रामानन्दी के पिता नाथुलाल कुमावत मिस्त्री का कार्य करते है. रामानन्दी के 3 छोटे भाई-बहन हैं जिनमें वह सबसे बड़ी है. रामानन्दी के पिता एक पंजीकृत निर्माण श्रमिक है. रामानन्दी ने अथक परिश्रम कर कक्षा 12वीं में उच्च अंकों के साथ सुपर 5 हजार में जगह बनाई तथा मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल द्वारा संचालित सुपर 5 हजार योजना के अंतर्गत 25 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि सहायक श्रमायुक्त कार्यालय, मंदसौर से प्राप्त की. इस योजना से रामानन्दी के सपनो को एक उड़ान मिल चुकी है. अब अपने भविष्य को उज्जवल करने लिए निरन्तर प्रयासरत है. रामानन्दी ने बताया कि उनकी मां सब्जी बेचने का कार्य करती हैं तथा पिता मिस्त्री हैं. आर्थिक समस्याओं के चलते पिताजी ने आगे पढ़ाने में असमर्थता व्यक्त की, परन्तु सुपर 5 हजार योजना से प्राप्त राशि से वह आगे पढ़ पा रही है. वर्तमान में वह पी.जी. कॉलेज मंदस.र में बी.कॉम तृतीय वर्ष में अध्ययनरत है औरर साथ ही प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी भी कर रही है. इस योजना का लाभ लेने के बाद रामान्नदी अब एक अच्छी शिक्षक बनना चाहती है. शिक्षक बन कर वह अपने छोटे भाई बहनों को तथा पिछड़े बच्चो को शिक्षा से जोड़ना चाहती है.

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