मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के विकासखण्ड श्योपुर के छोटे से ग्राम बगडुआ निवासी किसान हरिमोहन जाटव का बेटा मान सिंह जाटव अब यूनिवर्सिटी आॅफ टेक्नोलोजी सिडनी आस्ट्रेलिया में पढने के लिए जाएगा. यह संभव हुआ है, छात्र की मेहनत और म.प्र. शासन की विदेश में उच्च शिक्षा अध्ययन योजना से. आदिम जाति कल्याण विभाग अंतर्गत आयुक्त अनुसूचित जाति विकास भोपाल द्वारा उक्त योजना में विदेश में अध्ययन हेतु 9 लाख 66 हजार 704 रुपए की छात्रवृत्ति स्वीकृत की गई है. ग्राम बगडुआ निवासी मान सिंह जाटव के पिता श्री हरिमोहन जाटव एक लघु कृषक है उनके पास मात्र 3 बीघा जमीन है. जिस पर खेती कर वह अपने पांच सदस्यीय परिवार का भरण पोषण करते है. उक्त छात्र के पिता श्री हरिमोहन जाटव एवं माता श्रीमती गीता बाई दोनो ही अनपढ है लेकिन उन्होने शिक्षा के महत्व को समझते हुए अपने बच्चों को पढाने में कोई कोर कसर नही छोडी. शुरू से ही मेधावी रहे छात्र मान सिंह जाटव ने प्राइमरी की शिक्षा ग्राम बगडुआ में ही हांसिल की तथा मिडिल शिक्षा समीपवर्ती ग्राम सोईकलां से पूरी करने के बाद श्योपुर स्थित शासकीय उत्कृष्ट हायर सेकेण्डरी स्कूल से हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी की परीक्षा क्रमश: 75 एवं 67 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण की. इसके उपरांत शासकीय इंदिरा गांधी इंजीनियरींग कॉलेज सागर से इलेक्ट्रीकल में बीई की डिग्री प्राप्त की गई. वर्ष 2017 में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से मान सिंह जाटव का चयन आस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी आॅफ टेक्नोलोजी सिडनी में कंप्यूटर कंट्रोल इंजीनियरिंग के मास्टर डिग्री पाठ्यक्रम के लिये हुआ लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण होनहार छात्र मान सिंह जाटव का विदेश जाकर अध्ययन करना एक सपना ही था. इस सपने को साकार करते हुए म.प्र. शासन की विदेश में उच्च अध्ययन योजना के तहत छात्रवृत्ति उपलब्ध कराई गई है. मान सिंह के परिवार में उसके अलावा 2 भाई और है. शासन की इस सहायता से छात्र के परिवार में प्रसन्नता व्याप्त है. मानसिंह ने बताया कि यूटीएस आस्ट्रेलिया में 2 साल कंप्यूटर कंट्रोल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री करने के बाद वह अपने देश भारत में ही कंप्यूटर के क्षेत्र मे कार्य करेंगे.

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