मध्यप्रदेश के भिंड कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने कहा है कि केन्द्र एवं राज्य सरकार के माध्यम से जल संरक्षण की दिशा में नियमित प्रयास किए जाते है. जिसमें शासन प्रशासन के अलावा समाज की भी महति भूमिका है. इसलिए आगामी ग्रीष्मकाल को ध्यान में रखते हुए जल संरक्षण की दिशा में सभी के सहयोग से संयुक्त प्रयास किए जावेंगे. वे आज जिला स्तरीय मीडिया संवाद कार्यक्रम को स्थानीय मधुवन होटल में संबोधित कर रहे थे. कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार सत्यनारायण शर्मा, अनिल शर्मा, रामानंद सोनी, राकेश शर्मा, बृजेन्द्र सिंह चौहान, दीपक चौधरी, सहायक संचालक जेपी राठौर, जिले के प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रोनिक मीडिया के समस्त ब्यूरो प्रमुख, जिला प्रतिनिधि उपस्थित थे.
कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने कहा कि भिंड जिले में विगत वर्ष के दौरान औषत वर्षा से आधी वर्षा हुई थी. जिसके कारण ग्रीष्काल मौसम में नलजल योजना एवं हैण्डपंपो का जल स्तर नीचे चला जाता है. इसलिए आगामी ग्रीष्मकाल को ध्यान में रखते हुए पेयजल के समुचित प्रबंध करने की दिशा में जल संरक्षण आवश्यक है. उन्होंने कहा कि कोटा बेराज से आने वाली चंबल नदी के माध्यम से जिले के करीबन 60 प्रतिशत येरिया में फसलो को पानी की सुविधा प्रदान की जाती है. शेष क्षेत्र में निजी बोरो के माध्यम से पानी दिया जाता है. इसलिए आगामी ग्रीष्म के मौसम में सभी के सहयोग से पेयजल संरक्षण की दिशा में प्रयास किए जावेंगे. कलेक्टर ने कहा कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के माध्यम से जिले के ऐसे क्षेत्र जहां पानी की आवश्यकता पडेÞगी. उन क्षेत्रो में नलजल योजना एवं हैण्डपंपो का खनन कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम सभी को ग्रीष्मकाल के मौसम में पानी का सदउपयोग करना होगा. जिससे पेयजल संरक्षण को गति मिलेगी. साथ ही खेत का पानी खेत में और घर का पानी आंगन में की दिशा में भी प्रयास करने होंगे. इन प्रयासों में शहरी एवं ग्रामीणजनों की सहभागिता आवश्यक है. उन्होंने कहा कि वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम को निजी क्षेत्र में अपनाया जा सकता है. जिससे पानी की समस्या से निजात पाने में सहायता मिलेगी. उन्होंने कहा कि समाज को सही दिशा दिखाने में मीडिया की महति भूमिका है. जिसमें प्रिन्ट, इलेक्ट्रोनिक एवं शोसल मीडिया जिले में सकारात्मक सोच के साथ अच्छा कार्य कर रही है. जिससे घटना, दुर्घटना और प्रशासन की छवि निखार रही है. वरिष्ठ पत्रकार सत्यनारायण शर्मा ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि जनसंपर्क विभाग के माध्यम से मीडिया संवाद कार्यक्रम आयोजित करने की पहल की गई है. जिसके कारण पत्रकारों में मनोवल और उत्साह बडेगा. साथ ही प्रजांतत्र के चौथे स्तंभ के महत्ता बलवती होगी. उन्होंने कहा कि जिले में आत्महत्या जैसी प्रवृत्ति को रोकने की दिशा में मीडिया की महति भूमिका है. जिसमें समाज को आयना दिखाया जाकर इस बुराई को दूर किया जा सकता है.
कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने कहा कि भिंड जिले में विगत वर्ष के दौरान औषत वर्षा से आधी वर्षा हुई थी. जिसके कारण ग्रीष्काल मौसम में नलजल योजना एवं हैण्डपंपो का जल स्तर नीचे चला जाता है. इसलिए आगामी ग्रीष्मकाल को ध्यान में रखते हुए पेयजल के समुचित प्रबंध करने की दिशा में जल संरक्षण आवश्यक है. उन्होंने कहा कि कोटा बेराज से आने वाली चंबल नदी के माध्यम से जिले के करीबन 60 प्रतिशत येरिया में फसलो को पानी की सुविधा प्रदान की जाती है. शेष क्षेत्र में निजी बोरो के माध्यम से पानी दिया जाता है. इसलिए आगामी ग्रीष्म के मौसम में सभी के सहयोग से पेयजल संरक्षण की दिशा में प्रयास किए जावेंगे. कलेक्टर ने कहा कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के माध्यम से जिले के ऐसे क्षेत्र जहां पानी की आवश्यकता पडेÞगी. उन क्षेत्रो में नलजल योजना एवं हैण्डपंपो का खनन कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम सभी को ग्रीष्मकाल के मौसम में पानी का सदउपयोग करना होगा. जिससे पेयजल संरक्षण को गति मिलेगी. साथ ही खेत का पानी खेत में और घर का पानी आंगन में की दिशा में भी प्रयास करने होंगे. इन प्रयासों में शहरी एवं ग्रामीणजनों की सहभागिता आवश्यक है. उन्होंने कहा कि वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम को निजी क्षेत्र में अपनाया जा सकता है. जिससे पानी की समस्या से निजात पाने में सहायता मिलेगी. उन्होंने कहा कि समाज को सही दिशा दिखाने में मीडिया की महति भूमिका है. जिसमें प्रिन्ट, इलेक्ट्रोनिक एवं शोसल मीडिया जिले में सकारात्मक सोच के साथ अच्छा कार्य कर रही है. जिससे घटना, दुर्घटना और प्रशासन की छवि निखार रही है. वरिष्ठ पत्रकार सत्यनारायण शर्मा ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि जनसंपर्क विभाग के माध्यम से मीडिया संवाद कार्यक्रम आयोजित करने की पहल की गई है. जिसके कारण पत्रकारों में मनोवल और उत्साह बडेगा. साथ ही प्रजांतत्र के चौथे स्तंभ के महत्ता बलवती होगी. उन्होंने कहा कि जिले में आत्महत्या जैसी प्रवृत्ति को रोकने की दिशा में मीडिया की महति भूमिका है. जिसमें समाज को आयना दिखाया जाकर इस बुराई को दूर किया जा सकता है.

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