रविवार, 30 सितंबर 2018

कर्ज लेकर घी पी रही सरकार

अजय सिंह 

नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने जयंत मलैया की साफगोई पर उन्हें बधाई देते हुए कहा प्रदेश और जनता के असली हितैषी भाजपा सरकार के वित्त मंत्री हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने मासूमियत में ही सही पर असलियत बता दी कि खाली खजाने को लुटाने के बाद घोषणा मशीन ही घोषणा कर सकते हैं मैं नहीं. सिंह ने कहा कि जब भाजपा सत्ता में आई थी तो मध्यप्रदेश पर मात्र 23 हजार करोड़ कर्ज था. आज बढ़कर 1 लाख 68 हजार करोड़ हो गया. इस कर्ज सहित अन्य कर्जों पर सरकार 47 हजार करोड़ से अधिक का ब्याज चुका चुकी है, यह ब्याज कांग्रेस सरकार में कर्ज से दोगुना तो ब्याज ही है. सिंह ने कहा कि शिवराज सरकार असल में कर्ज लेकर घी पी रही है.
 नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि 21 हजार घोषणाओं के वीर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने 2017 में अपनी विकास यात्रा के दौरान 6900 घोषणाएं जिलों में और 6379 घोषणाएं विधानसभा क्षेत्रों में की. इन 13 हजार से अधिक घोषणाओं में से मात्र 386 ही पूरी हुईं. 20 हजार करोड़ से अधिक लागत की इन घोषणाओं को पूरा करने पर शासन के पास पैसा नहीं लेकिन मुख्यमंत्री के वित्तीय भार वाले निर्णय लेने और घोषणा करने का सिलसिला जारी है.
 सिंह ने कहा कि शासन के बजट के अनुसार प्रदेश के ऊपर 1 लाख 61 हजार करोड़ का कर्ज पिछले वित्तीय वर्ष में था. इसके बाद 8 हजार करोड़ का कर्ज और बाजार से लिया जो बढ़कर 1 लाख 68 हजार करोड़ हो गया. इसके मुताबिक आज प्रदेश के हर नागरिक पर 22400 का कर्ज है. प्रदेश सरकार ने विभिन्न परियोजनाओं में वर्ल्ड  बैंक, जायका, जी.ई.एफ, डी.एफ.आई.डी, डी.आई.बी. सहित अन्य बैंकों से जो कर्ज लिया है उसके मुताबिक प्रदेश सरकार पर कर्ज की राशि बढ़कर 1 लाख 90 हजार करोड़ पहुंच गई है. यही नहीं हाल ही में जायका द्वारा कर्ज देने से मना करने पर सरकार चीन में शंघाई में स्थित न्यू डेवलपमेंट बैंक से 20 हजार करोड़ का कर्ज सड़क के लिए लेने जा रही है. इसके लिए लोकनिर्माण विभाग के उच्च अधिकारी कई चक्कर चीन के लगा चुके हैं. शिवराज सरकार इन कर्ज के बदले अभी तक 47 हजार 564 करोड़ रूपए का कर्ज चुका चुकी है. यह ब्याज की राशि कांग्रेस सरकार पर वर्ष 2013 में 23 हजार करोड़ के कर्ज से दुगनी है जिस पर भाजपा ने खून के आंसू बहाए थे.
 सिंह ने कहा कि वित्त मंत्री का बयान बताता है कि प्रदेश के आर्थिक हालात बद से बद्तर होते जा रहे हैं. मुख्यमंत्री अपनी जीत के लिए अब प्रदेश का और यहां के लोगों के भविष्य को अंधकारमय बनाने की कीमत पर घोषणाएं और फिजूल खर्ची करते जा रहें हैं. जिसके कारण आज प्रदेश बर्बादी की कगार पर खड़ा है.

प्रधानाध्यापकों को शिक्षक बनाए जाने का विरोध, दिया धरना



प्रधानाध्यापकों को शिक्षक बनाए जाने के सरकार के फैसले के विरोध में आज राजधानी में प्रधानाध्यापकों ने धरना देकर विरोध दर्ज कराया.
राजधानी के यादगारे शाहजहांनी पार्क में आज प्रधानाध्यापकों ने धरना दिया. ये प्रधानाध्यापक सरकार द्वारा प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में मर्ज किए जाने के विरोध में धरने पर बैठे. प्रधानाध्यापकों का कहना है कि प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों के मर्ज किए जाने से प्रधानाध्यापकों को शिक्षक बना दिया गया है. इसके चलते अब आम शिक्षक की तरह प्रधानाध्यापकों को स्कूलों में पढ़ाना पढ़ रहा है. प्रधानाध्यापकों का कहना है कि स्कूलों मर्ज करें, लेकिन पद को समाप्त न किए जाए यह उनकी मांग है. उनकी मांग है कि प्रधानाध्यापकों के सारे अधिकार उनके पास रहने चाहिए.
धरने पर बैठे प्रधानाध्यापकों का कहना है कि राज्य के 19 हजार स्कूलों के करीब 9 हजार 340 प्रधानाध्यापकों को सामान्य शिक्षक बना दिया गया, जो उचित नहीं है. सरकार के इस फैसले वे नाराज हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने उनकी मांगों को अगर नहीं माना तो वे आंदोलन करेंगे.

स्थायी नियुक्ति को लेकर धरने पर बैठे बिजली कर्मचारी



विद्युत वितरण कंपनी के कर्मचारियों को नियुक्ति किए जाने की मांग को लेकर राजधानी में बिजली कर्मचारियों ने धरना देकर प्रदर्शन किया.इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.
पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा मीटर वाचकों की भर्ती सीधे तौर पर नियुक्तिकर्ता अधिकारी व अनुमोदन कमेटी के माध्यम से अभ्यार्थी की मेरिट, साक्षात्कार, फिटनेस आदि प्रक्रिया अपनाकर की गई थी. इन कर्मचारियों को स्थाई कर्मी घोषित करने की मांग को लेकर मध्यप्रदेश बिजली कर्मचारी संघ, भारतीय मजदूर संघ एवं भारतीय विद्युत मजदूर मध्यप्रदेश संघ ने धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान बिजली कर्मचारियों आरोप लगाते हुए कहा कि ठेका प्रथा व डिजिटिलाइजेशन प्रक्रिया के लिए कर्मचारियों को संविदा लाइन परिचालक नीति 2011 व अनुभव का लाभ देकर परिचालक बनाकर उनका भविष्य सुरक्षित करने की जगह उन्हें सीधे तौर पर बेरोजगार किया जा रहा है. इसकी वजह से पूर्व क्षेत्र कंपनी के अंतर्गत आने वाले 20 जिलों के करीब 4 हजार गरीब मजदूर परिवारों के मीटर वाचकों के भविष्य एवं रोजगार पर संकट मडराने लगे है. कर्मचारियों ने ठेका प्रथा का विरोध करते हुए मीटर वाचकों को स्थाईकर्मी नियुक्ति करने की मांग की. कर्मचारियों ने मध्यप्रदेश, ऊर्जा मंत्री और भारतीय मजदूर संघ, प्रदेश महामंत्री के ज्ञापन भी सौंपा.

धरने पर बैठे संतों ने दी मुख्यमंत्री निवास के घेराव की चेतावनी



प्रदेश के साधु-संतों ने मंदिरों के प्रबंधक पर पदस्थ कलेक्टरों की हटाने सहित अपने आठ सूत्री मांगों को लेकर साधु संतों ने रविवार को राजधानी में प्रदर्शन किया. संतों ने अपनी मांग पूरी न होने पर मुख्य मंत्री निवास का घेराव करने की चेतावनी भी दी है.
प्रदेश में मठ, मंदिरों की जमीनों पर कलेक्टरों के प्रबंधन को लेकर संतों ने आज से राजधानी में धरना शुरु कर दिया. धरने पर बैठें संतों ने सरकार द्वारा राज्य के सभी जिलों में मठ, मंदिरों की जमीन पर कलेक्टरों के प्रबंधन का विरोध किया. अखिल भारतीय संतजन परमार्थ समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत रामगिरी महाराज ने कहा कि उनकी 15 साल पुरानी मांगों पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज तक कोई निराकरण नहीं किया. उन्होंने कहा कि सभी 51 जिलों के करीब पचास हजार मंदिरों के प्रबंधक पद पर कलेक्टरों को बैठाया गया है. इससे मंदिरों की व्यवस्था चौपट हो गई है. कलेक्टरों को मंदिर की परवाह नहीं है. मंदिर भूमि पर अवैध कब्जे बढ़ गए हैं. इसलिए कलेक्टरों को हटाया जाए और साधु-संतों को प्रबंधक बनाया जाएगा.
धरने पर बैठें संतों की मांगों में मंदिर भूमियों का अधिग्रहण बंद किया जाए, मठ मंदिरों के नामांतरण हिंदू विधि-विधान के साथ किए जाए, धार्मिक आयोजनों में धर्माचार्यों की सुनी जाए, पुराने मठ- मंदिरों का नियमितिकरण कर उन्हें विकसित किया जाए. इसके अलावा साधु-संत प्रदेश की गोचर भूमि गौशालाओं को देने और धार्मिक कार्यों में समिति को स्थान देने की मांग कर रहे हैं.संतों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने जल्द ही उनकी मांगों को नहीं माना तो वे मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे.

किसान महापंचायत में शामिल होंगे गोविंदा


मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के बीच राजनीति चरम पर पहुंच गई है. राजनीतिक दलों के अलावा राज्य में सामाजिक संगठन जय युवा आदिवासी शक्ति संगठन भी अपनी ताकत दिखा रहा है. यह संगठन 2 अक्तूबर को प्रदेश के धार जिले के कुक्षी में किसान महापंचायत का आयोजन कर रहा है, जिसमें फिल्म अभिनेता गोविंंदा ने आने की अपनी अनुमति दे दी है.
मध्यप्रदेश में जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन (जयस) ने भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों को चिंता में डाल दिया है. जयस ने राज्य में 80 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव मैदान में अपने प्रत्याशी उतारने का फैसला लिया है. इसके तहत अब जयस अपनी ताकत दिखाने की तैयारी कर चुका है. जयस ने कुक्षी में जो किसान महापंचायत का आयोजन किया है, इस आयोजन में वह अपनी ताकत भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों को दिखाना चाहता है. जयस के प्रमुख डा. हीरालाल अलावा ने इस महापंचायत की तैयारी पूरी कर ली है. उन्होंने महापंचायत में देश के बुद्धिजीवियों को बुलाया है. साथ ही नर्मदा बांध के विस्थापितों के लिए लड़ाई लड़ रही मेघा पाटकर ने भी उनके इस आयोजन को अपना समर्थन दिया है. किसान महापंचायत में फिल्म अभिनेता गोविंदा भी आ रहे हैं.
डा. अलावा ने बताया कि गोविंदा ने किसान महापंचायत में आने की अनुमति दे दी है. वे परिवार सहित पहले 2 अक्तूबर को उज्जैन आएंगे, जहां महाकाल के दर्शन करेंगे. इसके बाद वे कुक्षी में किसान महापंचायत में शामिल होंगे.उन्होंने बताया कि हमारे प्रत्याशी तय हो गए हैं. हम 80 विधानसभा क्षेत्रों में अपने प्रत्याशी मैदान मेंं उतार रहे हैं. डा. अलावा ने कहा कि हम किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़ना चाहते, बल्कि आदिवासियों का प्रतिनिधित्व विधानसभा में हो इसके लिए युवा वर्ग को चुनाव लड़ा कर हम विधानसभा भेजने की तैयारी कर चुके हैं. 
कुक्षी में होने वाली इस महापंचायत के जरिए एक तरह से जयस अपनी ताकत दिखाने की तैयारी कर चुका है. जयस, भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के लिए चिंता बन गया है. भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने स्वयं डा. अलावा को भाजपा में शामिल होने का आमंत्रण भी दिया, मगर उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया. 

सपाक्स ने क्रांति रैली कर दिखाई ताकत, कहा सभी सीटों पर लड़ेंगे चुनाव

प्रदेश भर से आए हजारों की संख्या में सवर्ण समाज के लोग

एट्रोसिटी एक्ट और पदोन्नति में आरक्षण के विरोध में आज सपाक्स समाज ने राजधानी में महाक्रांति रैली निकाली. रैली में प्रदेश भर से हजारों की संख्या में सपाक्स समाज के लोग पहुंचे. इस अवसर पर सपाक्स समाज ने भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ राज्य की सभी 230 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारने का फैसला लिया. इस फैसले पर समाज के प्रतिनिधियों ने अपना समर्थन भी किया. 
सपाक्स राजधानी भोपाल में आज अपना बड़ा आंदोलन कर भाजपा सरकार को चिंता में डाल दिया. भाजपा के अलावा कांग्रेस की धड़कने भी सपाक्स ने बढ़ा दी है. सपाक्स द्वारा राजधानी के कलियासोत एडवेंचर ग्राउंड पर कांग्रेस रैली का आयोजन किया गया था. रैली में बड़ी संख्या में वाहनों पर सवार होकर सपाक्स समाज के लोग भोपाल पहुंचे. 
सपाक्स की इस क्रांति रैली में मालवा अंचल के इंदौर, खरगोन और धार जिलों से महिला और पुरुष काले कपड़े पहनकर आए थे. करणी सेना की महिलाएं राजस्थानी परिधान में रैली में पहुंची. बड़ी संख्या में रैली में पहुंचे लोगों को देखकर पुलिस को अतिरिक्त फोर्स बुलाना पड़ी. सभा में सामान्य, ओबीसी, अल्पसंख्यक वर्ग के 70 से ज्यादा संगठनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होने का दावा किया हे. सपाक्स समाज के संरक्षक एच.एल. त्रिवेदी, युवा इकाई के प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक सोनी एवं प्रवक्ता मनोज सिंह ने बताया कि प्रदेश के सभी 51 जिलों से लोग आए हैं.
सपाक्स का आरोप सरकार ने की ट्रेने रद्द
सपाक्स संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि सरकार ने आज उनके कार्यक्रम को विफल करने के लिए कई ट्रेनों को रद्द कर दिया. केन्द्र सरकार द्वारा अचानक ट्रेनों के रद्द किए जाने से हजारों की संख्या में लोग परेशान हुए. सपाक्स पदाधिकारियों के अनुसार आज के इस कार्यक्रम से एक दिन पूर्व शनिवार को रेलवे द्वारा कटनी, बीना, गुना, ग्वालियर आदि स्थानों से आने वाली कई ट्रेनें निरस्त या स्थगित करने यहां आक्रोश दिखाई दिया. सपाक्स नेताओं ने इसे केन्द्र सरकार की सोची-समझी चाल बताते हुए कहा कि ट्रेनें रद्द होने के कारण हजारों की संख्या में लोग कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए.
आटो पलटा, एक की मौत, 8 घायल
राजधानी में आज सुबह उस वक्त बड़ा हादसा हो गया, जब आटो में सवार होकर सपाक्स की क्रांति रैली में शामिल होने जा रहे लोगों का आटो पलट गया. हादसे में एक महिला की मौत हो गई, जबकि 8 घाय हुए हैं, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. जानकारी के अनुसार इब्राहिमगंज से कई लोग सपाक्स रैली में शामिल होने आटो में सवार होकर जा रहे थे, तभी रास्ते में अनियंत्रित होकर आटो पलट गया, प्रत्यक्षदर्शियों की माने को दो आटो रेस लगा रहे थे, जिससे एक आटो पलट गया और यह घटना हो गई. 
जो हमारी बात नहीं करेगा, वह मध्यप्रदेश पर राज नहीं करेगा
सपाक्स की महाक्रांति रैली में शामिल होने आज करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने कहा कि जो हमारी बात नहीं करेगा, वह मध्यप्रदेश में राज नहीं करेगा. कालवी के साथ करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगाखेड़ी भी राजधानी पहुंचे थे. कालवी ने रैली में केन्द्र की मोदी सरकार और मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार पर जमकर प्रहार किए. उन्होंने कहा कि चोट तीन तरह की होती है, वोट, सोच ओर खोट. उन्होंने कहा कि हम ग्वालियर-चंबल अंचल में अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं, मगर अनुशासनहीनता नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि देश के हालात कुछ ऐसे निर्मित हो गए हैं कि घोड़ों को घास नहीं मिल रहा और गधे च्वयनप्राश खा रहे हैं.
हम सहते रहे इसलिए हम पर हुए अपराध
सपाक्स की रैली में सीधी से आए अनुराग पाठक ने कहा कि हमारे ऊपर अपराध इसलिए हुए कि हम 70 सालों से अपराध सहते रहे. अब हम इस तरह के अपराध सहन नहीं करेंगे. आज हमने सरकार को यह बताने का प्रयास किया कि अगर सवर्ण समाज चाहे तो सरकार बदल सकता है. इस रैली को सरकार को चेतावनी समझना चाहिए. रैली के दौरान मंच पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा आरक्षण को लेकर दिए गए ‘माई के लाल ’ भाषणा को दिखाया गया. 

शुक्रवार, 28 सितंबर 2018

मध्यप्रदेश में सड़कें कम गड्डे ज्यादा: राहुल गांधी

मोदी, शिवराज पर जमकर बरसे राहुल

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी आज मध्यप्रदेश दौरे के दूसरे दिन भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर जमकर बरसे. उन्होंने प्रधानमंत्री को एक बार फिर चोर कहकर संबोधित किया तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर सड़कों को लेकर बरसे और कहा कि मध्यप्रदेश में सड़कें कम, गड्डे ज्यादा हैं.
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी आज मध्यप्रदेश प्रवास के दूसरे दिन रीवा में थे. उन्होंने यहां रोड शो किया और सभा को संबोधित किया. राहुल गांधी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की सड़कें अमेरिका से अच्छी हैं, पिछले दो दिनों में मैंने देखा कि मध्यप्रदेश में सड़कें कम गड्डे ज्यादा हैं. उन्होंने कहा कि हम ई-टेंडरिंग, व्यापमं घोटाला, अनिल अंबानी, नीरव मोदी की सरकार नहीं चलाना चाहते, हम आपकी सरकार चलाएंगे. हम आपकी आवाज सुनकर हिंदुस्तान को चलाना चाहते हैं. कांग्रेस पार्टी के मुख्यमंत्री का पहला काम युवाओं को रोजगार देने का होगा, बैंक के दरवाजे छोटे दुकानदारों के लिए खोलेंगे.
उन्होंने कहा कि मोदीजी कहते हैं कि मेरे आने से पहले हिंदुस्तान सो रहा था, इसको मैंने जगाया है, सच्चाई ये है कि अगर हिंदुस्तान आगे बढ़ा है तो यहां के किसानों, महिलाओं, युवाओं, मजदूरों, छोटे व्यापारियों के खून-पसीने से आगे बढ़ा है. छोटे दुकानदारों को खत्म कर दिया. नोटबंदी करके आपको लाईन में लगा दिया. आपका पैसा बैंक में डाला फिर वही पैसा नीरव मोदी, अनिल अंबानी, मेहुल चोकसी, विजय माल्या की जेब में डाल दिया. ये है हिंदुस्तान की सच्चाई.
अम्बानी को 30 हजार करोड़ रुपए, राहुल गांधी ने कहा कि मेहुल चौकसी-नीरव मोदी को 35 हजार करोड़ रुपए, विजय माल्या को 9 हजार करोड़ रुपए, यही है मोदी जी का मेक इन इंडिया.
राहुल गांधी ने कहा कि चौकीदार की चोरी का शोर सिर्फ हिंदुस्तान की गलियों में ही नहीं है, बल्कि फ्रांस की गलियों में भी शोर है कि हिंदुस्तान का चौकीदार चोर है. वित्त मंत्री के पास 9 हजार करोड़ वाला चोर आया और कहता है मैं लंदन भाग रहा हूं. हिंदुस्तान का वित्त मंत्री कहता है भागो! नरेन्द्र मोदी एक शब्द नहीं कहते क्योंकि, चौकीदार चोर है .
पुष्पराज सिंह की घर वापसी
राहुल गांधी के दौरे के बीच रीवा राजघराने के सदस्य और प्रदेश के पूर्व मंत्री पुष्पराज सिंह एक बार फिर कांग्रेस में शामिल हो गए. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में उनकी कांग्रेस में वापसी हुई. पुष्पराज सिंह कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके हैं. लेकिन 2008 में वो कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए और लोकसभा का चुनाव लड़ा, लेकिन कामयाब नहीं हो पाए. 2013 में उन्होंने फिर कांग्रेस से सेमरिया सीट से टिकट मांगा था. उस वक्त कांग्रेस ने उन्हें रीवा से विधानसभा टिकट देने का आश्वासन तो दिया, लेकिन टिकट नहीं दिया गया. तब से वो लगातार कांग्रेस से नाराज चल रहे थे. पुष्पराज सिंह को भाजपा चुरहट से चुनाव मैदान में उतारना चाहती थी, लेकिन उसके पहले ही वे कांग्रेस में वापस आ गए. उल्लेखनीय है कि चुरहट से नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह चुनाव लड़ते रहे हैं.
अक्तूबर में चार दिवसीय दौरा करेंगे राहुल
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का आज दो दिवसीय दौरा संपन्न हुआ. इसके साथ ही यह भी तय हो गया कि वे अक्तूबर माह में चार दिवसीय दौरे पर फिर मध्यप्रदेश आएंगे. इस दौरान वे महाकौशल के जबलपुर, मालवा और ग्वालियर-चंबल अंचल का दौरा करेंगे. प्रदेश कांग्रेस राहुल गांधी को महाकौशल, ग्वालियर-चंबल और मालवा क्षेत्र में ले जाने का चुनावी दौरा तैयार कर रही है. अगले महीने 5 एवं 6 अक्तूबर को राहुल गांधी जबलपुर और ग्वालियर में रहेंगे. दोनों स्थानों पर वे कार्यकर्ताओं से संवाद के साथ रोड शो भी करेंगे. ग्वालियर में एक सम्मेलन भी प्रस्तावित है, जिसमें उनकी मौजूदगी अभी तय करने का प्रयास चल रहा है. इसके बाद राहुल 15 और 16 अक्तूबर को फिर मध्यप्रदेश के मालवा क्षेत्र के दौरे पर पहुंचेंगे. प्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर व धार्मिक शहर उज्जैन के दौरों का प्रस्ताव भी है.
राहुल अमेठी में पतली पिन का चार्जर भी नहीं बना पाए

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराजसिंंह चौहान पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा किए जा रहे लगातार हमलों पर मुख्यमंत्री चौहान ने आज पलटवार किया है. चौहान ने ट्वीट कर कहा कि मेड इन मध्यप्रदेश मोबाइल, मेड इन चित्रकूट मोबाइल, बीएचईएल के मोबाइल पता नहीं राहुल कहां-कहां मोबाइल बनाने की फेक्टरी लगाने वाले हैं. राहुल आज भले ही कुछ बोल रहे हों, पर सच्चाई ये है कि पिछले 70 सालों में मेड इन अमेठी लिखा हुआ पतली पिन वाला चार्जर भी नहीं बना पाए.

राजधानी में भारत बंद के चलते बाजारों में पसरा रहा सन्नाटा




केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ आज  भारत बंद मध्यप्रदेश की राजधानी सहित अन्य शहरों में दिखाई दिया. आज सुबह से ही व्यापारियों के प्रतिष्ठान बंद रहे. बंद के चलते दवा दुकानें भी बंद रखी, जिससे लोग परेशान भी हुए. व्यापारियों ने बंद को सफल बताया. 
  कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के आह्वान पर वालमार्ट-फ्लिपकार्ट सौदे के खिलाफ आज राष्ट्रव्यापी व्यापार बंद से राजधानी के  व्यापारियों के संगठनों ने समर्थन कर अपने प्रतिष्ठानों में ताले लगाए रखे. दुकानों के न खुलने से नए-पुराने भोपाल के बाजारों में सन्नाटे का माहौल रहा. राजधानी में रिटेल सेक्टर में एफडीआई और आनलाइन दवा बेचने के विरोध में बंद का व्यापक असर देखा गया. शहर के मुख्य बाजार पूरी तरीके से बंद रहे. दवाइयों की दुकानें भी बंद रही. दवा कारोबारियों ने तो 24 घंटे दुकानें बंद रखने का फैसला लिया जिसके चलते आज सुबह से ही मेडिकल स्टोर बंद रहे.
 पुराने शहर में चौक बाजार, न्यू मार्केट भी पूरी तरीके से बंद रहे. बंद के चलते राजधानी के सभी थोक बाजार,कृषि उपज मंडी, दवा बाजार, लोहा बाजार, मिठाई की दुकानें सहित विभिन्न ट्रेडों की प्रतिष्ठानों में ताले लटके रहे. व्यापारियों ने विरोध स्वरूप रैली निकालकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन भी सौंपा. राजधानी के अलावा  प्रदेश  के अन्य शहरों में बाजारों में भी बंद का व्यापक असर दिखा.   किराना व्यापारी महासंघ के पदाधिकारियों के अनुसार राजधानी के सभी बाजार एफडीआई, आॅनलाईन व्यापार के विरोध में आज बंद रहे. आज दाल, शकर, तेल,किराना, जुमेराती, हनुमानगंज, एमपी नगर सहित सभी जगहों के व्यापार व्यवसाय का कामकाज पूरी तरह से ठप रहा. भारत बंद का प्रदेश में व्यापक असर है. 
डीजल-पेट्रोल मूल्यवृद्धि के परेशान ट्रांसपोर्टरों भारत व्यापार बंद का पूरी तरह समर्थन किया. 20 हजार से अधिक ट्रकों का चक्काजाम किए जाने का दावा किया गया. आल इंडिया ट्रांसपोर्ट कंपनीज के अध्यक्ष ठाकुर लाल राजपूत के अनुसार शहर ही नहीं प्रदेशभर के ट्रांसपोर्टर कैट के इस आंदोलन में साथ नजर आए. बंद के चलते सुबह से ही माल परिवहन का कार्य पूर्णत: बंद कर दिया था. किसी भी प्रकार के माल की बुकिंग नहीं की गई थी.

अखिलेश आज से सक्रिय होंगे मध्यप्रदेश में


समाजवादी पार्टी ने मध्यप्रदेश में सक्रियता दिखानी तेज कर दी है. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कल से दो दिवसीय विंध्य और महाकौशल के दौरे पर रहेंगे. सपा इस बार दो दर्जन स्थानों पर जिताऊ उम्मीदवार खड़े करने की तैयारी कर चुकी है.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की नजर इस बार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव पर टिक गई है. कांग्रेस से गठबंधन को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई तो उन्होंने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का सहारा लिया और प्रदेश में करीब 2 दर्जन सीटों पर जिताऊ उम्मीदवार उतारने का मन बनाया. उत्तरप्रदेश से आए पर्यवेक्षकों ने सर्वे के आधार पर यह सूची तैयार कर ली है. बताया जाता है कि सपा जल्द ही उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करेगी. 
प्रत्याशियों की सूची जारी करने के पहले अखिलेश यादव कल शनिवार से प्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं. वे कल शहडोल में सभा करेंगे इसके अलावा रविवार को वे बालाघाट में सभा लेंगे. दोनों ही स्थानों पर उनके साथ गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरासिंंह मरकाम उपस्थित रहेंगे. बताया जा रहा है कि दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर करीब-करीब फैसला हो गया है, केवल इसकी घोषणा शेष है. 
उल्लेखनीय है कि अखिलेश यादव लगातार मध्यप्रदेश का दौरा कर रहे हैं. वे इसके पूर्व सतना, रीवा, खजुराहो, भोपाल, पन्ना और सीधी का दौरा कर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से चर्चा कर चुके हैं. अब अपने इस दो दिवसीय दौरे में वे एक बार फिर पदाधिकारियों से चर्चा कर उम्मीदवारों की सूची जारी करेंगे.

अब रोजाना ले सकेंगें आरटीआई संबंधी जानकारी

 फोन, फेसबुक पेज और इंस्टाग्राम पर संपर्क कर  भी मिलेगी जानकारी

मध्यप्रदेश में सूचना  के  अधिकार से  संबंधित  कोई भी  जानकारी राज्य सूचना आयुक्त से अब रोजाना ली जा सकती है. यह जानकारी अब फोन, फेसबुक, इंस्टाग्राम पर भी ले सकेंगे.
 सूचना के अधिकार के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए की गई इस  पहल के  तहत कोई  भी नागरिक व  सूचना के अधिकार के क्रियान्वयन से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी आयुक्त आत्मदीप से फोन, वाट्सएप, फेसबुक पेज व इंस्टाग्राम पर या सूचना आयोग कार्यालय में व्यक्तिगत रूप  से  संपर्क  कर सूचना के  अधिकार  के बारे में आवष्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. इस दौरान सूचना  का अधिकार अधिनियम और मध्यप्रदेश सूचना का अधिकार (फीस व अपील) नियम 2005 के प्रावधानों के बारे में आवष्यक जानकारी देने के साथ वांछित मार्गदर्शन व सवालों के जवाब भी दिए जाएंगे, इसके लिए पहले  हर सप्ताह के अंतिम कार्यदिवस पर अपरान्ह 4 से 5 बजे का समय नियत किया गया था जिसे बदल कर अब हर कार्य दिवस पर अपरान्ह 3 से 5 बजे कर दिया गया है. दिन और समय में यह बढ़ोतरी इसलिए की गई है क्योंकि फोन व सोषल मीडिया पर विभिन्न राज्यों के लोगों के पूछताछ व परामर्ष संबंधी संदेष बड़ी संख्या में आ रहे हैं.
 देश में मध्ययप्रदेश ऐसा पहला राज्य है जहां इस प्रकार की निशुल्क सहायता सुविधा शुरू की गई है.  सूचना आयुक्त आत्मदीप ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य सबके लिए हितकारी सूचना के अधिकार के क्रियान्वयन की स्थिति को बेहतर बनाना है. इसके लिए यह सुविधा शुरू करने के अलावा उनके द्वारा विभिन्न जिलों के दौरे कर गैर सरकारी संस्थाओं व संस्थानों के कार्यक्रमों में सूचना के अधिकार से संबंधित जानकारी दी जा रही है. जिलों में अपीलीय अधिकारियों, लोक सूचना अधिकारियों व अन्य संबंधित लोकसेवकों की कार्यषालाएं भी आयोजित की जा रही हैं . साथ ही, भोपाल कोर्ट में और जिलों में कैंप कोर्ट लगाकर अपीलों की सुनवाई के दौरान भी सभी पक्षकारों की काउंसलिंग की जा रही है. 
आयुक्त ने बताया कि इन सब प्रयासों की जरूरत इसलिए पड़ी है क्योंकि सूचना का कानून लागू हुए 12 बरस से ज्यादा अरसा गुजर जाने के बाद भी ज्यादातर वर्गों के लोगों को इस महत्वपूर्ण संवैधानिक अधिकार के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं है. नतीजे में  देश एवं प्रदेश की एक चौथाई आबादी भी सूचना के अधिकार का उपयोग नहीं कर रही है. इस मामले में महिला, बीपीएल व ग्रामीण वर्गोें के लोग सबसे पीछे हैं. प्रचार, प्रसार, प्रषिक्षण व जन जागरूकता में कमी के कारण ये हालात बने हैं. इस स्थिति को बदलने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जाने की आवश्यकता है.    आयुक्त ने उम्मीद जताई है कि लोकसेवकों सहित तमाम तबकों के लोगों को सूचना के अधिकार से संबंधित जिज्ञासाओं का उत्तर पाने के लिए फोन, वाट्सएप, फेसबुक पेज व इंस्टाग्राम पर और व्यक्तिगत रूप से संपर्क करने की शुल्करहित आसान सुविधा उपलब्ध होने से सभी पक्ष लाभांवित होंगे. आवश्यकता होने पर फेसबुक लाईव पर भी संवाद किया जा सकेगा . 

काले कपड़े, काले झंडे लेकर रैली में पहुंचेगे सवर्ण

एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में आगामी रणनीति क्या हो और किस तरह से सरकार पर दबाव बनाकर इस एक्ट को लागू होने से रोका जाए, इस पर मंथन के लिए प्रदेशभर से बड़ी संख्या में सपाक्स समर्थित लोग 30 सितंबर को राजधानी भोपाल में जमा होंगे. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से रैली के रूप में लोग राजधानी के कलियासोत एडवेंचर ग्राउंड पर पहुंचेंगे. सभी काले कपड़े पहनकर और काले झंडे लेकर भोपाल पहुंचेंगे.
सामान्य पिछड़ा अल्पसंख्यक कल्याण समाज (सपाक्स ) द्वारा पूरे देश में प्रदर्शन और रैली निकालकर एससी-एसटी एक्ट का विरोध किया जा रहा है. इसे लेकर आज सपाक्स के संरक्षक हीरालाल त्रिवेदी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि सवर्ण समाज द्वारा अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर यह आंदोलन किया जा रहा है. 30 सितंबर को दोपहर 12 बजे भोपाल में कलियासोत एडवेंचर ग्राउंड पर रैली होगी. रैली में पूरे प्रदेश से सवर्ण समाज के लोग राजधानी भोपाल पहुंचेंगे. त्रिवेदी ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा सपाक्स वर्ग के प्रति लगातार उपेक्षित व्यवहार किया जा रहा है.बहुसंख्यक समाज अब इस तरह का व्यवहार सहन  नहीं करेगा. त्रिवेदी ने बताया कि इसके तहत 30 तारीख को जो रैली निकाली जा रही है, उसका नाम हमने क्रांति रैली दिया है. उन्होंने बताया कि इस रैली के दौरान एक सभा का भी आयोजन किया जाएगा.सभा में हम अपने अधिकार की आवाज को बुलंद करेंगे. 
ये संगठन भी शामिल होंगे रैली में
त्रिवेदी ने बताया कि 30 सितंबर को आयोजित रैली में सपाक्स संगठन के साथ श्री करणी सेना, श्री परशुराम सेना, अखिल भारतीय ब्राह्मण संगठन,क्षत्रिय महासभा, पिछड़ा वर्ग समाज के सभी संगठन, वैश्य समाज के संगठन, जैन समाज, सिख समाज, मुस्लिम समाज, बोहरा समाज के अलावा सभी समारों के महिला और युवा संगठन के पदाधिकारी और लोग शामिल होंगे. 
राजनीतिक पार्टी की कर सकते हैं घोषणा
रैली में सपाक्स संगठन द्वारा राजनीतिक पार्टी की घोषणा की जा सकती है. पूर्व में संगठन द्वारा प्रदेश के सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारने की बात सपाक्स द्वारा कही गई थी. इसके चलते सपाक्स द्वारा आवेदन लेने की प्रक्रिया भी शुरु कर की जा रही है. राजनीतिक पार्टी और चुनाव लड़ने की 30 सितंबर को भोपाल में आयोजित जनसभा में घोषणा की जा सकती है. इसमें जिस क्षेत्र में सपाक्स के जो लोग सक्रिय हैं, उन्हें टिकट दिया जाएगा. वहीं, अगर एससी-एसटी का कोई उम्मीदवार सपाक्स की शर्तों को मानकर उनका समर्थन करता है तो उसे भी चुनाव के लिए टिकट देने पर सपाक्स विचार कर सकता है.

करोड़ों के घोटालेबाजों को बचा रही सरकार

 आम आदमी पार्टी ने कहा दोषियों को किया जाए बेनकाब

आम आदमी पार्टी ने ई-टेंडरिंग घोटाले के आरोपियों को सरकार द्वारा बचाए जाने का आरोप लगाया. पार्टी ने कहा कि इस घोटाले के आरोपियों को बेनकाब करना चाहिए.
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने ये बात आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में 2322.33 करोड़ का ई-टेंडरिंग घोटाला हुआ है. यह घोटाला तीन कंपनियों द्वारा किया गया. उन्होंने कहा कि अन्तारेस सिअम लिमिटेड ने साफ्टवेयर ई-टेंडरिंग के लिए दिया. इसमें सुरक्षा रखी गई थी कि टेंडर भरने के बाद उसके खुलने के पहले कोई छेड़छाड़ होती है तो एरर का संदेश आएगा.  
 अग्रवाल ने कहा कि उन्हें जो दस्तावेज इस घोटाले के मिले हैं, उनके तहत अन्तारेस की जांच रिपोर्ट 11 अप्रैल, 17 अप्रैल और 5 मई में साफ कहा गया है कि मध्यप्रदेश जल निगम ने तीन टेंडर में टेंडर भरने के बाद तीन कंपनियों  ने अधिकारियों से मिलीभगत कर अपनी राशि बदलकर सबसे कम करा दी. इनमें प्रवीण कुमार गुरु महाप्रबंधक, जल निगम और केशव राव उइके जिला व्यवसाय एवं उद्योग  केन्द्र ने आईडी बदलकर टेंडर राशि में बदलाव कर यह घोटाला किया गया. उन्होंने बताया कि यह घोटाला तीन टेंडरों द्वारा 2322.45 करोड़ का था. अग्रवाल ने कहा कि कंपनी की रिपोर्ट पर कार्रवाई की गई और 8 मई को प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने मुख्य सचिव को रिपोर्ट प्रस्तुत कर तत्काल जांच करने का आग्रह किया. इसके बाद 11 मई को मुख्य सचिव ने ईओडब्ल्यू को अपराध की जांच और केस दर्ज करने के आदेश दिए, लेकिन न तो आज तक कोई जांच शुरु हुई और न ही कोई केस दर्ज हुआ. बल्कि शासन ने जिस अधिकारी मनीष रस्तोगी ने घोटाला पकड़ा उसे ही वहां से हटा दिया. अग्रवाल ने कहा कि इस मामले में सरकार अधिकारियों को बचा रही है. उन्होंने मांग की कि हाईकोर्ट की निगरानी में जांच समिति बनाकर इस पूरे मामले की जांच कराई जाए और दोषियों को बेनकाब किया जाए.

गुरुवार, 27 सितंबर 2018

दो बार ही दहाई के अंक तक पहुंची है बसपा

 सपा एक बार भी नहीं पहुंची दहाई अंक तक
 
मध्यप्रदेश में तीसरी ताकत बताने वाली बहुजन समाज पार्टी अब तक प्रदेश में अपना प्रभाव नहीं छोड़ पाई है. जब से प्रदेश में बसपा ने अपनी आमद दी है, उसके बाद से अब तक के चुनाव परिणाम यह बताते हैं कि वह दो मर्तबा ही दहाई के आंकड़े को छू पाई है. यही हाल कुछ समाजवादी पार्टी का है. सपा तो अब तक इस आंकड़े को एक बार भी नहीं छू पाई है.
राज्य में बहुजन समाज पार्टी ने अविभाजित मध्यप्रदेश में 1990 से चुनाव मैदान में उतरना शुरु किया. इस वर्ष बसपा ने राज्य की 320 सीटों पर 187 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे, जिसमें से उसे 2 स्थानों पर जीत हासिल हुई थी. जबकि 171 स्थानों पर उसके प्रत्याशी अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए थे. इसके बाद 1993 के चुनाव में बसपा ने 320 सीटोंं में से 287 सीटों पर चुनाव लड़ा और इस चुनाव में उसके 11 प्रत्याशी जीते, जबकि 234 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी. इसी तरह 1998 में बसपा ने 170 स्थानों पर चुनाव लड़ा और फिर 11 स्थानों पर विजय हासिल की, इस चुनाव में बसपा के 120 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई थी.
वर्ष 2000 में राज्य विभाजन के बाद जब छत्तीसगढ़ अलग राज्य बना और इसके बाद 2003 में जब विधानसभा चुनाव हुए तो बसपा ने मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 157 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा, लेकिन इस चुनाव में उसके मात्र 2 ही प्रत्याशी विजय हासिल कर पाए. 122 प्रत्याशियों की जमानतें जब्त हुई थी. इसी तरह 2008 में बसपा ने 228 स्थानों पर चुनाव लड़ा और 7 स्थानों पर जीत हासिल की, इस चुनाव में उसके 182 प्रत्याशियों की जमानतें जब्त हुई थी. 2013 के विधानसभा चुनाव में बसपा ने पूरी ताकत के साथ 227 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा और मात्र 4 स्थानों पर उसे जीत हासिल हुई. इस चुनाव में उसके 194 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई थी.
बगावत करने वाले खोलते हैं सपा का खाता


मध्यप्रदेश में सपा का अपना वोट बैंक जरुर बना है, मगर जीतने वाले अधिकांश प्रत्याशी वे ही होते हैं, जो टिकट न मिलने पर भाजपा या फिर कांग्रेस छोड़कर सपा का थामन थामते हैं. सपा ने मध्यप्रदेश में 1998 में आमद दी और पहला चुनाव लड़ा. इस चुनाव में उसने राज्य की 320 सीटों में से 94 सीटों पर चुनाव लड़ा था, मगर जीत केवल 4 स्थानों पर मिली थी. इस चुनाव में उसके 84 प्रत्याशी अपनी जमानत नहीं बचा पाए थे. इसके बाद 2003 के विधानसभा चुनाव में सपा ने राज्य की 230 सीटों में से 161 पर प्रत्याशी उतारे, जिसमें उसे 7 पर विजय हासिल हुई. 146 प्रत्याशियों ने अपनी जमानत गंवाई थी. इस चुनाव में अधिकांश वे सपा के वे प्रत्याशी चुनाव जीते थे जो कांग्रेस से बगावत कर सपा में आए थे. इसके बाद 2008 के विधानसभा चुनाव में सपा ने 186 प्रत्याशी मैदान में उतारे और मात्र 1 स्थान पर विजय हासिल की थी. इस चुनाव में उसके 183 प्रत्याशी अपनी जमानत नहीं बचा पाए थे. इसी तरह 2013 के विधानसभा चुनाव में 164 प्रत्याशी मैदान में थे, मगर जीत किसी एक को भी नहीं मिली. इस चुनाव में सपा के 161 प्रत्याशियों को अपनी जमानत गंवानी पड़ी थी.

वाहन चोर और खरीददार को गिरफ्तार किया पुलिस ने

राजधानी की क्राइम ब्रांच पुलिस ने दो वाहन चोर और एक खरिदार को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि आरोपियों ने राजधानी के पुराने शहर में वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया था. जिसे पुलिस ने मुखबिर की सुचना पर घेराबंदी कर हिरास्त में लिया है. 
क्राइम बांच पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि छोला विश्राम घाट के पास तिराहे पर दो युवक बीना नंबर की पेशन प्रो बाइक पर बैठे है, जो गाड़ी को कम कीमत में बेचने की बात कर रहे है. पुलिस ने सूचना के अधार पर बताए पते पर पहुंच कर देखा तो दो युवक बाइक पर बेठे थे. जिनसे पुलिस ने पूछातछ की और गाड़ी के कागजात मांगे तो दोनों युवक घबरा कर बात टालने लगे. पुलिस जब सख्ती की तो आरोपियों ने गाड़ी चोरी की होना बताई. बाद में आरोपियों ने अपना नाम इरफान पिता मुन्ने खां फिजां कालोनी निशातपुरा और दूसरे ने अपना नाम इरफान खान उर्फ चपाती पिता जैगउल्ला खान शरीफ मस्जिद के पास फिजा कालोनी निशातपुरा बताया.  पुलिस ने दोनों को थाने ला कर पूछताछ की, जिसके बाद दोनों ने टीटी नगर, निशातपुरा वह कोहेफिजा से वाहन चोरी करना कबूल कर सलमान नाम के युवक को बेचना बताया. पुलिस ने सलमान को हिरासत में लेकर आरोपियों के पास से 7 वाहन जब्त कर पूछताछ कर रही है.

दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, सिंधिया पर एफआई दर्ज करने के निर्देश

राजधानी भोपाल की विशेष अदालत के न्यायाधीश सुरेश सिंह ने व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले में दायर किए गए एक परिवाद के आधार पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कमलनाथ और आईटी विशेषज्ञ प्रशांत पांडे के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच के आदेश दिए हैं. 
भाजपा के विधि प्रकोष्ठ की ओर से अधिवक्ता संतोष शर्मा ने राजनीतिक मामलों के लिए बनी विशेष अदालत के न्यायाधीश सुरेश सिंह की अदालत में एक परिवाद दायर किया था.  इस परिवाद में कहा गया कि व्यापमं घोटालों में जो दस्तावेज पेश किए गए हैं वह फर्जी हैं. इन दस्तावेजों को पेश करने के लिए दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, सिंधिया, प्रशांत पांडे को जिम्मेदार ठहराया गया. शर्मा ने बताया कि इस परिवाद के आधार पर बुधवार को न्यायाधीश ने यामला हिल्स थाने की पुलिस को चारों के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच के आदेश दिए हैं . 
दिग्विजय सिंह पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने एक्सेलशीट के आधार पर सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय को गुमराह किया. न्यायालय से मांग की गई थी कि ऐसे नेताओं के खिलाफ कूट रचित दस्तावेज और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया जाए . गौरतलब है कि पिछले दिनों ही दिग्विजय सिंह ने भोपाल की अदालत में व्यापमं घोटाले को लेकर अपील की थी. इसके साथ उन्होंने 27 हजार पन्नों की चार्जशीट भी संलग्न की थी. अभी उस पर सुनवाई की अगली तारीख लगी है.
सिंधिया ने कहा न डरेंगे,  न झुकेंगे 
भाजपा द्वारा लगाए गए परिवाद पर न्यायालय के निर्देश के बाद सांसद और मध्यप्रदेश कांग्रेस के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर लिखा है कि व्यापमं में मध्यप्रदेश के हजारों युवाओं के साथ हुए अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई को लेकर भाजपा ने सत्ता के दबाव में जो झूठा केस हम पर दर्ज कराया है, वो केवल भाजपा सरकार की बौखलाहट दर्शा रहा है. उनको लिखा कि मैं बस यही कहना चाहूंगा  कि सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नही. हम न डरेंगे, न झुकेंगे-प्रदेश के हमारे युवाओं की इस सत्य की लड़ाई को अंतिम सांस तक लड़ेंगे.

मतदान के दिन नदियों में नहीं चला सकेंगे नाव

 सीमावर्ती राज्यों की सीमाएं मतदान के एक सप्ताह पहले कर दी जाएंगे सील
मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तरप्रदेश के अधिकारियों ने मध्यप्रदेश और राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान के एक सप्ताह पहले सीमाएं सील करने का फैसला लिया है. इसके अलावा मतदान के लिए राज्यों की सीमाओं में बहने वाली चंबल, पार्वती के अलावा अन्य नदियों में नावों के संचालन पर भी प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है. इस दिन नदियों पर लगातार सर्चिंग भी की जाएगी.
मध्यप्रदेश के मुरैना में मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तरप्रदेश के अधिकारियों की बैठक में ये फैसले लिए गए. बैठक चंबल संभाग के संभागायुक्त डा. एम.के.अग्रवाल के अध्यक्षता में हुई. बैठक में राजस्थान से भरपुर आईजी मालनी अग्रवाल, उत्तरप्रदेश के आगरा रेंज के डीआईजी लव कुमार और मध्यप्रदेश के चंबल रेंज के आई जी आंशुमन यादव उपस्थित रहे. बैठक में चंबल रेंज के डीआईजी सुधीर लाड़ ने सीमावर्ती थाने एवं चौकियों की जानकारी दी और बताया कि मुरैना जिला राजस्थान की 8 एवं उत्तरप्रदेश की 2 सीमाओं से जुड़ा है. इसी तरह भिंड जिला उत्तर प्रदेश की 11 सीमाओं सीमाओं से और श्योपुर जिला रास्थान की 6 सीमाओं से जुड़ा है. बैठक में मतदान वाले दिन के एक सप्ताह पहले से राजस्थान और उत्तर प्रदेश की सीमाओं को सील करने का फैसला लिया गया. साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरा लगाए जाने के निर्देश दिए गए. चंबल के किनारे बीहड़ में लगातार पेट्रोलिंग करने और दूसरे राज्यों के अधिकारियों के साथ सामंजस्य बैठाकर काम करने के निर्देश अधिकारियों को दिए.
नावों पर लगाया जाएगा प्रतिबंध
बैठक में चंबल संभाग के संभागायुक्त डा. एम.के.अग्रवाल ने निर्देश दिए कि मुरैना जिले से लगे सीमावर्ती राज्य राजस्थान, उत्तरप्रदेश की सीमाओं को सील करने के साथ आगरा, धौलपुर में चंबल नदी से नाव द्वारा आवागमन को प्रतिबंधित किया जाए. यहां पर नावों का संचालन दो दिन पहले से ही प्रतिबंधित कर दिया जाए. इसके अलावा पार्वती सहित अन्य नदियों पर नावों का संचालन मतदान वाले दिन किया जाए. नदियों पर भी सख्ती के साथ सर्चिंग की जाए. 

मुख्यमंत्री निवास के समीप टावर पर चढ़ा परेशान युवक

राजधानी में आज उस वक्त लोगों की सांसे फूल गई, जब एक युवक को टावर पर चढ़ा देखा. युवक अपने परिवार सहित मुख्यमंत्री निवास के समीप एक टावर पर चढ़कर जीद कर रहा था कि जब तक मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान उसकी मांगों को नहीं सूनेंगे वह नीचे नहीं उतरेगा. इतना ही नहीं युवक ने कूदकर जान देने की धमकी भी दे डाली थी.
राजधानी के श्यामला हिल्स स्थित मुख्यमंत्री निवास के समीप आज रायसेन जिले के ग्राम बिछुआ का रहने  वाला युवक वीरेन्द्र प्रजापति अपने परिवार सहित भोपाल आया और पालीटेक्निक चौराहे पर मोबाइल टावर पर चढ़ गया. युवक को जब वहां से निकल रहे लोगों ने टावर पर चढ़ता देखा तो पुलिस को इसकी सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने जब युवक को समझाने की कोशिश की तो युवक अपनी मांगों पर अड़ा रहा. युवक ने पुलिस को साफ कहा कि जब तक मुख्यमंत्री उसकी समस्याओं को जानने नहीं आएंगे, तब तक वह नीचे नहीं उतरेगा. इसके बाद अगर अधिकारियों ने उसके साथ जोर-जबर्दस्ती की तो वह कूदकर जान दे देगा.
मुआवजा न मिलने से था परेशान
टावर पर चढ़ा युवक जमीन अधिग्रहण के बाद मुआवजा न मिलने को लेकर परेशान था. युवक की पत्नी ने पुलिस को बताया कि रायसेन जिले में सेमरिया बांध परियोजना में उनकी पांच एकड़ जमीन चली गई. इस जमीन का मुआवजा आज पांच साल बीत जाने के बाद भी नहीं मिला है. वीरेन्द्र अधिकारियों से कई बार मिला, मगर उसे आश्वासन ही मिलता रहा. बाद में उसे अधिकारियों ने बताया कि उसे जमीन का मुआवजा तो वर्ष 2016 में ही दे दिया गया है, जबकि वास्तविकता यह है कि यह मुआवजा वीरेन्द्र को मिला ही नहीं. कागजों में मुआवजा वितरित कर दिया गया. इससे खफा होकर वीरेन्द्र ने यह कदम उठाया है.
मंत्री पर लगाया धोखा देने का आरोप
वीरेन्द्र ने आरोप लगाया कि वह अपनी इस मांग को लेकर राजस्व मंत्री रामपाल सिंह से भी मिला, मगर उन्होंने भी मेरी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया. युवक ने कहा कि मंत्री ने भी उसे धोखा ही दिया. युवक का कहना था कि अधिकारियों के पास वह जब भी अपनी शिकायत लेकर  गया वे जांच करने का कहकर उसे टालते रहते हैं. उसके परिवार की हालत दिनो दिन बिगड़ रही है. आर्थिक तंगी के दौर से वह गुजर रहा है, मगर उसकी सुनने वाला कोई नहीं है.

बुधवार, 26 सितंबर 2018

आप ने घोषित किए चार प्रत्याशी

आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के प्रत्याशियों की आठवीं सूची की घोषणा करते हुए खुरई, चुरहट, उदयपुरा और तेंदूखेड़ा के लिए प्रत्याशियों की घोषणा की है.   पार्टी अब तक 123 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर चुकी है.
पार्टी द्वारा घोषित किए गए प्रत्याशियों में खुरई से सम्मान राजपूत, चुरहट से मनीष कुमार शर्मा, उदयपुरा से भक्तराज रघुवंशी और तेंदूखेड़ा से प्रेम नारायण कौरव हैं. आप के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल ने कहा कि कहा कि प्रदेश की जनता भाजपा और कांग्रेस को पहचान चुकी है. आम जनता की दुख तकलीफों को दूर करने की न तो इन दोनों ही पार्टियों की नीयत है और न ही इनके पास कोई नीति है. दोनों ही पार्टियां जनता को बांटने की राजनीति कर रही हैं और यह बात अब किसी से छुपी नहीं है. शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, भ्रष्टाचार, महंगाई, किसानी, बिजली, पानी जैसे मूलभूत मुद्दों पर भाजपा सरकार असफल रही है. वहीं कांग्रेस ने अपने लंबे शासनकाल में इन मसलों को हल करने की दिशा में कोई काम नहीं किया. दूसरी ओर दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने जनता के बुनियादी सवालों को महज 3 साल में न सिर्फ हल किया है बल्कि जनता का विश्वास भी अर्जित किया है.मध्यप्रदेश की जनता भी यह बात भलीभाँति जानती है. इसलिए इस विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के रूप में व्यवस्था परिवर्तन के लिए तैयार है.

हाथियों के रहवास के लिए स्थलों को चिंहित करें

 मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई राज्य वन्य प्राणी बोर्ड की 17वीं बैठक 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में हाथियों के आगमन के संभावित स्थलों को चिन्हित किया जाए, ताकि राज्य में उनका उचित और सुरक्षित रहवास हो सके. उन्होंने कहा कि मानव और वन्य प्राणियों के हितों के संरक्षण की संतुलित और व्यवहारिक नीति पर कार्य किया जाए, ताकि उनके मध्य किसी प्रकार का संघर्ष नहीं हो. चौहान ने मंत्रालय में राज्य वन्य प्राणी बोर्ड की 17वीं बैठक में यह बात कही.
चौहान ने कहा कि वन्य प्राणी द्वारा फसलों की क्षति पर किसानों को राजस्व संहिता के अंतर्गत प्रावधान कर राहत राशि दी जा रही है. लोक सेवा गारंटी कानून के अंतर्गत त्वरित सहायता दिए जाने के प्रावधान किए गए हैं. उन्होंने कहा कि अवैध उत्खनन को रोकने के लिए जनसहभागिता से सघन प्रयास किए गए हैं. खदानों को पंचायतों के सुर्पुद कर दिया गया है, ताकि ग्रामीणजन स्वयं उनका नियमन और नियंत्रण करे सकें. उन्होंने कहा कि कुनोपालपुर क्षेत्र वन्य प्राणी आबादी से समृद्ध हुआ है. रातापानी और रानी दुर्गावती अभ्यारण्य में भी वन्य प्राणियों की संख्या बढ़ी है.
बैठक में बताया गया कि प्रदेश की ओर से उड़ीसा को एक जोड़ा बाघ प्रदाय किया गया है. नर एवं मादा बाघ को बांधव टाइगर रिजर्व से ले जा कर सतकोसिया टाइगर रिजर्व में सफलतापूर्वक छोड़ा गया है. इसी तरह नौरादेही अभ्यारण्य में भी एक जोड़ा बाघ की पुनर्स्थापना की गई है. बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के स्वर्ण जयंती अवसर पर भारतीय डाकतार विभाग द्वारा विशेष आवरण जारी किया गया है. अखिल भारतीय बाघ सहभक्षी अहेर प्रजातियों एवं उनके आवास का वर्ष 2018 में फरवरी से मार्च माह के दौरान अनुश्रवण किया गया. फेज-वन के चार चक्रों में प्राप्त आंकड़ों की 2014 के आंकड़ों से तुलना की गई. इसमें बाघ उपस्थिति क्षेत्र में लगभग दोगुनी वृद्धि परिलक्षित हुई है. वर्ष 2014 में 717 बीटों में बाघों की उपस्थिति के चिन्ह मिले थे. वर्तमान में 1400 से अधिक बीटों में उपस्थिति के चिन्ह मिले हैं.
बैठक में बोर्ड के अशासकीय सदस्यों ने विभिन्न गतिविधियों की सराहना की. साथ ही, अधिक बेहतर प्रयासों के संबंध में सुझाव भी दिए. इस मौके पर विगत बैठक के पालन-प्रतिवेदन का अनुमोदन किया गया. 

महाकुंभ से लौट रहे दो लोगों की हादसों में मौत

राजधानी में आयोजित भाजपा के कार्यकर्ता महाकुंभ से लौट रहे 2 कार्यकर्ताओं की दो अलग-अलग हादसों में मौत हो गई. एक बस दमोह के निकट पलट गई, जिसमें एक कार्यकर्ता की मौत हो गई, जबकि दो दर्जन कार्यकर्ता घायल हुए हैं. वहीं आष्टा निवासी एक कार्यकर्ता की हृदयाघात से मौत हो गई.
राजधानी में मंगलवार को भाजपा के कार्यकर्ता महाकुंभ में पन्ना जिले के आए कार्यकर्ता महाकुंभ के समापन के बाद वापस लौट रहे थे. इस दौरान दमोह के निकट हिंडोरिया थानाक्षेत्र के अनु फाटक के समीप उनकी बस एक खाई में पलट गई. घटना में एक की मौत हो गई, जबकि दो दर्जन कार्यकर्ता घायल बताए जा रहे है. मृतक का नाम महेश पिता रामसेन है.  पुलिस के अनुसार घायलों को दमोह के अलावा जबलपुर चिकित्सायल में भर्ती कराया गया है. बताया जाता है कि सभी कार्यकर्ता पन्ना जिले के रेपुरा क्षेत्र के थे. 
घटना की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने दुख व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कार्यकर्ता महाकुंभ से लौट रहे  कार्यकर्ताओं की बस के दमोह के पास दुर्घटनाग्रस्त होने से मन द्रवित है. ईश्वर से मृतक के परिजनों को इस दु:ख को सहने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं व घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.
एक अन्य घटना में आष्टा निवासी कालूराम महाकुंभ में शामिल होने के लिए भोपाल आए थे. वे महाकुंभ के समापन के बाद जब वापस लौट रहे थे तब अमलाहा के निकट टोल नाके पर उन्हें सीने में तेज दर्द हुआ. इसके बाद उन्हें आष्टा के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई. चिकित्सकों ने कालूराम की हृदयाघात होने से मौत होना बताया है.
मिनी बस पलटी, 9 कार्यकर्ता घायल
 कार्यकर्ता महाकुंभ में शामिल होने के बाद वापस सीहोर जिले के चकल्दी लौट रहे भाजपा कार्यकर्ताओं से भरी मिनी बस देलावाड़ी घाट के समीप बेकाबू होकर पलट गई. इस हादसे में बस में सवार नौ कार्यकर्ता घायल हो गए.  बताया जाता है कि देलावाड़ी घाट के समीप अचानक मिनी बस अनियंत्रित होकर पलट गई. इस हादसे में ग्राम चकल्दी निवासी कुलदीप वर्मा, सीताराम, अजय सोनी, सुनीताबाई, गीताबाई, लक्ष्मीबाई, राजकुमारी बाई, संतोष सोनी और कालुराम गंभीर रूप से घायल हो गए. पुलिस ने मिनीबस चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है.

छग, मध्यप्रदेश में सपा, गोंगपा मिलकर लड़ेगी चुनाव

मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़  में समाजवादी पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी दोनों मिलकर चुनाव लड़ेंगे. यह फैसला हो गया है. सीटों के बंटवारें पर इस माह के अंत में शहडोल और बालाघाट में होने वाली सभाओं के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और गोंगपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरासिंह मरकाम करेंगे.
राज्य में बसपा के बाद अब सपा और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने कांग्रेस को झटका देने की तैयारी कर ली है. दोनों दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों अखिलेश यादव और हीरासिंह मरकाम के बीच दो बार इसे लेकर बैठकें हो गई है. इन बैठकों के बाद यह तय हो गया कि दोनों दल प्रदेश में मिलकर चुनाव लड़ेंगे. गोंडवाना और सपा का यह गठबंधन मध्यप्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़ में भी होगा. छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश दोनों राज्यों में दोनों दल एक साथ चुनाव लड़ने पर तय हो गए हैं, सीटों के बंटवारें पर अंतिम चर्चा होनी शेष हैं. 


गोंगपा के राष्ट्रीय महासचिव श्याम मरकाम ने बताया कि दोनों दलों के बीच मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में गठबंधन को लेकर फैसला हो गया है. इस फैसले पर करीब-करीब मोहर लग गई है. सीटों के बंटवारे पर अंतिम चर्चा होनी शेष है. यह भी जल्द हो जाएगा. उन्होंने बताया कि सपा छत्तीसगढ़ में ज्यादा सीटें नहीं मांग रही है. मध्यप्रदेश में करीब दो दर्जन सीटों को लेकर फैसला लिया जाना है.
अखिलेश, हीरासिंह की सभाएं शहडोल, बालाघाट में
मध्यप्रदेश में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरासिंह मरकाम एक साथ सभाएं शुरु कर रहे हैं. दोनों नेताओं की सभाएं शहडोल से शुरु होगी. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता यश यादव ने बताया कि 29 सितंबर से सभाओं का सिलसिला शुरु रहा है. 29 सितंबर को सपा के प्रमुख अखिलेश यादव और गोंगपा प्रमुख हीरासिंह मकराम शहडोल में एक साथ सभाएं कर चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे. इसके बाद 30 सितंबर को दोनों नेता बालाघाट में सभाएं लेंगे.

मोदी ने जनता को दिया धोखा: कमलनाथ


मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने महाकुंभ को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा पर हमला बोला है. कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश की जनता को उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री आ रहे हैं तो शायद कोई शौगात देंगे, मगर प्रधानमंत्री ने प्रदेश की जनता के साथ धोखा दिया. उन्होंने भाजपा के महाकुंभ को लूट का कुंभ बताते हुए कहा कि जनता के टैक्स के करोड़ों रुपए को भाजपा ने इसमें खर्च कर दिया.
कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए ये बात कही. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाकुंभ में सही कहा कि प्रदेश नंबर एक है. उन्हें यह बताना चाहिए कि किन मामले में प्रदेश नंबर एक पर है, उन्हें बताना था कि विकास में नहीं बल्कि दुष्कर्म, बेरोजगारी और किसान आत्महत्या में प्रदेश नंबर एक पर है. उन्होंने कहा कि मोदी को पहले शिवराज से सही-सही आंकड़े लेना थे, फिर कोई बात कहनी थी. उन्होंने कहा कि हम भी धर्मप्रेमी है, लेकिन हम धर्म को राजनीति के मंच पर नहीं लाते हैं. कमलनाथ ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर कहा कि  मैं भी सुप्रीम कोर्ट से सहमत हूं, आपराधिक रिकार्ड वालों को चुनाव से दूर रखना चाहिए. कमलनाथ ने कहा कि  हम गठबंधन को लेकर किसी के पैर नहीं पकड़ते यह काम भाजपा का है. मेघालय, कश्मीर में सब देख चुके हैं किसी को भी बताने की जरूरत नहीं है. भारतीय जनता पार्टी का महाकुंभ महज  फ्लाप शो बनकर रहा गया.  12 हजार बसें , 9 रेल गाड़ियां और हजारों निजी वाहनों को जुटाने के दावे किए गए थे. भाजपा द्वारा 11 से 13 लाख की भीड़ जुटाने का दावा किया गया था, असलियत ये थी कि कुल डेढ़ लाख लोग ही बामुश्किलन मौके पर मौजूद थे.
 प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ये महाकुंभ नहीं लूट कुंभ था, इसमें जनता का पैसा बर्बाद किया गया.  सरकारी तिजोरी से पैसे लुटाए गए. इस पर लगभग 300 करोड़ का  खर्च आया है. यह सब पैसा पेट्रोल-डीजल के टैक्स का पैसा है, जिसको महाकुंभ पर लुटा दिया गया. जनआशीर्वाद यात्रा में भी पैसा इसी तरह लुटाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि भाजपा का यह महाकुंभ सिर्फ कांग्रेस व राहुल गांधी की आलोचना तक सीमित रहा यह महाकुंभ.

टिकट मांगना गलत नहीं, लेकिन अपने काम का आकलन तो करें

राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल ने सांसदों, विधायकों, जिला अध्यक्षों को दी नसीहत
मध्यप्रदेश भाजपा में टिकट के दावेदारों की बढ़ती संख्या ने संगठन को चिंता में डाल दिया. संगठन ने टिकट की दावेदारी कर रहे पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को दो टूक कह दिया कि अगर वे टिकट मांग रहे हैं, तो पहले अपना आकलन करें.
मध्यप्रदेश भाजपा द्वारा कार्यकर्ता महाकुंभ के संपन्न होने के बाद संगठन ने पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों पर कसावट शुुरु कर दी है. महाकुंभ के बाद राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलाल और मध्यप्रदेश भाजपा के प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे ने सांसदों, विधायकों, जिला अध्यक्षों, जिला महामंत्रियों की बैठक ली. इस बैठक में रामलाल टिकट का मुद्दा छाया रहा. रामलाल ने जिला अध्यक्षों और जिला महामंत्रियों द्वारा लगातार टिकट के लिए संगठन पर बनाए जा रहे दबाव को लेकर साफ संकेत दिए कि जिन्हें टिकट चाहिए वे साफ-साफ बता दें और अक्तूबर माह में अपने जिम्मेदारी जो उन्हें दी गई उसका आकलन करें और यह बताएं कि वे उस पर कितना खरा उतरें हैं. रामलाल ने कहा कि टिकट मांगना कोई गलत नहीं है, मगर अक्तूबर में अपने दम पर क्षेत्र में का करके दिखाएं.  रामलाल ने कहा कि जिन्हें जो जिम्मेदारी दी है, वे उन्हें ही निभाएं. टिकट के मुद्दे पर रामलाल ने साफ कहा कि चुनाव में टिकट जिसे भी मिले, वे उसे जिताने का काम करेंगे. सभी सांसद और विधायक प्रतयाशियों के लिए ही काम करेंगे. इस चुनाव में संगठन द्वारा जिसे प्रत्याशी बनाया जाए उसके लिए पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरना है.  रामलाल ने कहा कि चुनव के दौरान महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली से आने वाले नेताओं की व्यवस्था का ध्यान जिला महामंत्रियों को रखना होगा.
विधायक की निगेटिव छवि न बनाएं
बैठक में सोशल मीडिया से आपत्तिजनक पोस्ट करने को लेकर सख्त हिदायत दी गई.संगठन ने साफ कहा कि हर समय जिलाध्यक्ष अथवा सांसद द्वारा विधायक की निगेटिव छवि बनाने की कोशिश न की जाए. किसी की भी छोटी-मोटी गलती से वातावरण नहीं बिगड़ना चाहिए. बयान देने में सावधानी बरतें. कई जगह से शिकायतें मिल रही हैं. विधायकों से समन्वय रखें. अनावश्यक सोशल मीडिया पर कुछ भी न लिखें.
लाबिंग करने वाले को टिकट नहीं
 बैठक में मुख्यमंत्री शिवराजसिंंह चौहान ने कहा कि जो भी नेता टिकट के लिए लाबिंग करेगा, पोस्टर, तख्तियां बैनर लेकर आएगा और नारेबाजी कर शक्ति प्रदर्शन करेगा, उसे तो हरगिज टिकट नहीं दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि टिकट की चाह रखने वाले को संगठन के निर्देशों का पालन करना होगा. यह महीने खास है, जिसे जो जिम्मेदारी मिली है, वह उसका निर्वाह करे.

मंगलवार, 25 सितंबर 2018

महाकुंभ में भाजपा का चुनावी शंखनाद

 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा देश में गठबंधन में फेल कांग्रेस बाहर ढूंढ रही रास्ता

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आज भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के उपस्थित में आयोजित कार्यकर्ता महाकुंभ में विधानसभा चुनाव का शंखनाद कर दिया. महाकुंभ में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और कहा कि कीचड़ जितना उछाला है, उतना कमल खिला है. उन्होंने कहा कि देश में गठबंधन में फेल कांग्रेस अब विदेशों में रास्ता खोज रही है.
राजधानी में आयोजित कार्यकर्ता महाकुंभ में प्रदेश भर से लाखों की संख्या में कार्यकर्ता आए थे. महाकुंभ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के अलावा राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल, पूर्व मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री उमा भारती, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, थावरचंद गहलोद, भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे. कार्यकर्ता महाकुंभ में प्रदेशभर से आए भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महापुरुषों का जिक्र करते हुए कहा कि मैं तीन महापुरुषों महात्मा गांधी, राम मनोहर लोहिया और पंडित दीनदयाल उपाध्या को कभी भूल नहीं सकता. उन्होंने कहा कि वोट की राजनीति ने आज समाज को तबाह कर दिया है. आजादी के 70 साल में भी बर्बादी गई नहीं है. इसके लिए उन्होंने सीधे तौर पर कांग्रेस को जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में भी लंबे समय राज किया, मगर प्रदेश का ंबंटाढ़ार ही हुआ. मोदी ने कहा यही वजह है कि प्रदेश की जनता चौथी बार भाजपा की सरकार चुनेगी.  प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां पर भी भाजपा की सरकार है, वहां की जनता को कुछ नहीं होने देंगे. हम वहां की जनता के लिए सब कुछ करेंगे, विकास की राजनीति हम करते हैं. देश और भाजपा शासित राज्यों की जनता भाजपा पर भरोसा करती है, इसकी वजह सिर्फ विकास है.
कांग्रेस में अहंकार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस को लगातार मिल रही हार के बाद भी वह आत्मचिंंतन करने के बजाए अहंकार में है. मध्यप्रदेश के नेता अहंकार में आकर सरकार बनाने का स्वप्न देख रहे हैं, जनता परिणाम दे देगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कुर्सी को खानदानी हक मानती है. कुर्सी पाने के लिए वह कुछ भी करेगी. आज वह छोटे दलों के पैर पकड़ रही है. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस काम करती, विकास करती तो आज उसे गोद में बैठने की जरुरत नहीं होती.
विदेशों में ढूंढ रही रास्ता कांग्रेस
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कार्यकर्ता महाकुंभ को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस देश में गठबंधन करने में फेल हो गई है, इसके चलते अब वह बाहर रास्ता ढूंढ रही है. इसके चलते हालात यह बनाया जा रहा है कि अब हमें बाहरी देश यह बताएंगे कि प्रधानमंत्री कौन बनेगा. मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने भाजपा और मुझे खूब कोसा. खूब कीचड़ उछाला, लेकिन हुआ क्या,  जितना कीचड़ उछाला, उतना कमल खिला है.
तीन तलाक पर राजनीति न हो
मोदी ने अपने संबोधन में तीन तलाक का जिक्र किया और कहा कि इस पर वोट बैंक की राजनीति न हो. खासकर जिस पाटीृ की मुखिया एक महिला हो, उस पार्टी को. मां-बेटी हिन्दू हो या मुसलमान उस पर जुल्म नहीं होना चाहिए. वोट बैंक की राजनीति ने यह परिस्थिति पैदा की है. उन्होंने देश को वोट बैंक की राजनीति से मुक्त कराना होगा. इसके चलते राजनीति ने ऐसी बर्बादी लाई कि राजनीतिक दल चुनिंदा दल, लोगों को चुन लेते थे और सत्ता हासिल कर लेते थे. उन्हें पूरे देश, समाज, सभी लोगों से कोई लेना-देना नहीं था, इन्हीं से देश को बचाना है.
मोदी के भाषण के दौरान लगे आरक्षण के नारे
भाजपा के कार्यकर्ता महाकुंभ में आरक्षण का मुद्दा उठा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब मंच से भाषण दे रहे थे कि तभी अचानक एक व्यक्ति भीड़ में से उठा और नारे लगाने लगा. उसे पुलिस और भाजपा नेताओं ने बाहर निकाल दिया. बताया जाता है कि वह व्यक्ति आरक्षण जिंदाबाद के नारे लगा रहा था.  यह पता नहीं चल पाया है कि संबंधित व्यक्ति कौन था और क्या भाजपा के अलावा भी किसी संगठन का कार्यकर्ता था. 

अखिलेश, हीरासिंह सभाएं करेंगे साथ-साथ

सपा ने बढ़ाई सक्रियता, संभाग प्रभारी किए नियुक्त

मध्यप्रदेश में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरासिंह मरकाम एक साथ सभाएं शुरु कर रहे हैं. दोनों नेताओं की सभाएं शहडोल से शुरु होगी.
राज्य में गठबंधन को लेकर कांग्रेस के मौन के चलते बसपा के बाद अब समाजवादी पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी भी अपने बूते पर मैदान में उतरने की तैयारी कर चुकी है. सपा और गोंगपा के बीच समझौता को लेकर अब तक दो बार की बैठकें हो चुकी है. ये बैठकें सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और गोंगपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरासिंह मरकाम के बीच हुई हैं. दोनों नेताओं के बीच मध्यप्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों में गठबंधन को लेकर बात तय हुई है, मगर सीटों का बंटवारा फिलहाल नहीं हुआ है. दोनों दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अब साथ-साथ चुनाव अभियान की शुरुआत करने का फैसला लिया है. इसके तहत अब 29 सितंबर से सभाओं का सिलसिला शुरु रहा है. 29 सितंबर को सपा के प्रमुख अखिलेश यादव और गोंगपा प्रमुख हीरासिंह मकराम शहडोल में एक साथ सभाएं कर चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे. इसके बाद 30 सितंबर को दोनों नेता बालाघाट में सभाएं लेंगे.
3 तक लिए जाएंगे आवेदन
समाजवादी पार्टी ने दावेदारों से आवेदन 3 अक्तूबर तक लिए जाने का फैसला लिया है. पार्टी की चुनाव अभियान समिति की ओरछा में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया. बैठक में पूर्व मंत्री जगदीप सिंह यादव, प्रदेश अध्यक्ष गौरी यादव, सांसद चंद्रपाल, सांसद विसम्भर निषाद, पूर्व सांसद बाल कुमार पटेल, पूर्व विधायक डा. सुनीलम सहित समिति के सदस्य उपस्थित थे. बैठक में 3 अक्तूबर तक दावेदारों से आवेदन लिए जाने पर सहमति बनी है.
संभाग प्रभारी नियुक्त
चुनाव प्रचार अभियान समिति की बैठक में ग्वालियर संभाग के प्रभारी जगदेव सिंह यादव आर अजय सूद, चंबल संभाग के प्रभारी राकेश पाल और विजय शर्मा, सागर संभाग के प्रभारी दीपनारायण यादव, आशीष पटेल और शिशुपाल यादव, रीवा संभाग प्रभारी बाल कुमार पटेल, के.के.सिंह गौरव दुबे, बबलू विश्वकर्मा, रामयज्ञ सौंदिया, राजेश दुबे, जबलपुर संभाग प्रभारी कंकर मुंजारे, अनिल पटेल, शहडोल संभाग प्रभारी डा. चंद्रपाल, हरगोविंद चौकसे, दीपक शर्मा, इंदौर संभाग प्रभारी बनते यादव, विश्वंभर निषाद, उज्जैन संभाग के प्रभारी रामबाबू अग्रवाल, मनोज यादव को बनाया गया है.

कमलनाथ ने कहा करोड़ो लुटाए भाजपा ने





मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि महाकुंभ के नाम पर प्रदेश की भाजपा सरकार ने करोड़ों रुपए लुटा दिए. उन्होंने कहा कि भाजपा इसी तरह जनता के पैसों का दुरुपयोग करती रही है.
कमलनाथ ने ये आरोप आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए लगाए. उन्होंने कहा कि भाजपा ने इस  महाकुंभ में सत्ता का दुरुपयोग  करके करोड़ों रुपए लुटाया है. शिवराज को पता है कि सरकार नहीं आएगी, इसलिए रोज एक नई घोषणा करते है. उन्होंने कहा कि  जिस प्रदेश पर दो लाख करोड़ का कर्ज हो, वहां पर घोषणाएं किस तरह से पूरी होंगे, यह बात शिवराज को बतानी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं शिवराज की हर गलत नीति का विरोध करता रहूंगा.
उन्होंने शिवराज के छिंदवाड़ा दौरे को लेकर कहा कि शिवराज छिंदवाड़ा आये थे और उन्होंने स्वीकारा कि यहां विकास हुए है. उसके लिए उनका धन्यवाद. छिंदवाड़ा के लोग गवाह है कि यहां के विकास के लिए मैंने  खुद बैठकर एक- एक योजना तैयार कराई है.  यह विकास मेने केंद्र सरकार से करवाया है. नाथ ने शिवराज को चुनौती देते हुए कहा कि वे बताएं कि उनकी सरकार ने छिंदवाड़ा में कौनसा विकास किया है. साथ ही नाथ ने कहा कि कांग्रेस की मंशा है कि वो विधान परिषद् का गठन करे.
राफेल, ई-टेंडरिंग पर मौन क्यों?
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का स्वागत किया और कहा कि कथित दस लाख कार्यकर्ताओं के महाकुंभ मंत्र देने के बाद यह भी बताएं कि वे राफेल विमान घोटाले और ई-टेंडरिंंग मामले पर मौन क्यों हैं? नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि लिखा है कि मोदीजी आप आए हैं तो यह भी बता दीजिए कि पेट्रोल डीजल के दाम में बढ़ोतरी और रुपए की गिरती कीमतों से आप 2013 के पहले इतने क्रोधित क्यों थे, जबकि बकौल आपके उस समय यह आईसीयू में थे पर आज तो वेंटिलेटर पर है और आप मौन हैं जबकि शायद आपके अनुसार अब इस देश के प्रधानमंत्री मोनी बाबा तो नहीं है.

शाह के निशाने पर रहे राहुल और कांग्रेस

शिवराज ने कहा बाबा अपरिपक्व, राजनीतिक को मानते हैं मजाक

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भाजपा के कार्यकर्ता महाकुंभ में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि किस आधार पर वे जनता से वोट मांगकर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ जीतेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आज तक घोटाले किए ओर देश की सुरक्षा को ताक पर रखा.
शाह ने कार्यकर्ता महाकुंभ को संबोधित करते हुए कार्यकर्ता को मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार बनाने और 2019 में मोदी सरकार बनाने के साथ मध्यप्रदेश की सभी 29 सीटों पर जीत दिलाने का संकल्प दिलाया. उन्होंने कहा कि विकास, सुरक्षा और अर्थतंत्र के मामले में कोई भी हमारा मुकाबला नहीं कर सकता है. उन्होंने कांग्रेस पर हमला किया और कहा कि 2014 के बाद भाजपा का इतिहास देख लें, फिर चुनाव की बात करें. कांग्रेस ने आज तक घोटाले किए और देश की सुरक्षा को ताक पर रखा. शाह ने राहुल गांधी पर कटाक्ष किया कि राहुल गांधी सपना देख रहे हैं कि वे पांच राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनाएंगे, सपना देखना अच्छा है. उन्होंने कहा कि राहुल यह बताए कि किस आधार पर वे जनता से वोट मांगकर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में सरकार चुनाव जीतकर सरकार बनाएंगे.
शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश में राजा-महाराजा और उद्योगपति की तिगड़ी है, जो यह सपना देख रही है कि वे सरकार बनाएंगे, मगर जनता के बीच जाकर यह भी बताएं कि वे किस आधार पर वोट मांग रहे हैं. शाह ने कहा कि शिवराज ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में बिमारु राजय को विकसित राज्य बनाया और उन्होंने भरोसा जताया कि वे आगामी पांच साल में मध्यप्रदेश को समृद्ध राज्य बनाएंगे. शाह ने शिवराज सरकार की योजनाओं की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि पहले मध्यप्रदेश की सरकार काम करती थी, क्योंकि केन्द्र में यूपीए के सरकार थी लेकिन मोदी की सरकार आने के बाद मध्यप्रदेश की और तरक्की हुई. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार ने भाजपा शासित राज्यों के साथ सही व्यवहार नहीं किया.
चुनावी विजय ऐसी करें कि दुश्मनों के दिल दहज जाएं
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह ने कहा कि जहां-जहां चुनाव आए वहां-वहां कांग्रेस और अन्य पार्टियों की सरकारें गई और भाजपा की सरकारें बनी. जहां पर भाजपा का कभी नाम भी नहीं था, वहां पर भाजपा ने सरकार बनाई. उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि मध्यप्रदेश में इसी वर्ष चुनाव हो रहे हैं, हमारी चुनावी जीत ऐसी होनी चािहए कि दुश्मन के  दिल दहल जाएं. शाह ने कहा कि जब-जब चुनाव आता है कांग्रेस जनता का ध्यान भटकाने का काम करती है. हमें इस बात का ध्यान रखना है कि कांग्रेस को इस बार भी करारा जवाब देना है.
हमारी सरकार ने ऐसा काम नहीं किया, जिससे कार्यकर्ता का सिर झुके
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि आज नमो एप नमो एप डाउनलोड किया गया है. आप सभी भोपाल से जाने से पहले उस एप को डाउनलोड करें. इसके बाद आप खुद मध्यप्रदेश की जनता को यह बता सकेंगे कि हमारी सरकार ने क्या-क्या काम किए हैं. उन्होंने कहा कि हमारी सरकारों ने कोई भी ऐसा काम नहीं किया जिससे कार्यकर्ता का सिर शर्म से झुक जाए. वो सीना तानकर लोगों के पास जाए और सरकार की उपलब्धि गिनाएं. सभी कार्यकर्ता 3-3 लोगों को नमो एप डाउनलोड कराएं.उन्होंने कहा कि नए लोगों को जोड़िए और पार्टी का विस्तार कीजिए.
मैं घोषणा मशीन, लेकिन बाबा तो फन मशीन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महाकुंभ में राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बाबा परिपक्व नहीं है, सच्चाई यह है कि वे राजनीति को मनोरंजन और तमाशा मानते हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पिछले दिनों जब भोपाल आए थे तब उन्होंने मुझे घोषणा मशीन, सचिन को रन मशीन बता रहे थे. उन्होंने कहा कि हां मैं घोषणा मशीन हूं. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं घोषणा मशीन हूं, लेकिन राहुल तो फन मशीन है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल पिछले दिनों जब भोपाल आए तब भी तमाशा किया. उन्होंने कहा कि बाबा किसानों की बात करते हैं, उन्हें यह नहीं मालूम कि मूली जमीन के नीचे ऊगती है या ऊपर. उन्होंने कहा कि मैं घोषणा करता हूं तो उसकी पोषणा भी करता हूं. मैं जनता से वादा करता हूं तो उसे पूरा भी करता हूं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस में गुटबाजी चरम  पर है. हमारे पास सेनापति है उनके पास अब तक सेनापति नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में जितने लोग हैं, खुद को मुख्यमंत्री समझते हैं.
कार्यकर्ता को दिलाए तीन संकल्प
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कार्यकर्ताओं को तीन संकल्प दिलाए. उन्होंने कहा कि 2 माह में हमारे प्रदेश में चुनाव होने हैं. इसलिए आज यह संकल्प लें कि अब जो भी समय है वह समय पूरी तरह से पार्टी को देंगे. बूथ को जीतना जरुरी है, आप बूथ जीतने के लिए हर वर्ग के बीच पहुंचें और भाजपा के पक्ष में उसे लाएं. शिवराज ने कार्यकर्ताओं को अंतिम संकल्प दिलाया कि चुनाव में कोई भी प्रत्याशी हो, हमें कमल को देखना है. हमें पार्टी के लिए काम करना है. प्रत्याशी को नहीं देखना है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि विधानसभा चुनाव में हमे ऐतिहासिक बहुमत हासिल हो और लोक सभा चुनाव में 29 में से पूरी 29 सीटें भाजपा को मिले ऐसा काम करना है. हर सीट पर भाजपा का परचम लहराना है.
फिर बनेगी भाजपा की सरकार
मध्यप्रदेश भाजपा के अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश फिर भाजपा की सरकार बनेगी और लोक सभा में हम पूरी 29 सीटें जीतेंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार ने जनता के लिए बहुत काम किए हैं, हमें जनता के बीच जाकर उन्हें यह बताना है. सिंह ने कहा कि मोदी सरकार गरीबों की सरकार है, दुनिया का सक्षम नेतृत्व हमारे पास है. उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत ुदुनिया की सबसे बड़ी योजना है, जिसका लाभ देश के नागरिकों को मिलेगा.
हर बूथ पर मिले 50 फीसदी वोट
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री रामलाल ने कार्यकर्ताओं को बूथ जिताओ, पार्टी जिताओ का नारा दिया. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता आज जब यहां से वापस जाए तो वह यह संकल्प लेकर जाएं कि वे चुनाव में हर बूथ पर भाजपा को 50 प्रतिशत वोट दिलाएंगे. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में और लोकसभा चुनाव में देश में भाजपा की सरकार बनाने के लिए अभी से कार्यकर्ता जुट जाएं. उन्होंने कहा कि यह चुनाव भ्रष्टाचार और विकास के बीच होना है, इसलिए हमें जनता के बीच पहुंचकर यह बताना होगा कि भाजपा की सरकार ने क्या काम किया है. योजनाएं कौन-कौन से बनाई जिसका कितना फायदा लोगों को मिला. उन्होंने कहा कि चुनाव में हमें सकारात्मक रुप से जनता के बीच जाना है, हमारा विरोध करने वाले भी होंगे, मगर हमें सकारात्मक भूमिका का निर्वाह करना है.
राहुल भाजपा कार्यकर्ता की पाठशाला आएं
मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने महाकुंभ में कांग्रेस पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार बनाने के लिए भक्ति करती है, हम राम की भक्ति करते हैं, राम के लिए प्राण भी दे सकते हैं.  उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अगर आपको भारतीय सेना, संस्कृति और देश से प्रेम करना सीखना है तो भाजपा कार्यकर्ता की कार्यशाला में आना होगा. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कितनी भी कैलाश यात्रा कर लें शिव तो वहीं रहेंगे, जहां उमा होगी. अयोध्या में बाबरी विंध्वंश पर उन्होंने कहा कि राम का नाम लेने पर अगर मुझे फांसी पर चढ़ा दिया जाए तो यह मेरी लिए सौभाग्य होगा. उमा भारती ने कहा कि कांग्रेस के जो लोग आज टीका लगाकर घूम रहे हैं, उन्होंने बाबरी विंध्वस में तीन भाजपाई सरकारों को गिराया था. उन्होंने कहा कि वे महाकुंभ में शिवराज के निमंत्रण पर आई हैं. उन्होंने कहा कि कल तक मैं यहां आने के लिए कन्फ्यूज थी, मैंने शिवराज सिंह से पूछा मेरे आने से क्या फायदा होगा. उन्होंने कहा कि आपके आने से फायदा होगा, इसलिए में आई.
पोस्टरों पर पोती कालिख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के भोपाल आगमन से  पहले बीती रात को  भाजपा द्वारा लगाए गए  पोस्टर और बैनरों पर कुछ  शरारती तत्वों ने कालिख पोत दी. विरोध करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र  मोदी अमित शाह, शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह के चेहरों पर कालिख पोती गई है. घटना के बारे नें जब पुलिस को पता चला तो पुलिस ने कालिख लगे इन बैनर्स को रातों रात हटा दिया. सवाल यह उठता है कि मोदी के दौरे को लेकर यहां पुलिस मुस्तैद क्यों नहीं दिखी. रात भर अगर शहर में पुलिस तैनात थी तो कोई कैसे इतनी आसानी इन बैनर्स पर कालिख पोत गया. यह अपने आप में बड़ा सवाल है कि पीएम के दौरे से ठीक पहले सुरक्षा में ढील क्यों बरती गई.
राफेल विमान के काले गुब्बारे उड़ाए आसमान में
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भोपाल आगमन पर भी राजधानी में एट्रोसिटी एक्ट का विरोध दिखाई दिया. ओबीसी, एससी, एसटी एकता मंच और यूथ कांग्रेस ने अपने-अपने तरीके से विरोध जताया. एकता मंच के अध्यक्ष लोकेन्द्र गुर्जर ने कार्यकर्ताओं के साथ काले गुब्बार ेछोड़े. इस दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. इसके अलावा यूथ कांग्रेस द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राफेल लड़ाकू विमान खरीदीे में केन्द्र सरकार द्वारा किए गए एक लाख तीस हजार करोड़ के घोटाले के विरोध में मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस द्वारा प्रतीकात्मक तरीके से तैयार किए विमान और काले गुब्बारे उड़ाए गए. युवा कांग्रेस के इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और मध्यप्रदेश के भोपाल जोन प्रभारी अंकुर वर्मा कर रहे थे.  युवा कांग्रेस संगठन के सभी स्थानीय पदाधिकारी काली पट्टी बांधकर हाथों में काले गुब्बारे और गुब्बारे से तैयार राफेल लड़ाकू विमान लेकर लिंक रोड़ एक से होकर आयोजन स्थल की कूच कर रहे थे, बीच रास्ते में विमान खरीदी घोटाले के विरोध में प्रधानमंत्री मोदी और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर आगे बढ़ रहे थे, तभी व्यापमं चैराहे पर पहले से ही सुरक्षा में तैनात भारी पुलिस बल द्वारा आंदोलनकारियों को बेरीकेट्स लगाकर आगे जाने से रोक लिया गया, और युवा कांग्रेसियों के साथ झूमा-झटकी करने लगे. इस दौरान पुलिस द्वारा हल्का बल प्रयोग कर कार्यकर्ताओं को वहां से हटाया गया.

सोमवार, 24 सितंबर 2018

सोहागपुर में यशवंत सिन्हा प्रधानमंत्री आय संरक्षण योजना की खोलेंगे पोल

प्रधानमंत्री आय संरक्षण योजना की पोल खोलने के लिए पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा बुधवार को मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले के सोहागपुर पहुंचेंगे. वे यहां पर एक सभा को संबोधित करेंगे.
नर्मदाचंल जन जागृति मंच और विचार मध्यप्रदेश द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है. विचार मध्यप्रदेश के अक्षय हुंका ने बताया कि पूरे देश में किसानों की बदहाली बढ़ती ही जा रही है. सरकार सिवाय खोखले दावों के और कुछ नहीं कर पा रही है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा चंद दिन पहले किसानों के हित के नाम पर प्रधानमंत्री आय संरक्षण योजना प्रारंभ की गई, लेकिन सत्य यह है कि यह किसानों को ठगने और उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए बनी है, जिससे किसान और छोटे व्यापारी दोनों का शोषण होगा. इस योजना की असलियत सभी को बताने के लिए पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री  यशवंत सिन्हा होशंगाबाद जिले के सोहागपुर में आम सभा करेंगे. यह सभा 26 सितंबर को विचार मध्यप्रदेश एवंं  नर्मदांचल जन जागृति मंच द्वारा आयोजित की जा रही है. कार्यक्रम में मुख्यवक्ता पूर्व विधायक  गिरजाशंकर शर्मा बेरोजगार सेना प्रमुख  अक्षय हुंका एवं प्रसिद्ध सामाजिक-राजनितिक कार्यकर्ता विनायक परिहार होंगे

काले कानून के खिलाफ नेताओं का किया तर्पण

मध्यप्रदेश में एट्रोसिटी एक्ट का विरोध थम नहीं रहा है. विरोध के चलते आज सोमवार को राजधानी भोपाल में श्राद्ध पक्ष के पहले दिन ब्राह्मणों ने राजेनताओं का तर्पण कर  काले कानून का विरोध किया.
राजधानी भोपाल में आज ब्राह्मण एकता अस्मिता मंच के नेतृत्व में ब्राह्मण संगठनों ने शीतलदास की बगिया में एकत्रित होकर काले कानून का विरोध किया. ब्राह्मणों ने यहां पर एकत्रित होकर बड़े तालाब में पितरों के पहले दिन राजनेताओं का तर्पण किया. ब्राह्मणों द्वारा किए गए तर्पण के दौरान उन्होंने भगवान से प्रार्थना की कि नेताओं की जो आत्मा मर चुकी है. ब्राह्मण एकता अस्मिता मंच के पदाधिकारियों का कहना है कि काले कानून के नाम पर नेता अपनी राजनीति कर रहे हैं और समाज को बांट रहे हैं. मंच के राकेश चतुर्वेदी ने कहा कि समाज को बांटने का काम  करना बंद कर स्वच्छ राजनीतिक नेता करें, तो अच्छा होगा, समाज में भाईचारा रहेगा.

मोदी की यात्रा के पहले मध्यप्रदेश भाजपा में बगावत

 राज्य समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा थामा कांग्रेस का हाथ, दो दर्जन समर्थकों ने भी दिए इस्तीफे
प्रधानमंत्री की भोपाल यात्रा के एक रोज पहले  भारतीय जनता पार्टी में बगावत हो गई. राज्य समाज कल्याण  बोर्ड की अध्यक्ष पदमा शुक्ला ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया है. कटनी जिले के विजयराघवगढ़ से शुक्ला के इस्तीफा देने के बाद उनके 2 दर्जन समर्थकों ने भी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को अपने इस्तीफा भेज दिया है. एक साथ दिए गए इन इस्तीफा ने भाजपा के कार्यकर्ता महाकुंभ के पहले भाजपा की चिंता बढ़ दी है.
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही कार्यकर्ताओं और नेताओं की नाराजगी का दौर तेज हो चला है. इस नाराजगी के चलते भाजपा में बगावत की स्थिति आज उस वक्त निर्मित हो गई जब मध्यप्रदेश राज्य समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष पद्मा शुक्ला ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता और समाज कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंंह को और मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को इस्तीफे भेज दिए. पद्मा शुक्ला ने इस्तीफे में कहा कि विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं पर 2014 के उपचुनाव के बाद से उनकी हो रही उपेक्षा और प्रताड़ना से क्षुब्ध होकर वे इस्तीफा दे रही हैं. पद्मा शुक्ला के इस कदम से विजयराघवगढ़ व कटनी भाजपा में खलबली मच गई है. वहीं पदमा शुक्ला का इस्तीफा ऐसे समय पर आया है जब प्रधानमंत्री मोदी मध्यप्रदेश दौरे पर आने वाले है. भाजपा में हड़कंप की स्थिति मच गई है. बड़े नेताओं ने चुप्पी साध ली है. पद्मा शुक्ला के इस्तीफा देने की बात जब उनके समर्थकों को पता चली तो विजयराघवगढ़ विधानसभा के उनके दो दर्जन समर्थक पार्टी और पदाधिकारियों ने भी इस्तीफे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को इस्तीफे दे दिए हैं. 
उल्लेखनीय है पद्मा शुक्ला 2013 के विधानसभा चुनाव में विजयराघवगढ़ से भाजपा की प्रत्याशी रही थी. वे इस चुनाव में कांग्रेस के संजय पाठक से महज 935 वोटों से चुनाव हारी थी. इसके बाद संजय पाठक ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया और बाद में उपचुनाव के दौरान पाठक को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया, उस वक्त भी विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के नेताओं में विरोध के स्वर मुखरित हुए थे, मगर संगठन ने संभाल लिए थे. मगर उपचुनाव के बाद से विरोध करने वाले नेता एक तरह से हासिए पर आ गए, जिसके चलते ऐन चुनाव के वक्त यह बगावत का रुप धारण कर लिया. पाठक वर्तमान में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के राज्यमंत्री हैं.
शुक्ला के समर्थन में इस्तीफा देने वालों  में कैमोर, विजयराघवगढ़, बरही के पूर्व मंडल अध्यक्ष, भूमि विकास बैंक जबलपुर के पूर्व अध्यक्ष, जिला सह संयोजक नमामि देवी नर्मदे यात्रा के प्रभारी, सहकारी समिति के अध्यक्ष, पूर्व अध्यक्ष और सक्रिय सदस्य बताए जा रहे हैं.

गैर भाजपा दलों की बैठक 30 को

सपा को बुलाया, कांग्रेस  से रखी दूरी
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर कांग्रेस के मौन के बाद अब राज्य के 8 गैर भाजपा दलों ने 30 सितंबर को बैठक बुलाई है. बैठक में ये दल  गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरने की रणनीति तय करेंगे. इस बैठक में कांग्रेस को नहीं बुलाया गया है.
राज्य में चुनाव की आहट के साथ ही राजनीतिक दलों के बीच गठबंधन को लेकर लंबे समय से लग रहे कयास अब धीरे-धीरे स्पष्ट होते जा रहे हैं. बसपा द्वारा कांग्रेस को दिए झटके के बाद अब समाजवादी पार्टी सहित 8 गैर भाजपाई दल 30 सितंबर को राजधानी भोपाल में एक बैठक करने वाले हैं. बैठक में लोकतांत्रिक जनता दल, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, बहुजन संघर्ष दल, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय समानता दल, प्रजातांत्रिक समाधान पार्टी को बुलाया गया है. बैठक को लेकर लोक क्रांति अभियान के संयोजन गोविंद यादव ने बताया कि संवैधानिक लोकतंत्र बचाने एवं वैकल्पिक राजनीति के लिए आगामी राज्य विधानसभा, लोकसभा चुनावों के मद्देनजर गैर भाजपा दलों का महागठबंधन बनाने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों की बैठक 30 सितंबर को यहां बुलाई गई है. बैठक में कांग्रेस को न बुलाए जाने को लेकर यादव ने कहा कि  हमारा उद्देश्य हरहाल में भाजपा को रोकना है और हम इसके लिए कांग्रेस के साथ हमेशा सहयोग करने के लिए तैयार हैं. चुनाव से पहले भी और चुनाव के बाद भी. कांग्रेस के साथ बातचीत जारी है. यादव ने बताया कि बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों का महागठबंधन बनाने पर चर्चा की जाएगी और आगामी कार्यक्रम की रूपरेखा तय की जाएगी.
यादव ने बताया कि गठबंधन को लेकर कांग्रेस से पूर्व में कुछ दलों की चर्चा हुई है, मगर कांग्रेस द्वारा अब तक मौन साधे रहने और कोई निर्णय न लेने के कारण हमें यह बैठक करनी पड़ रही है. इस बैठक में सभी 8 दल आपस में चर्चा कर चुनाव में गठबंधन के साथ मैदान में उतरने की रणनीति तय करेंगे. उन्होंने 30 सितंबर के बाद हम इस बात की घोषणा भी कर देंगे कि गठबंधन में कितने गैर भाजपाई दल शामिल हैं.

भाजपा का कार्यकर्ता महाकुंभ आज, चलेगी 8 विशेष ट्रेने

अटल महाकुंभ परिसर में लगाई प्रदर्शनी, पंच स्तंभ के होंगे दर्शन
 प्रदेश की राजधानी भोपाल में कल 25 सिंतबर को भाजपा के द्वारा  कार्यकर्ता महाकुंभ आयोजित किया गया है. इस कार्यकार्ता महा कुंभ में भाजपा ने दस लाख कार्यकार्ताअ‍ें को लाने का लक्ष्य रखा है. भाजपा इसे विश्व का सबसे बडा कार्यकर्ता संमेलन बता रही है. कार्यकर्ताओं को राजधानी लाने के लिए हजारों बसों के साथ ही  विशेष ट्रेनों का इंतजाम किया है. भाजपा ने 8 ट्रेनें बुक कराई है.महाकुंभ को  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह प्रमुख रूप से संबोधित करेंगे. वे कार्यक्रम स्थल पर लगभग ढाई घंटे रहेंगे.
कार्यकर्ता महाकुंभ के लिए भाजपा ने खासी तैयारी कर ली है. कार्यकर्ताओं के लिए आठ स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी, भाजपा ने इन ट्रेनों की एडवांस बुकिंग कर ली है, जिनमें एक ट्रेन में लगभग पांच हजार कार्यकर्ता राजधानी पहुंचेंगे. इसके लिए रेलवे ने विशेष इंतजाम किया जिसमें तीन दिन के लिए हबीबगंज के सेकेंड इंट्री को पूरी तरह बंद कर दिया गया है. इसके अलावा आरआरबी की 25 सिंतबर को आयोजित होने वाली परीक्षा को भी स्थगित कर दिया गया है.  रेलवे ने सम्मेलन के लिए बड़ी संख्या में लोग राजधानी पहुंचेंगे, इसलिए आम लोगों को और परिक्षार्थियों को परेशानी न हो इस लिए ये सारे कदम उठाए गए हैं.
वहीं भाजपा के कार्यकर्ता महाकुंभ को लेकर राजधानी के जंबूरी मैदान में तैयारियां पूरी हो चुकी है. कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आगमन को लेकर भाजपा ने विशेष तैयारियां की हैं, जिसके लिए कार्यक्रम स्थल पर डोम का निर्माण कुछ इस तरीके से किया गया है कि मंच से अंतिम पंक्ति तक बैठे व्यक्ति को आसानी से देखा  जा सके और अंतिम पंक्ति का व्यक्ति भी  सभी मंचासीन लोगों को देख सकें. इसके लिए कार्यक्रम स्थल पर 45 से ज्यादा एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं. प्रधानमंत्री मोदी के लिए के लिए मंच के साथ ही लगा हुआ एक मिनी आफिस का निर्माण भी किया गया है, जिसमें  मोदी भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद बड़े नेताओं से चर्चा करेंगे. ये महाकुंभ विश्व का सबसे बड़ा सम्मेलन कहा जा रहा है, जिसको लेकर भव्य तैयारियां की गई हैं. कार्यकर्ताओं के बैठने के लिए 10 से ज्यादा डोम बनाए गए हैं वहीं खाने के लिए अलग से डोम का निर्माण किया गया है. इस महाकुंभ में एक खास बात और है कि ये शायद पहला ऐसा कार्यकर्ता सम्मेलन होगा, जहां महिला कार्यकर्ताओं के बड़ी संख्या में पहुंचने की उम्मीद है और इसके लिए विशेष इंतजाम करते हुए 15 हजार महिलाओं की क्षमता वाला डोम भी बनाया जा रहा है, जहां नहाने की और आराम करने की सुविधा महिला कार्यकर्ताओं को मिलेगी.
अटल महाकुंभ परिसर में प्रदर्शनी का उद्घाटन
 राष्ट्र चिंतक पं. दीनदयाल उपाध्याय  की जयंती 25 सितंबर को भोपाल के जंबूरी मैदान में होने वाले कार्यकर्ता महाकुंभ के लिए अटल महाकुंभ परिसर सजकर तैयार है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री  नरेन्द्र सिंह तोमर, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह एवं प्रदेश संगठन महामंत्री  सुहास भगत ने जंबूरी मैदान के अटल महाकुम्भ परिसर में स्वर्गीय अनिल माधव दवे प्रदर्शनी मंडपम का उद्घाटन कर महाकुंभ के अंतिम चरण की तैयारियों का जायजा लिया. 
प्रदर्शनी में पंच स्तंभ के होंगे दर्शन
अटल महाकुंभ परिसर में शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं को अनिल माधव दवे प्रदर्शनी मंडपम में भाजपा की विचार यात्रा, विकास यात्रा के साथ भारत रत्न  अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन पर केंद्रित-अटल यात्रा को देखने का अवसर मिलेगा. वही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के साथ उनके विचार माई आइडिया आफ इंडिया पर केंद्रित एवं मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चैहान की राजनीतिक यात्रा जननायक शिवराज में मुख्यमंत्री  की व्यक्तित्व के साथ प्रदेश सरकार की उपलब्धियों पर केंद्रित प्रदर्शनी लगाई गई है. प्रदर्शनी में पंडित दीनदयाल उपाध्याय, डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी, भारत रत्न अटलबिहारी वाजपेयी, राजमाता विजयाराजे सिंधिया एवं श्री कुशाभाऊ ठाकरे के जीवन को पंच स्तम्भ के रूप में प्रदर्शित किया गया है. 
अद्भुत होगा कार्यकर्ता महाकुंभ 
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने बताया कि विश्व के सबसे बड़े महाकुंभ की तैयारियां अंतिम चरण की पूर्णता की ओर है. कल सबेरे तक सारी व्यवस्थाएं चाक-चैबंद हो जाएंगी. कार्यकर्ता महाकुंभ में प्रदेश की 230 विधानसभाओं के 65 हजार से अधिक मतदान केन्द्रों से कार्यकर्ता शामिल होंगे. यह महाकुंभ विचार, तकनीक एवं संख्या की दृष्टि से अनोखा आयोजन है. मैदान के विभिन्न हिस्सों में कार्यक्रम का स्क्रीन पर सीधा प्रसारण होगा. औपचारिक कार्यक्रम की शुरूआत के पूर्व इन एलईडी पर विचारधारा, नीति एवं नेतृत्व के आधार पर बनी डिजिटल प्रदर्शनी दिखाई जाएगी. उन्होंने कहा कि यह महाकुंभ जैसा हमने कहा है वैसा हो इसके लिए हमे कंधे से कंधा मिलाकर काम करना है और विश्वास है आप जैसे सक्षम कार्यकर्ताओं के बूते महाकुंभ सफल होगा. 
भाजपा का महाकुंभ नहीं, सरकारी महाकुंभ मेगा इवेंट 
प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि राजधानी में होने वाला यह भाजपा का नहीं, सरकारी महाकुंभ है. सरकार सरकारी खजाने से करोड़ों रुपए इसके प्रचार-प्रसार में खर्च कर रही है. यह एक मेगा इवेंट है.  कमलनाथ ने कहा कि सम्मेलन में लगभग एक हजार करोड़ रुपए खर्च होगा. यह पैसा किसान, युवा, आदिवासियों और गरीब जनता की गाढ़ी कमाई का है. यह पैसा यदि किसानों और युवाओं की भलाई पर खर्च किया जाता तो कर्ज से दबे किसान हो या बेरोजगार युवा हो, आत्महत्या नहीं करते. कहने को तो यह भाजपा का महाकुंभ है पर पीछे से इसका पूरा खर्च सरकारी खजाने से हो रहा है. उन्होंने कहा कि दो लाख करोड़ रुपए के कर्ज में डूबी भाजपा सरकार के मुखिया शिवराजसिंह सिर्फ नरेन्द्र मोदी और अमित शाह के सामने अपनी झूठी लोकप्रियता दिखाने और खुद की ब्रांडिंग के लिए यह सम्मेलन कर रहे हैं. वे अपनी घटती लोकप्रियता और घटते हुए जनाधार को वापस लाने के लिए यह आयोजन कर रहे हैं. इस आयोजन से जनता का कोई लेना देना नहीं है. 
 25 आईपीएस, 8 हजार जवानों पर सुरक्षा का जिम्मा
महाकुंभ की सुरक्षा के लिए 25 आईपीएस अफसर तैनात रहेंगे. जिसमें डीआईजी स्तर के छह अधिकारी हैं. सुरक्षा व्यवस्था में करीब 8 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. सुरक्षा को लेकर पुलिस द्वारा एयरपोर्ट से कार्यक्रम स्थल जंबूरी मैदान तक कारकेड की रिहर्सल की गई. पूरी सुरक्षा व्यवस्था के प्रभारी आईजी जयदीप प्रसाद हैं. देशभर की सुरक्षा एजेंसियों ने भी राजधानी में डेरा डाल दिया है. डाग एवं बम डिस्पोजल स्क्वाड की 11 टीमें रात दिन सर्चिंग कर रही है. 
पार्टी अलग-अलग, टेंट वाला वही 
जंबूरी मैदान में भले ही मोदी की सभा होने वाली हो, लेकिन यहां राहुल गांधी की सभा में लगाई गईं कुर्सियां भी आईं हुई हैं. 17 सितंबर को भेल दशहरा मैदान पर हुई इस सभा में भी भोपाल के लगभग सभी टेंट वालों से कुर्सियां मंगाई गई थीं. इसलिए इन कुर्सियों पर आज भी दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई कांग्रेसी नेताओं के नाम की पर्चियां लगी हैं.  भाजपा द्वारा भीड़ जुटाने के लिए पार्टी ने भारी-भरकम इंतजाम किए हैं. मैदान पर इतने कार्यकर्ताओं के बैठने के लिए जितनी कुर्सियां चाहिए, उतनी भोपाल में नहीं मिलीं. लिहाजा, होशंगाबाद, इंदौर, सीहोर से बुलवाई गई. फिर भी जरूरत पूरी नहीं हुई तो गुजरात, हरियाणा और राजस्थान से डेढ़ लाख और कुर्सियां बुला ली गई. मंच के आगे वाले हिस्से में पीएम मोदी के निर्देश के चलते 180 डिग्री के एंगल के हिसाब से डोम तैयार किया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोदी के आई कनेक्ट वाले निर्देश पर बदलाव कराया है. इसके लिए गुजरात-मुंबई से सामान आया है. 

राहुल गांधी विंध्य में करेंगे रोड शो, चित्रकूट आएंगे 27 को

अखिल भारतीय कांगे्रस कमेटी के अध्यक्ष  राहुल गांधी  27 और 28 सितंबर को मध्यप्रदेश के सतना और रीवा जिले के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान वे 2 बड़ी जनसभाआें सहित  अन्य सभाएं और रोड-शो करेंगे. 
यह जानकारी देते हुए प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष कमलनाथ ने बताया कि राहुल गांधी गुरूवार 27 सितंबर को दिल्ली से विशेष विमान द्वारा सुबह दस बजे इलाहाबाद जाएंगे और वहां से हैलीकाप्टर द्वारा चित्रकूट पहुंचेंगे. चित्रकूट में वे मंदिर में दर्शन करने जाएंगे और उसके बाद दोपहर 12 बजे सभा को संबोधित करेंगे.  राहुल गांधी हैलीकाप्टर से ही दोपहर 1 बजे सतना पहुंचेंगे जहां वे दोपहर दो बजे एक बडी जनसभा को संबोधित करेंगे. गांधी सवा तीन बजे बस से रीवा जाएंगे जहां शाम पांच बजे से डेढ़ घंटे तक रोड-शो में भाग लेंगे. राहुल शाम साढ़े छह बजे सिरमौर चौराहा स्थित आर.के. आडीटोरियम के सामने एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे. वे रात्रि विश्राम रीवा सर्किट हाउस में करेंगे. 
नाथ ने बताया कि शुक्रवार 28 सितंबर को राहुल गांधी दोपहर एक बजे रीवा के बैकुंठपुर में 1 सभा को संबोधित करेंगे. इसके बाद गांधी रीवा के लालगांव में सवा तीन बजे और चुमारी-त्यौंथर में भी सभाओं को संबोधित करेंगे. वे शाम साढ़े पांच बजे हैलीकाप्टर से इलाहाबाद के लिये रवाना हो जाएंगे जहां से  गांधी विशेष विमान द्वारा दिल्ली चले जाएंगे. 

शुक्रवार, 21 सितंबर 2018

मध्यप्रदेश के मौसम में आया परिवर्तन

आसमान में छाए बादल, कहीं हल्की बारिश, कहीं हुई बूंदा-बूंदा

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के रायसेन, विदिशा, रतलाम और रीवा जिलें का मौसम पूरी तरह से बदल गया है. आज सुबह से मौसम में हल्की ठंडक रही और  आसमान में बादल छाए हैं.
मध्यप्रदेश में एक बार फिर मौसम ने करवट बदली है. राजधानी सहित राज्य के कई जिलों में आज सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे तो दोहपर होते-होते कहीं-कहीं पर हल्की बारिश भी हुई और कहीं बूंदा-बांदी होती रही.  मौसम विभाग के अनुसार मौसम में आया परिवर्तन कुछ दिनों के लिए हल्की बारिश ला सकता है. हालांकि ये बारिश इस महीने की आखिरी बारिश होने का अनुमान है. किसानों के लिए ये बारिश अच्छी होगी.  
आमतौर पर 36 डिग्री के आसपास रहने वाला प्रदेश का तापमान अब 30 से नीचे आ गया है. पूरे प्रदेश में मानसून होने के कारण लोगों को गर्मी से तो राहत मिल गई है. मौसम सुहाना हो गया है. राजधानी भोपाल में कुछ जगहों पर हल्की बूंदा-बंदी हुई. मध्यप्रदेश में सर्वाधिक तापमान ग्वालियर, गुना, खजुराहो नौगांव, दतिया आदि इलाकों में रहता है. प्रदेश में सबसे अधिक तापमान श्योपुर कला में 28 डिग्री रिकार्ड किया गया. इसके अलावा पूरे प्रदेश में तापमान 30 डिग्री से नीचे आ गया है.
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बन रहे संभावित चक्रवात से मौसम तेजी से बदल रहा है. फिलहाल सामान्य से ऊपर चल रहा दिन-रात का पारा कल के बाद तीन डिग्री सेल्सियस तक गिर जाएगा. 22 से 24 सितंबर तक अच्छी बारिश के आसार हैं.

चुनाव आयोग की बदलाव की अपील पर भाजपा ने जताई आपत्ति


मध्यप्रदेश में  अब राज्य निर्वाचन आयोग पर भी ऊंगली उठने लगी है. आयोग द्वारा मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए की बदलाव की अपील पर भाजपा नेताओं ने आपत्ति जताई है और कहा कि आयोग यह स्पष्ट करे कि बदलाव का आशय क्या है?
मध्यप्रदेश में निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव को देखते हुए सोशल मीडिया पर जागरुकता अभियान पहले से ही चला रखा है. इस अभियान के तहत लिखा गया है कि ‘बदलाव के लिए वोट करें’. इसके अलावा सोशल मीडिया पर तीन संदेश और थे, जिसके तहत आयोग ने मतदाता को जागरुक करने का प्रयास किया था. इसमें पहला समानता के लिए वोट करें, दूसरा बेहतर भविष्य के लिए वोट करें. तीसरा बदलाव के लिए वोट करें. ये संदेश जब भाजपा  नेताओं की नजर में आए तो बवाल मच गया. भाजपा ने इस पर आपत्ति जताई.भाजपा की ओर से प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने आयोग के समक्ष आपत्ति जताई और कहा कि आयोग के इस ‘वोट फार इक्वलिटी’ वाले संदेश का जनता पर ऐसा असर पड़ रहा है,जैसे भेदभाव या फिर असमानता का माहौल निर्मित हो रहा हो. उन्होंने कहा कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे क्या बदलाव चाहते हैं. ट्वीटर हैंडल शुरु करने के पीछे आयोग का मकसद क्या है. उन्होंने कहा कि आयोग के इस अभियान का जनता के बीच गलत संदेश न जाए इस बात का ध्यान रखा जाए.

मासूम के साथ स्कूल बस में दुष्कर्म


राजधानी में एक निजी स्कूल की बस में नर्सरी की बच्ची से दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया. बच्ची ने जब तस्वीर से आरोपी की पहचान की, तब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. आरोपी ने जुर्म कबूल कर लिया है.
पुलिस के अनुसार राजधानी के अयोध्या नगर की एक कालोनी में रहने वाले एक परिवार की साढ़े तीन साल की बच्ची बच्ची सागर इंटर नेशनल स्कूल में पढ़ती है. मासूम के साथ गुरुवार को बस में ही कंडक्टर ने दुष्कर्म किया. यह बात तब सामने आई जब मां ने बच्ची के कपड़ों पर  खून के निशान देखे और बच्ची ने प्राइवेट पार्ट में दर्द की बात कही.  परिजनों का कहना है कि बच्ची दोपहर लगभग डेढ़ बजे स्कूल से घर पहुंची. मां जब उसे खाना खिला रही थी, तभी उन्हें बच्ची के कपड़ों पर खून के निशान दिखे. बच्ची से पूछा तो उसने बस में कंडक्टर द्वारा अश्लील हरकत किए जाने की बात कही.  उसके बाद परिजन बच्ची को डाक्टर के पास ले गए और फिर अयोध्या नगर थाने पहुंचे.  बच्ची की जांच कराने के बाद गुरुवार देर रात आरोपी के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया. इसके बाद पुलिस ने बच्ची को तस्वीर दिखाई, जिसमें बच्ची ने कंडक्टर द्वारा हरकत किए जाने का इशारा किया. इसके बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया.
पुलिस के अनुसार आरोपी खुद को नाबालिग बता रहा है. पुलिस मामले में उसके दस्तावेज के आधार पर तय करेगी कि वह नाबालिग है या नहीं. पुलिस के अनुसार बच्ची की मां ने बताया कि सुबह जब बच्ची स्कूल गई तब बस में महिला केयर टेकर नहीं थी. स्कूल से जब वह लौटी उस वक्त बस में महिला केयर टेकर थी. बच्ची की मां ने पुलिस को दिए  बयान में कहा है कि महिला केयर टेकर की उपस्थिति में बच्ची के साथ आरोपी ने यह कृत्य किया. 
वहीं स्कूल की शिक्षिका मानसी चतुर्वेदी बस में प्रतिदिन जाती है, वे ही महिला केयर टेकर है. उन्होंने पुलिस को बताया कि वे सुबह देर होने से स्कूल बस से नहीं जा सकी थी, मगर लौटी वे बस से ही. वे ड्रायवर के बगल वाली सीट पर बैठी थी, उन्हें यह जानकारी ही नहीं लगी, आरोपी ने पीछे बैठी बच्ची के साथ कब इस तरह की हरकत कर दी.