रविवार, 28 जनवरी 2018

विधायकों, मंत्रियों के निवास पर सुंदरकांड करेंगे संविदा कर्मचारी

लंबित मांगों को लेकर प्रदेश के संविदा कर्मचारी अब विधायकों और मंत्रियों के निवास पर सुंदरकांड का पाठ कर अपनी मांग को मनवाएंगे. इसके बाद भी अगर उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो ये कर्मचारी सत्याग्रह, क्रमिक हड़ताल और फिर उसके बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु करेंगे.  मध्यप्रदेश संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद नये वर्ष में नियमितिकरण की उम्मीद लगाए बैठे संविदा कर्मचारियों के अभी तक आदेश जारी नहीं किए जाने से नाराज हैं और आर-पार की लड़ाई की रणनीति बना चुके हैं. उन्होंने बताया कि  संविदा कर्मचारियों ने चरणबद्ध आंदोलन के 7 वें चरण में 6 फरवरी से सभी विधायकों और मंत्रियों के निवास पर सुंदरकांड का पाठकर अपनी समस्याओं से अवगत कराएंगे. इसके बाद 16 फरवरी से राजधानी भोपाल में क्रमिक धरना आयोजित कर सत्याग्रह किया करेंगे. सत्याग्रह में हर दिन 2-2 जिले भोपाल आकर क्रमिक धरना देंगें. क्रमिक धरना देकर सरकार की नींद हराम करेंगे. इसके बाद आधे दिवस की हड़ताल करेंगे. राठौर ने बताया कि  इसके  बाद भी अगर मांगें पूरी नहीं हुई तो संविदा कर्मचारी  अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे. सत्याग्रह के दौरान सरकार से प्रदेश के सभी विभागों और योजनाओं में कार्य करने वाले संविदा कर्मचारियों को नियमित करने तथा हटाए गये संविदा कर्मचारियों को वापस लिए जाने की मांग की जाएगी. राठौर ने कहा है कि एक तरफ तो सरकार पीछे के दरवाजे से नियुक्त हुए गुरूजी, पंचायत कर्मी, शिक्षाकर्मी, दैनिक वेतन भोगी, अतिथि शिक्षक सभी को नियमित कर रही है वहीं दूसरी तरफ विधिवत् चयन प्रक्रिया के माध्यम से नियुक्त हुए संविदा कर्मचारियों को नियमित नहीं कर रही है जो कि यह दर्शाता है कि सरकार की मर्जी है जिसे चाहे में नियमित करू जिसे चाहे संविदा पर रखूं. राठौर ने बताया कि हमने सरकार को लिखित में सुझाव भी दिया है कि संविदा कर्मचारियों को नियमित करने पर सरकार पर कोई वित्तीय भार भी नहीं है.

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