है, जिस पर वो ये कहती हुई सुनाई दे रही है कि उन्हें पहले वो नियम दिखाया जाए, जिस कारण उनकी सीट बदली जा रही है.
वीडियो को लेकर कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘अधजल गगरी छलकत जाय. गोडसे समर्थक भाजपा सांसद ने फ्लाइट में अनाधिकृत चेष्टा करते हुये सीट के लिए हंगामा किया. सहयात्रियों को इनकी वजह से काफी परेशान होना पड़ा. सुनिए किस तरह यात्रियों ने सांसद को आईना दिखाया, तब कहीं जाकर शांत हुर्इं.’
झगड़ना है तो प्रदेश हक के लिए केन्द्र से झगड़े प्रज्ञा
सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर का वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस  नेता भाजपा पर हमलावर हो गए हैं. राज्य के  जनसंपर्क मंत्री पी.सी. शर्मा का कहना है कि ये भोपाल की जनता का दुर्भाग्य है कि जिनकों लाखों वोट से जिताकर संसद तक पहुंचाया, वो हवाई जहाज में सीट के लिए लड़ रही हैं. उन्होंने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर के विवाद का वीडियो वायरल हो रहा है.  शर्मा ने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर को झगड़ना है तो केंद्र सरकार से झगड़ें. 16 सौ करोड़ का जो हक है मध्य प्रदेश की जनता का, उसे दिलाने के लड़ाई लड़ें. शर्मा ने आरोप लगाया है कि 15 साल की भाजपा सरकार के कारनामों के चलते 38 में से 26 सहकारी बैंक दिवालिया हुए हैं. उनका कहना है कि अब अपेक्स बैंक की मदद से इन सहकारी बैंकों को पटरी पर लाया जाएगा.
सत्ता के मद में चूर हैं भाजपाई
मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि भाजपा जिस तरह सत्ता के मद में चूर है और पूरे देश में तमाशा कर रहे हैं, वो दर्शनीय है. उन्होंने कहा कि आपने देखा है कि सांसद का जो वीडियो सार्वजनिक हुआ है. वो तो बहुत खतरनाक है, वो जनता से लड़ रही हैं, जो जनप्रतिनिधि यही नहीं समझते हैं कि जिस जनता ने वोट देकर उन्हें चुना है, उसी के साथ अगर वो बदतमीजी पर उतारू हो जाती हैं तो ऐसे में लोग क्या कहेंगे.