लगातार बारिश से जनजीवन हुआ प्रभावित,कई स्थानों पर टूटा सड़क संपर्क
मध्यप्रदेश के कई जिलों में हो रही रुक-रुक कर बारिश से प्रदेश के कई हिस्सों में खतरनाक बनती जा रही है. राज्य के विदिशा, रायसेन के अलावा मंदसौर जिलों में बारिश ने तबाही मचाई है. नदियां उफान पर हैं और बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है. लगातार बारिश के चलते आज प्रदेश के बरगी और राजघाट बांध के गेट खोलने पड़े.
मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश अब कई जिलों में परेशानी का कारण बन रही है. सोमवार से शुरु हुआ बारिश का दौर आज बुधवार को भी जारी रहा. प्रदेश के कई जिलों में लगातार बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है, वहीं नदियां उफान पर हैं और बाढ़ के हालात बनते जा रहे हैं. राज्य के मालवा में मंदसौर में बारिश के कारण भयावह स्थिति बनी तो खंडवा,खरगौन जिलों में भी लगातार बारिश ने नदियों को उफान पर ला दिया. वहीं राजधानी से सटे जिले विदिशा, रायसेन और सीहोर में भी लगातार बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं.
रायसेन और विदिशा में जोरदार बारिश जारी है, यहां सोमवार-मंगलवार की रात 6 घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश ने रायसेन और विदिशा की सड़कें और गलियों में जलभराव की स्थिति बन गई. रायसेन का विदिशा, भोपाल, सागर समेत अन्य स्थानों से सड़क संपर्क टूट गया. बारना नदी के पुल पर पानी आने से दो घंटे से अधिक समय तक जयपुर-जबलपुर नेशनल हाइवे क्रमांक 12 बंद रहा. वहीं विदिशा जिले में लालखेड़ी और सजदाखेड़ी गांव में बाढ़ के हालात हैं, जबकि विदिशा-रायसेन, विदिशा-अशोकनगर-गुना, पठारी-खुरई, विदिशा-गैरतगंज, हैदरगढ़-बैगमगंज, बासौदा-विदिशा-कुरवाई का सड़क संपर्क टूट गया. विदिशा जिले में बेतवा नदी उफान पर है, जिससे कई गांवों का संपर्क टूट गया है.
घंटों बाद मिला वसीम का शव
राजधानी में मंगलवार सुबह उफनते नाले में बहे 15 वर्षीय वसीम की लाश रेस्क्यू टीम ने खोज निकाली. सोमवार-मंगलवार को हुई भारी बारिश के दौरान शहर के नाले उफान पर थे. टीलाजमालपुरा इलाके के कांग्रेस नगर में वसीम नाले में बह गया था. दो दिन से उसे खोजने की काफी कोशिश की जा रही थी, लेकिन बुधवार दोपहर वसीम की लाश मिली.
बरगी, राजघाट बांध के खुले गेट
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के चलते अब बांधों के गेट खुलने लगे हैं. आज जबलपुर के बरगी और अशोक नगर के राजघाट बांध के गेट खोलने पड़े. बांधों में अधिक पानी होने के कारण दोपहर 12 बजे बरगी बांध के 7 गेट और राजघाट बांध के 11 गेट खोले गए. बांधों के गेट खोलने से नदियां उफान पर आ गई.
नागरिकों को सावधानी और सतर्कता की अग्रिम सूचना दें
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में अति-वर्षा से उत्पन्न स्थिति की उच्च-स्तरीय समीक्षा की. उन्होंने कहा कि अति-वर्षा और बाढ़ की संभावना की आशंका के क्षेत्रों की निरंतर निगरानी की जाए. निवासियों को सर्तकता और सावधानी बरतने की अग्रिम समझाइश दी जाए. अति-वर्षा, राहत और पुनर्वास की व्यवस्थाओं की निरंतर निगरानी की जाएं. बाढ़ की आशंका के क्षेत्रों के निकट पुनर्वास स्थलों को चिन्हित करें. पुनर्वास स्थलों पर आपदा की स्थिति में राहत की सभी व्यवस्था अग्रिम रूप से की जाए. बैठक में मुख्यमंत्री को बताया गया कि राजगढ़, आगर और रतलाम में अतिवर्षा की आशंका के दृष्टिगत सतर्कता के चेतावनी जारी की गई है. धार और बड़वानी में राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल तैनात हैं.
भिंड, नीमच में हुई सामान्य से अधिक बारिश
भिण्ड और नीमच जिलों में सामान्य से 20 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है. वहीं सामान्य वर्षा वाले 36 जिले सिंगरौली, उमरिया, दतिया, बड़वानी, बुरहानपुर, मुरैना, सीधी, टीकमगढ़, खंडवा, शिवपुरी, रतलाम, खरगौन, कटनी, झाबुआ, सीहोर, जबलपुर, आगर-मालवा, रायसेन, दमोह, इन्दौर, मंडला, मंदसौर, शाजापुर, उज्जैन, होशंगाबाद, गुना, शहडोल, ग्वालियर, श्योपुर, नरसिंहपुर, विदिशा, रीवा, छिंदवाड़ा, भोपाल, पन्ना और सिवनी है. सामान्य से कम वर्षा वाले 13 जिलों में डिंडोरी, सतना, राजगढ़, छतरपुर, सागर, अनूपपुर, अशोकनगर, अलीराजपुर, धार, देवास, हरदा, बालाघाट और बैतूल हैं.
मध्यप्रदेश के कई जिलों में हो रही रुक-रुक कर बारिश से प्रदेश के कई हिस्सों में खतरनाक बनती जा रही है. राज्य के विदिशा, रायसेन के अलावा मंदसौर जिलों में बारिश ने तबाही मचाई है. नदियां उफान पर हैं और बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है. लगातार बारिश के चलते आज प्रदेश के बरगी और राजघाट बांध के गेट खोलने पड़े.
मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश अब कई जिलों में परेशानी का कारण बन रही है. सोमवार से शुरु हुआ बारिश का दौर आज बुधवार को भी जारी रहा. प्रदेश के कई जिलों में लगातार बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है, वहीं नदियां उफान पर हैं और बाढ़ के हालात बनते जा रहे हैं. राज्य के मालवा में मंदसौर में बारिश के कारण भयावह स्थिति बनी तो खंडवा,खरगौन जिलों में भी लगातार बारिश ने नदियों को उफान पर ला दिया. वहीं राजधानी से सटे जिले विदिशा, रायसेन और सीहोर में भी लगातार बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं.
रायसेन और विदिशा में जोरदार बारिश जारी है, यहां सोमवार-मंगलवार की रात 6 घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश ने रायसेन और विदिशा की सड़कें और गलियों में जलभराव की स्थिति बन गई. रायसेन का विदिशा, भोपाल, सागर समेत अन्य स्थानों से सड़क संपर्क टूट गया. बारना नदी के पुल पर पानी आने से दो घंटे से अधिक समय तक जयपुर-जबलपुर नेशनल हाइवे क्रमांक 12 बंद रहा. वहीं विदिशा जिले में लालखेड़ी और सजदाखेड़ी गांव में बाढ़ के हालात हैं, जबकि विदिशा-रायसेन, विदिशा-अशोकनगर-गुना, पठारी-खुरई, विदिशा-गैरतगंज, हैदरगढ़-बैगमगंज, बासौदा-विदिशा-कुरवाई का सड़क संपर्क टूट गया. विदिशा जिले में बेतवा नदी उफान पर है, जिससे कई गांवों का संपर्क टूट गया है.
घंटों बाद मिला वसीम का शव
राजधानी में मंगलवार सुबह उफनते नाले में बहे 15 वर्षीय वसीम की लाश रेस्क्यू टीम ने खोज निकाली. सोमवार-मंगलवार को हुई भारी बारिश के दौरान शहर के नाले उफान पर थे. टीलाजमालपुरा इलाके के कांग्रेस नगर में वसीम नाले में बह गया था. दो दिन से उसे खोजने की काफी कोशिश की जा रही थी, लेकिन बुधवार दोपहर वसीम की लाश मिली.
बरगी, राजघाट बांध के खुले गेट
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के चलते अब बांधों के गेट खुलने लगे हैं. आज जबलपुर के बरगी और अशोक नगर के राजघाट बांध के गेट खोलने पड़े. बांधों में अधिक पानी होने के कारण दोपहर 12 बजे बरगी बांध के 7 गेट और राजघाट बांध के 11 गेट खोले गए. बांधों के गेट खोलने से नदियां उफान पर आ गई.
नागरिकों को सावधानी और सतर्कता की अग्रिम सूचना दें
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में अति-वर्षा से उत्पन्न स्थिति की उच्च-स्तरीय समीक्षा की. उन्होंने कहा कि अति-वर्षा और बाढ़ की संभावना की आशंका के क्षेत्रों की निरंतर निगरानी की जाए. निवासियों को सर्तकता और सावधानी बरतने की अग्रिम समझाइश दी जाए. अति-वर्षा, राहत और पुनर्वास की व्यवस्थाओं की निरंतर निगरानी की जाएं. बाढ़ की आशंका के क्षेत्रों के निकट पुनर्वास स्थलों को चिन्हित करें. पुनर्वास स्थलों पर आपदा की स्थिति में राहत की सभी व्यवस्था अग्रिम रूप से की जाए. बैठक में मुख्यमंत्री को बताया गया कि राजगढ़, आगर और रतलाम में अतिवर्षा की आशंका के दृष्टिगत सतर्कता के चेतावनी जारी की गई है. धार और बड़वानी में राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल तैनात हैं.
भिंड, नीमच में हुई सामान्य से अधिक बारिश
भिण्ड और नीमच जिलों में सामान्य से 20 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है. वहीं सामान्य वर्षा वाले 36 जिले सिंगरौली, उमरिया, दतिया, बड़वानी, बुरहानपुर, मुरैना, सीधी, टीकमगढ़, खंडवा, शिवपुरी, रतलाम, खरगौन, कटनी, झाबुआ, सीहोर, जबलपुर, आगर-मालवा, रायसेन, दमोह, इन्दौर, मंडला, मंदसौर, शाजापुर, उज्जैन, होशंगाबाद, गुना, शहडोल, ग्वालियर, श्योपुर, नरसिंहपुर, विदिशा, रीवा, छिंदवाड़ा, भोपाल, पन्ना और सिवनी है. सामान्य से कम वर्षा वाले 13 जिलों में डिंडोरी, सतना, राजगढ़, छतरपुर, सागर, अनूपपुर, अशोकनगर, अलीराजपुर, धार, देवास, हरदा, बालाघाट और बैतूल हैं.

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