मामला गर्माया तो कांग्रेस ने लगाया साजिश का आरोप, कहा करेंगे शिकायत
मध्यप्रदेश में चुनावी साल में कांग्रेस के संगठन सेवादल द्वारा संघ की तारीफ करने के मुद्दे पर सियासत गर्मा गई है. बाद में कांग्रेस ने मामले में साजिश का आरोप लगाया और कहा कि वह पुलिस में इसकी शिकायत करेगी.
मध्यप्रदेश के भिंड में आयोजित अखिल भारतीय सेवादल के राष्ट्रीय शिविर के पूर्व ग्वालियर में सेवादल द्वारा एक पत्रकार वार्ता में वितरित किए गए प्रेस नोट ने माहौल गर्मा दिया. इस प्रेस नोट में सेवादल द्वारा संघ की तारीफ की गई. सेवादल द्वारा वितरित किए गए प्रेस नोट में कहा गया कि ‘सेवादल और संघ दोनों को फौजी अनुशासन के लिए जाना जाता है. आरएसएस के संस्थापक डाक्टर हेडगेवार भी कांग्रेस से शुरू में जुड़े और शुरूआत में आजादी के आंदोलन में भाग लिया.’ जब यह मामला सुर्खियों में आया और सियासत गर्माई तो सेवादाल ने इसे प्रिंटिंग मिस्टेक बता दिया. इसके बाद कांग्रेस ने पूरे मामले को साजिश करार दिया. यहां तक की कांग्रेस द्वारा यह का गया कि वह इस पूरे मामले को लेकर पुलिस में शिकायत कराई की.
यह कहा है प्रेस नोट में
सेवादल के प्रेसनोट में आरएसएस की तारीफ करते हुए संघ को फौजी अनुशासन वाला संगठन बताया गया है. यही नहीं सेवादल ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में संघ के संस्थापक डा. हेडगेवार को देशभक्त भी घोषित किया है. इसके साथ ही प्रेस नोट में डा. हेडगेवार के 1921 के असहयोग आंदोलन में भाग लेने और जेल जाने का जिक्र भी किया गया है. प्रेस नोट में 1928 में साइमन कमीशन के भारत आगमन पर आरएसएस के आंदोलन करने का भी उल्लेख किया गया है. सेवादल के मुताबिक, आरएसएस ने आजादी की लड़ाई में भाग लिया था. प्रेस नोट के मुताबिक 1923 तक आजादी आंदोलन में शामिल कांग्रेस कार्यकर्ता जेल जाते और माफीनामा लिखकर बाहर आ जाते थे.
बावरिया भी कर चुके हैं संघ के अनुशासन की तारीफ
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया ने भी बीते दिनों संघ के अनुशासन की प्रशंसा की है. बावरिया ने विदिशा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा की गई धक्का-मुक्की की घटना के बाद बावरिया ने भी संघ की तारीफ की थी. उन्होंने उस वक्त कहा था कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आरएसएस से अनुशासन सीखना चाहिए. उन्होंने कहा था कि आरएसएस के अच्छे पहलुओं की तारीफ करने में कोई संकोच नहीं है. यहां आपको यह भी बता दें कि दीपक बावरिया को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का करीबी माना जाता है.
कांग्रेस के प्रमाण पत्र की नहीं है जरुरत
सेवादल द्वारा संघ की प्रशंसा के मामले को लेकर सियासत जब गर्मा तो प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भी इसमें पीछे नहीं रहे. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने आज प्रदेश कार्यालय में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा या संघ को कांग्रेस के किसी प्रमाण पत्र की जरुरत नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया भी पूर्व में संघ की तारीफ कर चुके हैं.
मध्यप्रदेश में चुनावी साल में कांग्रेस के संगठन सेवादल द्वारा संघ की तारीफ करने के मुद्दे पर सियासत गर्मा गई है. बाद में कांग्रेस ने मामले में साजिश का आरोप लगाया और कहा कि वह पुलिस में इसकी शिकायत करेगी.
मध्यप्रदेश के भिंड में आयोजित अखिल भारतीय सेवादल के राष्ट्रीय शिविर के पूर्व ग्वालियर में सेवादल द्वारा एक पत्रकार वार्ता में वितरित किए गए प्रेस नोट ने माहौल गर्मा दिया. इस प्रेस नोट में सेवादल द्वारा संघ की तारीफ की गई. सेवादल द्वारा वितरित किए गए प्रेस नोट में कहा गया कि ‘सेवादल और संघ दोनों को फौजी अनुशासन के लिए जाना जाता है. आरएसएस के संस्थापक डाक्टर हेडगेवार भी कांग्रेस से शुरू में जुड़े और शुरूआत में आजादी के आंदोलन में भाग लिया.’ जब यह मामला सुर्खियों में आया और सियासत गर्माई तो सेवादाल ने इसे प्रिंटिंग मिस्टेक बता दिया. इसके बाद कांग्रेस ने पूरे मामले को साजिश करार दिया. यहां तक की कांग्रेस द्वारा यह का गया कि वह इस पूरे मामले को लेकर पुलिस में शिकायत कराई की.
यह कहा है प्रेस नोट में
सेवादल के प्रेसनोट में आरएसएस की तारीफ करते हुए संघ को फौजी अनुशासन वाला संगठन बताया गया है. यही नहीं सेवादल ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में संघ के संस्थापक डा. हेडगेवार को देशभक्त भी घोषित किया है. इसके साथ ही प्रेस नोट में डा. हेडगेवार के 1921 के असहयोग आंदोलन में भाग लेने और जेल जाने का जिक्र भी किया गया है. प्रेस नोट में 1928 में साइमन कमीशन के भारत आगमन पर आरएसएस के आंदोलन करने का भी उल्लेख किया गया है. सेवादल के मुताबिक, आरएसएस ने आजादी की लड़ाई में भाग लिया था. प्रेस नोट के मुताबिक 1923 तक आजादी आंदोलन में शामिल कांग्रेस कार्यकर्ता जेल जाते और माफीनामा लिखकर बाहर आ जाते थे.
बावरिया भी कर चुके हैं संघ के अनुशासन की तारीफ
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया ने भी बीते दिनों संघ के अनुशासन की प्रशंसा की है. बावरिया ने विदिशा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा की गई धक्का-मुक्की की घटना के बाद बावरिया ने भी संघ की तारीफ की थी. उन्होंने उस वक्त कहा था कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आरएसएस से अनुशासन सीखना चाहिए. उन्होंने कहा था कि आरएसएस के अच्छे पहलुओं की तारीफ करने में कोई संकोच नहीं है. यहां आपको यह भी बता दें कि दीपक बावरिया को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का करीबी माना जाता है.
कांग्रेस के प्रमाण पत्र की नहीं है जरुरत
सेवादल द्वारा संघ की प्रशंसा के मामले को लेकर सियासत जब गर्मा तो प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भी इसमें पीछे नहीं रहे. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने आज प्रदेश कार्यालय में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा या संघ को कांग्रेस के किसी प्रमाण पत्र की जरुरत नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया भी पूर्व में संघ की तारीफ कर चुके हैं.
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