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| अरुणिमा सिन्हा |
माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने वाली विश्व की पहली दिव्यांग अरुणिमा सिन्हा से उज्जैन के महाकाल मंदिर में दुर्व्यवहार के मामले को लेकर कांग्रेस ने जहां भाजपा पर हमला बोला है. वहीं भाजपा की ओर से महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस ने मोर्चा संभाला है. अरुणिमा द्वारा नाराजगी जताने और मध्यप्रदेश सरकार के बुलावे पर फिर कभी मध्यप्रदेश न आने की बात कहने पर माफी मांगने का सिलसिला भी शुरु हो गया है.
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| अर्चना चिटनिस |
सख्त कार्रवाई की जाए
कांग्रेस नेता माणक अग्रवाल ने अपने बयान में कहा है कि अरुणिमा के साथ दुर्व्यवहार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. सरकार को जांच की बजाय मामले पर तत्काल एक्शन लेना चाहिए. सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि हर मंदिर की अपनी परंपराएं होती हैं, हर मंदिर की अपनी आचार संहिता होती है जिसके तहत दर्शनों के नियम होते हैं. उन्होंने कहा कि उनकी खुद अरुणिमा से चर्चा हुई है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर विवाद नहीं होना चाहिए.
यह था मामला
कृत्रिम पैर के दम पर माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली अरुणिमा सिन्हा उज्जैन के महाकाल मंदिर में अव्यवस्था की शिकार हुई थी. उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए पीएमओ और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को ट्वीट किया. अरुणिमा के मुताबिक, रविवार को वे 4.30 बजे उज्जैन के महाकाल मंदिर दर्शन के लिए पहुंची थीं. वहां मंदिर समिति के कर्मचारियों ने पहले तो एलईडी स्क्रीन के पास बैठा दिया. फिर जब मैं गर्भगृह की ओर जाने लगीं तो दो जगह रोका गया. बार-बार अपना परिचय और दिव्यांग होने की बात कहने के बाद भी मुझसे मंदिर कर्मचारी बहस करने लगे. फिर जैसे-तैसे मैं नंदीगृह तक पहुंची. यहां की व्यवस्था से मैं इतनी तंग हो गई कि बाहर निकलते समय मेरी आंखों से आंसू छलक पड़े थे. उन्होंने कहा, इस मंदिर के सुरक्षा कर्मचारियों एवं मंदिर प्रशासन ने मेरी दिव्यंगता का मजाक बनाया.


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