रविवार, 26 अगस्त 2018

मध्यप्रदेश में भी थोपी जा रही संघ की विचारधारा

अजय सिंह 
 नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि शैक्षणिक और सांस्कृतिक संस्थान बने संघ का अड्डा
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान का समर्थन करते हुए कहा है मध्यप्रदेश में भी आर.एस.एस. ने शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में अपनी विचारधारा को न केवल लादा है बल्कि उन्हें संघ की एनेक्सी बनाकर रख दिया है.
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में पिछले 15 सालों में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने मुस्लिम ब्रदरहुड की शैली में ही काम किया है. माखनलाल चतुवेर्दी राष्ट्रीय पत्रकारिता संस्थान, अटल बिहारी हिन्दी विश्वविद्यालय, सांची बौद्ध यूनिवर्सिटी यह आर.एस.एस. का अड्डा बने हुए हैं. इन संस्थानों में संघ ने न केवल पूरी तरह कब्जा कर रखा है बल्कि पद के साथ विचारधारा को जोड़कर एक पूरी पीढ़ी को अपने संकीर्ण विचारों के साथ भ्रमित करने का काम कर रखा है. इन संस्थानों में किसी दूसरी विचारधारा को प्रवेश करने की अनुमति नहीं है अगर कोई हिमाकत करता है तो उसे बुरी तरह कुचल दिया जाता है. सिंह ने कहा कि यही हाल संस्कृति विभाग का है पिछले 15 सालों से विचारधारा विशेष से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन होता है और उसकी पूरी कमान संघ के हाथों में होती है. सरकारी धन खर्च पर होने वाले इन कार्यक्रमों में किसी अन्य विचारों को अभिव्यक्ति की आजादी नहीं होती है. उन्होंने कहा विश्व हिन्दी सम्मेलन बिजौरा में हुए सार्वभौम सम्मेलन, अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक धम्म सम्मेलन सहित ऐसे दर्जनों आयोजन संस्कृति विभाग ने किए हैं जिनमें सिर्फ और सिर्फ संघ विचारधारा और उसको पोषित करने वालों को ही आमंत्रित किया गया और उन्हें ही प्रवेश मिला.
नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में सरकारी विभाग, संस्थान विशेषकर शैक्षणिक और सांस्कृतिक संस्थान सिर्फ और सिर्फ आर.एस.एस. और भाजपा के विचारों को पोषित करने वाले संस्थान बनकर रह गए हैं.

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