मध्यप्रदेश केडर के 14 भारतीय प्रशासनिक अधिकारियों को एक जनवरी 2018 से वरिष्ठ समय वेतनमान किया गया है अवि प्रसाद, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व),कसरावद, जिला खरगौन, आशीष वशिष्ठ अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व)लवकुश नगर, जिला छतरपुर, सांकेत मालवीय अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), जोबट, जिला अलीराजपुर, शीतला पटले, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), डबरा, जिला ग्वालियर, तन्वी हुड्डा अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व),नरसिंहगढ़, जिला राजगढ़, रिशव गुप्ता अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व),अमरपाटन, जिला सतना, आदित्य सिंह अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व),जतारा, जिला टीकमगढ़, लोकेश कुमार रामचन्द्र जांगिड़ अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व),सोहागपुर, जिला शहडोल, अंकित अस्थाना अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व),करेरा, जिला शिवपुरी, नेहा मीना अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व),बांगली, जिला देवास, अरूण कुमार विश्वकर्मा अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), हुजूर, जिला रीवा, ऋजु बाफना अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व),राजपुर, जिला बड़वानी, भव्या मित्तल अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व),नागौद जिला सतना, क्षितिज सिंघल अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), दतिया जिला दतिया. यह वरिष्ठ समय वेतनमान-67,700- 2,08,700 (पे मेट्रिक्स-11) 01 जनवरी 2018 से प्रभावशील होगा.
रविवार, 31 दिसंबर 2017
भारतीय प्रशासनिक सेवा के 26 अधिकारियों को कनिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड स्वीकृत
भारतीय प्रशासनिक सेवा के वर्ष 2009 के अधिकारियों को कनिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड 1 जनवरी 2018 से वेतनमान रुपए 78,800 से 2,09,200( पे मेट्रिक्स-12) से स्वीकृत किया गया है. जिनमें प्रियंका दास, अविनाश लवानिया, तरूण कुमार पिथोड़े, सूफिया फारूकी वली, अभिषेक सिंह, धनराजू एस, इलैयाराजा टी,प्रीति मैथिल, अजय गुप्ता, अमित तौमर, तेजस्वी एस नायक, श्री कांत बनोठ, उमेश कुमार, आशीष कुमार, शैलबाला अंजना मार्टिन, जगरीश चन्द्र जटिया, वेदप्रकाश, राकेश कुमार श्रीवास्तव, वन्दना वैद्य, अनुभा श्रीवास्तव, राकेश सिंह, प्रबल सिपाहा, शशिभूषण सिंह, सतेन्द्र सिंह, मनीष सिंह एवं अमरपाल सिंह हैं. भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों में से जिन अधिकारियों द्वारा मिड कैरियर ट्रेनिंग फेज-3 कार्यक्रम पूर्ण कर लिया है उनको छोड़कर शेष अधिकारियों को कनिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड इस शर्त पर स्वीकृत किया है वे वर्ष 2018 में ट्रेनिंग कार्यक्रम में अनिवार्य रूप से भाग लेगें.
भ्रष्टाचार में जीरो टालरेन्स का मुख्यमंत्री का दावा झूठा
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| अजय सिंह |
नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार में वर्ष 2017 में भ्रष्टाचार के मामले में भी अव्वल रहा है. मुख्यमंत्री का यह दावा भी झूठा साबित हुआ कि मध्यप्रदेश भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टालरेन्स की नीति अपनाई जाएगी. सिंह ने कहा कि प्याज खरीदी में 1100 करोड़ दाल खरीदी में 250 करोड़, डीजल में 200 करोड़, रेरा में 180 करोड़, पौधारोपण में 700 करोड़, आर.टी.ई. में 80 करोड़, कटनी में बिजली के पोल शिफ्टिंग में 1 करोड़, आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं के मानदेय में 10 करोड़ (सिर्फ भोपाल में) मनरेगा की फर्जी जाब कार्ड में 100 करोड़ स्मार्टफोन खरीदी में 80 करोड़, गुना के मुक्तिधाम निर्माण कार्य में 15 करोड़, भोपाल और इंदौर में झूला घर में 16 करोड़ और खिलचीपुर नगर पालिका में 61 लाख रुपए का घोटाला वर्ष 2017 में हुआ.
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार का आलम यह है कि मंत्रियों के स्तर पर भी भ्रष्टाचार हुआ. वन मंत्री गौरीशंकर शेजवार ने अपने परिवार को जहां सरकारी खर्च पर यात्रा करवाई वहीं उद्यानिकी राज्यमंत्री सूर्यप्रकाश मीणा ने अपने बेटे और भतीजे को सरकारी खर्च पर विदेश यात्रा करायी. इंदौर में एक ठेकेदार प्रकाश परिहार ने सिर्फ इसलिए खुदकुशी कर ली की वह पी.डब्ल्यू.डी. अफसरों से रिश्वत मांगने से परेशान था.
वर्ष 2017 में हुए घोटाले
1 प्याज घोटाला
2 दाल खरीदी घोटाला
3 भोपाल नगर निगम में डीजल घोटाला
4 नीट परीक्षा घोटाला
5 मोहनपुरा बायी तट घोटाला
6 राशन दुकानों में अनाज घोटाला
7 स्कील डेवल्पमेंट घोटाला
8 पौधारोपण घोटाला
9 आबकारी घोटाला
10 स्वास्थ्य विभाग में लेपटाप घोटाला
11 स्मार्ट साईकिल खरीदी घोटाला
12 आरटीई घोटाला
13 कटनी में पोल शिफ्टिंग घोटाला
14 शौचालय निर्माण में घोटाला
15 विदिशा में 719 करोड़ का लोन घोटाला
16 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता$ओं के मानदेय में घोटाला
17 मनरेगा में फर्जी जाब कार्ड घोटाला
18 साईकिल टेण्डर घोटाला
19 स्मार्ट फोन घोटाला
20 मुक्तिधाम निर्माण घोटाला
21 भोपाल इंदौर में झूला घर निर्माण घोटाला
22 खिलचीपुर नगर पालिका में घोटाला
23 रेरा घोटाला ऐ
कांग्रेस खड़ी है दिव्यांगों के साथ
राजधानी में दिव्यांगों का आज 23 वें दिन भी धरना जारी रहा. उनकी मांगों पर सरकार ने अब तक कोई ध्यान नहीं दिया है. दिव्यांगों के धरने पर आज कांग्रेस के संगठन मंत्री चंद्रिका प्रसादद्विवेदी पहुंचे और दिव्यांगों के साथ होने की बात की.उन्होंने कहा की कांग्रेस पार्टी दिव्यांगों के साथ खड़ी हुई है, और इसके लिए कांग्रेस पार्टी भी सरकार से मांग करती है, की दिव्यांगों की जो उचित मांगे हैं, उन्हें पूरी करनी चाहिये। वहीं दिव्यांगों ने कहा की अगर सरकार हमारी मांगें मानती हैं, तो हम सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का फूल माला से स्वागत करेंगे और अगर सरकार हमारी मांगें नहीं मानती है, तो हम यूं ही धरने पर बैठे रहेंगे.
नमो एप पर सुझाव भेजे सांसद संजर ने
| आलोक संजर |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दी गई जिम्मेदारी पर अब मध्यप्रदेश के सांसद सक्रिय होने लगे हैंं.दरअसल, मोदी ने अब अपनी सरकार की योजनाओं को रेटिंग देने के लिए सांसदों को जिम्मेदारी सौंपी है. सभी सांसदों से 5 बिंदुओं पर सुझाव मांगे गए हैं. सांसदों को ये सुझाव नमो एप पर देना होगा. सुझाव के तहत प्रधानमंत्री की ओर से सांसदों से सरकार की योजनाओं को रेटिंग देने से लेकर आम जनता से मिलने वाले फीडबैक की रिपोर्ट मांगी है. प्रधानमंत्री की इस पहल के बाद सभी सांसद इस जानकारी जुटाने में जुट गए हैं. भोपाल सांसद आलोक संजर ने भी अपने सुझाव नमो एप पर भेजे हैं. हालांकि इसी बीच ये बात भी सामने आई है कि कई सांसद नमो एप को लेकर गंभीर नहीं है. जिस पर बीते दिनों हुई भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं.
लोक शक्ति से हो रहा है नये मध्यप्रदेश का उदय
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| शिवराज सिंह चौहान |
आज मध्य प्रदेश किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है. प्रदेश के नागरिकों में अद्भुत क्षमता, प्रतिभा और प्रदेश के लिए कुछ कर गुजरने की दक्षता है. वर्ष 2017की उपलब्धियां इस बात को मुखरता से रेखांकित करती हैं कि प्रदेश के नागरिकों में भरपूर आत्मविश्वास और संकल्प शक्ति है. नागरिकों की रचनात्मक ऊर्जा और सकारात्मक सोच के साथ ही मध्यप्रदेश ने विकास के नए कीर्तिमान बनाए हैं और 2018 में भी यह सिलसिला जारी रहेगा। सरकार के साथ-साथ नागरिकों की भी जिम्मेदारी थी कि वे विकास में पूरे मनोयोग से अपना योगदान दें. इस जिम्मेदारी को नागरिकों ने अच्छी तरह निभाया है. इसलिए मध्य प्रदेश का कायाकल्प करने का श्रेय सरकार की अपेक्षा नागरिकों को ज्यादा है. नागरिकों के सहयोग और समर्थन के बिना हर काम अधूरा रहता है. मैं नागरिकों को विशेषज्ञ मानता हूं और उनके विवेक का मैंने हमेशा सम्मान किया है.
यह सर्वमान्य तथ्य है कि विकास निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है. एक मुद्दा हल होता है तो दूसरे मुद्दे खड़े हो जाते हैं और फिर उनके समाधान के प्रयासों की श्रृंखला शुरू हो जाती है. सरकार के लिए बिना थके और बिना रुके काम करना अनिवार्य हो जाता है. ऐसे में सिर्फ लोगों के विश्वास की शक्ति ही संबल बढ़ाती है. हम सब नई ऊर्जा, नई आशाओं और अपेक्षाओं के साथ 2018 में प्रवेश कर रहे हैं. जहां एक ओर 2017 में ढेरों उपलब्धियां रही, वहीं कुछ नई चुनौतियां भी सामने आईं जो हमारे संकल्प और दृढ़ इच्छाशक्ति के सामने टिक नहीं पाईं। हमारे प्रयासों में किसी प्रकार की कोताही नहीं रहना चाहिए. लोकशक्ति और लोक-विश्वास की अभिव्यक्ति हमने नर्मदा सेवा यात्रा में देखी. नर्मदा मैया जीवनदायी नदी है.हमारी आस्था में उन्हें मां का दर्जा मिला है. नर्मदा का जीवन ही हमारा जीवन है, इसका बोध होते ही लाखों लोग नर्मदा सेवा यात्रा से जुड़ गए और यह विश्व का सबसे बड़ा नदी बचाओ अभियान बन गया. आज हर तरफ चर्चा है कि जैसा मध्य प्रदेश के लोगों ने अपनी नर्मदा मैया के प्रति आस्था और समर्पण दिखाया, वैसा अन्यत्र संभव क्यों नहीं ? आज कई राज्यों के लिए यह प्रेरणा स्रोत बन गया है. सरकार और समाज के साथ- साथ मिलकर काम करने का यह सबसे अच्छा उदाहरण है.
पिछले साल कई चुनौतीपूर्ण क्षण आए जो समुदाय के सहयोग से समाप्त हो गए हैं. कई चुनौतियों का स्थाई समाधान हो गया. भावांतर भुगतान योजना इसका अच्छा उदाहरण है. अब किसानों को फसलों के दाम गिरने पर भी नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा. ऐसे ही हमारे प्रतिभाशाली बच्चों की चिंता हमेशा के लिए समाप्त हो गई है कि उच्च स्तर की पढ़ाई का खर्चा कौन उठाएगा? अब बच्चों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. उन्हें सिर्फ पढ़ना है, अच्छे नंबर लाना है. बाकी चिंता करने के लिए सरकार है। परीक्षा को शुरू होने में अब कुछ ही समय रह गया है. मैं बच्चों से कहना चाहूंगा कि खूब पढ़े और अच्छे नम्बर लाकर अपने माता-पिता को 2018 का सर्वश्रेष्ठ उपहार दें.
वर्ष 2017 में युवाओं की अपेक्षाएं पूरा करने के लिये युवा सशक्तिकरण मिशन की शुरुआत हुई थी. नये साल में इसके परिणाम मिलेंगे.इसी प्रकार महिलाओं के स्व-सहायता समूह के रूप में नारी शक्ति का उदय हुआ है.नये साल में यह एक सशक्त आर्थिक आंदोलन बन जायेगा. नए साल की शुरुआत में एक और बात का स्मरण कराना चाहूंगा. आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत का तेजी से कायाकल्प हो रहा है. नए संकल्पों के साथ नया भारत उभर रहा है. हम संकल्प लें कि मध्य प्रदेश के संवेदनशील नागरिक के रूप में हमारा भी सर्वश्रेष्ठ योगदान होगा। अपनी पूरी क्षमता और प्रतिभा के साथ नया भारत बनाने में सहयोग करें. नए भारत में नया मध्य प्रदेश बनाना हमारा मिशन है. सभी नागरिकों को नए वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं, सब सुखी हों, सबका मंगल हो, नए साल में सब स्वस्थ रहें, यही ईश्वर से प्रार्थना है.
किसानों की अनदेखी की सरकार ने
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| अजय सिंह |
सबका साथ-सबका विकास के लिए संकल्पित हों प्रदेशवासी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को नव-वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई दी हैं. चौहान ने कामना की है कि नया वर्ष सबके जीवन में सुख-समृद्धि, रिद्धि-सिद्धि लाएं. सबके घर-आँगन खुशियों से भर जाएं. मुख्यमंत्री ने सन्देश में कहा है कि मध्यप्रदेश और देश के विकास में सभी वर्ग अपनी सक्रिय भागदारी सुनिश्चित करें. उन्होंने नागरिकों का आव्हान किया है कि नव-वर्ष में अपनी नागरिकता के कर्तव्यों के पालन का संकल्प लें. संकल्पित हों कि नये वर्ष में केवल अपने लिये नहीं, बल्कि अपने देश, प्रदेश और समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्धता के साथ दायित्वों का निर्वहन करेंगे. चौहान ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि 'सबका साथ - सबका विकास' के मूल-मंत्र के साथ , नई ऊर्जा और उत्साह के साथ निरंतर आगे बढ़ने का प्रयास करेंगे.
मध्यप्रदेश में आप निकालेगी बदलेंगे मध्यप्रदेश संकल्प यात्रा
आम आदमी पार्टी ने नये साल में बदलेंगे मध्यप्रदेश संकल्प यात्रा निकालने का फैसला लिया है. यह यात्रा 2 जनवरी से शुरु होगी, जो 18 मार्च तक चलेगी.यह जानकारी आज मध्यप्रदेश आप के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल ने दी. पत्रकारों से चर्चा करते हुए अग्रवाल ने बताया कि यात्रा प्रदेश के सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी. यात्रा 4 चरणों में पूरी होगी. पहले 3 चरणों के अंत में हर विधानसभा क्षेत्र में किसान, बिजली और अन्य स्थानीय मुद्दों पर प्रदर्शन किया जाएगा. यात्रा के चौथे चरण में 7 जोन में जोनल प्रदर्शन किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि यात्रा का पहला चरण 2 जनवरी से 15 जनवरी, दूसरा चरण 22 जनवरी से 4 फरवरी, तीसरे चरण 11 जनवरी से 24 फरवरी तक चलेगा. यात्रा का चौथा और अंतिम चरण 4 मार्च से शुरु होगा, जो 18 मार्च को समाप्त होगा. इस अंतिम चरण में प्रदेश में 7 जोनल प्रदर्शन किए जाएंगे. 10 मार्च को रीवा, 11 मार्च को ग्वालियर, 12 मार्च को उज्जैन, 14 मार्च को बुंदेलखंड, 15 मार्च को जबलपुर, 16 मार्च को इंदौर और 18 मार्च को भोपाल जोन में प्रदर्शन किया जाएगा. अग्रवाल ने बताया कि पार्टी कार्यकर्ता यात्रा के दौरान गांव-गांव, मोहल्ले-मोहल्ले जाकर लोगों से संपर्क करेंगे और उन्हें दिल्ली में केजरीवाल सरकार के द्वारा किए कार्याें की जानकारी देंगे. साथ ही प्रदेश की भाजपा सरकार की नाकामी का गिनाएंगे.
सरकार बनने पर क्या करेंगे यह बताएंगे
अग्रवाल ने बताया कि यात्रा के दौरान पार्टी कार्यकर्ता, आमजन को यह बताएगा कि प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती तो वे किन कामों को करेंगे. इसके लिए वर्तमान में 14 बातों को लेकर पार्टी कार्यकर्ता आमजन के बीच पहुंचेगा. इन 14 बातों में किसानों का पूरा कर्ज माफ करने, बिजली की कीमत आधी करना, सिंचाई के लिए किसान को भरपूर पानी देने, हर पंचायत में शासकीय दवाखाना खोलने, ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत रोजगार, बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता, नियमित रुप से साफ और मुफ्त पानी देने, प्रदेश में शराबबंदी करने, महिला सुरक्षा का वादा, जरुरतमंद परिवार को पक्का मकान, पट्टा देने, शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने, पेट्रोल, डीजल की कीमत कम करने और संविदा कर्मचारियों की मांग पूरी करने का वादा करेंगे.
गायों की मौत पर सक्रिय हुई कांग्रेस, घेरेगी सरकार
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| अरुण यादव |
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| अजय सिंह |
प्रदेश के आगर मालवा जिले में गौ-अभयाराण्य में हुई 50 से अधिक गायों की मौत को लेकर कांग्रेस सक्रिय हो गई है. कांग्रेस इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है. इसके तहत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजयसिंंह 2 जनवरी को गौ-अभयारण्य जाकर जांच करने का फैसला लिया है.
प्रदेश की भाजपा सरकार को नये साल में गायों के मुद्दों पर कांग्रेस ने घेरने की तैयारी की है. इसके तहत आगर-मालवा में हाल ही में हुई गायों के मुद्दों को लेकर कांग्रेस सक्रियता दिखा रही है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह दोनों ही 2 जनवरी को एक साथ आगर मालवा के उस गौ-अभयारण्य जाएंगे, जहां पर गायों की मौत हुई है. दोनों ही नेता यहां पहुंचकर अभयारण्य में मृत गायों के कारणों की जानकारी लेंगे, इसके बाद वे सुसनेर पहुंचकर वहां कांग्रेस द्वारा आयोजित धरने में शामिल होंगे. दोनों ही नेता इसके बाद प्रदेश में गायों के अलावा किसानों के मुद्दे पर सक्रियता दिखाते हुए भाजपा सरकार को घेरने की तैयारी करेंगे.
उल्लेखनीय है कि आगर-मालवा जिले के सुसनेर में स्थित सालरिया गौ-अभयारण्य में बीते 28 दिनों में 58 गायों की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. जिला प्रशासन ने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है, साथ ही भूसे को जांच के लिए भोपाल की प्रयोगशाला भेजा गया है.आगर-मालवा के जिलाधिकारी अजय गुप्ता ने बताया कि 1 से 28 दिसंबर के मध्य 58 गायों की मौत हुई है. इनमें कई गाय बीमार थीं, मगर कुछ लोगों द्वारा भूसे के दूषित होने की आशंका के मद्देनजर आपूर्तिकर्ता की निविदा को निरस्त कर दी गई है. भूसे को जांच के लिए भोपा ल की प्रयोगशाला भेज दिया गया है. इसके साथ ही जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच दल गठित किया गया है. गुप्ता के मुताबिक, जितनी गायों की मौत हुई है, सभी के पोस्टमार्टम कराए गए हैं. 58 से ज्यादा गायों की मौत के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर कोई इसके प्रमाण देता है तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
शुक्रवार, 29 दिसंबर 2017
उज्जैन कलेक्टर और महाकाल मंदिर प्रशासन को नोटिस
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| अरूणिमा सिन्हा |
अरूणिमा मामले को मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लिया
दिव्यांग एवरेस्ट विजेता अरूणिमा सिन्हा के महाकाल मंदिर में दर्शन न कर पाने के मामले को मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है. आयोग ने उज्जैन कलेक्टर और महाकाल मंदिर प्रशासन को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है.
आयोग ने पूछा है कि मंदिर में दर्शन के लिए आए दिव्यांगों और वृद्धजनों के लिए क्या विशेष प्रबंध किए गए हैं, और नंदी हाल में प्रवेश के लिए आवश्यक परिधान की जानकारी आमजनों को पहले से ही कराने के लिए क्या व्यवस्था की गई है.बता दें कि दुनियाभर में सबसे पहले माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने वाली विश्व की पहली दिव्यांग अरुणिमा सिन्हा को उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में अव्यवस्थाओं का आरोप लगाते हुए था कि उन्हें एवरेस्ट पर चढ़ने में इतनी दिक्कत नहीं आई, जितना महाकाल मंदिर के दर्शन करने में आई.अरुणिमा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ट्विट कर बताया था कि "आपको ये बताते हुए बहुत दु:ख है कि मुझे एवरेस्ट चढ़ने में इतनी दिक्कत नहीं हुई, जितनी महाकाल मंदिर उज्जैन में हुई. वहां मेरी दिव्यंगता का मजाक बना."ट्वीट के बाद हालांकि पहले महाकाल मंदिर प्रशासन की ओर से सफाई दी गई. इसके बाद प्रदेश सरकार की मंत्री अर्चना चिटनिस ने घोषणा की कि वे अरुणिमा को मनाने जाएंगी और फिर से मध्यप्रदेश आने का निमंत्रण देंगी.
अरुणिमा बुरहानपुर में मंत्री अर्चना चिटनिस के पिता की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ही मध्यप्रदेश आईं थीं. कार्यक्रम में भाग लेने के बाद अरुणिमा ने महाकाल मंदिर में दर्शन करने के लिए बुकिंग कराई थी. बुकिंग अर्चना चिटनिस के मेहमान के तौर पर ही दर्ज हुई थी.
भोपाल का दिल धड़केगा मुंबई में
राजधानी में आज कारिडोर बनाकर राजधानी के शशांक नामक युवक का दिल मुंबई ट्रांसप्लांट के लिए भेजा गया. कारिडोर शाहपुरा स्थित एक निजी चिकित्सालय से विमानतल तक बनाया गया था.
राजधानी के कोलार क्षेत्र में रहने वाले शशांक मोराने 19 दिसंबर को दुर्घटना में घायल हुए थे. इसके बाद से उनका इलाज एक निजी चिकित्सालय में चल रहा था. इलाज के दौरान आज चिकित्सकों ने शशांक का ब्रेन डेड होने की बात उनके परिजनों को बताई. इसके बाद परिजनों ने चर्चा कर शशांक का लीवर, दोनों किडनी, स्कीन ओर आंखे डोनेट करने की बात कही. से सभी अंक भोपाल में डोनेट किए गए. परिजनों की सलाह के बाद चिकित्सकों ने शशांक का हृदय मुंबई भेजने का फैसला लिया. इसके बाद दोपहर को कारिडोर बनाकर शशांक का हृदय मुंबई के लिए रवाना किया गया.
राजधानी के कोलार क्षेत्र में रहने वाले शशांक मोराने 19 दिसंबर को दुर्घटना में घायल हुए थे. इसके बाद से उनका इलाज एक निजी चिकित्सालय में चल रहा था. इलाज के दौरान आज चिकित्सकों ने शशांक का ब्रेन डेड होने की बात उनके परिजनों को बताई. इसके बाद परिजनों ने चर्चा कर शशांक का लीवर, दोनों किडनी, स्कीन ओर आंखे डोनेट करने की बात कही. से सभी अंक भोपाल में डोनेट किए गए. परिजनों की सलाह के बाद चिकित्सकों ने शशांक का हृदय मुंबई भेजने का फैसला लिया. इसके बाद दोपहर को कारिडोर बनाकर शशांक का हृदय मुंबई के लिए रवाना किया गया.
कांग्रेस ने मंत्री के बंगले पर सीटियां बजाकर किया प्रदर्शन
राजधानी भोपाल में बीते 12 दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे दिव्यांगों के समर्थन में कांग्रेस आज फिर दोबारा सड़क पर उतरी है. इस बार कांग्रेसियों ने एक अनूठा तरीका अपनाते हुए सीटियां बजाकर प्रदर्शन किया.
कांग्रेस कार्यकर्ता आज शुक्रवार सुबह सीटियां बजाते हुए प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण मंत्री गोपाल भार्गव के बंगले का घेराव करने दोबारा पहुंचे. इससे पूर्व बीते बुधवार को भी कांग्रेसियों ने मंत्री भार्गव के बंगले का घेराव किया था. सीटियां बजाते हुए जब कांग्रसी मंत्री गोपाल भार्गव के बंगले का घेराव करने पहुंचे थे, तो पुलिस ने बैरिकेट्स लगाकर उन्हें रोकने का प्रयास किया. इस दौरान कांग्रेसियों ने पुलिस कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की भी की. बाद में पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों को गिरफ्तार किया. प्रदर्शन में शामिल कांग्रेस पार्षद प्रदीप मोनू सक्सेना ने बताया कि इस समय प्रदेश की सत्तारूढ़ भाजपा सरकार कुंभकरण की नींद हो रही है. इसका कारण यह है कि प्रदेश के दिव्यांग बीते 12 दिनों से अपनी 23 सूत्री मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं. सक्सेना का कहना है कि जब शिवराज सरकार अपने राज्य के दिव्यांगों की समस्याओं को नहीं सुलझा पा रही है, तो वह आम लोगों की मदद कैसे करेगी. उल्लेखनीय है कि रोजगार, हॉस्टल सुविधा दिए जाने समेत 23 सूत्री मांगों के समर्थन में प्रदेश के दिव्यांग, बीते 18 दिसंबर से धरने पर बैठे हैं. प्रदेश सरकार के रवैए के विरोध में दिव्यांगों ने बीते सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन को कालेदिवस के रूप में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया था.बीते मंगलवार को दिव्यांगों ने जल सत्याग्रह करते हुए चेतावनी दी है कि यदि सरकार जल्द से जल्द उनकी मांगों को पूरा नहीं करेगी, तो वह अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे.
भारतीय संस्कृति को सृजित करने में युवा की अह्म भूमिका
संस्कृति राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटवा ने कहा है कि भारतीय संस्कृति को सृजित करने में युवा वर्ग की अहम भूमिका है.मध्यप्रदेश के अलाव अन्य राज्यों के विभिन्न स्थानों से आये कलाकारों ने एक ही स्थान पर छात्र-छात्राओं को कलाकृतियाँ बनाने के लिये सिखाने का काम किया जा रहा है वह प्रशंसनीय है.
राज्य मंत्री आज शुक्रवार को गौहर महल भोपाल में जनजाति संग्रहालय एवं सेतु इंडिया द्वारा आयोजित छह दिवसीय सांस्कृतिक कॉर्निवाल का शुभारंभ कर रहे थे. पटवा एवं कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि पूर्व महापौर कृष्णा गौर ने प्रदर्शनी में लगे 13 स्टॉल का अवलोकन कर प्रदर्शित कलाकृतियों को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि राजधानी भोपाल में पहली मर्तबा पेपर क्रॉफ्ट, जूट क्रॉफ्ट, भील आर्ट, गोंड आर्ट, टेराकोटा आर्ट, ब्लॉक प्रिंटिंग, मांडना आर्ट और वुड कार्विंग की इस प्रदर्शनी की विशेषता के दौरान युवा वर्ग को कला का उपयुक्त मंच देने का प्रयास सफलीभूत होगा. राज्य मंत्री ने कलाकारों की इन बेजोड़ कलाकृतियों को राजधानी के बाहर जिला-स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने की जरूरत बताई. सेतु इण्डिया के संस्थापक सदस्य तनुश्री पटवा, श्वेता ओझा एवं पलक भंडारी ने बताया कि सांस्कृतिक कॉर्निवाल में प्रदर्शनी, किस्सागोई, सामूहिक चचार्एँ, कार्यशाला, फूड जोन सहित बहुत कुछ एक ही छत के नीचे 6 दिन तक चलेगी. पहले दो दिन में फोटोग्राफी प्रतियोगिता और हेरिटेज वॉक के लिये सुप्रसिद्ध कलाकार सिकंदर मलिक विशेष रूप से मौजूद रहेंगे. कार्यक्रम में पहले दिन भोपाल सहित कई स्थानों से आये छात्र-छात्राओं और युवा वर्ग ने बड़ी संख्या में अपना पंजीयन कराया है.
राज्य मंत्री आज शुक्रवार को गौहर महल भोपाल में जनजाति संग्रहालय एवं सेतु इंडिया द्वारा आयोजित छह दिवसीय सांस्कृतिक कॉर्निवाल का शुभारंभ कर रहे थे. पटवा एवं कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि पूर्व महापौर कृष्णा गौर ने प्रदर्शनी में लगे 13 स्टॉल का अवलोकन कर प्रदर्शित कलाकृतियों को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि राजधानी भोपाल में पहली मर्तबा पेपर क्रॉफ्ट, जूट क्रॉफ्ट, भील आर्ट, गोंड आर्ट, टेराकोटा आर्ट, ब्लॉक प्रिंटिंग, मांडना आर्ट और वुड कार्विंग की इस प्रदर्शनी की विशेषता के दौरान युवा वर्ग को कला का उपयुक्त मंच देने का प्रयास सफलीभूत होगा. राज्य मंत्री ने कलाकारों की इन बेजोड़ कलाकृतियों को राजधानी के बाहर जिला-स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने की जरूरत बताई. सेतु इण्डिया के संस्थापक सदस्य तनुश्री पटवा, श्वेता ओझा एवं पलक भंडारी ने बताया कि सांस्कृतिक कॉर्निवाल में प्रदर्शनी, किस्सागोई, सामूहिक चचार्एँ, कार्यशाला, फूड जोन सहित बहुत कुछ एक ही छत के नीचे 6 दिन तक चलेगी. पहले दो दिन में फोटोग्राफी प्रतियोगिता और हेरिटेज वॉक के लिये सुप्रसिद्ध कलाकार सिकंदर मलिक विशेष रूप से मौजूद रहेंगे. कार्यक्रम में पहले दिन भोपाल सहित कई स्थानों से आये छात्र-छात्राओं और युवा वर्ग ने बड़ी संख्या में अपना पंजीयन कराया है.
मध्यप्रदेश के सागर जिले में तनाव के चलते पुलिसकर्मी ने की खुदकुशी
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| हुकुमचंद बैन |
घटना के बाद आईजी सागर सतीष सक्सेना घटना स्थल पर पहुंचे. प्रारंभिक पूछताछ में पुलिसकर्मी के परिवार के लोगों ने बताया कि शादी के आठ साल बाद भी उसे कोई संतान नहीं थी. वहीं बहन के विवाह का कर्ज भी उस पर था जिसके चलते वो हमेशा तनाव में रहता था. आईजी ने मृतक परिवार को 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता की है.
अतिथि शिक्षकों ने मांगी भीख
राजधानी में अतिथि शिक्षकों का धरना, प्रदर्शन आज दूसरे दिन भी जारी रहा. आज अतिथि शिक्षकों ने भीख मांगकर अपना विरोध जताया. राजधानी के नीलम पार्क में अतिथि शिक्षकों का धरना आज शुक्रवार को भी जारी रहा. धरने के दूसरे दिन प्रदेशभर से बड़ी संख्या में अतिथि शिक्षक भोपाल पहुंचे हैं. अतिथि शिक्षकों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी, तब तक उनका धरना, प्रदर्शन जारी रहेगा. अतिथि शिक्षकों के अलावा नीलम पार्क में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का धरना भी जारी है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि मांगे पूरी न होने तक उनकी अनिश्चितकाली हड़ताल जारी रहेगी. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की हाल ही में 25 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा के बाद करीब 50 हजार से ज्यादा अतिथि शिक्षक विरोध के मूड में आ गए हैं. अतिथि शिक्षकों ने सरकार के सामने 100 फीसदी आरक्षण की मांग रखी है. इसी के कारण नियमितिकरण और वेतन वृद्धि की मांग को लेकर अतिथि शिक्षकों ने भोपाल में बड़ा आंदोलन शुरू कर दिया है. जिसमें आंगनबाड़ी कर्मी और आशा कर्मी भी शामिल हैं.
नेता प्रतिपक्ष पहुंचे धरना स्थल पर
अतिथि शिक्षकों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के चल रहे धरना स्थल पर आज नेता प्रतिपक्ष अजयसिंंह पहुंचे और कांग्रेस का समर्थन धरने को दिया. सिंह ने कहा कि अतिथि शिक्षकों की मांग जायज है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान घोषणा तो कर देते हैं, मगर उसे पूरा नहीं करते. उन्होंने कहा कि अब तक सदन भी वे पूरे समय तक नहीं चलने देते हैं. मैं किस तरह अतिथि शिक्षकों की आवाज सदन में उठाऊं. उन्होंने कहा कि शिवराज यह कहते हैं कि पहले के मुख्यमंत्री सिगरेट के पैकेट पर नौकरी के आदेश दिया करते थे, तो मुझे उनके इस कथन पर गर्व है. कम से कम वे मुख्यमंत्री बेरोजगारों की बात तो सुनते थे और उनकी मांग को भी पूरा करते थे. सिंह ने कहा कि सरकार को सभी नियमों को शिथिल करते हुए अतिथि शिक्षकों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नियमित किया जाना चाहिए. उनकी जायज मांगों को सरकार को पूरा करना चाहिए.
नेता प्रतिपक्ष पहुंचे धरना स्थल पर
अतिथि शिक्षकों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के चल रहे धरना स्थल पर आज नेता प्रतिपक्ष अजयसिंंह पहुंचे और कांग्रेस का समर्थन धरने को दिया. सिंह ने कहा कि अतिथि शिक्षकों की मांग जायज है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान घोषणा तो कर देते हैं, मगर उसे पूरा नहीं करते. उन्होंने कहा कि अब तक सदन भी वे पूरे समय तक नहीं चलने देते हैं. मैं किस तरह अतिथि शिक्षकों की आवाज सदन में उठाऊं. उन्होंने कहा कि शिवराज यह कहते हैं कि पहले के मुख्यमंत्री सिगरेट के पैकेट पर नौकरी के आदेश दिया करते थे, तो मुझे उनके इस कथन पर गर्व है. कम से कम वे मुख्यमंत्री बेरोजगारों की बात तो सुनते थे और उनकी मांग को भी पूरा करते थे. सिंह ने कहा कि सरकार को सभी नियमों को शिथिल करते हुए अतिथि शिक्षकों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नियमित किया जाना चाहिए. उनकी जायज मांगों को सरकार को पूरा करना चाहिए.
हवालात में युवक द्वारा खुदकुशी किए जाने की जांच शुरु
इंदौर में पुलिस हवालात में एक युवक द्वारा आत्महत्या किये जाने की दो अलग^-अलग जांच शुरू हो गयी है. वहीं दो पुलिसवालों को डीआईजी ने संस्पेड कर दिया है.
गौरतलब है कि गुरुवार को कनाडिया थाने में हत्या के मामले में मूसाखेड़ी के सन्नी अलोरिया को पुलिस पूछताछ के लिए थाने में ले कर आयी थी. उसने महिला हवालात में नल पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. अनन-फनन में पुलिस उसे मयूर नर्सिंग होम लेकर पहुंची. जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. परिजनों का आरोप है कि सन्नी के साथ पुलिस ने मारपीट की उसे धमकाया और फिर उसे मार कर फांसी पर लटका दिया. वहीं पुलिस का कहना है कि पिछले दिनों कनाडिया क्षेत्र में जितेन्द्र गोयल की लाश मिली थी. जितेन्द्र को मार कर फेंका गया था. इस मामले की जांच की जा रही थी. जांच में उसके साथ रहने वाले दोस्तों निप्पू, रवि और सन्नी का नाम आया था. निप्पू और रवि को पुलिस ने पकड़ लिया था लेकिन सन्नी फरार था. निप्पू और रवि ने बताया कि जितेन्द्र की मां की कुछ दिनों पहले ही मौत हुई थी. इस मामले में जितेन्द्र उन तीनों को धमकी दे रहा था कि तुम लोगों ने उसके हाथ से उसकी मां का खून करा दिया. जितेन्द्र यह बात किसी को न कह दे इसलिए उसे इन लोगों ने मार डाला. डीआईजी ने थाने में आत्महत्या किये जाने के मामले में थाने के दो पुलिस वाले प्रहरी पारस और हेड मोहर्रिर सुरेश सोलंकी को सस्पेंड कर दिया है. वहीं विजयनगर सीएसपी जयंत राठौर को इस मामले की जांच का आदेश दिया है. विभागी जांच के साथ साथ न्यायिक जांच भी होगी.
गौरतलब है कि गुरुवार को कनाडिया थाने में हत्या के मामले में मूसाखेड़ी के सन्नी अलोरिया को पुलिस पूछताछ के लिए थाने में ले कर आयी थी. उसने महिला हवालात में नल पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. अनन-फनन में पुलिस उसे मयूर नर्सिंग होम लेकर पहुंची. जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. परिजनों का आरोप है कि सन्नी के साथ पुलिस ने मारपीट की उसे धमकाया और फिर उसे मार कर फांसी पर लटका दिया. वहीं पुलिस का कहना है कि पिछले दिनों कनाडिया क्षेत्र में जितेन्द्र गोयल की लाश मिली थी. जितेन्द्र को मार कर फेंका गया था. इस मामले की जांच की जा रही थी. जांच में उसके साथ रहने वाले दोस्तों निप्पू, रवि और सन्नी का नाम आया था. निप्पू और रवि को पुलिस ने पकड़ लिया था लेकिन सन्नी फरार था. निप्पू और रवि ने बताया कि जितेन्द्र की मां की कुछ दिनों पहले ही मौत हुई थी. इस मामले में जितेन्द्र उन तीनों को धमकी दे रहा था कि तुम लोगों ने उसके हाथ से उसकी मां का खून करा दिया. जितेन्द्र यह बात किसी को न कह दे इसलिए उसे इन लोगों ने मार डाला. डीआईजी ने थाने में आत्महत्या किये जाने के मामले में थाने के दो पुलिस वाले प्रहरी पारस और हेड मोहर्रिर सुरेश सोलंकी को सस्पेंड कर दिया है. वहीं विजयनगर सीएसपी जयंत राठौर को इस मामले की जांच का आदेश दिया है. विभागी जांच के साथ साथ न्यायिक जांच भी होगी.
मानव अधिकार संरक्षण अधिनियम का पालन करने के निर्देश
सामान्य प्रशासन विभाग के माध्यम से मानव अधिकार संरक्षण अधिनियम 1993 के प्रावधानों का पालन करने के निर्देश विभिन्न विभागो के कार्यालय प्रमुखों को दिए गए है. जिसमें अधिनियम के माध्यम से नागरिको के अधिकारो का संरक्षण करने की व्यवस्था दी गई है. मानव अधिकार संरक्षण अधिनियम के अन्तर्गत यदि कोई लोक सेवक मानव अधिकारों का अतिक्रमण या अतिक्रमण के निवारण में उपेक्षा य मानव अधिकारो के अतिक्रमण का उत्प्रेरण प्रकट करता है और उसके विरूद्ध जांच में यह सिद्ध हो जाता है तब आयोग संबंधित प्राधिकारी को शिकायतकर्ता, पीड़ित व्यक्ति या पीड़ित के कुटुम्ब के सदस्यो को ऐसा प्रतिकार या नुकसान का संदाय करने की सिफारिश कर सकता है. इसके साथ ही आयोग संबंधित व्यक्ति या व्यक्तियों के विरूद्ध अभियोजन के लिए कार्यवाहियां आरंभ करने या समुचित कार्यवाही करने की सिफारिश कर सकता है.
जबलपुर राजस्व प्रकरणों के निराकरण में मध्यप्रदेश में आगे
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| उमाशंकर गुप्ता |
राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने बताया है कि राजस्व वर्ष 2017-18 में 28 दिसम्बर, 2017 तक राजस्व के कुल 6 लाख 56 हजार 323 प्रकरण पंजीकृत हुए हैं. इनमें से 2 लाख 94 हजार 681 प्रकरण निराकृत हो चुके हैं. संभागवार पंजीकृत एवं निराकृत प्रकरणों की संख्या अगर देखें तो इंदौर में पंजीकृत 42 हजार 659 निराकृत 18 हजार 536, उज्जैन में पंजीकृत 61 हजार 993 निराकृत 36 हजार 206, ग्वालियर में पंजीकृत 62 हजार 784 निराकृत 27 हजार 217, चंबल में पंजीकृत 25 हजार 225 निराकृत 10 हजार 990, जबलपुर में पंजीकृत एक लाख 26 हजार 278 निराकृत 61 हजार 171, भोपाल में पंजीकृत 69 हजार 71 निराकृत 36 हजार 53, रीवा में पंजीकृत एक लाख 10 हजार 203 निराकृत 32 हजार 919, शहडोल में पंजीकृत 40 हजार 711 निराकृत 16 हजार 389, सागर में पंजीकृत 87 हजार 334 निराकृत 39 हजार 75 और होशंगाबाद संभाग में पंजीकृत प्रकरण 30 हजार 65 और निराकृत 16 हजार 125 हैं.
मध्यप्रदेश में मंत्रियों ने किया नये साल के जश्न का विरोध
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| गोपाल भार्गव |
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| जयभान सिंह पवैया |
राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव और उच्च शिक्षामंत्री जयभान सिंह पवैया ने कहा कि नए साल का जश्न पश्चिमी अवधारणा है. उन्होंने कहा कि भारत के लोगों को अपनी परंपराओं का पालन करना चाहिए. खुले आम नए साल के जश्न का विरोध करने वाले पवैया ने कहा कि यह पश्चिमी मान्यता है और लोगों को अंग्रेजी कैलेंडर का पालन नहीं करना चाहिए. उन्होंने ग्वालियर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदुओं का अपना कैलेंडर है जो अपनी संस्कृति को बचाए रखने के लिए कड़ाई से पालन करने की जरूरत है. हमें हिंदू कैलेंडर के हिसाब से त्योहारों को मनाना चाहिए. इस बीच भार्गव ने भी पवैया का समर्थन करते हुए कहा कि मैं निजी रूप से नया साल नहीं मनाता. हम अपनी परंपरा का पालन करते हैं और पश्चिमी त्योहारों की नकल नहीं करते हैं.हमारा नया साल हिंदू कैलेंडर के हिसाब से आता है और लोगों को अपनी परंपराओं का सम्मान करना चाहिए न कि अंग्रेजों का. उधर, विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने इसको लेकर हमला बोला है. राज्य कांग्रेस प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने कहा, भाजपा नेताओं को कई बार अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से जन्मदिन मनाते देखा गया है. उन्हें बड़े होटलों में नए साल का जश्न मनाते देखा गया है लेकिन राजनीतिकरण के लिए वे दूसरों पर हिंदू परंपरा थोप रहे हैं.
मध्यप्रदेश के नीमच में सवारी के लिए ई-रिक्शा पहली पसंद
मध्यप्रदेश के नीमच शहर में लोगों की पसंद ई-रिक्शा बन गया है. यहां पर लोग ई-रिक्शा की सवारी करना ज्यादा पसंद करते हैं. पहले किराये पर आटो रिक्शा चलाने वाले नीमच के चंचल भटनागर ने भी अपना स्वयं का ई-रिक्शा खरीद लिया है. ई-रिक्शा से चंचल को अब प्रतिदिन 300 से 400 रुपए की आमदनी हो रही है. साथ ही रोज के किराए के भुगतान एवं डीजल-पेट्रोल भरवाने की चिंता से मुक्ति भी मिल गई है. आटो चालक चंचल भटनागर पहले किराए पर आटो लेकर चलाया करते थे. किराए और पेट्रोल भुगतान करने के बाद बमुश्किल उन्हें 200 रुपए प्रतिदिन की आमदनी हो पाती थी. चंचल को मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना की जानकारी मिली. इसके लिए उन्होंने नगरपालिका में संबंधित अधिकारी से सम्पर्क किया और उन्होंने ई-रिक्शा खरीदने की मंशा बताई. तमाम परीक्षण के बाद उनका प्रकरण राष्ट्रीयकृत बैंक को भेजा गया. इलाहाबाद बैंक ने उनके प्रकरण पर एक लाख 40 हजार रुपए की ऋण राशि मंजूर की. इसके साथ ही चंचल भटनागर को करीब 28 हजार रुपए का अनुदान भी मिला. लगातार दूषित हो रहे पर्यावरण के कारण नीमच शहर में ई-रिक्शा की मांग बढ़ी है. वक्त की मांग को देखते हुए ही चंचल ने ई-रिक्शा खरीदने का निर्णय लिया था. चंचल की सफलता को देखते हुए अन्य लोगों ने भी स्व-रोजगार के लिए राज्य सरकार की मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना में लाभ लेने का मन बनाया है.
किसान की बेटी बनी सहायक जेल अधीक्षक
दृढ़ इच्छा शक्ति हो और कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो ,तो कोई भी बाधा किसी को लक्ष्य प्राप्त करने से नही रोक सकती. यह साबित किया है झाबुआ जिले के छोटे से गांव नवापाड़ा में झोपडे में रहने वाले किसान राधुसिह चौहान की बेटी रंभा ने. रंभा चौहान का चयन एमपीपीएससी परीक्षा 2017 में सहायक जेल अधीक्षक के पद पर हुआ है. किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाली वह गांव की एकमात्र लड़की है.
झाबुआ जिला मुख्यालय से 18 किमी दूर स्थित गांव नवापाड़ा गांव मे छोटी उम्र में आदिवासी लड़कियों की शादी करने की परंपरा है, लेकिन रंभा के माता-पिता ने पढ़ाई के महत्व को समझते हुए बेटी का विवाह नहीं किया. उन्होंने बेटी को पढ़ाने का संकल्प लिया और लगातार प्रोत्साहित करते रहे. मां ने कहा कि वो नही पढ़ पाई इसका उसे हमेशा अफसोस रहता है. मां ने रंभा से कहा कि तुम पढ़ाई पूरी करना और जब तक कोई नौकरी नहीं मिल जाये तब तक रूकना मत. रंभा माता-पिता की प्रेरणा से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ती रही. रंभा की शैक्षणिक शुरूआत नवापाड़ा गांव के सरकारी स्कूल से हुई. गांव में आगे की पढ़ाई की सुविधा नहीं होने से वह 18 किमी दूर झाबुआ प्रतिदिन आना जाना करने लगी. इसके लिए उसे रोज डेढ़ किलोमीटर तक पैदल भी चलना पड़ता था, क्योंकि पारा से ही झाबुआ के लिए बस मिलती थी. बावजूद इसके पढ़ाई के उत्साह में कमी नहीं आने दी क्योंकि मन में कुछ कर गुजरने का लक्ष्य था. रंभा पढ़ाई के साथ-साथ खेती के काम में भी अपने परिवार की हमेशा मदद करती रही है. रंभा के पिता राधुसिह चौहान और माता श्यामा चौहान ने कहा कि वे पढ़ाई नहीं कर पाये, इसका मलाल मन में हमेशा रहता था. पर सोच रखा था की बेटियों को जरूर पढ़ायेंगे. गांव में उत्सव जैसा माहौल है. गांव के लोग और रिश्तेदार बधाई देने रंभा के घर पहुँच रहे हैं और रंभा के साथ-साथ उसके माता-पिता का भी पुष्पहार से स्वागत कर रहे हैं.
रंभा माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम महिला बछेन्द्री पाल से काफी प्रभावित है. वह गांव की लड़कियों से भी कहती है कि जो मैं कर सकती हूँ, आप क्यों नहीं. मेहनत करो, सफलता जरूर मिलेगी.रंभा ने बताया कि पीएससी की परीक्षा की तैयारी के लिए शासन द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि से काफी मदद मिली. समय पर प्रोत्साहन राशि मिल जाने से कोचिंग की फीस भर पाये और आगे मेन्स एवं इन्टरव्यू की तैयारी में आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा. योजना के बारे में जब मैंने माँ को बताया तो उन्होंने कहा कि ये तो बहुत अच्छा है, नौकरी भी. मिलेगी और पैसा भी बस तुम मेहनत मे कमी मत करना तुम्हारा जीवन संवर जाएगा. फिर क्या था, मैंने दोगुने उत्साह के साथ मेहनत करना शुरू कर दिया और नतीजे के रूप में मान-सम्मान के साथ प्रशासनिक नौकरी सामने हैं.
झाबुआ जिला मुख्यालय से 18 किमी दूर स्थित गांव नवापाड़ा गांव मे छोटी उम्र में आदिवासी लड़कियों की शादी करने की परंपरा है, लेकिन रंभा के माता-पिता ने पढ़ाई के महत्व को समझते हुए बेटी का विवाह नहीं किया. उन्होंने बेटी को पढ़ाने का संकल्प लिया और लगातार प्रोत्साहित करते रहे. मां ने कहा कि वो नही पढ़ पाई इसका उसे हमेशा अफसोस रहता है. मां ने रंभा से कहा कि तुम पढ़ाई पूरी करना और जब तक कोई नौकरी नहीं मिल जाये तब तक रूकना मत. रंभा माता-पिता की प्रेरणा से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ती रही. रंभा की शैक्षणिक शुरूआत नवापाड़ा गांव के सरकारी स्कूल से हुई. गांव में आगे की पढ़ाई की सुविधा नहीं होने से वह 18 किमी दूर झाबुआ प्रतिदिन आना जाना करने लगी. इसके लिए उसे रोज डेढ़ किलोमीटर तक पैदल भी चलना पड़ता था, क्योंकि पारा से ही झाबुआ के लिए बस मिलती थी. बावजूद इसके पढ़ाई के उत्साह में कमी नहीं आने दी क्योंकि मन में कुछ कर गुजरने का लक्ष्य था. रंभा पढ़ाई के साथ-साथ खेती के काम में भी अपने परिवार की हमेशा मदद करती रही है. रंभा के पिता राधुसिह चौहान और माता श्यामा चौहान ने कहा कि वे पढ़ाई नहीं कर पाये, इसका मलाल मन में हमेशा रहता था. पर सोच रखा था की बेटियों को जरूर पढ़ायेंगे. गांव में उत्सव जैसा माहौल है. गांव के लोग और रिश्तेदार बधाई देने रंभा के घर पहुँच रहे हैं और रंभा के साथ-साथ उसके माता-पिता का भी पुष्पहार से स्वागत कर रहे हैं.
रंभा माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम महिला बछेन्द्री पाल से काफी प्रभावित है. वह गांव की लड़कियों से भी कहती है कि जो मैं कर सकती हूँ, आप क्यों नहीं. मेहनत करो, सफलता जरूर मिलेगी.रंभा ने बताया कि पीएससी की परीक्षा की तैयारी के लिए शासन द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि से काफी मदद मिली. समय पर प्रोत्साहन राशि मिल जाने से कोचिंग की फीस भर पाये और आगे मेन्स एवं इन्टरव्यू की तैयारी में आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा. योजना के बारे में जब मैंने माँ को बताया तो उन्होंने कहा कि ये तो बहुत अच्छा है, नौकरी भी. मिलेगी और पैसा भी बस तुम मेहनत मे कमी मत करना तुम्हारा जीवन संवर जाएगा. फिर क्या था, मैंने दोगुने उत्साह के साथ मेहनत करना शुरू कर दिया और नतीजे के रूप में मान-सम्मान के साथ प्रशासनिक नौकरी सामने हैं.
भदोरिया आठवीं वाहिनी विसबल छिंदवाड़ा पदस्थ
राज्य शासन ने भारतीय पुलिस सेवा के एक दर्जन पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया है. जारी आदेश के अनुसार अशोकनगर के पुलिस अधीक्षक डी.एस.भदोरिया को आठवीं वाहिनी विसबल छिंदवाड़ा पदस्थ किया है, जबकि यहां पदस्थ तिलकसिंह को अशोक नगर का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है.
गृह विभाग द्वारा जारी तबादला आदेश में जहां अभिषेक सिंह को अति. पुलिस अधीक्षक ग्वालियर से स्थानांतरित कर सेनानी 35वीं वाहिनी विसबल मंडला पदस्थ किया गया है तो वहीं सम्पत उपाध्याय इंदौर से पुलिस अधीक्षक पीटीएस तिगरा, हितेष चौधरी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भोपाल से सेनानी 36वीं भारत रक्षित वाहिनी बालाघाट, पंकज कुमावत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महू इंदौर से सेनानी 17वीं वाहिनी विसबल भिंड, सूरज कुमार वर्मा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जबलपुर से सेनानी 9वीं वाहिनी विसबल रीवा, अजय सिंह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धार से पुलिस अधीक्षक पीटीएस इंदौर, योंगचेन डोलकर भुटिया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जबलपुर को पुलिस अधीक्षक पीटीएस रीवा, एपी सिंह सेनानी 9वीं वाहिनी विसबल रीवा से सेनानी आरएपीटीसी इंदौर, अनुराग शर्मा सहायक पुलिस महानिरीक्षक अअवि पुलिस मुख्यालय भोपाल से सेनानी 32वीं वाहिनी विसबल उज्जैन, तिलक सिंह सेनानी 8वीं वाहिनी विसबल छिंदवाड़ा से पुलिस अधीक्षक अशोकनगर, एमएल सोलंकी सेनानी 35वीं वाहिनी विसबल मंडला से सहायक पुलिस महा निरीक्षक पुलिस मुख्यालय भोपाल, डीएस भदौरिया पुलिस अधीक्षक अशोकनगर से सेनानी 8वीं वाहिनी विसबल छिंदवाड़ा तबादला कर पदस्थ किया गया है.
गृह विभाग द्वारा जारी तबादला आदेश में जहां अभिषेक सिंह को अति. पुलिस अधीक्षक ग्वालियर से स्थानांतरित कर सेनानी 35वीं वाहिनी विसबल मंडला पदस्थ किया गया है तो वहीं सम्पत उपाध्याय इंदौर से पुलिस अधीक्षक पीटीएस तिगरा, हितेष चौधरी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भोपाल से सेनानी 36वीं भारत रक्षित वाहिनी बालाघाट, पंकज कुमावत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महू इंदौर से सेनानी 17वीं वाहिनी विसबल भिंड, सूरज कुमार वर्मा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जबलपुर से सेनानी 9वीं वाहिनी विसबल रीवा, अजय सिंह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धार से पुलिस अधीक्षक पीटीएस इंदौर, योंगचेन डोलकर भुटिया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जबलपुर को पुलिस अधीक्षक पीटीएस रीवा, एपी सिंह सेनानी 9वीं वाहिनी विसबल रीवा से सेनानी आरएपीटीसी इंदौर, अनुराग शर्मा सहायक पुलिस महानिरीक्षक अअवि पुलिस मुख्यालय भोपाल से सेनानी 32वीं वाहिनी विसबल उज्जैन, तिलक सिंह सेनानी 8वीं वाहिनी विसबल छिंदवाड़ा से पुलिस अधीक्षक अशोकनगर, एमएल सोलंकी सेनानी 35वीं वाहिनी विसबल मंडला से सहायक पुलिस महा निरीक्षक पुलिस मुख्यालय भोपाल, डीएस भदौरिया पुलिस अधीक्षक अशोकनगर से सेनानी 8वीं वाहिनी विसबल छिंदवाड़ा तबादला कर पदस्थ किया गया है.
डिफाल्टर किसानों को मूलधन जमा कराने का मिलेगा मौका
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| शिवराज सिंह चौहान |
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंडीदीप में अंत्योदय-सह-स्व-रोजगार मेले में 820 करोड़ की लागत के निर्माण एवं विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया. चौहान ने मेले में सरकार की हितग्राहीमूलक योजनाओं से भी 33 हजार हितग्राहियों को लाभांवित किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुंदरलाल पटवा के दिखाए मार्ग पर चल कर राज्य सरकार प्रदेश के समग्र विकास के लिए संकल्पित प्रयास कर रही है. प्रदेश को देश में प्रथम पंक्ति का राज्य बनाने के लिए विकास एवं कल्याण की योजनाएं चलाई जा रही हैं. उन्होंने कहा कि किसानों को उपज का सही मूल्य दिलाने के लिए भावांतर योजना बनाई गई है. इस योजना में चार हजार किसानों को अभी तक 400 करोड़ की भावांतर राशि का भुगतान किया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के लिए नई समाधान योजना बनाई जा रही है, इसमें डिफाल्टर किसानों को मूलधन की किश्त बनाकर शून्य प्रतिशत ब्याज पर जमा करने का अवसर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि गरीबों को आवासीय पट्टे देकर उन्हें अपने घर का मालिक बनाने की योजना पर भी काम किया जा रहा है. चौहान ने बताया कि भोजपुर क्षेत्र के शहरी गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना में 5 हजार आवास स्वीकृत किए गए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायतों में विकास कार्यों के लिए अतिरिक्त आय के स्रोत निर्मित करने के उद्देश्य से उन्हें रेत खदानों की नीलामी की जिम्मेदारी सौंपी गई है. चौहान ने बताया कि गरीबों के घर में रोशनी के लिए 200 रूपए एवरेज पर बिना मीटर के विद्युत प्रदाय किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने बताया कि महिलाओं के साथ दुराचार करने वालों को फांसी की सजा दिलाने के लिये विधानसभा में विधेयक पास किया गया है. चौहान ने मंडीदीप में पालीटेक्निक कालेज और बाड़ी तथा सुल्तानपुर में कालेज खोलने की घोषणा की.
पारुल के खिलाफ उतरी कांग्रेस, कहां मांगे माफी
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| पारुल साहू |
महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष मांडवी चौहान ने भाजपा के प्रदेश महिला मोर्चा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा की महिलाओं में गुटबाजी चरम पर है. एक तरफ भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा पूर्व विधायक गोविंद सिंह राजपूत को घेरने में लगी हुई है, तो वहीं दूसरी ओर गोविंद सिंह राजपूत को महिला कांग्रेस का साथ मिलने लगा है. उन्होंने गोविंद सिंह के बयान को ठीक बताते हुए कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा है. वास्तव में सुरखी विधायक पारुल साहू के पिता का व्यवसाय शराब से जुड़ा हुआ है. पारुल साहू के पिता सबसे बड़े शराब व्यवसाई हैं. पूर्व विधायक ने इसी तारतम में यह बात कही थी.
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| मांडवी चौहान |
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| नूरी खान |
पारूल मांगे माफी
कांग्रेस प्रवक्ता नूरी खान ने कहा की उन्होंने देश की उस महिला का अपमान किया है, जिसने प्रधानमंत्री की कुर्सी को ठुकरा दिया था, साथ ही सोनिया गांधी देश और कांग्रेस की सम्मानीय हैं, इस लिहाज से पारुल साहू को माफी मांगनी पड़ेगी. नूरी खान ने कहा कि भाजपा विधायक पारुल साहू वहीं हैं, जिन्होंने कांग्रेस से पूछा कि क्या सोनिया गांधी को उनके बायोग्राफी से बुलाना पसंद करेंगे.
निम्न स्तर का बयान
कांग्रेस के प्रभारी संगठन महामंत्री चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी ने कहा कि पारुल साहू द्वारा की गई बयानबाजी निम्नस्तर की है. राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन में हमेशा संतुलित और संयमित बयान देना चाहिए. इस तरह की बयान बेहद ओझी और दोयम दर्ज की राजनीति को बयां करते हैं. बता दें कि राजधानी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पारुल साहू ने कांग्रेस नेता गोविंद सिंह राजपूत समेत पूरी कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा है कि क्या कांग्रेसी सोनिया गांधी को उनके बायोग्राफी से बुलाना पसंद करेंगे.
गुरुवार, 28 दिसंबर 2017
लंबित पेंशन प्रकरण निराकरण के लिए जनवरी में विशेष शिविर
सेवा निवृत्त शासकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लम्बित पेंशन प्रकरणों के त्वारित निराकरण के लिए 2 और 3 जनवरी को संभागीय तथा जिला पेंशन कार्यालय द्वितीय तल, सतपुड़ा भवन भोपाल में विशेष शिविर का आयोजन होगा. संभागीय पेंशन अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि यह विशेष शिविर भोपाल एवं नर्मदापुरम संभाग के अंतर्गत जिलों के विभिन्न विभागों में लम्बित प्रकरणों के निराकरण के लिए आयोजित किया जा रहा है. इन जिलों के सभी विभाग प्रमुखों को पत्र भेजकर लंबित पेंशन प्रकरणों के साथ उपस्थित होने के लिए कहा गया है.
आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी नाम निर्देशन-पत्र के साथ जाति प्रमाण-पत्र लगाएं
आरक्षित पद से निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थी नाम निर्देशन-पत्र के साथ मध्यप्रदेश शासन के सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी जाति प्रमाण-पत्र अवश्य लगाएं. ऐसा नहीं करने पर अभ्यर्थी का नाम निर्देशन-पत्र निरस्त हो सकता है. सचिव, राज्य निर्वाचन आयोग सुनीता त्रिपाठी ने इस संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को दिए हैं. गौरतलब है कि 19 नगरीय निकायों में आम निर्वाचन, एक में उप निर्वाचन के साथ ही विभिन्न पंचायतों में आम, उप निर्वाचन की प्रक्रिया जारी है. आम निर्वाचन धार जिले की नगरपालिका परिषद धार, मनावर, पीथमपुर और नगर परिषद सरदारपुर, राजगढ़, धर्मपुरी, धामनौद, कुक्षी, डही और बड़वानी जिले की नगरपालिका परिषद सेंधवा, बड़वानी, नगर परिषद पानसेमल, खेतिया, पलसूद, अंजड़, राजपुर, खण्डवा जिले की नगर परिषद ओंकारेश्वर, गुना जिले की नगर पालिका परिषद राधोगढ़ और अनूपपुर जिले की जैतहरी में आम निर्वाचन होगा. रीवा जिले की सेमरिया में उप निर्वाचन और भिण्ड जिले के नगर परिषद अकोड़ा, देवास के करनावद और राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में अध्यक्ष को वापस बुलाने के लिए मतदान होगा. नाम निर्देशन-पत्र 3 जनवरी तक लिए जाएंगे. नाम निर्देशन-पत्रों की संवीक्षा 4 जनवरी को होगी. अभ्यर्थिता से नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 6 जनवरी है. प्रतीकों का आवंटन भी 6 जनवरी को होगा. मतदान 17 जनवरी को सुबह 7 से शाम 5 बजे तक होगा. मतगणना 20 जनवरी को सुबह 9 बजे से होगी.
मध्यप्रदेश के मेघनगर में बाइक से टकराई ट्रेन
मध्यप्रदेश के मेघनगर रेलखंड में गुरुवार की दोपहर एक बड़ा हादसा होते होते बच गया. एक मानव रहित क्रासिंग पर बाइक से ट्रेन का इंजन टकरा गया, जिससे बाइक में आग लग गयी. घटना दोपहर करीब 2.20 बजे की अमरगढ पंचपीलिया स्टेशन की क्रासिंग नम्बर -71 की है. एक युवक मोटर सायकिल (एमपी45-एमजे-0401) सहित इस क्रासिंग को पार कर रहा था. सामने से रामनगर-बांद्रा एक्सप्रेस ट्रेन आ गई. ट्रेन की आवाज सुनकर युवक हड़बड़ाकर ट्रेक पर ही मोटर सायकिल छोड़ कर भाग गया. जब तक ट्रेन में पायलट ने ब्रेक लगाया इंजन से मोटर सायकिल टकरा चूकी थी. इस टक्कर से मोटर सायकिल में आग लग गयी. कुछ देर के लिए इस ट्रेक में यातायात बंद कर दिया गया. मोटरसायकिल को ट्रेक से हटाने के बाद यातयात शुरू हुआ. वही इस घटना की जानकारी मिलते ही बामनिया आरपीएफ प्रभारी यू के सिंह मौके पर पहुंचे. आरपीएफ ने मामला दर्ज कर लिया है.
किसानों की समस्याओं को लेकर आप ने बोला हल्ला
आम आदमी पार्टी ने मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले के खरगापुर के मेला ग्राउंड में आक्रोश रैली का आयोजन कर बिजली और किसानों की समस्याओं के खिलाफ जमकर हल्ला बोला. रैली में आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश संगठन सचिव अमित भटनागर ने की. महिला शक्ति की प्रदेश सह संयोजिका लक्ष्मी चौहान विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहीं.
सभा को संबोधित करते हुए आलोक अग्रवाल ने बुंदेलखंड के नेताओं को ही यहां के पिछड़ेपन का जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में किसानों का शोषण चरम सीमा पर है , रोज 5 किसान आत्महत्या कर रहे हैं , भावान्तर योजना में लगातार अनियमितताए चल रही हैं. सरकार भावान्तर योजना का लाभ किसानों को पहुंचाने की वजाय सरकार की नाकामी छुपाने की योजना बना रही है. बिजली के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह ने पिछले दिनों सभा मे कहा कि अब आपको बिजली का करंट नही लगेगा. मुझे सुनकर अच्छा लगा कम से कम शिवराज सिंह ने माना तो सही की पछले 14 साल से वे बिजली का करेंट जनता को दे रहे थे. हमने मंहगी बिजली के खिलाफ लड़ाई लड़ी तो हमें शिवराज सिंह ने जेल में डाल दिया. मैं 17 दिन जेल में रहकर आया हूँ, लेकिन यह लड़ाई रूकने वाली नहीं है. उन्होंने कहा कि हम मंहगी बिजली के खिलाफ लगातार लड़ते रहेंगे उसके लिए हमें चाहे 17 महीने तक जेल में रहना पड़े. अग्रवाल ने कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार किसानों को 20 हजार रुपए प्रति एकड़ की दर से मुआवजा दिया जाता है, लेकिन यह शिवराज सरकार मुवावजे के नाम पर सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार करती है.
प्रदेश संगठन सचिव व बुंदेलखंड जोन अमित भटनागर ने किसान सभा में सरकार पर तीखे प्रहार करते हुए कहा कि प्रदेश की शिवराज सरकार लगातार किसानों के साथ छल कर रही है. ऐसी कोई भी योजना नहीं है जिससे हमारे अन्नदाता को लाभ मिल सके. जो योजनाएं चल रहीं हैं वे भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहीं है.भावान्तर योजना के माध्ययम से सरकार अपनी नाकामी छिपाने का प्रयास कर रही है, इसमें अन्नदाता को कोई राहत नहीं है. कई अनियमितताएं चल रहीं है इस योजना में.
सभा को संबोधित करते हुए आलोक अग्रवाल ने बुंदेलखंड के नेताओं को ही यहां के पिछड़ेपन का जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में किसानों का शोषण चरम सीमा पर है , रोज 5 किसान आत्महत्या कर रहे हैं , भावान्तर योजना में लगातार अनियमितताए चल रही हैं. सरकार भावान्तर योजना का लाभ किसानों को पहुंचाने की वजाय सरकार की नाकामी छुपाने की योजना बना रही है. बिजली के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह ने पिछले दिनों सभा मे कहा कि अब आपको बिजली का करंट नही लगेगा. मुझे सुनकर अच्छा लगा कम से कम शिवराज सिंह ने माना तो सही की पछले 14 साल से वे बिजली का करेंट जनता को दे रहे थे. हमने मंहगी बिजली के खिलाफ लड़ाई लड़ी तो हमें शिवराज सिंह ने जेल में डाल दिया. मैं 17 दिन जेल में रहकर आया हूँ, लेकिन यह लड़ाई रूकने वाली नहीं है. उन्होंने कहा कि हम मंहगी बिजली के खिलाफ लगातार लड़ते रहेंगे उसके लिए हमें चाहे 17 महीने तक जेल में रहना पड़े. अग्रवाल ने कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार किसानों को 20 हजार रुपए प्रति एकड़ की दर से मुआवजा दिया जाता है, लेकिन यह शिवराज सरकार मुवावजे के नाम पर सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार करती है.
प्रदेश संगठन सचिव व बुंदेलखंड जोन अमित भटनागर ने किसान सभा में सरकार पर तीखे प्रहार करते हुए कहा कि प्रदेश की शिवराज सरकार लगातार किसानों के साथ छल कर रही है. ऐसी कोई भी योजना नहीं है जिससे हमारे अन्नदाता को लाभ मिल सके. जो योजनाएं चल रहीं हैं वे भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहीं है.भावान्तर योजना के माध्ययम से सरकार अपनी नाकामी छिपाने का प्रयास कर रही है, इसमें अन्नदाता को कोई राहत नहीं है. कई अनियमितताएं चल रहीं है इस योजना में.
पूर्वी मध्यप्रदेश के न्यूनतम तापमान में गिरावट
पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में न्यूनतम गिरावट का सिलसिला शुरू हुआ है. मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में न्यूनतम तापमान में व्यापक गिरावट हुई है और यह सामान्य से 4-5 डिग्री तक नीचे पहुंच गया है. वर्तमान मौसमी परिदृश्य के अनुसार अगले 2-3 दिनों तक इसी तरह का मौसम बने रहने की संभावना है. पिछले 24 घंटों में मांडला और रतलाम जैसे मध्य प्रदेश के पूर्वी जिलों में न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री नीचे तक गिर गया है. यही नहीं राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी रात के तापमान में 1-3 डिग्री तक की गिरावट देखी गई है। उत्तरी मध्य प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में जहां अधिकतम तापमान 20 से 25 डिग्री के बीच चल रहा है वहीं दक्षिणी मध्य प्रदेश में पारा 28 से 32 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच रहा है.
मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान के पूर्वी हिस्सों पर हवाओं में एक विपरीत चक्रवाती क्षेत्र बना हुआ है. इस सिस्टम के चलते मध्य प्रदेश के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में उत्तर-पूर्वी हवाएं चल रही हैं. यह हवाएं पूर्वी उत्तर प्रदेश में छा रहे घने कोहरे से होती हुई है रही हैं इसलिए ठंडी हैं. ठंडी हवाओं के चलते ही तापमान में व्यापक गिरावट हुई है. मध्य प्रदेश में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताजा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें. राज्य के पूर्वी हिस्सों में अगले 2-3 दिनों तक इसी तरह से ठंडी हवाएँ चलती रहेंगी और दिन में भी कड़ाके की ठंड से राहत की उम्मीद नहीं है. इसके बाद, थोड़ी राहत का अनुमान लगाया जा रहा है क्योंकि हवा की दिशा में बदलाव की संभावना बन रही है. अगले 2-3 दिनों के बाद हवाएं बदलकर पूर्वी हो जाएंगी जिससे तापमान में मामूली वृद्धि हो सकती है.
मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान के पूर्वी हिस्सों पर हवाओं में एक विपरीत चक्रवाती क्षेत्र बना हुआ है. इस सिस्टम के चलते मध्य प्रदेश के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में उत्तर-पूर्वी हवाएं चल रही हैं. यह हवाएं पूर्वी उत्तर प्रदेश में छा रहे घने कोहरे से होती हुई है रही हैं इसलिए ठंडी हैं. ठंडी हवाओं के चलते ही तापमान में व्यापक गिरावट हुई है. मध्य प्रदेश में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताजा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें. राज्य के पूर्वी हिस्सों में अगले 2-3 दिनों तक इसी तरह से ठंडी हवाएँ चलती रहेंगी और दिन में भी कड़ाके की ठंड से राहत की उम्मीद नहीं है. इसके बाद, थोड़ी राहत का अनुमान लगाया जा रहा है क्योंकि हवा की दिशा में बदलाव की संभावना बन रही है. अगले 2-3 दिनों के बाद हवाएं बदलकर पूर्वी हो जाएंगी जिससे तापमान में मामूली वृद्धि हो सकती है.
गायों की मृत्यु की जांच के लिए दल का गठन
मध्यप्रदेश के आगर-मालवा जिले के सुसनेर स्थित सालरिया गो-अभयारण्य हेतु संबंधित ठेकेदार द्वारा खराब भूसा सप्लाई किये जाने एवं गो-वंश की मृत्यु के संबंध में कलेक्टर अजय गुप्ता ने वस्तुस्थिति की जांच हेतु अपर कलेक्टर एन.एस. राजावत की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय दल गठित किया है. दल में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सुसनेर-नलखेड़ा व प्रबंधक पशु प्रजनन क्षेत्र आगर एम.एस.पटेल सदस्य के रूप में रहेंगे. कलेक्टर गुप्ता ने जांच दल को भूसे की गुणवत्ता, गो-अभ्यारण्य में हो रही गौ-वंश की असामयिक मृत्यु के कारणों को जानना, गो-अभ्यारण्य में नियुक्त अधिकारी, कर्मचारी का गो-अभ्यारण्य मुख्यालय पर निवासरत रहना, गो-अभ्यारण्य के प्रबंधक में शिथिलता, गो-वंश को ठंड के प्रकोप से बचाने हेतु गो-अभ्यारण्य में किये प्रबंध इत्यादि सुसंगत बिन्दुओं पर विस्तृत जांच कर प्रतिवेदन 07 दिवस में कार्यालय कलेक्टर में प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया है. उक्त संबंध में किसी भी सामाजिक संस्था, निकाय, संगठन, आमजन इत्यादि 28 दिसम्बर 2017 से 3 जनवरी 2018 तक कार्यालयीन समय 10.30 बजे से 5.30 बजे के मध्य कार्यालय अपर कलेक्टर के समक्ष उपस्थित होकर अपना पक्ष रख सकते है.
मध्यप्रदेश में वर्ष 2018 के शासकीय अवकाश घोषित
राज्य शासन ने सभी शासकीय कार्यालयों और संस्थाओं के लिये वर्ष 2018 की सामान्य, सार्वजनिक एवं ऐच्छिक छुट्टियाँ घोषित कर दी हैं.
सामान्य छुट्टियों में गणतंत्र दिवस 26 जनवरी, संत रविदास जयंती 31 जनवरी, महाशिवरात्रि 14 फरवरी, होली 2 मार्च, चैती चाँद 19 मार्च, महावीर जयंती 29 मार्च, गुड फ्रायडे 30 मार्च, अम्बेडकर जयंती/वैसाखी 14 अप्रैल, परशुराम जयंती 18 अप्रैल, बुद्ध पूर्णिमा 30 अप्रैल, ईद-उल-फितर 16 जून, स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त, इदुज्जुहा 22 अगस्त, जन्माष्टमी 3 सितम्बर, मोहर्रम 21 सितम्बर, गांधी जयंती 2 अक्टूबर, दशहरा 19 अक्टूबर, वाल्मीकि जयंती 24 अक्टूबर, दीपावली 7 नवम्बर, मिलाद-उन-नबी 21 नवम्बर, गुरुनानक जयंती 23 नवम्बर और क्रिसमस 25 दिसम्बर शामिल है. रविवार का दिन होने के कारण गुड़ी पड़वा 28 मार्च, रामनवमी 25 मार्च और रक्षा-बंधन 26 अगस्त अलग से छुट्टी के दिन घोषित नहीं किये गये हैं.सार्वजनिक छुट्टियों में गणतंत्र दिवस 26 जनवरी, महाशिवरात्रि 14 फरवरी, होली 2 मार्च, महावीर जयंती 29 मार्च, गुड फ्रायडे 30 मार्च, बैंकों की वार्षिक लेखाबंदी 2 अप्रैल, बुद्धपूर्णिमा 30 अप्रैल, ईद-उल-फितर 16 जून, स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त, इदुज्जुहा 22 अगस्त, जन्माष्टमी 3 सितम्बर, गांधी जयंती 2 अक्टूबर, दशहरा 19 अक्टूबर, दीपावली 7 नवम्बर, मिलाद-उन-नबी 21 नवम्बर और क्रिसमस 25 दिसम्बर शामिल है.
ऐच्छिक अवकाश
नववर्ष दिवस एक जनवरी, गुरु गोकुलदास जयंती 6 जनवरी, पोंगल 15 जनवरी, बसंत पंचमी 22 जनवरी, देवनारायण जयंती 23 जनवरी, नर्मदा जयंती 24 जनवरी, स्वामी रामचरण जयंती 30 जनवरी, महर्षि दयानंद सरस्वती जयंती 10 फरवरी, छत्रपति शिवाजी जयंती 19 फरवरी, होलिका दहन एक मार्च, भाईदूज 3 मार्च, भक्त माता कर्मा जयंती 13 मार्च, वीरांगना अवंतिबाई बलिदान दिवस 20 मार्च, निषादराज जयंती 22 मार्च, हजरत अली का जन्म-दिवस 29 मार्च, हाटकेश्वर जयंती 30 मार्च, महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती 11 अप्रैल, वल्लभाचार्य जयंती 12 अप्रैल, सेन जयंती 13 अप्रैल, अक्षय तृतीया 18 अप्रैल, शंकराचार्य जयंती 20 अप्रैल, शब-ए-बारात 2 मई, बिरसा मुण्डा शहीदी दिवस 9 जून, ईद-उल-फितर का पूर्व दिन 14 जून, जमात-उल-विदा 15 जून, छत्रसाल जयंती 16 जून, महेश जयंती 12 जून, बड़ा महादेव पूजन 26 जून, कबीर जयंती 28 जून.
रथ-यात्रा 14 जुलाई, गुरुपूर्णिमा 27 जुलाई, दुर्गादास राठौर जयंती 13 अगस्त, नागपंचमी 15 अगस्त, पारसी नववर्ष 17 अगस्त, इदुल अदहा 21 अगस्त, ओणम 25 अगस्त, गदीर-ए-खुम 29 अगस्त, बलराम जयंती एक सितम्बर, गणेश चतुर्थी 13 सितम्बर, विश्वकर्मा जयंती 17 सितम्बर, राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह बलिदान दिवस 18 सितम्बर, डोल ग्यारस 20 सितम्बर, प्राणनाथ जयंती/सर्वपितृमोक्ष अमावस्या 8 अक्टूबर, अग्रसेन जयंती 10 अक्टूबर, दशहरा (महाअष्टमी) 17 अक्टूबर, महानवमी 18 अक्टूबर, अजमोढ़देव जयंती 24 अक्टूबर, करवाचौथ 27 अक्टूबर, दीपावली दक्षिण भारतीय 6 नवम्बर, दीपावली का दूसरा दिन 8 नवम्बर, भाईदूज 9 नवम्बर, सहस्रबाहु जयंती 14 नवम्बर, बिरसामुण्डा जयंती 15 नवम्बर, नामदेव जयंती 19 नवम्बर, झलकारी जयंती 22 नवम्बर, गुरुतेगबहादुर शहीदी दिवस 24 नवम्बर, संत जिनतरण तारण जयंती 14 दिसम्बर, गुरु घासीदास जयंती 18 दिसम्बर, दत्तात्रय जयंती 22 दिसम्बर, डॉ. सैय्यदना साहब का जन्म-दिवस 28 दिसम्बर और बालाजी बैरवा जयंती 31 दिसम्बर. प्रत्येक शासकीय कर्मचारी को घोषित 61 ऐच्छिक अवकाश में से इच्छानुसार 3 दिन की छुट्टियाँ लेने की पात्रता होगी। मकर संक्रांति 14 जनवरी, हेमू कालानी शहीद दिवस 21 जनवरी, विशु 15 अप्रैल, वीरांगना दुर्गावती बलिदान दिवस 24 जून, नवाखाई 16 सितम्बर और अनंत चतुर्दशी 23 सितम्बर रविवार का दिन होने के कारण ऐच्छिक अवकाश की सूची में शामिल नहीं किये गये हैं.
भोपाल में रानी कमलापति की विशाल प्रतिमा स्थापित की जाएगी : चौहान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि रानी कमलापति की विशाल प्रतिमा भोपाल में स्थापित की जाएगी. आजादी के आंदोलन में वनवासियों के संघर्ष और बलिदान का स्मरण करते हुये कहा कि आजादी की लड़ाई में वनवासी समाज ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया . मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर शहीदों की स्मृति से प्रेरणा लेने के लिए प्रदेश सरकार ने वनवासी वीरों के स्मारकों का निर्माण करवाया है. मुख्यमंत्री आज कमला देवी पब्लिक स्कूल भोपाल में आयोजित बीसवीं राष्ट्रीय वनवासी खेल प्रतियोगिता के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे . चौहान ने इस अवसर पर बिरसा भगवान, वीर टंट्या भील, भीमा नायक, रघुनाथ शाह, शंकर शाह, रानी दुर्गावती और कमलापति के संघर्ष और बलिदान का स्मरण किया। उन्होंने वनवासी कल्याण परिषद के संस्थापकों का स्मरण करते हुए देश में 3 हजार से अधिक खेल केंद्रों के संचालन, शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज सेवा के क्षेत्र में परिषद की भूमिका की सराहना की। मुख्यमंत्री ने प्रारंभ में ध्वजारोहण कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया और स्मारिका अरण्याजंली का विमोचन किया.मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों का आव्हान किया कि खेल भावना के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें. चौहान ने कहा कि तीरंदाजी के प्रशिक्षण की उत्कृष्टतम सुविधा उपलब्ध कराने और महाकौशल के जनजातीय तीरंदाजों को प्रतिभा निखारने का अवसर देने के लिए जबलपुर में तीरंदाजी एकेडमी की स्थापना की गई है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रतियोगिता में आए सभी खिलाड़ी राज्य के मेहमान हैं. इन खिलाड़ियों को समय की उपलब्धतानुसार भोपाल और आसपास के क्षेत्रों का भ्रमण करवाया जाये. खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि प्रतियोगिता में शामिल होने वाले खिलाड़ियों के प्रदर्शन की मध्यप्रदेश तीरंदाजी एकेडमी के कोच समीक्षा करेंगे. प्रतियोगिता में प्रदर्शन के आधार पर खिलाड़ियों का एकेडमी में चयन किया जाएगा. उन्होंने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की अपेक्षा करते हुए बताया कि मध्यप्रदेश की तीरंदाजी एकेडमी उत्कृष्टतम है. एकेडमी में मध्यप्रदेश के 80 प्रतिशत और देश के अन्य क्षेत्रों के 20 प्रतिशत खिलाड़ियों को तीरंदाजी प्रशिक्षण की सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं. उन्होंने प्रतियोगिता के आयोजन के लिए वनवासी कल्याण परिषद को बधाई देते हुए कहा कि खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार द्वारा निरंतर कार्य किए जा रहे हैं. इसमें परिषद के सहयोग की भी अपेक्षा है.
अतिथि शिक्षकों ने शुरु किया आंदोलन
मध्य प्रदेश में नियमितीकरण और वेतन वृद्धि की मांग को लेकर अतिथि शिक्षकों ने भोपाल में बड़ा आंदोलन शुरू कर दिया है, जिसमें आंगनबाड़ी कर्मी और आशा कर्मी भी शामिल हैं.
राजधानी भोपाल के शाहजनी पार्क में 2 दिन तक चलने वाले इस आंदोलन में हजारों अतिथि शिक्षकों ने नियमितिकरण, संविदा के तहत नियुक्ति और मानदेय की मांग की है. इस दौरान स्कूलों में रसोईया का काम करने वाली महिलाएं और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी शिक्षकों के साथ शामिल हैं. उनकी मांग है कि उन्हें भी न्यूनतम मजदूरी के तहत मानदेय प्रदान किया जाए. अभी प्रतिदिन 30 रुपए के हिसाब से भुगतान किया जाता है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की हाल ही में 25 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा के बाद करीब 50 हजार से ज्यादा अतिथि शिक्षक विरोध के मूड में आ गए हैं. अतिथि शिक्षकों ने सरकार के सामने 100 फीसदी आरक्षण की मांग रखी है.
राजधानी भोपाल के शाहजनी पार्क में 2 दिन तक चलने वाले इस आंदोलन में हजारों अतिथि शिक्षकों ने नियमितिकरण, संविदा के तहत नियुक्ति और मानदेय की मांग की है. इस दौरान स्कूलों में रसोईया का काम करने वाली महिलाएं और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी शिक्षकों के साथ शामिल हैं. उनकी मांग है कि उन्हें भी न्यूनतम मजदूरी के तहत मानदेय प्रदान किया जाए. अभी प्रतिदिन 30 रुपए के हिसाब से भुगतान किया जाता है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की हाल ही में 25 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा के बाद करीब 50 हजार से ज्यादा अतिथि शिक्षक विरोध के मूड में आ गए हैं. अतिथि शिक्षकों ने सरकार के सामने 100 फीसदी आरक्षण की मांग रखी है.
राजपूत पर कार्यवाही करे कांग्रेस: पारुल साहू
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| पारुल साहू |
उल्लेखनीय है कि भाजपा विधायक पारुल साहू पर कांग्रेस पूर्व विधायक गोविंद राजपूत द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर पारुल साहू ने दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के कार्यालय के सामने मंगलवार को धरना दिया. वहीं प्रदेश में महिला मोर्चा ने बुधवार को राजपूत का पुतला दहन किया था.
बिजली कनेक्शन काटने गए लाइनमेन से की मारपीट
राजधानी के गुनगा थाना क्षेत्र में चोरी का बिजली कनेक्शन काटने के लिए जब लाइनमेन पहुंचा, तो उसके साथ मारपीट की गई. मारपीट कर लाइनमेन को फर्जी बिजली कनेक्शन काटने से मना किया गया. घटना के बाद लाइनमेन ने थाने पहुंचकर मारपीट करने वालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई.
पुलिस के अनुसार ग्राम रसुल्ली गुनगा निवासी पप्पू उर्फ मंजूखा ने अपने मकान में फर्जी बिजली कनेक्शन ले रखा है. बिजली विभाग के लाइनमैन आशीष भारती, पप्पू के मकान का कनेक्शन काटने के लिए गया था, यहां पर पप्पू ने लाइनमैन के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया. मारपीट में आशीष के शरीर में चोटें आई हैं. पुलिस का कहना है कि आशीष भारती की शिकायत पर पप्पू के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस का कहना है कि फिलहाल आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
पुलिस के अनुसार ग्राम रसुल्ली गुनगा निवासी पप्पू उर्फ मंजूखा ने अपने मकान में फर्जी बिजली कनेक्शन ले रखा है. बिजली विभाग के लाइनमैन आशीष भारती, पप्पू के मकान का कनेक्शन काटने के लिए गया था, यहां पर पप्पू ने लाइनमैन के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया. मारपीट में आशीष के शरीर में चोटें आई हैं. पुलिस का कहना है कि आशीष भारती की शिकायत पर पप्पू के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस का कहना है कि फिलहाल आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
उपचुनाव के पहले नगरीय निकाय चुनाव ने बढ़ाई चिंत
भाजपा, कांग्रेस दोनों ही दल हुए सक्रिय, प्रत्याशी का नहीं हुआ चयन
मध्यप्रदेश में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के लिए जनवरी माह की 17 तारीख को होने वाले नगरीय निकाय के चुनाव चिंता का कारण बन गए हैं. मुंगावली और कोलारस में होने वाले उपचुनाव के पहले इन चुनाव में दोनों दल पूरी ताकत के साथ जुट गए हैं. प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया शुरु कर दी है,मगर अब तक प्रत्याशी के नाम की घोषणा दोनों ही दल नहीं कर पाए हैं.
मध्यप्रदेश में डेढ़ दर्जन से ज्यादा नगरीय निकायों के चुनाव होना है. इन चुनावों के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल सक्रिय हो गए हैं. दोनों ही दलों को उपचुनाव के पहले होने वाले इन चुनाव के परिणामों की चिंता सताने लगी है. करीब 19 नगरीय निकायों में चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने 17 जनवरी को मतदान की तारीख तय कर दी है. मतदान के लिए नामांकन भरने का सिलसिला भी शुरु हो गया है, मगर अब तक भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया को पूरा नहीं किया है. भाजपा ने प्रत्याशी चयन की जवाबदारी जहां जिला चुनाव समिति को सौंपी है. वहीं अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशियों का चयन संभागीय चुनाव समिति करेगी. पार्टी के प्रदेश महामंत्री अजय प्रताप सिंह ने बताया कि निकाय चुनाव के लिए सहमति के आधार पर प्रत्याशियों के चयन के लिए पार्टी पदाधिकारियों और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने सक्रियता के साथ विचार विमर्श प्रारंभ कर दिया है. दूसरी ओर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस भी इन चुनावों को पूरी गंभीरता से ले रही है पार्टी ने तीन सदस्यीय राज्य स्तरीय कमेटी का गठन कर दिया है, जिसमें ताराचंद पटैल, कलावती भूरिया और सैयद साजिद अली को शामिल किया गया है. यह कमेटी पर्यवेक्षकों एवं अन्य के साथ-साथ पार्टी के प्रमुख नेताओं के साथ समन्वय बनाएगी. पूरी चुनावी प्रक्रिया की मानीटरिंग करेगी. अधिकांश नगरीय निकाय के चुनाव निमाड़, मालवा अंचल में होने हैं. इस लिहाज से दोनों ही दलों भाजपा और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों नंदकुमार सिंंह चौहान और कांग्रेस के अरुण यादव की प्रतिष्ठा इन चुनावों पर दाव पर लगी हुई है. अरुण यादव ने सक्रियता भी दिखानी शुरु कर दी है. वहीं कांग्रेस नेता पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह की चल रही नर्मदा यात्रा का निमाड़ क्षेत्र में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव पर प्रभाव होना है.
उपचुनाव पर पड़ेगा असर
भाजपा और कांग्रेस का पूरा ध्यान फिलहाल नगरीय निकाय चुनाव पर है. दोनों ही दलों के नेता यह मानते हैं कि नगरीय निकाय के चुनाव परिणाम उपचुनाव पर असर दिखाएंगे. मुंगावली और कोलारस विधानसभा के उपचुनाव की अभी चुनाव आयोग ने घोषणा नहीं की है लेकिन वहां भाजपा की ओर से स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी जमकर मैदान संभाले हुए हैं तो कांग्रेस की ओर से पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके सहयोगी सत्ताधारी दल का डटकर सामना कर रहे हैं. दोनों ही दलों के बाकी नेता अब इन नगरीय निकाय के चुनाव में अपना दमखम दिखाएंगे क्योंकि यदि मुंगावली और कोलारस में हारते हैं तो फिर नगरीय निकाय चुनाव में मिली जीत को प्रदेश की जनता का 2018 के लिए संदेश बताया जाएगा.
मध्यप्रदेश में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के लिए जनवरी माह की 17 तारीख को होने वाले नगरीय निकाय के चुनाव चिंता का कारण बन गए हैं. मुंगावली और कोलारस में होने वाले उपचुनाव के पहले इन चुनाव में दोनों दल पूरी ताकत के साथ जुट गए हैं. प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया शुरु कर दी है,मगर अब तक प्रत्याशी के नाम की घोषणा दोनों ही दल नहीं कर पाए हैं.
मध्यप्रदेश में डेढ़ दर्जन से ज्यादा नगरीय निकायों के चुनाव होना है. इन चुनावों के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल सक्रिय हो गए हैं. दोनों ही दलों को उपचुनाव के पहले होने वाले इन चुनाव के परिणामों की चिंता सताने लगी है. करीब 19 नगरीय निकायों में चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने 17 जनवरी को मतदान की तारीख तय कर दी है. मतदान के लिए नामांकन भरने का सिलसिला भी शुरु हो गया है, मगर अब तक भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया को पूरा नहीं किया है. भाजपा ने प्रत्याशी चयन की जवाबदारी जहां जिला चुनाव समिति को सौंपी है. वहीं अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशियों का चयन संभागीय चुनाव समिति करेगी. पार्टी के प्रदेश महामंत्री अजय प्रताप सिंह ने बताया कि निकाय चुनाव के लिए सहमति के आधार पर प्रत्याशियों के चयन के लिए पार्टी पदाधिकारियों और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने सक्रियता के साथ विचार विमर्श प्रारंभ कर दिया है. दूसरी ओर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस भी इन चुनावों को पूरी गंभीरता से ले रही है पार्टी ने तीन सदस्यीय राज्य स्तरीय कमेटी का गठन कर दिया है, जिसमें ताराचंद पटैल, कलावती भूरिया और सैयद साजिद अली को शामिल किया गया है. यह कमेटी पर्यवेक्षकों एवं अन्य के साथ-साथ पार्टी के प्रमुख नेताओं के साथ समन्वय बनाएगी. पूरी चुनावी प्रक्रिया की मानीटरिंग करेगी. अधिकांश नगरीय निकाय के चुनाव निमाड़, मालवा अंचल में होने हैं. इस लिहाज से दोनों ही दलों भाजपा और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों नंदकुमार सिंंह चौहान और कांग्रेस के अरुण यादव की प्रतिष्ठा इन चुनावों पर दाव पर लगी हुई है. अरुण यादव ने सक्रियता भी दिखानी शुरु कर दी है. वहीं कांग्रेस नेता पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह की चल रही नर्मदा यात्रा का निमाड़ क्षेत्र में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव पर प्रभाव होना है.
उपचुनाव पर पड़ेगा असर
भाजपा और कांग्रेस का पूरा ध्यान फिलहाल नगरीय निकाय चुनाव पर है. दोनों ही दलों के नेता यह मानते हैं कि नगरीय निकाय के चुनाव परिणाम उपचुनाव पर असर दिखाएंगे. मुंगावली और कोलारस विधानसभा के उपचुनाव की अभी चुनाव आयोग ने घोषणा नहीं की है लेकिन वहां भाजपा की ओर से स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी जमकर मैदान संभाले हुए हैं तो कांग्रेस की ओर से पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके सहयोगी सत्ताधारी दल का डटकर सामना कर रहे हैं. दोनों ही दलों के बाकी नेता अब इन नगरीय निकाय के चुनाव में अपना दमखम दिखाएंगे क्योंकि यदि मुंगावली और कोलारस में हारते हैं तो फिर नगरीय निकाय चुनाव में मिली जीत को प्रदेश की जनता का 2018 के लिए संदेश बताया जाएगा.
राजधानी में निकलेगी लाठी रैली 5 जनवरी को

पूर्व सांसद सुखलाल कुशवाहा की 54वीं जयंती के मौके पर आगामी 5 जनवरी को राजधानी भोपाल में एक विशाल लाठी रैली निकाली जाएगी.
यह जानकारी अखिल भारतीय महात्मा ज्योतिबा फुले समता परिषद के भोपाल प्रभारी योगेश कुशवाहा ने आज गुरुवार को एक प्रेस वार्ता में दी है. योगेश कुशवाहा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि रैली की शुरूआत सुबह 11 बजे छोला दशहरा मैदान से होगी. लाठी रैली में पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे. इसके अलावा कार्यक्रम में महाराष्ट्र के पूर्व सांसद प्रकाश अांबेडकर, महाराष्ट्र के पूर्व कैबिनेट मंत्री बापू भुजबल, किसान बोर्ड बिहार के अध्यक्ष सी.पी. सिंहा, आदि विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे. योगेश कुशवाहा का कहना है कि विशाल लाठी रैली का मुख्य उद्देश्य देश में दलितों पर हो रहे अत्याचार को दशार्ना है. रैली में देश के सभी प्रांतों से अखिल भारतीय महात्मा ज्योति फुले समता परिषद के कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे.
राघवजी ने कहा मोदी रैली नहीं दिखा पाएगी चमत्कार
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| राघवजी |
करीब दस साल तक मध्यप्रदेश के वित्त मंत्री रहे राघवजी ने कहा कि प्रधानमंत्री होते हुए भी गुजरात में मोदी की रैलियों का खास असर नहीं दिखा, फिर मध्यप्रदेश में तो उनका इतना प्रभाव भी नहीं है, इसलिए मध्यप्रदेश में तो वे ज्यादा ताकत लगाएंगे भी नहीं. राघवजी ने माना कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा की राह थोड़ी मुश्किल है. उन्होंने कहा कि भाजपा अगर जीतना चाहती है तो उसे गुटबाजी छोड़कर सार्थक रूप से टिकट वितरण करना चाहिए. गौरतलब है कि शिवराज मंत्रिमंडल में वित्त मंत्री रह चुके राघव जी को 2013 में उस वक्त कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था जब उनकी अननेचुरल सेक्स की सीडी सामने आई थी. फिलहाल राघव जी अपनी बेटी ज्योति शाह की सियासी जमीन तैयार करने में लगे हैं और विदिशा की शमशाबाद सीट से ज्योति को टिकट दिलाना चाहते हैं. आरएसएस से जुड़े होने के कारण विदिशा में राघवजी का अच्छा प्रभाव है.
एकात्म यात्रा के समापन के लिएआमंत्रित किया प्रधानमंत्री को
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बुधवार को राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनके निवास पर मुलाकात की. तकरीबन आधा घंटे चली इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने प्रदेश में किसानों के लिए चलाई जा रही भावांतर भुगतान योजना की जानकारी दी और एकात्म यात्रा के समापन समारोह के लिए आमंत्रित भी किया.
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से भेंट के दौरान राज्य में लागू भावांतर योजना के बारे में चर्चा की. चौहान ने उन्हें बताया कि फिलहाल ये योजना सिर्फ खरीफ की फसलों में लागू है, लेकिन जल्द ही इसे रबी की फसलों पर भी लागू किया जाएगा, ताकि किसानों उनकी दूसरी फसलों का भी सही दाम दिया जा सके. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को एकात्म यात्रा की जानकारी देते हुए इसके समापन समारोह का आमंत्रण भी दिया. यात्रा के जरिए प्रदेश में जन-जागरण अभियान चालाया जा रहा है, साथ ही आदिगुरू शंकराचार्य की प्रतिमा प्रतिष्ठापन के लिए धातु संग्रहण भी किया जा रहा है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को प्रदेश में चल रहे नर्मदा सेवा मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुद्रा योजना आदि के बारे में जानकारी दी. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने शिवराज सिंह को प्रदेश में गैस सिलेंडर के स्थान पर सोलर एनर्जी पर आधारित चूल्हों के व्यापक इस्तेमाल के लिए टास्क फोर्स गठित कर मुहिम चलाने की जिम्मेदारी सौंपी.
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से भेंट के दौरान राज्य में लागू भावांतर योजना के बारे में चर्चा की. चौहान ने उन्हें बताया कि फिलहाल ये योजना सिर्फ खरीफ की फसलों में लागू है, लेकिन जल्द ही इसे रबी की फसलों पर भी लागू किया जाएगा, ताकि किसानों उनकी दूसरी फसलों का भी सही दाम दिया जा सके. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को एकात्म यात्रा की जानकारी देते हुए इसके समापन समारोह का आमंत्रण भी दिया. यात्रा के जरिए प्रदेश में जन-जागरण अभियान चालाया जा रहा है, साथ ही आदिगुरू शंकराचार्य की प्रतिमा प्रतिष्ठापन के लिए धातु संग्रहण भी किया जा रहा है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को प्रदेश में चल रहे नर्मदा सेवा मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुद्रा योजना आदि के बारे में जानकारी दी. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने शिवराज सिंह को प्रदेश में गैस सिलेंडर के स्थान पर सोलर एनर्जी पर आधारित चूल्हों के व्यापक इस्तेमाल के लिए टास्क फोर्स गठित कर मुहिम चलाने की जिम्मेदारी सौंपी.
प्रत्याशी चयन के लिए विचार-विमर्श शुरु
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री अजयप्रताप सिंह ने बताया कि प्रदेश में होने जा रहे नगरीय निकायों के चुनाव के लिए सहमति पर प्रत्याशियों के चयन के लिए पार्टी पदाधिकारियों और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने सक्रियता के साथ विचार विमर्श आरंभ कर दिया है. नगरीय निकायों में पार्षद के चयन का कार्य जिला चुनाव समिति और अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी चयन का कार्य संभागीय समिति द्वारा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद नंदकुमारसिंह चौहान ने नगरीय निकाय चुनाव की दृष्टि से हर स्तर पर पदाधिकारियों और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के परामर्श पर गौर करने की आवश्यकता रेखांकित की है. उन्होंने कहा कि योग्यता और जनता में स्वीकार्यता के आधार पर प्रत्याशी का इस तरह चयन करें कि सहमति कायम रहे.
भाजपा और उसके संगठन गायों की मौत पर मौन क्यों
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| अजय सिं ह |
बुधवार, 27 दिसंबर 2017
सोशलिस्ट पार्टी मध्यप्रदेश में 2018 को मनाएगी संगठन पर्व
सोशलिस्ट पार्टी म.प्र. की प्रांतीय का़र्यकारिणी की बैठक तपस्वी संत नेता और वर्षों सोशलिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे मामा बालेश्वर दयाल की कर्मभूमि बामनिया में हुई. अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष रामस्वरूप मंत्री ने की. बैठक में वर्ष 2018 को संगठन वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया. सभी संभागीय प्रभारियों से आग्रह किया गया कि वे अपने-अपने प्रभार वाले सम्भागों में अगले दो माह में जिला ईकाईयों संगठन कर दे. उसके बाद पार्टी का सदस्यता अभियान चलाया जाएगा. पार्टी ने मध्यप्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था और बढ़ते भ्रष्टाचार पर चिंता जाहिर करते हुए सरकार से इस पर अविलम्ब रोक लगाने की मांग की. बैठक को रामबाबू अग्रवाल, दिनेश कुशवाह, राजेश बैरागी, लीलाधर चौधरी, चन्द्रसेन निमोणकर, अमरदास उपरारिया क्रांतिकुमार वैद्य आदि ने विचार रखे और संगठन को मजबूत करने तथा स्थानीय स्तर पर संघर्ष के कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया. पार्टी के उपाध्यक्ष राजकुमार नागेश्वर द्वारा चलाए जा रहे बालाघाट में किसानों के संघर्ष को पार्टी का पूर्ण समर्थन देने का निर्णय लिया. साथ ही मुलताई गोलीकांड की बरसी पर किसान संघर्ष समिति द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भागीदारी का आह्वान किया.
मध्यप्रदेश सरकार ने घोषित किए स्थानीय अवकाश
राज्य शासन द्वारा वर्ष 2018 के स्थानीय अवकाश की घोषणा के आदेश जारी किया गया है. रंगपंचमी (मंगलवार) 8 मार्च, गणेश चतुर्थी (गुरूवार) 13 सितंबर, दीपावली का दूसरा दिन (गुरूवार) 8 नवम्बर तथा भोपाल गैस त्रासदी स्मृति दिवस (सोमवार) 3 दिसंबर को भोपाल स्थित समस्त शासकीय कार्यालयों, संस्थाओं में स्थानीय अवकाश घोषित किया है.
अंकसूची का होगा आनलाइन संशोधन
मध्यप्रदेश शासन स्कूल शिक्षा विभाग ने मंडल द्वारा अंकसूची और प्रमाण पत्रों में आॅनलाइन संशोधन प्रक्रिया हेतु निर्देश जारी किए हैं. माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा जारी दस्तावेजों में किसी भी प्रकार के संशोधन हेतु आवेदन केवल जिला मुख्यालय के एमपी आॅनलाइन कियोस्क के माध्यम से स्वीकार किए जाएंगे. आवेदन के साथ आवेदक मण्डल निर्देशों के अनुरूप समस्त आवश्यक मूल दस्तावेज 15 कार्य दिवस की अवधि में संबंधित जिले की समन्वयक संस्था पर प्रस्तुत करेगा तथा समन्वयक संस्था द्वारा प्रकरण का निराकरण किया जाएगा. आॅफलाइन आवेदन पत्र किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किए जाएंगे. मूल दस्तावेज प्राप्त होने पर ही आॅनलाइन आवेदन मान्य होगा. स्वीकृत आवेदनों का निराकरण प्राचार्य द्वारा आॅनलाइन किया जाएगा. स्वीकृत आवेदन मण्डल मुख्यालय में आॅनलाइन प्राप्त होंगे. मंडल मुख्यालय द्वारा दस्तावेज मुद्रित करके स्पीड पोस्ट के माध्यम से आवेदक को प्रेषित किए जाएंगे.
आवासीय कालोनी का पंजीयन जरुरी
रियल स्टेट सेक्टर में व्याप्त असंतुलन को दूर कर इसे व्यवस्थित करने तथा उपभोक्ताओं के हितों की दृष्टि से इसे और पारदर्शी व जिम्मेदार बनाने हेतु, 1 मई, 2016 से प्रदेश सहित देश में रेरा-एक्ट प्रभावी हो चुका है. इसके अनुसार, सभी प्रचलित और नई आवासीय कॉलोनी, प्रोजेक्ट का रेरा में पंजीयन कराना, बिल्डर्स को अनिवार्य हो गया हैं. रेरा में पंजीयन नहीं कराने वाले कॉलोनी, प्रोजेक्ट अवैध प्रोजेक्ट की श्रेणी में आएंगे. यदि कोई प्रचलित आवासीय-कॉलोनी, प्रोजेक्ट, जिसमें अभी विकास कार्य पूरे न हुए हों, आमजन की जानकारी में आये, तब ऐसे प्रोजक्ट्स, कालोनी की जानकारी रेरा-प्राधिकरण को भोपाल स्थित पत्ते पर (रेरा-भवन, बोर्ड-आॅफिस कैंपस, मेन रोड नंबर 1, भोपाल-462011) पर प्रेषित किये जाने का अनुरोध है. रेरा-एक्ट के लागू होने के बाद किसी भी आवासीय कॉलोनी, प्रोजेक्ट की तब तक मार्केटिंग और बुकिंग नहीं की जा सकती, जब तक कि उसका रेरा में पंजीयन न हो जाए. रेरा एक्ट के अंतर्गत आवंटियों के साथ जो भी अनुबंध ठेकेदार, बिल्डर्स, प्रमोटर्स करेंगे, उसका पालन उन्हें करना होगा. साथ ही अपने निर्माण कार्य की 5 वर्ष की गारंटी भी लेनी होगी. उन्हें समय पर आवंटितों को डिलीवरी देनी होगी. विज्ञापन और ब्रोशर में, जो-जो दावे किये जाऐंगे, उनकी पूर्ति बिल्डर्स को करनी होगी. प्रावधान का पालन नहीं करने पर आवंटी उनसे ब्याज सहित भुगतान तथा मुआवजा प्राप्त कर सकेंगे.
नहीं थम रहा किसानों द्वारा खुदकुशी करने का सिलसिला
मध्यप्रदेश में किसानों द्वारा खुदकुशी किए जाने का सिलसिला थम नहीं रहा है. राज्य के सीहोर और हरदा जिलों में कर्ज से परेशान होकर दो किसानों द्वारा फिर खुदकुशी किए जाने का मामला सामने आया है. पुलिस अधीक्षक हरदा राजेश कुमार सिंह के अनुसार हरदा जिले की टिमरनी तहसील के ग्राम खोड्याखेड़ी में किसान अंतर सिंह राजपूत ने जहरीली गोली खा ली थी. इसके बाद उसकी मौत हो गई. मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने मामले में जांच शुरू कर दी है. सिंह ने बताया कि मामले में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि उसने यह जघन्य कदम क्यों उठाया. हरदा के अलावा राज्य के सीहोर जिले के इछावार थाना क्षेत्र में भी एक किसान ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली. इछावर पुलिस के अनुसार ग्राम आर्या के किसान हरजी लाल की भोपाल में उपचार के दौरान मौत हो गई. उसने पिछले सप्ताह आर्या गांव स्थित अपने घर में जहरीला पदार्थ पिया था. उन्होंने कहा कि मामले की जांच चल रही है. अभी यह बताया जा सकता है कि उन्होंने यह कदम क्यों उठाया. हरजी लाल के बेटे शिवचरण ने बताया, मेरे पिताजी पर दो लाख रुपए से अधिक का कर्ज था, जिसको लेकर वह परेशान थे. इसी के चलते उन्होंने यह कदम उठा लिया.
अशोक नगर जाकर मिथक तोड़कें शिवराज
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने चुनौती स्वीकार करते हुए गुना जिले के अशोक नगर जाने की घोषणा की है. अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने यहां की एक भी यात्रा नहीं की. कहा जाता है कि प्रदेश का जो भी मुख्यमंत्री अपने कार्यकाल के दौरान अशोक नगर जिला मुख्यालय की यात्रा करता है, उसे कुर्सी छोड़ना पड़ता है. राज्य के कई ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्हें अशोक नगर जिला मुख्यालय की यात्रा के बाद पद छोड़ना पड़ा. इससे इस अंधविश्वास को बढ़ावा मिला. मंगलवार को अशोक नगर जिले के पिपराई कस्बे की यात्रा के दौरान चौहान ने घोषणा की कि वह अंधविश्वासी नहीं हैं और जल्द ही यात्रा कर अशोक नगर से जुड़े मिथक को तोड़ेंगे. उन्होंने कहा, मैं किसी गलतफहमी में विश्वास नहीं करता हूं और मैं अंधविश्वासी नहीं हूं। मैं इस मिथक को जल्द ही तोडूंगा और निश्चित रूप से अशोक नगर की यात्रा करूंगा. इससे पहले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्रियों द्वारका प्रसाद मिश्रा, सुंदरलाल पटवा, अर्जुन सिंह, दिग्विजय सिंह, उमा भारती, बाबूलाल गौर और लालू यादव (बिहार के सीएम रहने के दौरान) भी इस मिथक के कथित रूप से शिकार बने. इस तरह की मान्यता के कारण मुख्यमंत्रियों ने अशोक नगर जिला मुख्यालय की यात्रा करने से परहेज किया. यहां तक कि पिछले 12 साल के कार्यकाल के दौरान शिवराज सिंह चौहान भी अशोक नगर जिला मुख्यालय नहीं गए थे.
मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड, पचमढ़ी में दर्ज किया 2 डिग्री पारा
पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के चलते बढ़ी ठंड
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित राज्य के अन्य हिस्सों में बुधवार को कड़ाके की ठंड रही. राज्य में पचमढ़ी सबसे ठंड़ा रहा, जहां तापमान दो डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में मौसम के शुष्क रहने की संभावना जताई है. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के सभी जिलों में ठंड का असर अब तेज हो गया है. राज्य में बुधवार सुबह ठिठुरन भरी रही, हालांकि धूप भी खिली. दोपहर को धूप में तेजी रही. साथ ही ठंडी हवाएं भी चलती रही. राजधानी में सुबह और रात के समय ठंड का खासा असर दिखाई दे रहा है. आज बुधवार को भी सुबह के वक्त ठंड रही, जबकि दोपहर को तेज धूप से ठंड का असर कम हुआ, मगर शाम को ठंड ने फिर अपना असर दिखाया. मौसम विभाग के अनुसार, पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी के चलते राज्य में ठंड बढ़ने के साथ तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. राज्य में पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा, जहां तापमान दो डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान राज्य के शहडोल, उज्जैन संभागों के जिलों में सामान्य से कम तापमान रहा. होशंगाबाद संभाग के जिलों में सामान्य से काफी कम तापमान रहा, जबकि चंबल संभाग के जिलों में सामान्य से अधिक तापमान रहा. मौसम विभाग के अनुसार राज्य में अधिकांश जिलों में मौसम शुष्क रहा और आगामी 24 घंटों के दौरान इसी तरह का मौसम रहने का अनुमान है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार राज्य के होशंगाबाद और जबलपुर संभागों के जिलों में शीतलहर चलने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश में पचमढ़ी में सबसे कम न्यूनतम तापमान 2 डिग्री दर्ज किया गया. प्रदेश भर में फिलहाल मौसम इसी तरह का बना रहेगा, ठिठुरन का असर सभी जिलों में दिखाई देगा.
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित राज्य के अन्य हिस्सों में बुधवार को कड़ाके की ठंड रही. राज्य में पचमढ़ी सबसे ठंड़ा रहा, जहां तापमान दो डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में मौसम के शुष्क रहने की संभावना जताई है. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के सभी जिलों में ठंड का असर अब तेज हो गया है. राज्य में बुधवार सुबह ठिठुरन भरी रही, हालांकि धूप भी खिली. दोपहर को धूप में तेजी रही. साथ ही ठंडी हवाएं भी चलती रही. राजधानी में सुबह और रात के समय ठंड का खासा असर दिखाई दे रहा है. आज बुधवार को भी सुबह के वक्त ठंड रही, जबकि दोपहर को तेज धूप से ठंड का असर कम हुआ, मगर शाम को ठंड ने फिर अपना असर दिखाया. मौसम विभाग के अनुसार, पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी के चलते राज्य में ठंड बढ़ने के साथ तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. राज्य में पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा, जहां तापमान दो डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान राज्य के शहडोल, उज्जैन संभागों के जिलों में सामान्य से कम तापमान रहा. होशंगाबाद संभाग के जिलों में सामान्य से काफी कम तापमान रहा, जबकि चंबल संभाग के जिलों में सामान्य से अधिक तापमान रहा. मौसम विभाग के अनुसार राज्य में अधिकांश जिलों में मौसम शुष्क रहा और आगामी 24 घंटों के दौरान इसी तरह का मौसम रहने का अनुमान है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार राज्य के होशंगाबाद और जबलपुर संभागों के जिलों में शीतलहर चलने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश में पचमढ़ी में सबसे कम न्यूनतम तापमान 2 डिग्री दर्ज किया गया. प्रदेश भर में फिलहाल मौसम इसी तरह का बना रहेगा, ठिठुरन का असर सभी जिलों में दिखाई देगा.
मंत्री के बंगले का घेराव, पुलिस से की झूमाझटकी
दिव्यांगों के जलसत्याग्रह के बाद भी उनकी मांगे पूरी न होते देख आज प्रदेश कांग्रेस ने उनके समर्थन में पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव के बंगले का घेराव किया. घेराव करने से रोकने पर पुलिस के साथ झूमाझटकी भी की गई. इस दौरान पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हल्का बल प्रयोग भी किया.
राजधानी में दिव्यांगों का 23 सूत्री मांगों को लेकर चल रहा प्रदर्शन आज दसवें दिन भी जारी रहा. मंगलवार को दिव्यांगों ने सरकार द्वारा उनकी मांगों पर विचार तक न किए जाने के बाद जल सत्याग्रह किया था. इसके बाद आज प्रदेश कांग्रेस ने दिव्यांगों के समर्थन में उतरकर पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव के निवास पर घेराव करने की तैयारी की. सुबह जब कांग्रेस कार्यकर्ता भार्गव के निवास की ओर भीड़ की शक्ल में बढ़े तो भार्गव के निवास पर पुलिस बल बढ़ा दिया. वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी.सी.शर्मा के नेतृत्व में घेराव करने पहुंचे कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को जब भार्गव के निवास के बाहर रोका तो वे वहीं धरने पर बैठ गए. इस दौरान पुलिस से बहस भी हुई. बहस के बाद जब कार्यकर्ता नहीं हटे तो पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया. इस पर पुलिस के साथ कार्यकर्ताओं की झड़प भी हुई. कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा. कांगे्रस कार्यकर्ताओं का कहना था कि सरकार को दिव्यांगों की मांग को जल्द पूरा करना चाहिए. सरकार ने अगर दिव्यांगों की मांग पूरी नहीं की तो कांग्रेस उग्र प्रदर्शन करेगी. वहीं दिव्यांगों का प्रदर्शन आज दसवें दिन भी जारी रहा. नीलम पार्क में किए जा रहे धरना देकर प्रदर्शन कर रहे दिव्यांगों ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं करती, तब तक उनका धरना, प्रदर्शन जारी रहेगा. चाहे उसके लिए उन्हें 100 दिन या उससे भी अधिक समय के लिए धरना देना पड़े.
राजधानी में दिव्यांगों का 23 सूत्री मांगों को लेकर चल रहा प्रदर्शन आज दसवें दिन भी जारी रहा. मंगलवार को दिव्यांगों ने सरकार द्वारा उनकी मांगों पर विचार तक न किए जाने के बाद जल सत्याग्रह किया था. इसके बाद आज प्रदेश कांग्रेस ने दिव्यांगों के समर्थन में उतरकर पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव के निवास पर घेराव करने की तैयारी की. सुबह जब कांग्रेस कार्यकर्ता भार्गव के निवास की ओर भीड़ की शक्ल में बढ़े तो भार्गव के निवास पर पुलिस बल बढ़ा दिया. वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी.सी.शर्मा के नेतृत्व में घेराव करने पहुंचे कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को जब भार्गव के निवास के बाहर रोका तो वे वहीं धरने पर बैठ गए. इस दौरान पुलिस से बहस भी हुई. बहस के बाद जब कार्यकर्ता नहीं हटे तो पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया. इस पर पुलिस के साथ कार्यकर्ताओं की झड़प भी हुई. कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा. कांगे्रस कार्यकर्ताओं का कहना था कि सरकार को दिव्यांगों की मांग को जल्द पूरा करना चाहिए. सरकार ने अगर दिव्यांगों की मांग पूरी नहीं की तो कांग्रेस उग्र प्रदर्शन करेगी. वहीं दिव्यांगों का प्रदर्शन आज दसवें दिन भी जारी रहा. नीलम पार्क में किए जा रहे धरना देकर प्रदर्शन कर रहे दिव्यांगों ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं करती, तब तक उनका धरना, प्रदर्शन जारी रहेगा. चाहे उसके लिए उन्हें 100 दिन या उससे भी अधिक समय के लिए धरना देना पड़े.
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