मंगलवार, 28 अगस्त 2018

कांग्रेस ने फर्जी मतदाताओं के नाम जोड़ने पर जताई आपत्ति

 भाजपा ने कहा चुनाव के ऐन वक्त पहले बड़ी संख्या में हटा दिए पात्र मतदाताओं के नाम
मुख्य चुनाव आयुक्त ओ.पी.रावत के साथ हुई राजनीतिक दलों की बैठक में कांग्रेस ने 11 लाख फर्जी मतदाताओं के नाम जोड़ने पर आपत्ति जताई. वहीं भाजपा ने चुनाव के ऐन वक्त पहले पात्र मतदाताओं के नाम हटा दिए जाने की शिकायत की. प्रदेश के अन्य राजनीतिक दलों ने भी फर्जी मतदाताओं का मुद्दा उठाया.
मुख्य चुनाव आयुक्त ओ.पी.रावत तीन दिवसीय मध्यप्रदेश दौरे पर हैं. रावत के साथ आज राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों की बैठक थी. बैठक में रावत ने सभी राजनीतिक दलों की समस्याओं को सुना. उन्होंने प्रत्येक दल के पदाधिकारियों से 10-10 मिनट चर्चा की. कांग्रेस की ओर से चुना आयुक्त से मिलने पहुंचे पदाधिकारियों ने कहा कि 24 लाख फर्जी मतदाताओं के नाम हटाए जाने के बाद, अब भी बड़ी संख्या में फर्जी मतदाता है. कांग्रेस ने इन मतदाताओं की संख्या करीब 11 लाख बताई. कांग्रेस पदाधिकारियों ने कहा कि कई मंत्रियों के क्षेत्र में हजारों की संख्या में फर्जी एवं डुप्लीकेट मतदाता है, इनमें कुछ मंत्रियों के क्षेत्रों का विवरण सीडी में भी दिया गया है. कांग्रेस की ओर से एक सीडी भी रावत को दी गई. शिकायतों के अलावा कांग्रेस की ओर से सुझाव भी मुख्य चुनाव आयुक्त को दिए गए.
भाजपा पदाधिकारियों ने चुनाव आयुक्त से मुलाकात में कहा कि चुनाव से ऐन वक्त पहले बड़ी संख्या में पात्र मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए गए हैं, इससे चुनाव प्रक्रिया पर असर पड़ेगा. भाजपा ने मांग की कि 1 जनवरी 2018 के बाद 18 साल के हो चुके युवाओं को भी मतदान करने का मौका दिया जाए. इसके अलावा भाजपा ने यह मांग भी की कि पोलिंग बूथ पर मतदाताओं के इंतजाम के लिए 100 मीटर के दायरे में टैंट लगाने का खर्च प्रत्याशी के बजाए पार्टी के खाते में जोड़ा जाए.  वहीं कम्युनिष्ट पार्टी ने संघ की शाखाओं में जाने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को मतदान प्रक्रिया से दूर रखने की मांग की. 
बोगस नहीं, डुप्लीकेट वोटर थे
राजधानी पहुंचे मुख्य चुनाव आयुक्त ओ.पी. रावत ने कहा कि फर्जी मतदाता को लेकर जो शिकायत आई थी उनकी जांच में पता चला है कि ये मतदाता बोगस नहीं, बल्कि डुप्लीकेट वोटर थे. रावत ने कहा कि आयोग मल्टीपल वोटर्स के नाम हटाने का काम तेजी से चल रहा है.  आयोग राजनीतिक पार्टियों की हर तरह की समस्या को हल करेगा. उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा के बाद उसी के आधार पर विधानसभा चुनाव का रोडमैप तैयार किया जाएगा. कांग्रेस द्वारा मतदाताओं के नामों में आ रही गड़बड़ी की शिकायतों पर उन्होंने कहा कि यह न्यायपालिका का मामला है.इस पर अभी किसी भी तरह की टिप्पणी नहीं की जा सकती

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