राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद नई दिल्ली और राजस्थान उर्दू अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में जयपुर में हुई तीन-दिवसीय कॉन्फ्रेंस में देशभर की 14 अकादमियों में से मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी को सर्वाधिक सक्रिय और सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया है. राजस्थान उर्दू अकादमी के सचिव मोअज्जम अली ने अपनी तकरीर में कहा कि मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी का नाम फजल ताबिश के जमाने में उभरा था. उसके बाद वहां सन्नाटा रहा, लेकिन आज इस अकादमी ने फजल ताबिश के कामों को आगे बढ़ाने के साथ ही तालीम, जबान और अदब तीनों से मुताल्लिक अपनी सरगर्मियों के हवाले से अद्भुत प्रयास किये हैं. कॉन्फ्रेंस में अकादमी के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सचिव मौजूद थे. मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी की सचिव डॉ. नुसरत मेहदी ने अकादमी की गतिविधियों, कार्यक्रमों और आयोजनों की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में उर्दू अकादमी की गतिविधियों को बढ़ाने, भव्यता प्रदान करने एवं नई योजनाएं लागू करवाने का पूरा श्रेय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जाता है.
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