मध्यप्रदेश अब दीवालिए होने की कगार पर पहुंच गया है. प्रदेश की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है. प्रदेश सरकार को आर्थिक स्थिति पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए. ये मांग आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव और नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में की. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा कि आज प्रदेश का हर नागरिक सरकार की गलतियों के चलते कर्जदार है. उन्होंने आरोप लगाया कि कर्ज लेकर सरकार अपनी ब्राडिंग कर रही है. उन्होंने बताया कि 31 मार्च 2017 की स्थिति में 1 लाख 37 हजार 810 करोड़ रुपए का कर्ज सरकार पर था, जो लगातार बढ़ता जा रहा है. आज मध्यप्रदेश का हर नागरिक करीब 15 हजार रुपए के कर्ज से दबा हुआ है, जबकि 31 मार्च 2016 तक यह कर्ज 13 हजार 853 रुपए था. नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह ने आरोप लगाया कि नमामि देवी नर्मदे यात्रा से कांग्रेस का कोई विरोध नहीं है, लेकिन इसके नाम पर मुख्यमंत्री ने अपना राजनीतिक एजेंडा लागू किया हुआ है उस पर सरकारी खजाने से रुपए लुटाए जा रहे हैं.यात्रा के प्रति मुख्यमंत्री की कोई आस्था नहीं है. सिंह ने कहा कि प्रदेश के बदहाल होते आर्थिक हालात के लिए भाजपा की सरकार और मुख्यमंत्री शिवराजसिंंह चौहान जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश की आर्थिक स्थिति कैसी है, यह जानने का अधिकार जनता को है.सरकार जनता की मेहनत की कमाई को कहां खपा रही है, इसकी जानकारी सरकार को देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जनता को यह भी पता चलना चाहिए कि सरकार झूठे वादे कर उन्हें किस तरह का धोखा दे रही है.सरकार को प्रदेश की आर्थिक हालत पर श्वेतपत्र जारी करना चाहिए.

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