जयस जमा कराएगा जूते-चप्पल, सपा सौंपेगी ज्ञापनमध्यप्रदेश में सरकार द्वारा ‘चरण पादुका योजना’ के तहत आदिवासियों को वितरित किए गए जूते-चप्पलों में कैंसर पैदा करने वाले रसायन मिले होने की बात सामने आने के बाद आदिवासी युवा संगठन (जयस) और समाजवादी पार्टी ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए चुनाव दाव खेला है. जयस आदिवासियों को वितरित किए जूते-चप्पल जिला कलेक्टरों को वापस करेगा. वहीं समाजवादी पार्टी इसे लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेगी.
शिवराज सरकार द्वारा चुनावी साल में आदिवासियों को लुभाने के लिए शुरु की गई ‘चरण पादुका’ योजना के तहत प्रदेश में 11 लाख 23 हजार पुरुषों और 11 लाख 14 हजार महिलाओं तेंदूपत्ता संग्राहकों को जूते-चप्पल एवं पानी की बोतल वितरित की जा रही है. इनमें से 8 लाख 14 हजार पुरुषों को जूते एवं 10 लाख 20 हजार महिलाओं को चप्पल वितरित की जा चुंकी हैं. वितरित किए गए जूतों में लगे इनर सोल में कैंसर पैदा करने वाला रसायन एजेडी लगे होने की पुष्टि हुई है. मध्यप्रदेश लघु वन उपज संघ ने ही जूतों की जांच करवाई थी. बताया जाता है कि जांच रिपोर्ट आने के पूर्व ही जूतों को वितरण कर दिया गया.
इस बात की जानकारी जब मिली तो सरकार सकते आई और खंडन भी किया. मगर अब आदिवासी संगठन जयस और समाजवादी पार्टी को यह मुद्दा मिल गया है. दोनों ने अपने-अपने तरीके से इसका विरोध शुरु कर दिया है. जयस ने विरोध स्वरुप जिन जिलों में जूतों एवं चप्पलों का वितरण हुआ है, वहां पर कलेक्टर को इसे वापस देने का फैसला लिया है. जयस द्वारा जिला स्तर पर प्रदर्शन कर विरोध भी जताया जाएगा. जयस ने यह फैसला लिया है कि जिन आदिवासियों को सरकार ने जूते-चप्पल वितरित किए हैं, उनसे जूते-चप्पल वापस लेकर उन्हें दूसरे जूते-चप्पल दिलाए जाएंगे. जयस द्वारा इसके बाद प्रदेश स्तर पर एक बड़ा प्रदर्शन भी किया जाएगा. वहीं समाजवादी पार्टी ने इसका विरोध शुरु किया है. सपा द्वारा कल सोमवार को प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश सिंह के नेतृत्व में शहडोल जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर इसका विरोध करते हुए कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा जाएगा.
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