![]() |
| कैप्शन जोड़ेंअजय सिंह |
सिंह ने कहा कि इसके पूर्व चित्रकूट के हरदौली गांव से चाचा-भतीजे और 24 घंटे के अंतर से ही पहाड़ गांव से दो शिक्षक का अपहरण कर 11 लाख और 10 लाख की फिरौती डकैतों ने मांगी थी. डकैतों द्वारा किए गए इन अपहरणों में पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली. अपहृत लोगों के परिजनों ने फिरौती देकर अपने लोगों को छुड़वाया. पुलिस मुफ्त में वाहवाही लूटती रही कि उसके दबाव के कारण डकैतों ने छोड़ा जबकि हकीकत यह है कि पुलिस का इस क्षेत्र में न तो डकैतों में खौंफ और न ही पुलिस में कोई इच्छाशक्ति हैं. सिंह ने कहा कि ललित सिंह के अपहरण में भी पुलिस अभी तक कुछ नहीं कर पाई है और अंतत: उनके परिजनों को फिरौती देकर ही छुड़ाना पडेगा.
सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था को बेहतर बताने वाली भाजपा सरकार में डकैतों के साथ नक्सल समस्या फिर से सिर उठा रही है और सरकार मुफ्त की पीठ थपथपा कर खुश हो रही है. उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि विंध्य क्षेत्र को सक्रिय डकैतों के गिरोह से मुक्त कराएं.

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें