होमगार्ड नागरिकों की सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन में पुलिस एवं अन्य बलों का अभिन्न अंग बन गया है। नागरिकों की बेहतर सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन को त्वरित एवं व्यवस्थित बनाने के लिए सिविल डिफेंस को भी सशक्त एवं कारगर तरीके से सहयोगी बनाना होगा।
समाज की सक्रिय भागीदारी से ही नागरिकों में सुरक्षा का भाव पैदा होगा। यह बात डी.जी. होमगार्ड महान भारत सागर ने दो दिवसीय कार्यशाला में कही। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश देश का पहला प्रदेश है जहां सिविल डिफेंस टाउन घोषित हैं। जनता की सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए कुल जनसंख्या का एक प्रतिशत सिविल डिफेंस वॉलेन्टियर्स बनाने का लक्ष्य है। जिसके लिए कारगर प्रयास जारी हैं। एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केंद्र एनजीओ, सामाजिक संस्थाओं एवं अन्य समाज सेवी संस्थाओं के सहयोग से यह कार्य किया जा रहा है। इन वॉलेन्टियर्स की जियो टेगिंग की जा रही है साथ ही इनको समय-समय पर प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। मध्यप्रदेश होमगार्ड नागरिकों को बेहतर सुरक्षा मुहैया कराने के लिए स्टेट कमांड कंट्रोल एण्ड रिस्पॉन्स मॉनिटरिंग सॉफ्टवेयर के तहत कई नवाचार कर रहा है। कार्यशाला में सुमित मिश्रा द्वारा सिविल डिफेंस एवं आपदा प्रबंधन को और अधिक सुव्यवस्थित, त्वरित एवं निश्चितता के साथ नागरिकों को उपलब्ध कराने के लिए कार्ययोजना एवं तरीकों के संबंध में पॉवर पॉइंट प्रिजेन्टेशन के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी गई। सिविल डिफेंस वॉलेन्टियर्स, स्काउट एवं गाइड्स, होमगार्ड के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


















