प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया के बयान ने बढ़ाई सरगर्मीप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस का कोई चेहरा नहीं है, मगर 2018 का चुनाव कांग्रेस ही जीतेगी. बावरिया के इस बयान से राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं.
दो दिवसीय प्रदेश के प्रवास पर आए बावरिया ने प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें सक्रिय रहने को कहा. उन्होंने मीडिया से चर्चा में कहा कि कांग्रेस का कोई चेहरा नहीं है, फिर भी 2018 का चुनाव कांग्रेस जीतेगी और मध्यप्रदेश में सरकार बनाएगी. बावरिया के इस बयान के बाद राजनीतिक सरगर्मियां और तेज हो गई है. प्रदेश में विगत लंबे समय से कांग्रेस में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चेहरा घोषित किए जाने की मांग उठ रही है, वहीं इस वक्त बावरिया का यह बयान कांग्रेस में इस तरह की मांग करने वालों को चिंता में डाल रहा है.
बावरिया ने कहा कि देश और प्रदेश में भाजपा के झूठे प्रचार, दोहरे राजनैतिक आचरण-मापदण्ड, भ्रष्टाचार और विपक्ष को खत्म करने के लिए अपनाये जा रहे दोयम दर्जे वाली स्तरहीन कारगुजारियों की अब धीरे-धीरे पोल खुल रही है. गुजरात विधानसभा चुनाव के ताजा नतीजों में वहां के मतदाताओं, 2-जी एवं और महाराष्ट्र के आदर्श सोसायटी मामले में न्यायपालिका ने भी इनके षड्यंत्रों को तार-तार कर दिया है. परिवर्तन शास्वत है. लिहाजा, हम एकजुटता के साथ इन परिस्थितियों में आमजन के साथ कदमताल करते हुए दिखाई दें.
आक्रामक होने के दिए निर्देश
भाजपा एवं राज्य सरकार के खिलाफ निर्मित व्यापक असंतोष, किसानों की समस्याओं, उनके द्वारा की जा रही आत्महत्याओं, महिला अत्याचारों और सार्वजनिक वितरण प्रणाली में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर भी संबंधितों के साथ समीक्षा कर कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों को इन महत्वूपर्ण मुद्दों को लेकर भी आक्रामक होने का निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी में आमूल-चूल परिवर्तन के साथ पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं की संयुक्त सहभागिता सुनिश्चित किये जाने को लेकर गंभीर हैं और आने वाले दिनों में उनकी स्पष्ट और मैदानी कार्यशैली का आभास पार्टीजन और देश दोनों को दिखाई देगा. इस संकेत को हम गंभीरता से लें और उनकी आकांक्षाओं के अनुरूप पार्टी को मजबूती दें.
सरकारी एजेंसी के माध्यम से दूध का प्रचार
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के पुत्र कार्तिकेय चौहान जो दूध का धंधा शुरु कर रहे हैं, उन्होंने जो लोन लिया है,वह कहां से लिया है. यादव ने कहा कि सरकारी एजेंसी के माध्यम से दूध का प्रचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश का किसान दूध की कम कीमत को लेकर परेशान हो रहा है. किसानों को उनके दूध की सही कीमतें नहीं मिल रही है. उन्होंने मांग की कि किसानों को न्यूनतम पचास रुपए प्रति लीटर दूध की कीमत दी जाए. वहीं प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद व्यापारी हो गए हैं तो प्रदेश में दूध व्यावसायी और सहकारिता पर खतरा बना ही रहेगा. उन्होंने कहा कि गुजरात में निलंबित हुए भाजपा विधायक जेठासिंह पंवार को दुग्ध सहकारिता का उपाध्यक्ष बनाया गया है, गुजरात में भी सहकारिता की दुर्दशा होने लगी है.
विवाद से न हो पार्टी को नुकसान
दीपक बावरिया ने पदाधिकारियों से चर्चा में कहा कि वे इस तरह क बयान देने से बचें जिससे किसी तरह का विवाद हो. उन्होंने यह बात हाल ही में पूर्व विधायक गोविंद सिंह द्वारा भाजपा विधायक पारुल साहू को लेकर दिए बयान के संदर्भ में कही. उन्होंने कहा कि इस तरह की बयानबाजी से बचें. संतुलित भाषा का उपयोग करें और इस तरह की बयानबाजी न करें, जिससे पार्टी को नुकसान पहुंचें.
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